खेल
जूनियर वल्र्ड वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में जीते तीन रजत पदक
मुख्यमंत्री की घोषणा हुई पूरी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 3 अगस्त। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने निभाया अपना वादा छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले की ग्राम भोडिय़ा पोस्ट सिंद्योला निवासी लाड़ली बेटी वेटलिफ्टर ज्ञानेश्वरी यादव बनी छत्तीसगढ़ पुलिस में सहायक उप निरीक्षक प्रशासन ने नियुक्ति आदेश जारी किया।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ग्रीस में आयोजित आईडब्ल्यूएफ जूनियर वल्र्ड वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में तीन रजत पदक जीतने वाली छत्तीसगढ़ की बेटी को अंतर्राष्ट्रीय स्पर्धा में शानदार प्रदर्शन करते हुए तीन रजत पदक जीतने पर बधाई और शुभकामनाएं देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
तारौबा, 2 अगस्त । अनुभवहीन सलामी बल्लेबाज इशान किशन सिर्फ छह खिलाड़ियों के विशिष्ट समूह में शामिल हो गए, क्योंकि भारत ने यहां तीसरे वनडे में कैरेबियाई टीम पर 200 रन की शानदार जीत के साथ वेस्टइंडीज के खिलाफ एकदिवसीय श्रृंखला 2-1 से जीत ली।
किशन ने वेस्टइंडीज के खिलाफ सिर्फ 64 गेंदों में 77 रनों की तेज पारी खेलते हुए अपना लगातार तीसरा अर्धशतक बनाया और इस प्रक्रिया में द्विपक्षीय तीन मैचों की एकदिवसीय श्रृंखला के सभी मैचों में 50 या उससे अधिक रन बनाने वाले पांच अन्य भारतीय पुरुष खिलाड़ियों के समूह में शामिल हो गए।
आईसीसी की रिपोर्ट के अनुसार, किशन ने जिस समूह में प्रवेश किया, उसमें भारत के कुछ महान खिलाड़ी शामिल हैं, जिनमें क्रिस श्रीकांत (1982), दिलीप वेंगसरकर (1985), मोहम्मद अज़हरुद्दीन (1993), एमएस धोनी (2019) और श्रेयस अय्यर (2020) पिछले बल्लेबाज़ हैं जिन्होंने यह उपलब्धि हासिल की है।
25 वर्षीय ने पिछले दो वर्षों में अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शानदार शुरुआत की है और इस वर्ष भारत के लिए आईसीसी पुरुष क्रिकेट विश्व कप के लिए चयन अर्जित करने को तैयार हैं।
जुलाई 2021 में श्रीलंका के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय 50 ओवरों में पदार्पण करने के बाद से किशन ने 17 वनडे मैचों में 617 रन बनाए हैं और पिछले साल के अंत में बांग्लादेश के खिलाफ उनके रिकॉर्ड तोड़ 210 रन उनके शुरुआती करियर का अब तक का असाधारण प्रदर्शन है।
लेकिन वेस्टइंडीज के खिलाफ उनके प्रयासों से पता चला है कि बाएं हाथ के बल्लेबाज के खेल में अब अधिक निरंतरता है और एकदिवसीय क्रिकेट में 107.43 का उनका शानदार करियर स्ट्राइक रेट भारत के शीर्ष क्रम को एक और अच्छा आक्रामक विकल्प प्रदान करता है।
जबकि किशन को मंगलवार को श्रृंखला के तीसरे वनडे में वेस्टइंडीज के तेज गेंदबाज काइल मेयर्स ने शुरुआत में परेशान किया था, उन्होंने जल्द ही साथी सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल के साथ आसानी से बाउंड्री लगाने के लिए अपनी लय हासिल कर ली।
20वें ओवर में वेस्टइंडीज के कप्तान शाई होप द्वारा स्टंप किए जाने पर किशन गिर गए, लेकिन इससे पहले उन्होंने और गिल ने पहले विकेट के लिए 143 रन जोड़कर भारत को सीरीज जीतने के लिए मजबूत स्थिति में ला दिया।
गिल (85), संजू सैमसन (51) और कार्यवाहक कप्तान हार्दिक पांड्या (70 नाबाद ) ने भी विश्राम किए गए सितारों रोहित शर्मा और विराट कोहली की अनुपस्थिति में अर्धशतक जमाए, जिससे भारत ने 50 ओवरों में 351/5 का बड़ा स्कोर खड़ा किया। और यह हमेशा पर्याप्त होने वाला था क्योंकि मेजबान जवाब देने में काफी पीछे रह गए और 35.3 ओवर में 151 रन ही बना सके। भारत की तरफ से मुकेश कुमार ने तीन और शार्दुल ठाकुर ने चार विकेट लिए। गिल को प्लेयर ऑफ द मैच का पुरस्कार मिला।
किशन को उनके प्रयासों के लिए प्लेयर ऑफ द सीरीज नामित किया गया, जिसमें उन्होंने तीन मैचों में 61.33 की औसत से 184 रन बनाए। (आईएएनएस)।
रायपुर, 1 अगस्त। राजधानी टेबल टेनिस संघ जिला रायपुर द्वारा केडिया स्टील कारपोरेशन के सहयोग से दिनांक 29 से 30 जुलाई, 2023 तक आयोजित स्व. श्री प्रदीप केडिया स्मृति- प्रथम रायपुर जिला मंथली लीग टेबल टेनिस प्रतियोगिता-2023 आज संपन्न हुयी ।
उक्त प्रतियोगिता के सम्बन्ध में राजधानी टेबल टेनिस संघ, जिला रायपुर के सचिव श्री विनय बैसवाड़े ने जानकारी दी कि प्रतियोगिता के समापन एवं पुरस्कार वितरण समारोह के मुख्य अतिथि केडिया स्टील कारपोरेशन के पार्टनर श्री संदीप केडिया जी थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता छत्तीसगढ़ टेबल टेनिस संघ के सचिव श्री प्रदीप जोशी जी ने किया तथा विशेष अतिथि केडिया स्टील कारपोरेशन के श्री किशन केडिया जी थे। मंच पर राजधानी टेबल टेनिस संघ, जिला रायपुर के सचिव श्री विनय बैसवाड़े एवं मुख्य निर्णायक श्री विमल नायर उपस्थित थे।
नयी दिल्ली, 31 जुलाई भारतीय निशानेबाजों और तीरंदाजों ने चीन के चेंगडू में हो रहे यूनिवर्सिटी खेलों में सोमवार को छह पदक और जीते ।
निशानेबाज ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर और दिव्यांश , अर्जुन बाबूता ने दस मीटर एयर राइफल पुरूष टीम वर्ग में स्वर्ण पदक जीता ।
दोनों ने 1894 . 7 का स्कोर किया जबकि चीन के शिनमियाओ, सोंग बुहार और झू शियाओझोंग ने 1881 . 9 अंक के साथ रजत पदक जीता । कजाख्स्तान तीसरे स्थान पर रहा ।
पुरूषों के व्यक्तिगत वर्ग में ऐश्वर्य ने 252.6 अंक के साथ पीला तमगा जीता जबकि दिव्यांश को रजत पदक मिला । चीन के बुहान तीसरे स्थान पर रहे ।
कंपाउंड तीरंदाजी में भारत को दो स्वर्ण और एक कांस्य पदक मिला ।
अवनीत कौर ने अमेरिका की एलिसा ग्रेस स्टरगिल को हराकर महिला वर्ग में स्वर्ण पदक जीता । वहीं पुरूषों के व्यक्तिगत वर्ग में संग्रामप्रीत बिस्ला को स्वर्ण और अमन सैनी को कांस्य पदक मिला ।
भारत नौ स्वर्ण, तीन रजत और पांच कांस्य समेत 17 पदक लेकर तालिका में जापान के साथ दूसरे स्थान पर है । चीन 21 पदक लेकर शीर्ष पर है । (भाषा)
तारोबा, 31 जुलाई भारत को उम्मीद है कि वेस्टइंडीज के खिलाफ मंगलवार को तीसरे और निर्णायक एक दिवसीय क्रिकेट मैच में मध्यक्रम में संजू सैमसन और सूर्यकुमार यादव को आजमाने का उसका प्रयोग सफल साबित होगा ।
वेस्टइंडीज से 2006 के बाद से एक भी वनडे श्रृंखला नहीं हारी भारतीय टीम ने बारबडोस में दूसरे वनडे में पराजय का सामना किया जिसमें कप्तान रोहित शर्मा और विराट कोहली को आराम दिया गया था ।
छह विकेट से मिली हार के बाद कोच राहुल द्रविड़ ने कहा था कि भारतीय टीम अगले महीने होने वाले एशिया कप और फिर विश्व कप के मद्देनजर वृहत तस्वीर देख रही है जिसमें देखना है कि अहम मुकाबलों में युवा खिलाड़ी कितना प्रभाव छोड़ पाते हैं ।
द्रविड़ ने शनिवार को कहा था ,‘‘हम हमेशा वृहत तस्वीर देखेंगे । एशिया कप और विश्व कप आने वाले हैं और हमें ऐसा करना ही होगा क्योंकि खिलाड़ी चोटिल भी हो सकते हैं । हम हर एक मैच या हर श्रृंखला को लेकर चिंतित नहीं हो सकते । अगर ऐसा करेंगे तो वह गलती होगी ।’’
पचास ओवरों के प्रारूप में संघर्ष करते दिख रहे सूर्यकुमार लंबी पारी खेलकर मैच जिताने पर फोकस करेंगे । वहीं कई बार वापसी करने के बावजूद प्रभावित नहीं कर सके सैमसन के पास भी यह सुनहरा मौका है । वह दूसरे वनडे की ही तरह तीसरे नंबर पर उतर सकते हैं ।
सलामी बल्लेबाज ईशान किशन ने प्रभावित किया है लेकिन शुभमन गिल अभी तक बड़ी पारी नहीं खेल पाये हैं । हार्दिक पंड्या ने पहले दो मैचों में गेंदबाजी की शुरूआत की लेकिन बल्ले से नाकाम रहे । पांच मैचों की टी20 श्रृंखला से पहले वह उपयोगी पारी खेलना चाहेंगे ।
गेंदबाजी में तेज गेंदबाज उमरान मलिक अभी तक विकेट नहीं ले सके हैं । उनकी रफ्तार भारत के लिये ‘एक्स फैक्टर’ है लेकिन उन्हें अपनी तकनीक और सटीकता पर काम करना होगा ।
चाइनामैन कुलदीप यादव ने प्रभावी प्रदर्शन किया है जिससे उनके दोस्त युजवेंद्र चहल के लिये टीम में जगह नहीं बन पा रही । अब वह टी20 श्रृंखला में ही नजर आयेंगे ।
वेस्टइंडीज के पास खोने के लिये कुछ नहीं है और अगर वह भारत को हरा देता है तो वनडे विश्व कप के लिये क्वालीफाई नहीं कर पाने के जख्मों पर कुछ हद तक मरहम लगेगा ।
उसके गेंदबाजों ने भारतीय बल्लेबाजों को काफी परेशान किया है ।बायें हाथ के स्पिनर गुडाकेश मोती अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं जबकि तेज गेंदबाज रोमारियो शेफर्ड भी प्रभावी रहे हैं ।
कप्तान शाइ होप ने कहा ,‘‘हम एक बार फिर उस प्रदर्शन को दोहरायेंगे । हमें बल्ले और गेंद से लगातार अच्छा प्रदर्शन करना होगा ।’’
टीमें :
भारत : रोहित शर्मा (कप्तान), शुभमन गिल, रूतुराज गायकवाड़, विराट कोहली, सूर्यकुमार यादव, संजू सैमसन (विकेटकीपर), ईशान किशन (विकेटकीपर), हार्दिक पंड्या (उप कप्तान), शार्दुल ठाकुर, रविंद्र जडेजा, अक्षर पटेल, युजवेंद्र चहल, कुलदीप यादव, जयदेव उनादकट, मोहम्मद सिराज, उमरान मलिक, मुकेश कुमार
वेस्टइंडीज : शाई होप (कप्तान), रोवमैन पॉवेल, एलिक अथानाजे, यानिक कारिया, कीसी कार्टी, डोमिनिक ड्रेक्स, शिमरोन हेटमायेर, अलजारी जोसेफ, ब्रेंडन किंग, काइल मायर्स, गुडाकेश मोती, जेडेन सील्स, रोमारियो शेफर्ड, केविन सिनक्लेयर, ओशाने थॉमस ।
मैच का समय : शाम सात बजे से । (भाषा)
नयी दिल्ली, 30 जुलाई। केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के खिलाड़ियों ने कनाडा के विनिपेग में ‘वर्ल्ड पुलिस और फायर गेम्स’ के शुरुआती दिन भारत के लिए पांच स्वर्ण पदक और एक रजत पदक जीते।
लुवांगथेम गुनाओ और एम धीरेन सिंह ने पुरुषों के ‘फिजिक एंड बाडीबिल्डिंग’ वर्ग में दो स्वर्ण पदक दिलाये जबकि रितु रानी ने महिलाओं की 59 किग्रा कुश्ती स्पर्धा में एक और सोने का तमगा हासिल किया।
सीआरपीएफ के डीआईजी (खेल) अजय कुमार वशिष्ठ के अनुसार रोहित कुमार ने पुरुषों की 74 किग्रा फ्रीस्टाइल स्पर्धा में रजत पदक जीता।
उन्होंने कहा कि आठ महिलाओं सहित 19 सीआरपीएफ खिलाड़ी खेलों में भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। (भाषा)
एडीलेड, 30 जुलाई। मोरक्को की डिफेंडर नोहेला बेनजिना महिला विश्व कप के टीम के दूसरे मैच में दक्षिण कोरिया के खिलाफ जब मैदान पर उतरीं तो वह हिजाब पहनकर सीनियर स्तर के वैश्विक टूर्नामेंट में खेलने वाली पहली महिला फुटबॉलर बन गयी।
फीफा ने धर्म के कारण मैचों में सिर ढककर खेलने के प्रतिबंध को ‘स्वास्थ्य और सुरक्षा कारणों’ से 2014 में पलट दिया था।
‘मुस्लिम वुमैन इन स्पोर्ट्स नेटवर्क’ की सह संस्थापक असमाह हेलाल ने कहा, ‘‘मुझे इसमें कोई संदेह नहीं है कि अब ज्यादा से ज्यादा महिलायें और मुस्लिम लड़कियां बेनजिना से प्रेरणा लेंगी और ऐसा सिर्फ खिलाड़ी हीं नहीं बल्कि मुझे लगता है कि फैसला करने वाले, कोच और अन्य खेलों में भी इसका असर पड़ेगा। ’’
बेनजिना मोरक्को की शीर्ष महिला लीग में ‘एसोसिएशन स्पोर्ट्स ऑफ फोर्सेस आर्म्ड रॉयल’ की ओर से पेशेवर क्लब फुटबॉल खेलती हैं। (एपी)
बार्सिलोना, 30 जुलाई। भारतीय महिला हॉकी टीम ने दबदबे भरा प्रदर्शन करे हुए रविवार को यहां स्पेनिश हॉकी महासंघ की सौवीं वर्षगांठ पर हो रहे अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में मेजबान स्पेन पर 3-0 से आसान जीत दर्ज की।
भारतीय टीम को अभी तक टूर्नामेंट में हार का सामना नहीं करना पड़ा है, उसके लिये वंदना कटारिया ने 22वें मिनट, मोनिका ने 48वें मिनट और उदिता ने 58वें मिनट में गोल दागे।
शनिवार को इंग्लैंड पर सफलता से आत्मविश्वास से भरी भारतीय टीम ने पहले क्वार्टर से ही मजबूत शुरुआत की। खिलाड़ियों ने सतर्कता बरतते हुए छोटे और सटीक पास से अनुशासित प्रदर्शन जारी रखा जिससे उन्होंने सर्कल में मौके बनाये लेकिन मेहमान टीम पहले क्वार्टर में कोई गोल नहीं कर सकी।
स्पेन ने भी पहले क्वार्टर के अंतिम पांच मिनट में कुछ अच्छे प्रयास किये लेकिन भारतीय कप्तान और गोलकीपर सविता ने बेहतरीन बचाव कर प्रतिद्वंद्वियों को दूर ही रखा।
दूसरे क्वार्टर में भारत ने दबदबा बनाया जिससे उनकी बढ़त हासिल करने की भूख स्पष्ट दिखी।
सुशीला ने 22वें मिनट में मैदानी गोल करने का अच्छा मौका बनाया और नेहा गोयल को सर्कल के ऊपर पास दिया लेकिन उनका शॉट स्पेनिश गोलकीपर क्लारा पेरेज के पैड से वापस आ गया।
इंग्लैंड के खिलाफ तीन गोल करके स्टार रहीं लालरेमसियामी ने रिबाउंड को गोलकीपर के पास स्मैश किया और वहीं मौजूद वंदना ने इसे छुआकर गोललाइन के अंदर पहुंचा दिया।
बढ़त हासिल करने के बाद भारतीय खिलाड़ियों ने सर्कल के अंदर कई बार सेंध लगायाी। स्पेन पर दबाव बढ़ता जा रहा था और भारत ने मोनिका के पेनल्टी कॉर्नर पर 48वें मिनट में किये गये गोल से बढ़त दोगुनी कर दी।
भारत ने फिर दीप ग्रेस एक्का, निक्की प्रधान और सुशिला चानू की बदौलत रक्षण भी मजबूत किया जिससे स्पेन के हमलों पर लगाम लगी रही।
हूटर बजने से दो मिनट पहले उदिता ने बेहतरीन ड्रिब्लिंग का नजारा पेश करते हुए तीसरा गोल दाग दिया। (भाषा)
वारसॉ (पोलैंड), 30 जुलाई । जर्मन टेनिस खिलाड़ी लौरा सीजमंड ने शनिवार रात अपनी हमवतन तात्जाना मारिया को 5-7, 6-3, 6-4 से हराकर वारसॉ ओपन के फाइनल में प्रवेश किया।
मारिया ने शुरुआती सेट दो ब्रेक के साथ 7-5 से जीत लिया। सीजमंड, जिसने कुछ घंटे पहले अपना क्वार्टर फाइनल पूरा किया था, मजबूत सर्विस के साथ दूसरे सेट को अपने पक्ष में करने में कामयाब रही और लगातार तीन गेम जीतकर मैच में 1-1 से बराबरी कर ली।
शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, तीसरा सेट बहुत कड़ा साबित हुआ, लेकिन सीजमंड ने 5-4 की बढ़त बना ली और फाइनल में पहुंचने के लिए मारिया की सर्विस तोड़ दी।
दूसरा सेमीफाइनल खराब रोशनी के कारण स्थगित कर दिया गया क्योंकि इगा स्वीयाटेक फाइनल में पहुंचने से एक कदम दूर हैं। पोल खिलाड़ी ने पहला सेट 6-1 से जीता और संघर्ष रुकने से पहले दूसरे सेट में 5-5 से बराबरी कर ली। यह टूर्नामेंट के आखिरी दिन रविवार को भी जारी रहेगा।
युगल फाइनल में, वेरोनिका फल्कोव्स्का और कटारज़ीना पीटर का सामना ब्रिटेन की हीथर वॉटसन और बेल्जियम की यानिना विकमेयर से होगा, पोलिश जोड़ी ने चीन की वांग ज़ियू और चेक खिलाड़ी लिंडा नोस्कोवा पर 6-4, 6-4 से जीत दर्ज की।
एक अन्य चीनी खिलाड़ी युआन यू और उनकी जोड़ीदार अंकिता रैना को वॉटसन और विकमेयर ने सेमीफाइनल में हरा दिया। (आईएएनएस)
लीसेस्टरशायर (इंग्लैंड), 30 जुलाई । भारत के अनुभवी बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे, जिनके आगामी वन-डे कप के लिए लीसेस्टरशायर के साथ जुड़ने की उम्मीद थी, टूर्नामेंट में नहीं खेलेंगे क्योंकि उन्होंने क्रिकेट से एक छोटा ब्रेक लेने का फैसला किया है।
35 वर्षीय रहाणे मूल रूप से जून में लीसेस्टरशायर में शामिल होने वाले थे, लेकिन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल और वेस्टइंडीज के खिलाफ उसके बाद के टेस्ट में उनकी भागीदारी के कारण वह काउंटी टीम के साथ नहीं रह सके।
लीसेस्टरशायर ने एक बयान में कहा, "उन व्यस्तताओं को पहले उनके कार्यक्रम में शामिल नहीं किया गया था, 35 वर्षीय ने अब अगस्त और सितंबर के दौरान क्रिकेट से ब्रेक लेने की इच्छा व्यक्त की है।"
ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज पीटर हैंड्सकॉम्ब, जो काउंटी चैम्पियनशिप और टी20 ब्लास्ट के लिए लीसेस्टरशायर सेटअप का हिस्सा रहे हैं, रहाणे के प्रतिस्थापन के रूप में टीम के साथ बने रहेंगे।
32 वर्षीय हैंड्सकॉम्ब ने इस सीजन में अब तक क्लब के लिए 809 रन बनाए हैं, जिसमें काउंटी चैंपियनशिप के डिवीजन दो में 45.4 की औसत से 681 रन भी शामिल हैं।
लीसेस्टरशायर के क्रिकेट निदेशक क्लॉड हेंडरसन ने कहा, "सबसे पहले, हम अजिंक्य की स्थिति को पूरी तरह से समझ रहे हैं। उन्होंने हाल के महीनों में, भारत में और राष्ट्रीय टीम के साथ यात्रा करते हुए, एक व्यस्त कार्यक्रम का अनुभव किया है, और हम ठीक होने और अपने परिवार के साथ कुछ समय बिताने की उनकी इच्छाओं को स्वीकार करते हैं।"
"हम अजिंक्य के साथ लगातार संपर्क में हैं और स्वीकार करते हैं कि क्रिकेट में परिस्थितियां कैसे तेजी से बदल सकती हैं। वह हमारी समझ के लिए बेहद आभारी हैं और अभी भी एक दिन लीसेस्टरशायर के लिए खेलने की उम्मीद करते हैं।"
''शुक्र है, हमने इस तरह की स्थिति के लिए योजना बनाई थी और हमें खुशी है कि पीटर टीम के साथ बने हुए हैं। वह अपनी बल्लेबाजी और विकेटकीपिंग के साथ-साथ मजबूत नेतृत्व सहित कई गुण लेकर आते हैं, जो लुईस (हिल) और हमारे चेंजिंग रूम के बाकी लोगों के लिए एक बड़ी मदद है।" (आईएएनएस)
ब्रिजटाउन, 30 जुलाई भारत के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में रोहित शर्मा और विराट कोहली को विश्राम देने के फैसले का बचाव करते हुए कहा कि टीम एक मैच या एक श्रृंखला को लेकर चिंतित नहीं हैं तथा विश्वकप से पहले अन्य खिलाड़ियों को आजमाना जरूरी है।
भारतीय टीम प्रबंधन का नियमित कप्तान रोहित शर्मा और विराट कोहली को विश्राम देने का फैसला सही साबित नहीं हुआ तथा पूरी टीम 181 रन पर आउट हो गई। वेस्टइंडीज ने छह विकेट से जीत दर्ज करके तीन मैचों की श्रृंखला 1-1 से बराबर की।
द्रविड़ ने मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा,‘‘ हम हमेशा बड़ी तस्वीर पर गौर करेंगे। हमें आगे एशिया कप और विश्वकप में भाग लेना है और इसलिए हमें बड़ी तस्वीर पर गौर करना होगा क्योंकि हम कुछ खिलाड़ियों के चोटिल होने की समस्या से जूझ रहे हैं। हम प्रत्येक मैच या प्रत्येक श्रृंखला को लेकर चिंतित नहीं हो सकते। अगर हम ऐसा करते हैं तो यह गलती होगी।’’
उन्होंने कहा,‘‘ अन्य खिलाड़ियों को मौका देने के लिए विराट और रोहित को विश्राम दिया गया। हमें इस तरह के जोखिम लेने होंगे। बड़ी प्रतियोगिताओं को देखते हुए इस तरह की परिस्थितियों में हम इस तरह के मौके ले सकते हैं। हम उन्हें (युवा खिलाड़ियों को) जितना संभव हो उतने मौके देना चाहते हैं।’’
द्रविड़ ने कहा कि कुछ खिलाड़ी चोटिल होने के कारण बेंगलुरु में राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) में हैं और इसे देखते हुए टीम प्रबंधन के लिए एशिया कप (30 अगस्त-17 सितंबर) और विश्व कप (अक्टूबर-नवंबर) से पहले टीम के अन्य खिलाड़ियों को मौका देना जरूरी है।
उन्होंने कहा,‘‘ ईमानदारी से कहूं तो यह हमारे पास अन्य खिलाड़ियों को आजमाने का आखरी मौका है। हमारे कुछ खिलाड़ी चोटिल है और अभी एनसीए में हैं। एशिया कप में अब केवल एक महीने का समय बचा है। हमारे पास समय कम है हमें उम्मीद है कि कुछ चोटिल खिलाड़ी एशिया कप और विश्वकप तक फिट हो जाएंगे लेकिन हम किसी तरह का जोखिम नहीं उठा सकते हैं।’’
द्रविड़ ने कहा,‘‘ खिलाड़ियों के चोटिल होने से उनको लेकर अनिश्चितता बनी हुई है और ऐसे में हमारे लिए अन्य खिलाड़ियों को आजमाना जरूरी है ताकि वह किसी भी परिस्थिति के लिए तैयार रहें। इससे हमें खिलाड़ियों को लेकर कुछ फैसले करने का भी अवसर मिलता है।’’
पूर्व भारतीय कप्तान ने कहा कि रोहित और कोहली को विश्राम देने का फैसला अच्छी ‘ बेंच स्ट्रेंथ ’ तैयार करने से भी जुड़ा है ताकि जरूरत पड़ने पर इन खिलाड़ियों का इस्तेमाल किया जा सके।
द्रविड़ ने कहा,‘‘ हमें अहसास हुआ कि इस तरह की श्रृंखला में विराट और रोहित को खिलाने से हमें ज्यादा सवालों के जवाब नहीं मिलेंगे। हमें कुछ खिलाड़ियों को तैयार करने की जरूरत है। हम जिस तरह की स्थिति में हैं उसे देखते हुए हमें कुछ खास क्रम के लिए खिलाड़ियों को तैयार करना होगा।’’
द्रविड़ ने दूसरे वनडे के बारे में कहा कि पिच बल्लेबाजी के लिए आसान नहीं थी और उनकी टीम ने 50-60 रन कम बनाए।
उन्होंने कहा,‘‘ हम थोड़े निराश हैं। हम जानते हैं कि विकेट बल्लेबाजी के लिए आसान नहीं था। हमें 230 से लेकर 240 रन तक बनाने थे। यह प्रतिस्पर्धी स्कोर होता। लेकिन हमने लगातार विकेट गंवाए। हमें अच्छी शुरुआत मिली थी और किसी को पारी संवारने का जिम्मा उठाना चाहिए था। हमने बीच में विकेट गंवाए और इस तरह से 50 से लेकर 60 रन कम बना सके।’’ (भाषा)
ब्रिजटाउन, 30 जुलाई । विश्वकप के लिए बल्लेबाजी के दावेदारों को परखने की भारत की रणनीति उछाल भरी पिच पर नहीं चल पाई तथा वेस्टइंडीज ने बारिश से प्रभावित दूसरे एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में शनिवार को यहां छह विकेट से जीत दर्ज करके तीन मैचों की श्रृंखला बराबर कर दी।
भारतीय टीम प्रबंधन का कप्तान रोहित शर्मा और विराट कोहली को विश्राम देने का फैसला सही साबित नहीं हुआ क्योंकि मध्यक्रम का कोई भी बल्लेबाज तेज, उछाल और टर्न लेती पिच पर नहीं चल पाया और उसकी पूरी टीम 40.5 ओवर में 181 रन पर आउट हो गई।
इसके जवाब में वेस्टइंडीज ने शार्दुल ठाकुर (8 ओवर में 42 रन देकर तीन विकेट) के शानदार स्पेल से पार पाकर 36.4 ओवर में चार विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर दिया। उसकी तरफ से कप्तान शाई होप ने नाबाद 63 और कीसी कार्टी ने नाबाद 48 रन बनाए। इन दोनों ने पांचवें विकेट के लिए 91 रन की अटूट साझेदारी की।
वेस्टइंडीज ने इस तरह से भारत के खिलाफ द्विपक्षीय श्रृंखलाओं में दिसंबर 2019 के बाद पहली जीत हासिल की।
वेस्टइंडीज के कप्तान शाई होप ने टॉस जीतकर गेंदबाजी करने का फैसला किया। जिसके बाद भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज ईशान किशन ने 55 गेंद में इतने ही रन बनाये और शुभमन गिल (34 रन, 49 गेंद) के साथ पहले विकेट के लिए 90 रन जोड़कर अच्छी शुरुआत दिलायी।
लेकिन इस भागीदारी के टूटते ही लय टूट गयी और भारतीय टीम ने अगले 7.2 ओवर में 23 रन पर पांच विकेट गंवा दिये।
विश्व कप से महज 10 मैच पहले रोहित और कोहली को आराम देने के फैसले का कोई मतलब नहीं दिखता। इससे फैसले पर सवालिया उठेंगे।
बारिश के कारण खेल में दो बार व्यवधान पड़ा लेकिन वेस्टइंडीज के गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन जारी रखा।
किशन विश्व कप के दौरान पारी का आगाज नहीं करेंगे लेकिन उन्होंने लगातार दूसरा अर्धशतक जड़कर दूसरे विकेटकीपर (बशर्ते केएल राहुल विश्व कप के लिए फिट हों) के तौर पर अपना दावा मजबूत कर दिया है। हालांकि यह संजू सैमसन के बारे में नहीं कहा जा सकता जो 19 गेंद में नौ रन ही बना सके और अक्षर पटेल (एक रन) ने सुनहरा मौका गंवा दिया।
बायें और दायें हाथ के बल्लेबाजों के संयोजन को ध्यान में रखते हुए उन्हें तीसरे और चौथे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए भेजा गया लेकिन दोनों खिलाड़ी जेडन सील्स (छह ओवर में 28 रन देकर एक विकेट), अल्जारी जोसफ (35 रन देकर दो विकेट) और रोमारियो शेपर्ड (37 रन देकर तीन विकेट) की शार्ट पिच गेंदों के सामने जूझते दिखे। इनके अलावा उन्हें बायें हाथ के स्पिनर गुडोकश मोती (9.3 ओवर में 36 रन देकर तीन विकेट) और लेग स्पिनर यानिक कारिया (25 रन देकर एक विकेट) के टर्न और उछाल से भी उन्हें परेशानी हुई।
कार्यवाहक कप्तान हार्दिक पंड्या (07) भी वेस्टइंडीज के गेंदबाजों के झांसे में आ गये। पंड्या ने शॉर्ट गेंद से निपटने की कोशिश की लेकिन उनका संयम भी जवाब दे गया और सील्स की गेंद को पुल करने का प्रयत्न करते हुए मिडविकेट पर ब्रैंडन किंग को आसान कैच देकर आउट हुए।
अक्षर पटेल सीमित ओवरों की क्रिकेट में गेंदबाज की तुलना में अच्छे बल्लेबाज बनते जा रहे हैं इसलिये उन्हें चौथे नंबर पर उतारा गया जिसके लिए श्रेयस अय्यर के फिट होने का इंतजार है। वह भी शेपर्ड की गेंद का शिकार हुए और विकेटकीपर होप को कैच थमा बैठे।
सैमसन कहीं भी लय में नहीं दिखे जिन्होंने अपना अंतिम प्रतिस्पर्धी मैच इंडियन प्रीमियर लीग में 19 मई को खेला था। वह कारिया की लेग ब्रेक के सामने कभी भी सहज नहीं लगे और उन्हें ही विकेट दे बैठे।
जहां तक सूर्यकुमार यादव (25 गेंद में 24 रन) का सवाल है तो उन्होंने तीन चौके जड़कर बड़ी पारी खेलने की जो उम्मीद लगायी थी, वह मोती की ऑफ स्टंप से बाहर जाती लुभावनी गेंद पर शॉट लगाने के प्रयास से टूट गयी। उनके आउट होते ही भारत की 200 रन तक पहुंचने की उम्मीद खत्म हो गयी थी। (भाषा)
ब्रिजटाउन, 30 जुलाई। भारत के वनडे में कार्यवाहक कप्तान हार्दिक पंड्या ने अपने गेंदबाजी कार्यभार प्रबंधन को लेकर कहा कि अभी वह इस मामले में ‘कछुआ हैं खरगोश नहीं’ लेकिन अक्टूबर-नवंबर में स्वदेश में होने वाले एकदिवसीय विश्वकप को ध्यान में रखते हुए वह इसमें तेजी लाना चाहते हैं।
पंड्या का हाल के दिनों में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैचों में गेंदबाज के रूप में कम इस्तेमाल किया गया। वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले वनडे में उन्होंने तीन ओवर में 17 रन देकर एक विकेट लिया जबकि दूसरे वनडे में उन्होंने 6.4 ओवर में 38 रन दिए और उन्हें कोई विकेट नहीं मिला।
पंड्या ने बारिश से प्रभावित दूसरे वनडे में भारत की छह विकेट से हार के बाद कहा,‘‘ मेरा शरीर अच्छा है। मुझे अधिक ओवर करने होंगे और विश्वकप को ध्यान में रखते हुए अपना कार्यभार बढ़ाना होगा। मैं अभी खरगोश नहीं, बल्कि कछुआ हूं और उम्मीद कर रहा हूं कि विश्व कप आते-आते सब कुछ ठीक हो जाएगा।’’
भारतीय टीम प्रबंधन का नियमित कप्तान रोहित शर्मा और विराट कोहली को विश्राम देने का फैसला सही साबित नहीं हुआ तथा पूरी टीम 181 रन पर आउट हो गई। वेस्टइंडीज ने आसानी से लक्ष्य हासिल करके तीन मैचों की श्रृंखला 1-1 से बराबर की लेकिन पंड्या का मानना है कि इससे तीसरा और अंतिम मैच अधिक चुनौतीपूर्ण और रोमांचक बन गया है।
उन्होंने कहा,‘‘ ईमानदारी से कहूं तो आप तीसरे मैच में 1-1 की बराबरी के साथ जाना चाहते हैं क्योंकि इससे वह अधिक चुनौतीपूर्ण और रोमांचक बन जाता है। अब श्रृंखला बराबर है और आगे उनकी भी परीक्षा होगी और हमारी भी। अगला मैच दर्शकों के लिए और हमारे लिए भी रोमांचक बन गया है।’’
पंड्या ने कहा,,‘‘ हमने वैसी बल्लेबाजी नहीं की जैसी हमें करनी चाहिए थी। विकेट पहले मैच की तुलना में बेहतर था। शुभमन गिल को छोड़कर सभी ने आसान कैच दिए। यह निराशाजनक है लेकिन हमने कई चीजें सीखी।’’
वेस्टइंडीज के कप्तान शाई होप ने इसे अपनी टीम का संपूर्ण प्रदर्शन करार दिया और कहा कि वह श्रृंखला बराबर करने के अपने लक्ष्य में सफल रहे।
उन्होंने कहा,‘‘ यह संपूर्ण प्रदर्शन था। मैं बहुत संतुष्ट हूं। हमने श्रृंखला में वापसी करने का लक्ष्य बनाया था और इसमें हम सफल रहे। हमें अब एक और मैच जीतने की जरूरत है। आज हमने सही रवैया दिखाया और सभी विभागों में अच्छा प्रदर्शन किया।’’ (भाषा)
तोक्यो, 29 जुलाई भारत के युवा खिलाड़ी लक्ष्य सेन शनिवार को यहां इंडोनेशिया के पांचवीं वरीयता प्राप्त जॉनाथन क्रिस्टी से सेमीफाइनल में तीन गेम तक चले संघर्षपूर्ण मैच में हार कर जापान ओपन सुपर 750 बैडमिंटन टूर्नामेंट से बाहर हो गए।
विश्व चैंपियनशिप 2021 के कांस्य पदक विजेता और विश्व में 13वें नंबर के खिलाड़ी लक्ष्य ने पहला गेम गंवाने के बाद शानदार वापसी की और अपने प्रतिद्वंदवी को दबाव में रखा लेकिन आखिर में वह विश्व में नौवें नंबर के खिलाड़ी और एशियाई खेलों के चैंपियन क्रिस्टी से 15-2, 21-13, 16-21 से हार गए। यह मैच एक घंटे और छह मिनट तक चला।
अल्मोड़ा के रहने वाले 21 वर्षीय सेन के बाहर होने से भारत की जापान ओपन में चुनौती भी समाप्त हो गई।
सेन ने इस महीने के शुरू में कनाडा ओपन सुपर 500 का खिताब जीता था।
इस मैच से पहले इन दोनों का आपस में रिकॉर्ड 1-1 से बराबर था। सेन को कोर्ट पर अपनी गति के लिए जाना जाता है जबकि क्रिस्टी के शॉट दमदार होते हैं। इन दोनों खिलाड़ियों ने इस रोमांचक मुकाबले में अपने कौशल का खुलकर प्रदर्शन किया।
इंडोनेशिया के खिलाड़ी ने हालांकि शुरू में गलतियां की जिनका फायदा उठाकर सेन ने 7-4 से बढ़त हासिल कर ली। भारत के खिलाड़ी ने इसके बाद कुछ गलतियां की जिससे क्रिस्टी ने स्कोर बराबर कर दिया।
सेन ने दो करारे स्मैश लगाकर इंटरवल तक दो अंक की बढ़त हासिल कर ली। क्रिस्टी ने हालांकि इसके बाद अच्छा खेल दिखाया तथा 32 शॉट की रैली जीतकर 15-12 से बढ़त हासिल कर ली। इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा और पहला गेम अपने नाम किया।
भारतीय खिलाड़ी को अपनी रणनीति में बदलाव करने की जरूरत थी तथा दूसरे गेम में शुरू में कड़े संघर्ष के बाद उन्होंने लय हासिल कर ली।
सेन ने कुछ शानदार स्मैश और ड्रॉप शॉट के दम पर दूसरे गेम में इंटरवल तक 11-5 की मजबूत बढ़त बना ली थी। उन्होंने इसके बाद भी अच्छा खेल दिखाया तथा सात गेम प्वाइंट हासिल किए। क्रिस्टी का शॉट बाहर जाने से उन्होंने यह गेम जीत कर मुकाबला बराबरी पर ला दिया।
निर्णायक गेम में भी दोनों खिलाड़ियों के बीच रोमांचक मुकाबला देखने को मिला लेकिन वह क्रिस्टी थे जिन्होंने खेल पर नियंत्रण रखा और 9-6 से शुरुआती बढ़त बनाई। इंडोनेशिया का खिलाड़ी दो शानदार रिटर्न के दम पर इंटरवल तक चार अंक आगे था।
सेन ने इसके बाद अपना सब कुछ झोंक दिया तथा एक समय स्कोर 13-17 था। क्रिस्टी ने सटीक स्मैश से स्कोर 19-15 किया तथा इसके बाद पांच मैच प्वाइंट हासिल किए। सेन ने एक मैच प्वाइंट बचाया लेकिन इसके बाद उनका शॉट नेट पर टकरा गया जिससे क्रिस्टी फाइनल में जगह बनाने में सफल रहे। (भाषा)
पोर्ट मोरेस्बी, 28 जुलाई । पापुआ न्यू गिनी (पीएनजी) ने फिलीपींस को 100 रनों से हराकर वेस्टइंडीज और यूएसए में होने वाले 2024 पुरुष टी20 विश्व कप में अपनी जगह पक्की कर ली है।
असद वाला के नेतृत्व में पीएनजी ने मस्कट, ओमान में 2021 पुरुष टी20 विश्व कप के पहले दौर में खेला था । अब, चल रही प्रतियोगिता में, मेजबान टीम ने अब तक खेले गए पांच मैचों में से प्रत्येक में जीत के साथ क्लीन स्लेट बनाए रखी है - दो-दो बार वानुअतु और फिलीपींस के खिलाफ और एक बार जापान के खिलाफ। इस जीत के साथ ही पपुआ न्यू गिनी ने 2024 टी-20 वर्ल्ड कप के लिए क्वालिफाई कर लिया है।
फिलीपींस के खिलाफ अपनी जीत के साथ पीएनजी के अब पांच जीत से 10 अंक हो गए हैं, जिसका अर्थ है कि 2024 टी20 विश्व कप में उनकी जगह शनिवार को जापान के खिलाफ एक गेम शेष रहने के साथ पक्की हो गई है।
पीएनजी ने वानुअतु के खिलाफ प्रभावशाली जीत के साथ अपने क्वालीफिकेशन सपने की शुरुआत की। 19 वर्षीय जॉन कारिको ने 3-6 के प्लेयर ऑफ द मैच-योग्य रिटर्न के साथ गेंदबाजी आक्रमण का नेतृत्व किया, जिससे वानुअतु को 71-8 पर रोक दिया गया। टूर्नामेंट की मेजबान टीम ने केवल 6.3 ओवर में लक्ष्य हासिल कर लिया और नौ विकेट से आसान जीत दर्ज की।
अपने अगले मुकाबले में पीएनजी ने काबुआ मोरिया के शानदार पांच विकेटों की बदौलत फिलीपींस के खिलाफ सुर्खियां बटोरीं, जिसमें हैट्रिक भी शामिल थी। बल्लेबाजी करने का निर्णय लेने के बाद, पीएनजी ने प्रतिस्पर्धी 162/7 पोस्ट किया। मोरिया ने 5/9 के अपने स्पैल से कहर बरपाया और फिलीपींस 45 रन पर ढेर हो गया।
उन्होंने अगले दो मैचों में जापान और वानुअतु के खिलाफ क्रमशः छह विकेट और 39 रन से जीत हासिल कर अपनी जीत का सिलसिला जारी रखा। शुक्रवार को अपने नवीनतम मुकाबले में, पीएनजी ने 118 रनों की प्रभावशाली शुरुआती साझेदारी की बदौलत मेजबान टीम को 20 ओवरों में 229/6 के विशाल स्कोर तक पहुंचाया।
फिलीपींस के लिए लक्ष्य बहुत बड़ा साबित हुआ क्योंकि पीएनजी गेंदबाजों ने उन्हें 129/7 तक सीमित कर दिया और 2024 पुरुष टी20 विश्व कप के लिए उनकी योग्यता सुरक्षित कर ली। इससे पहले, आयरलैंड और स्कॉटलैंड ने एडिनबर्ग में यूरोप क्षेत्र क्वालीफायर में शीर्ष दो स्थानों पर रहकर अपना स्थान पक्का कर लिया था।
2024 पुरुष टी20 विश्व कप की मेजबानी वेस्टइंडीज और संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा संयुक्त रूप से की जाएगी। पहले दौर के लिए 20 टीमों को पांच-पांच के चार समूहों में बांटा जाएगा। प्रत्येक समूह से शीर्ष दो टीमें सुपर आठ चरण के लिए क्वालीफाई करेंगी।
सुपर 8 में, टीमों को चार-चार के दो समूहों में विभाजित किया जाएगा, जिसमें दो समूहों से शीर्ष दो टीमें सेमीफाइनल में प्रवेश करेंगी। मेजबान वेस्टइंडीज और अमेरिका के साथ-साथ ऑस्ट्रेलिया, गत चैंपियन इंग्लैंड, भारत, नीदरलैंड, न्यूजीलैंड, पाकिस्तान, दक्षिण अफ्रीका, श्रीलंका, अफगानिस्तान और बांग्लादेश पहले ही प्रतियोगिता के लिए क्वालीफाई कर चुके हैं। (आईएएनएस)
ब्रिजटाउन, 28 जुलाई । भारत ने केंसिंग्टन ओवल में एकदिवसीय श्रृंखला के पहले मैच में वेस्टइंडीज को पांच विकेट से हरा दिया, जिसके बाद बाएं हाथ के स्पिन ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा ने रोमारियो शेफर्ड को आउट करने के लिए विराट कोहली के एक हाथ से शानदार कैच की सराहना की।
गुरुवार को वेस्टइंडीज की पारी के 18वें ओवर में, जडेजा को ड्राइव करने के प्रयास में शेफर्ड के बल्ले का बाहरी किनारा निकालने के लिए अच्छा टर्न मिला। कोहली, जो दूसरी स्लिप पर तैनात थे, ने बल्लेबाज को आउट करने के लिए अपनी दाहिनी ओर गिरते हुए एक हाथ से शानदार कैच लपका, जिससे जडेजा आश्चर्यचकित रह गए।
बीसीसीआई द्वारा अपने सोशल मीडिया हैंडल पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में जडेजा ने कुलदीप यादव से कहा, "आम तौर पर, मैं ऐसे कैच तब लेता हूं जब दूसरे गेंदबाजी कर रहे होते हैं। लेकिन यह अच्छा लगा कि किसी ने मेरी गेंदबाजी पर इस तरह का अच्छा कैच लिया। लेकिन यह उसके द्वारा लिया गया बहुत अच्छा कैच था। उसे इसे नीचे लेना था और यह तेज कैच था। साथ ही, उन्हें ज्यादा समय नहीं मिला। बल्लेबाज ड्राइव के लिए गया और उसके पास प्रतिक्रिया देने के लिए बमुश्किल एक सेकंड से भी कम समय था। ''
अतीत में शानदार कैच लेने वाले जडेजा ने कहा, "मैं कहूंगा कि यह (कोहली का) बहुत शानदार कैच था। यहां तक कि शुभमन गिल ने भी अच्छा कैच लिया। यह भी एक नीचा कैच था।"
ऐसे विकेटों पर गेंदबाजों का आत्मविश्वास तभी बढ़ेगा जब उन्हें क्षेत्ररक्षकों से अपेक्षित सहयोग मिलेगा। इन आधे-अधूरे मौकों को विकेट में बदलना चाहिए, तभी गेंदबाज आत्मविश्वास महसूस करेंगे।”
मैच में, जिसे भारत ने पांच विकेट से जीता, जडेजा ने 3-37 विकेट लिए जबकि कुलदीप ने 4-6 विकेट लेकर वेस्टइंडीज को सिर्फ 114 रन पर समेट दिया। जडेजा और कुलदीप एकदिवसीय मैच में सात या उससे अधिक विकेट लेने वाले भारतीय बाएं हाथ के स्पिनरों की पहली जोड़ी भी बन गए।
जडेजा ने कहा कि विकेट से अच्छी स्पिन मिल रही थी और उन्होंने कुलदीप के साथ मिलकर अच्छा काम किया। ऑलराउंडर ने कहा,"विकेट से कुछ अच्छी स्पिन मिल रही थी और जब आप एक स्पिनर के रूप में गेंदबाजी करना शुरू करते हैं, तो आपको वहां टर्न और उछाल की डिग्री का अंदाजा हो जाता है। हमारा प्रयास जितना संभव हो उतना कम रन देने का था, जब हमने दूसरी पारी में बल्लेबाजी की थी , बल्लेबाजी करना मुश्किल हो रहा था क्योंकि गेंद अच्छी तरह से नहीं आ रही थी और बहुत घूम रही थी। एक गेंदबाजी इकाई के रूप में, हमने जोड़ियों में शिकार किया और दोनों ने अच्छा काम किया। " (आईएएनएस)
वेस्टइंडीज के खिलाफ तीन मैचों की सिरीज के पहले मैच में टीम इंडिया के स्पिनर रवींद्र जडेजा और कुलदीप यादव ने एक नया रिकॉर्ड कायम किया है.
कुलदीप और जडेजा की जोड़ी ने इस मैच में दस में से सात विकेट चटकाए. इसके साथ कुलदीप और जडेजा वनडे क्रिकेट के इतिहास में एक ही मैच में 7 विकेट हासिल करने वाले पहले दो लेफ्ट आर्म स्पिनर बन गए हैं.
कुलदीप यादव ने तीन ओवर में चार विकेट हासिल किए. वहीं जडेजा भी तीन विकेट लेने में कामयाब रहे.
इसके अलावा शार्दुल ठाकुर, मुकेश कुमार और हार्दिक पांड्या ने 1-1 विकेट लिया. वेस्टइंडीज की टीम ने पहले बैटिंग करते हुए 114 रन बनाए थे.
इसके जवाब में भारतीय टीम ने 22.5 ओवरों में पांच विकेट गंवा कर मैच जीत लिया. भारत की ओर से ईशान किशन ने 46 गेंदों पर 52 रन बनाए. उन्होंने इस स्कोर में सात चौके और एक छक्का जड़ा. (bbc.com/hindi)
भारत ने वेस्टइंडीज को एकदिवसीय सिरीज के पहले मैच में पांच विकेट से हरा दिया है.
वेस्टइंडीज की टीम ने पहले बैटिंग करते हुए 114 रन बनाए थे.
इसके जवाब में भारतीय टीम ने 22.5 ओवरों में पांच विकेट गंवा कर मैच जीत लिया.
भारत की ओर से ईशान किशन ने 46 गेंदों पर 52 रन बनाए. उन्होंने इस स्कोर में 7 चौके और एक छक्का जड़ा.
दूसरी ओर, कुलदीप यादव और रवींद्र जडेजा ने बॉलिंग में बेहतरीन प्रदर्शन किया.
कुलदीप ने चार और जडेजा ने तीन विकेट लिए. भारत तीन मैचों की वनडे सिरीज में फिलहाल 1-0 से आगे है.
मोहम्मद सिराज को वेस्टइंडीज के साथ आज से शुरू हो रही एकदिवीसय मैचों की सिरीज़ में आराम दिया गया है.
बीसीसीआई ने बताया है कि सिराज के पैर में कुछ दिक़्क़त थी जिसके बाद मेडिकल टीम ने उन्हें कुछ एहतियात बरतने की सलाह दी थी.
इसी साल भारत की मेज़बानी में विश्व कप खेला जाना है.
टेस्ट मुक़ाबलों के बाद सिराज आर.अश्विन, आजिंक्य रहाणे, केएस भरत और नवदीप सैनी के साथ वापस भारत आ चुके हैं. भारत ने टेस्ट सिरीज़ 1-0 से जीती है.
बीसीसीआई की ओर से हालांकि अभी तक ये नहीं बताया गया है कि आज यानी गुरुवार से बारबाडोस में शुरू हो रहे तीन वनडे मैचों की सिरीज़ में सिराज की जगह कौन लेगा.
सिराज वेस्टइंडीज़ के ख़िलाफ़ दोनों टेस्ट मैचों का हिस्सा थे और दूसरे टेस्ट मुक़ाबले में उन्होंने 60 रन देकर पाँच विकेट भी झटके थे.
भारत और वेस्टइंडीज़ के बीच 27 जुलाई, 29 जुलाई और एक अगस्त को एकदिवसीय मैच होने हैं. (bbc.com)
जर्मनी में 18 से 23 अगस्त तक 4 नेशन अंडर-21 बालिका स्पर्धा लेगी हिस्सा
राजनांदगांव, 27 जुलाई। हॉकी नर्सरी राजनांदगांव (छत्तीसगढ़) की भुमिक्षा साहू का चयन जर्मनी के डूसलेफड्रफ में 18 से 23 अगस्त तक आयोजित 4 नेशन अंडर 21 बालिका हॉकी चैम्पियनशिप के लिए भारतीय जूनियर महिला हॉकी टीम में किया गया है।
छत्तीसगढ़ हॉकी के अध्यक्ष फिरोज अंसारी ने बताया कि उक्त प्रतियोगिता में भारत सहित इंगलैंड, स्पैन तथा मेजबान जर्मनी चार देशो की हॉकी टीम भाग लेगी। बुधवार को घोषित जूनियर भारतीय टीम के 20 सदस्यों की सूची में नगर की बेटी भूमिक्षा साहू को शामिल किया गया है तथा उन्हीं के साथ प्रशिक्षण प्राप्त कर रही नगर की अनिशा साहू को भी रिजर्व खिलाड़ी के रूप में शामिल किया गया है। भूमिक्षा साहू अभी वर्तमान में मध्यप्रदेश हॉकी अकादमी ग्वालियर में प्रशिक्षण प्राप्त कर रही है। साथ ही विगत एक वर्ष से हॉकी इंडिया की कोर टीम के साथ बैंग्लुरू सांई सेंटर में जूनियर भारतीय हॉकी टीम के कोंचिग कैम्प में शामिल है।
छग हॉकी अध्यक्ष श्री अंसारी ने बताया कि भूमिक्षा साहू अभी राउरकेला में सम्पन्न हुई 13वीं हॉकी इंडिया जूनियर बालिका हॉकी प्रतियोगिता में गोल्ड मैडल प्राप्त की तथा प्रतियोगिता में सबसे ज्यादा 18 गोल करते टॉप स्कोरर का स्थान प्राप्त किया। विगत माह राजनांदगांव में आयोजित प्रथम हॉकी इंडिया जूनियर बालिका वेस्ट जोन हॉकी चैम्पियनशिप में 19 गोल कर टॉप स्कोरर का स्थान प्राप्त किया था। साथ ही भुमिक्षा विगत वर्षो में आयोजित सभी हॉकी प्रतियोगिता, जैसे खेलो इंडिया यूथ गेम ग्वालियर जहां देश की चुनिदा आठ टीम ही भाग लेती है, में 9 गोल, 2री हॉकी इंडिया अकादमी राष्ट्रीय हॉकी प्रतियोगिता ग्वालियर में 10 गोल तथा 27 जून से 07 जुलाई 2023 तक भुवनेश्वर में आयोजित 13वीं हॉकी इंडिया जूनियर बालिका राष्ट्रीय प्रतियोगिता में शानदार प्रदर्शन करते 21 गोल करते उक्त सभी प्रतियोगितायों में टॉप स्कोरर का स्थान प्राप्त की थी।
छत्तीसगढ़ हॉकी के महासचिव मनीष श्रीवास्तव ने बताया कि भूमिक्षा व अनिशा ने उनके प्रारंभिक कोच अनुराज श्रीवास्तव के मार्गदर्शन में सन् 2014 से बसंतपुर स्थित मैदान तथा अंतर्राष्ट्रीय हॉकी स्टेडियम में हॉकी खेलना प्रारंभ किया था। दोनों ही होनहार खिलाड़ी छत्तीसगढ की ओर से खेलते हुए धरेलू हॉकी प्रतियोगिताओं में अच्छे खेल का प्रदर्शन करते आ रही है। जिसमें 7वीं सब जूनियर बालिका राष्ट्रीय हॉकी प्रतियोगिता रामानाथामपुरम (तमिलनाडु) 2017, 7वीं जूनियर बालिका राष्ट्रीय हॉकी प्रतियोगिता भोपाल (मध्यप्रदेश) 2017। 8वीं सब जूनियर व जूनियर बालिका राष्ट्रीय प्रतियोगिता हिसार (हरियाणा) व भोपाल (मध्यप्रदेश) 2018 शामिल है।
बार्सिलोना, 26 जुलाई। भारतीय महिला हॉकी टीम ने शुरू में पिछड़ने के बाद शानदार वापसी करके स्पेनिश हॉकी महासंघ के 100 वर्ष पूरे होने पर आयोजित किए जा रहे टूर्नामेंट में बुधवार को यहां इंग्लैंड को 1-1 से बराबरी पर रोका।
होली हंट ने इंग्लैंड को सातवें मिनट में ही बढ़त दिला दी थी। भारत की तरफ से लालरेम्सियामी (41वें मिनट) ने बराबरी का गोल किया।
इंग्लैंड ने मैच में शुरू से ही आक्रामक रवैया अपनाया और खेल पर नियंत्रण बनाए रखा। उसे इसका तुरंत ही फायदा मिल गया जब हंट ने मैदानी गोल दागा।
शुरू में ही पिछड़ने के बाद भारतीय टीम ने अपने खेल में आक्रामकता का पुट भरा। उसने लगातार हमला करके इंग्लैंड की रक्षा पंक्ति को व्यस्त रखा। इस बीच भारत को गोल करने के कुछ अच्छे मौके मिले लेकिन वह उनका फायदा नहीं उठा पाया।
भारत ने दूसरे क्वार्टर में अधिक आक्रामकता दिखाई लेकिन इंग्लैंड ने गोल बचाने में अपनी पूरी ताकत लगा दी जिसका उसे फायदा भी मिला।
भारतीय टीम ने हालांकि अपने आक्रामक रवैये में किसी तरह की ढिलाई नहीं बरती। उसे इसका फायदा तब मिला जब लालरेम्सियामी ने पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदला।
मैच के अंतिम क्षणों में भारत और इंग्लैंड दोनों को कई पेनल्टी कॉर्नर मिले लेकिन कोई भी टीम गोल नहीं कर पाई।
भारतीय महिला टीम का अगला मैच गुरुवार को मेजबान स्पेन से होगा। (भाषा)
हरारे, 25 जुलाई हरारे हरिकेन्स ने हरारे स्पोर्ट्स क्लब में केप टाउन सैम्प आर्मी के खिलाफ अपने खेल में मजबूत साहस दिखाया। उन्होंने सुपर ओवर के माध्यम से एक बहुत ही करीबी मुकाबले में जीत हासिल की। (आईएएनएस) ।
दुबई, 25 जुलाई। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने भारत की महिला टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर पर बांग्लादेश के खिलाफ तीसरे वनडे के दौरान उनके अभद्र व्यवहार के लिए मंगलवार को दो मैचों का प्रतिबंध लगा दिया।
हरमनप्रीत को यह सजा पिछले सप्ताह ढाका में उनके अभद्र व्यवहार के लिए दी गई। उन्होंने पगबाधा आउट करार दिए जाने के बाद स्टंप पर अपना गुस्सा उतारा और फिर उसके बाद सार्वजनिक रूप से मैच अधिकारियों की आलोचना की।
आईसीसी ने बयान में कहा,‘‘ हरमनप्रीत कौर को आईसीसी आचार संहिता के दो उल्लंघनों के लिए अगले दो अंतरराष्ट्रीय मैचों से निलंबित कर दिया गया है।’’
इस निलंबन के कारण हरमनप्रीत सितंबर अक्टूबर में होने वाले एशियाई खेलों में पहले दो मैचों में नहीं खेल पाएगी।
हरमनप्रीत को नाहिदा अख्तर की गेंद पर पगबाधा आउट दिया गया था लेकिन उन्होंने दावा किया कि गेंद उनके बल्ले के निचले हिस्से में लगी है। पवेलियन लौटने से पहले उन्होंने अपना गुस्सा स्टंप पर निकाला था।
इसके बाद पुरस्कार वितरण समारोह में अंपायरों की आलोचना की और यहां तक कह दिया कि अंपायरों को दोनों टीमों के साथ ट्रॉफी समारोह में हिस्सा लेना चाहिए।
उनके इस अशिष्ट व्यवहार के कारण बांग्लादेश की कप्तान निगार सुलताना अपनी टीम के साथ वहां से चली गई और उन्होंने भारतीय कप्तान को शिष्टाचार सीखने की सलाह दी।
हरमनप्रीत पर अंपायर के फैसले का विरोध करने के लिए मैच फीस का 50 प्रतिशत जुर्माना भी किया गया। यह लेवल 2 का अपराध है। इसके अलावा सार्वजनिक तौर पर अंपायरों की आलोचना करने के लेवल 1 के अपराध के लिए उन पर मैच फीस का 25 प्रतिशत जुर्माना किया गया।
आईसीसी ने बयान में कहा,‘‘ हरमनप्रीत पर लेवल 2 के अपराध के लिए मैच फीस का 50 प्रतिशत जुर्माना किया गया और उनके अनुशासन रिकॉर्ड में तीन डिमैरिट अंक जोड़े गए।’’
इसके अनुसार,‘‘ उन्हें खिलाड़ियों और सहयोगी स्टाफ से जुड़े आईसीसी आचार संहिता के अनुच्छेद 2.8 के उल्लंघन का दोषी पाया गया जो कि अंपायर के फैसले पर नाराजगी जताने से जुड़ा है।’’
भारतीय कप्तान ने अपना अपराध और सजा स्वीकार कर ली है। उनको यह सजा देने की पेशकश आईसीसी के अंतरराष्ट्रीय पैनल के मैच रेफरी अख्तर अहमद ने की थी। हरमनप्रीत के सजा स्वीकार करने के कारण इस मामले ने आगे सुनवाई की जरूरत नहीं पड़ी।
लेवल 2 के अपराध में खिलाड़ी पर मैच फीस का 50 से 100 प्रतिशत जुर्माना लगाया जाता है और उसके खाते में तीन डिमैरिट अंक जोड़े जाते हैं। लेवल 1 के अपराध में न्यूनतम सजा आधिकारिक फटकार और अधिकतम सजा मैच फीस का 50 प्रतिशत जुर्माना तथा एक या दो डिमैरिट अंक जोड़ना है।
आईसीसी ने कहा,‘‘ हरमनप्रीत के मामले में चार डिमैरिट अंक का मतलब दो निलंबन अंक है जिसके कारण खिलाड़ी पर एक टेस्ट मैच या दो वनडे या दो टी 20 मैचों का प्रतिबंध लगाया जाता है।’’
भारत की पूर्व कप्तान शांता रंगास्वामी ने हरमनप्रीत की आलोचना करते हुए कहा कि उनका व्यवहार भारतीय कप्तान के अनुरूप नहीं था।
रंगास्वामी ने पीटीआई से कहा,‘‘ उनका व्यवहार निंदनीय था। यदि वह आउट होने तक ही सीमित रहती तो फिर भी चल जाता है लेकिन उसने पुरस्कार वितरण समारोह में भी अच्छा व्यवहार नहीं किया जो कि खेल के लिए अच्छा नहीं था। वह हद से आगे बढ़ गई थी।’’ (भाषा)
(कुशान सरकार)
नयी दिल्ली, 25 जुलाई। सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने अपने पदार्पण मैच में धैर्य और प्रवाहमय बल्लेबाजी का शानदार नमूना पेश किया जो वेस्टइंडीज के खिलाफ हाल में समाप्त हुई दो टेस्ट मैचों की श्रृंखला का सकारात्मक पहलु रहा लेकिन भारतीय टीम की असली परीक्षा दक्षिण अफ्रीका दौरे में होगी।
भारत ने वेस्टइंडीज के खिलाफ इस टेस्ट श्रृंखला में अपेक्षानुरूप जीत हासिल की। भारत का श्रृंखला में क्लीन स्वीप करना तय माना जा रहा था लेकिन दूसरा टेस्ट मैच बारिश से धुल गया जिससे भारतीय टीम 1-0 से ही जीत दर्ज कर पाई।
यह श्रृंखला रोहित शर्मा के लिए कप्तान और बल्लेबाज के तौर पर महत्वपूर्ण थी और वह इन दोनों भूमिकाओं में पूरी तरह से खरे उतरे। उन्होंने तीन पारियों में 240 रन बनाए। उनके अलावा विराट कोहली ने दो पारियों में 197 रन बनाए। इससे इन दोनों शीर्ष बल्लेबाजों को एकदिवसीय श्रृंखला में भी मदद मिलेगी।
वेस्टइंडीज की टीम में कुशल खिलाड़ियों की कमी है और ऐसे में बदलाव के दौर से गुजर रही भारतीय टीम अपने प्रदर्शन का सही आकलन नहीं कर सकती। उसके बल्लेबाजों की असली परीक्षा दक्षिण अफ्रीका में होगी जहां उन्हें एनरिक नोर्किया, कैगिसो रबाडा और लुगी एनगिडी जैसे गेंदबाजों का सामना करना होगा।
भारत ने वेस्टइंडीज में कुछ नए खिलाड़ियों को आजमाया जिनमें जायसवाल भी शामिल हैं जिन्होंने टेस्ट पदार्पण पर ही 387 गेंदों का सामना किया था। उन्होंने दिखाया कि वह जानते हैं कि उनका ऑफ स्टंप कहां है और कौन सी गेंद को छोड़ना है। अपने इस कौशल से वह गेंदबाजों को थकाने में सफल रहे।
जायसवाल ने दूसरे टेस्ट मैच की दूसरी पारी में 30 गेंदों पर 38 रन की आक्रामक पारी खेली और दिखाया की जरूरत पड़ने पर बहुत तेजी से रन भी बना सकते हैं। उनकी असली परीक्षा हालांकि दिसंबर 2023 से जनवरी 2025 तक होगी जब भारत को दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया का सामना करना है।
इस दौरे के लिए उपकप्तान नियुक्त किए जाने पर अजिंक्य रहाणे को भी हैरानी हुई होगी। उन्हें ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में 89 रन बनाने के बाद यह जिम्मा सौंपा गया था। वेस्टइंडीज में हालांकि उनका बल्ला नहीं चल पाया तथा श्रेयस अय्यर और केएल राहुल के फिट होने के बाद रहाणे को मध्यक्रम में उनके लिए जगह छोड़नी पड़ सकती है।
जयदेव उनादकट भी प्रभावित नहीं कर पाए लेकिन अगर वह कुछ अच्छा प्रदर्शन करते हैं तो उन्हें विश्वकप तक सीमित ओवरों की टीम में रखा जा सकता है। अर्शदीप सिंह को एशियाई खेलों के लिए भेजा जा रहा है और ऐसे में उनादकट के सामने बाएं हाथ के गेंदबाज के रूप में कोई प्रतिस्पर्धा नहीं है। लेकिन विश्वकप के बाद उनके टीम में बने रहने की संभावना नहीं है।
घरेलू स्तर पर अच्छा प्रदर्शन करने वाले तेज गेंदबाज मुकेश कुमार ने विकल्प मुहैया कराए हैं। उनकी गेंदों में तेजी नहीं है लेकिन उनकी कटर बल्लेबाजों को परेशानी में डालती है और वह तीसरे तेज गेंदबाज के रूप में अच्छे विकल्प हो सकते हैं।
इस श्रृंखला से यह भी तय हो गया है कि ऋषभ पंत के फिट होने तक इशान किशन टेस्ट मैचों में भी विकेटकीपर की जिम्मेदारी निभाएंगे। कोना भरत को पांच टेस्ट मैच खेलने का मौका मिला लेकिन वह उनमें अपनी बल्लेबाजी से प्रभावित नहीं कर पाए।
दूसरी तरफ ईशान किशन ने अपनी बल्लेबाजी और विकेटकीपिंग से प्रभावित किया लेकिन दक्षिण अफ्रीका में उनके लिए शार्ट पिच गेंदों का सामना करना आसान नहीं होगा। (भाषा)
पोर्ट ऑफ स्पेन, 25 जुलाई भारतीय विकेटकीपर इशान किशन ने टेस्ट क्रिकेट में मैच की स्थिति के अनुसार बल्लेबाजी करने की वकालत करते हुए कहा कि उन्हें नहीं लगता कि हर पांच दिवसीय मैच में आक्रामक बल्लेबाजी करने की जरूरत है।
वेस्टइंडीज दौरे पर टेस्ट में पदार्पण करने वाले इशान ने दूसरे मैच की दूसरी पारी में आक्रामक बल्लेबाजी करते हुए 34 गेंद में नाबाद 52 रन बनाये थे। भारतीय टीम ने इस दौरान 7.54 के रन रेट से दो विकेट पर 181 रन बनाकर पारी घोषित की थी।
मैच के बाद किशन से जब तेजी से बल्लेबाजी करने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘‘ यह जरूरी नहीं है कि आप हर मैच में फटाफट क्रिकेट खेलने लगें। यह स्थिति पर निर्भर होना चाहिए। पिचों की परिस्थिति भी इसमें भूमिका निभाती है कि कोई कितनी तेजी से रन बना सकता है।’’
मैच के चौथे दिन वेस्टइंडीज ने 365 रन के मुश्किल लक्ष्य का पीछा करते हुए दो विकेट पर 76 रन बनाए थे। पांचवां दिन पूरी तरह से बारिश की भेंट चढ़ गया।
इशान ने कहा, ‘‘ अगर आपको ऐसा विकेट मिलता है जहां आप तेजी से रन बना सकते हैं और टीम को इसकी जरूरत है तो इस (भारतीय) टीम में हर खिलाड़ी उस भूमिका को निभाने की क्षमता रखता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ हमारे पास जिस तरह के खिलाड़ी हैं और हम जितने प्रारूपों और मैचों में खेलते हैं, हर कोई अपनी भूमिका जानता है कि किस मैच को किस तरह से खेलना है। व्यक्तिगत रूप से मुझे लगता है, हर मैच को इस तरह (आक्रामक बल्लेबाजी) खेलने की जरूरत नहीं है। यह मैच की परिस्थितियों पर निर्भर होना चाहिये।’’
इशान को भारतीय टीम में जगह बनाने के लिए लंबे समय तक इंतजार करना पड़ा और जब उनसे इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘‘ मुझे लगता है कि हर खिलाड़ी का व्यक्तित्व अलग होता है। यह कुछ के लिए निराशाजनक हो सकता है, लेकिन अन्य खिलाड़ी इसे एक चुनौती के रूप में ले सकते हैं कि ‘मैं उस स्तर तक पहुंचने के लिए पर्याप्त प्रयास नहीं कर रहा हूं’।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ अगर किसी और को टीम में चुना जाता है और वह प्रदर्शन करता है तो मैं उसकी सराहना करता हूं क्योंकि मुझे पता है कि यह खेल कितना कठिन है, मानसिक रूप से आपकी परीक्षा कैसे होती है, जब इतनी उम्मीदें और दबाव हो तो वह प्रदर्शन करना कितना कठिन होता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ इसलिए, जब भी मैं टीम से बाहर पर होता हूं या नहीं खेलता हूं तो मेरी कोशिश होती है कि मैं अपने अभ्यास पर ध्यान केंद्रित करूं ताकि जब भी मुझे मौका मिले, मैं अपना सर्वश्रेष्ठ दे सकूं।’’ (भाषा)