राष्ट्रीय
भोपाल, 15 अप्रैल । मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा संसदीय क्षेत्र में भाजपा और कांग्रेस के बीच जोर आजमाईश जारी है। भाजपा के बड़े नेताओं के दौरे हो रहे हैं। केंद्रीय मंत्री अमित शाह का मंगलवार को रोड शो होने वाला है। राज्य के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने दावा किया है कि इस बार छिंदवाड़ा में कमल खिलने वाला है।
केंद्रीय मंत्री शाह के छिंदवाड़ा प्रवास को लेकर यादव ने कहा, छिंदवाड़ा वो स्थान है जहां लगातार हमें एक के बाद एक अच्छे समाचार मिल रहे हैं। चुनाव की इस बेला में छिंदवाड़ा से कमल खिलने वाला है। हम सब भाजपा के कार्यकर्ता होने के नाते और भाजपा के सारे जवाबदार पदाधिकारी वहां लगे हैं।
छिंदवाड़ा में पहले चरण में 19 अप्रैल को मतदान होने वाला है। भाजपा ने इस ससंदीय क्षेत्र को जीतने के लिए पूरा जोर लगा रखा है।
इतना ही नहीं बड़ी तादाद में कांग्रेस के नेता दल बदल कर भाजपा का दामन थाम रहे हैं। अमरवाड़ा से कांग्रेस विधायक कमलेश सिंह भाजपा में शामिल हो चुके हैं। कमलनाथ के सबसे करीबी माने जाने वाले दीपक सक्सेना व उनके बेटे भी अब भाजपा के हो गए हैं। महापौर विक्रम अहाके अब भाजपा के हो चुके हैं।
--(आईएएनएस)
राजगढ़, 16 अप्रैल । मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने राजगढ़ संसदीय क्षेत्र से नामांकन पत्र भरने से पहले जालपा माता सिद्ध पीठ में पहुंच कर पूजा अर्चना की। इस मौके पर उनके साथ धर्मपत्नी अमृता सिंह भी मौजूद रहीं।
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह मंगलवार की सुबह जालपा माता के दरबार में पहुंचे और उन्होंने यहां विशेष पूजा अर्चना की।
मंगलवार को चैत्र नवरात्रि की अष्टमी भी है और उन्होंने यहां पूरे विधि विधान के साथ अपनी धर्मपत्नी अमृता सिंह के साथ आराधना की।
कांग्रेस ने दिग्विजय सिंह को राजगढ़ से उम्मीदवार बनाया है और उनके यहां मुकाबला रोडमल नागर से है।
पूर्व मुख्यमंत्री लगभग तीन दशक बाद यहां से लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं। दिग्विजय सिंह यहां से दो बार निर्वाचित हो चुके हैं।
(आईएएनएस)
श्रीनगर, 16 अप्रैल । उत्तराखंड में 5 लोकसभा सीटों के लिए 19 अप्रैल को पहले चरण में मतदान होना है। ठीक तीन दिन पहले उत्तराखंड कांग्रेस को एक बार फिर एक बड़ा झटका लगा है।
उत्तराखंड कांग्रेस के एक और पार्टी नेता ने मंगलवार को कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। इस बार पौड़ी गढ़वाल सीट से पार्टी के प्रदेश महासचिव प्रदीप तिवाड़ी ने इस्तीफा दिया है।
प्रदीप तिवाड़ी ने एक पत्र जारी कर निजी कारणों से कांग्रेस पार्टी के महासचिव का पद और पार्टी छोड़ने की घोषणा की है। प्रदीप तिवाड़ी ने अपना इस्तीफा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा को भेज दिया है।
प्रदीप तिवाड़ी पिछले 22 सालों से कांग्रेस के विभिन्न संगठनों में महत्वपूर्ण पदों को संभाल चुके हैं। वो हरीश रावत, गणेश गोदियाल के करीबी लोगों में गिने जाते रहे हैं।
वहीं प्रदीप तिवाड़ी की पत्नी पूनम तिवाड़ी भी राजनीति में सक्रिय हैं। वे भी नगरपालिका श्रीनगर की पहली महिला नगरपालिका अध्यक्ष रही हैं। नगर निगम बनने के बाद से ही वो नगर निगम चुनावों में अध्यक्ष पद की मजबूत दावेदारों में गिनी जाती रही हैं।
अब प्रदीप तिवाड़ी के कांग्रेस के सभी पदों से इस्तीफा देने के बाद कांग्रेस में हलचल मच गई है।
(आईएएनएस)
चेन्नई, 16 अप्रैल । मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बार-बार तमिलनाडु के दौरे से लोकसभा चुनाव के नतीजों पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा।
सीएम स्टालिन चेन्नई दक्षिण लोकसभा सीट पर अपने गृह क्षेत्र कुलथुर में रोड शो के दौरान मीडिया से बात कर रहे थे।
सीएम ने कहा कि तमिलनाडु में डीएमके नेतृत्व में इंडिया ब्लॉक की लहर है। उन्होंने कहा कि राज्य की सभी सीटों पर हमारेे मोर्चे की जीत होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी लोकसभा चुनावों में हार की आशंका से डरे हुए हैं। इसी कारण वह विपक्ष शासित राज्यों और मुख्यमंत्रियों को निशाना बना रहे हैं। उनका इशारा अरविंद केजरीवाल और हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी की ओर था।
सीएम स्टालिन ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी अपने पद की गरिमा को कम कर रहे हैं और विभाजनकारी राजनीति कर रहे हैं।
स्टालिन ने चेन्नई दक्षिण निर्वाचन क्षेत्र के डीएमके उम्मीदवार कलानिधि वीरस्वामी के लिए घर-घर जाकर वोट मांगे।
मुख्यमंत्री आज शाम डीएमके के वरिष्ठ नेता टी.आर. बालू के लिए श्री पेरुंबुदूर निर्वाचन क्षेत्र में प्रचार करेंगे।
(आईएएनएस)
गया, 16 अप्रैल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष पर अफवाहें फैलाकर देश के संविधान को राजनीतिक हथकंडे के तौर पर इस्तेमाल करने का आरोप लगाते हुए मंगलवार को कहा कि यह चुनाव उन्हें सजा देगा जो संविधान के खिलाफ हैं एवं देश को ‘विकसित भारत’ बनाने के केंद्र के प्रयासों का विरोध कर रहे हैं।
उन्होंने राष्ट्रीय जनता दल सहित विपक्षी नेताओं पर संविधान के साथ राजनीति करने का आरोप भी लगाया।
बिहार के गया जिले में एक चुनाव रैली को संबोधित कर रहे मोदी ने कहा ‘‘यह चुनाव ‘घमंडिया’ गठबंधन के नेताओं को सजा देगा। यह चुनाव उन्हें सजा देगा जो संविधान के खिलाफ हैं एवं देश को ‘विकसित भारत’ बनाने के केंद्र के प्रयासों का विरोध कर रहे हैं।’’
मोदी विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (‘इंडिया’) को अक्सर ‘घमंडिया’ गठबंधन कहते हैं।
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री एवं हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (एचएएम) के संस्थापक जीतन राम मांझी गया लोकसभा सीट से राजग के उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि यह चुनाव ‘विकसित भारत’ और ’विकसित बिहार’ के लिए है।
उन्होंने कहा ‘‘कांग्रेस और उसके सहयोगी मुझे अपमानित करने के लिए संविधान के नाम पर झूठ बोल रहे हैं। राजग संविधान का सम्मान करता है।
मोदी और भाजपा तो क्या स्वयं बाबा साहेब आंबेडकर भी इस संविधान को नहीं बदल सकते हैं, इसलिए विपक्ष झूठ फैलाना बंद करे।’’
मोदी ने कहा कि वे (विपक्षी नेता) सनातन धर्म को ‘डेंगू और मलेरिया’ कहते हैं। ‘‘वे तो एक भी सीट के हकदार नहीं हैं.. उन्हें सजा मिलनी चाहिए। ’’
उन्होंने आरोप लगाया कि राजद ‘‘भ्रष्टाचार और गुंडा राज’’ का प्रतीक है।
मोदी ने कहा ‘‘ राजद ने बिहार को केवल दो चीजें दी हैं... जंगलराज और भ्रष्टाचार। बिहार में राजद शासन के दौरान भ्रष्टाचार एक उद्योग की तरह फला-फूला है।’’
उन्होंने कहा कि यह चुनाव ‘‘विकसित भारत’’ और ‘‘विकसित बिहार’’ के लिए है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने एक समृद्ध भारत बनाने का अवसर खो दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और राजद सामाजिक न्याय के नाम पर केवल राजनीति करते हैं। (भाषा)
नयी दिल्ली, 16 अप्रैल योग गुरु रामदेव और पतंजलि आयुर्वेद के प्रबंध निदेशक (एमडी) बालकृष्ण ने मंगलवार को उच्चतम न्यायालय से कहा कि वे भ्रामक विज्ञापन मामले में सार्वजनिक रूप से माफी मांगने को तैयार हैं।
रामदेव और बालकृष्ण की ओर से पेश वरिष्ठ वकील मुकुल रोहतगी ने न्यायमूर्ति हिमा कोहली और न्यायमूर्ति अहसानुद्दीन अमानुल्लाह की पीठ से कहा, "मैं सार्वजनिक रूप से माफी मांगने को तैयार हूं।"
शीर्ष अदालत ने कक्ष में मौजूद रामदेव और बालकृष्ण को पीठ के साथ बातचीत के लिए आगे आने को कहा। पीठ ने कहा, ''उन्हें महसूस होना चाहिए कि उनका अदालत से जुड़ाव है।''
रामदेव और बालकृष्ण ने अपने उत्पादों की औषधीय प्रभावशीलता के बारे में बड़े-बड़े दावे करने वाले कंपनी के विज्ञापनों पर शीर्ष अदालत के समक्ष "बिना शर्त’’ मांगी है।
उच्चतम न्यायालय में दाखिल दो अलग-अलग हलफनामों में रामदेव और बालकृष्ण ने शीर्ष अदालत के पिछले साल 21 नवंबर के आदेश में दर्ज ‘‘बयान के उल्लंघन’’ के लिए बिना शर्त माफी मांगी।
शीर्ष अदालत ने 21 नवंबर, 2023 के आदेश में कहा था कि पतंजलि आयुर्वेद का प्रतिनिधित्व करने वाले वकील ने उसे आश्वासन दिया था कि ‘‘अब से खासकर पतंजलि आयुर्वेद द्वारा निर्मित और विपणन किए गए उत्पादों के विज्ञापन या ब्रांडिंग के संबंध में किसी भी कानून का उल्लंघन नहीं होगा। पतंजलि ने यह भी कहा था कि असर के संबंध में या चिकित्सा की किसी भी पद्धति के खिलाफ कोई भी बयान किसी भी रूप में मीडिया में जारी नहीं किया जाएगा।’’
शीर्ष अदालत ने कहा था कि पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड ‘‘इस तरह के आश्वासन का पालन करने के लिए बाध्य है।’’
आश्वासन का पालन नहीं करने और उसके बाद मीडिया में बयान जारी किए जाने पर शीर्ष अदालत ने अप्रसन्नता व्यक्त की थी।
न्यायालय ने बाद में पतंजलि को ‘कारण बताओ नोटिस’ जारी किया कि क्यों न उसके खिलाफ अवमानना कार्यवाही शुरू की जाए। (भाषा)
तिनसुकिया, 16 अप्रैल असम के तिनसुकिया जिले में मंगलवार को असम राइफल्स के जवानों और संदिग्ध उग्रवादियों के बीच मुठभेड़ हुई। एक रक्षा सूत्र ने यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया, '' असम राइफल्स के जवानों और संदिग्ध उग्रवादियों के बीच सुबह ये मुठभेड़ हुई थी। हम अधिक जानकारी की प्रतीक्षा कर रहे हैं।''
सूत्रों ने बताया, ''अभी हमें घटनास्थल से अधिक जानकारी नहीं मिली है और हम आगे की जानकारी बाद में ही साझा कर सकते हैं। ''
तिनसुकिया में एक पुलिस सूत्र ने दावा किया कि मार्गेरिटा में नमदांग के पास असम राइफल्स के वाहनों पर गोलीबारी की गई थी। उनके वाहन अरुणाचल प्रदेश के चांगलांग से मार्गेरिटा की ओर जा रहे थे।
स्थानीय टीवी चैनलों ने कथित तौर पर सेना के हेलीकॉप्टरों को घटनास्थल पर पहुंचते हुए दिखाया। (भाषा)
नयी दिल्ली, 16 अप्रैल कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सेना में भर्ती की अल्पकालिक 'अग्निपथ' योजना को सेना और देश की रक्षा का सपना देखने वाले युवाओं का अपमान करार देते हुए मंगलवार को कहा कि केंद्र में विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ ('इंडिया') की सरकार बनने के साथ ही इस योजना को तत्काल निरस्त कर पुरानी भर्ती प्रक्रिया बहाल की जाएगी।
कांग्रेस ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में भी इस योजना को खत्म करने का वादा किया है।
राहुल गांधी ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर पोस्ट किया, "अग्निपथ योजना भारतीय सेना और देश की रक्षा करने का सपना देखने वाले बहादुर युवाओं का अपमान है।"
उन्होंने दावा किया कि यह भारतीय सेना की नहीं, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कार्यालय में बनी योजना है जिसे सेना पर थोप दिया गया है।
कांग्रेस नेता ने कहा, "शहीदों के साथ दो तरह का व्यवहार नहीं किया जा सकता, हर व्यक्ति जो देश के लिए सर्वोच्च बलिदान देता है उसे शहीद का दर्जा मिलना चाहिए। "
उन्होंने यह भी कहा, "विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ की सरकार बनते ही हम इस योजना को तुरंत रद्द कर पुरानी स्थायी भर्ती प्रक्रिया फिर से लागू करेंगे।"
केंद्र द्वारा 14 जून, 2022 को घोषित अग्निपथ योजना साढ़े 17 से 21 वर्ष की आयु वर्ग के युवाओं को केवल चार वर्ष के लिए सेना में भर्ती करने के लिए लायी गई है। चार वर्ष के बाद इनमें से 25 प्रतिशत को अगले 15 साल के लिए सेना में बरकरार रखने का प्रावधान है। (भाषा)
कोझिकोड़ (केरल), 16 अप्रैल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधते हुए उन्हें देश के कुछ बड़े कारोबारियों की कठपुतली करार दिया।
गांधी ने आरोप लगाया कि मोदी का काम असल मुद्दों से जनता का ध्यान भटकाना, अमीर उद्योगपतियों की रक्षा करना और “उनके बैंक कर्जों को माफ करना” है।
वायनाड से मौजूदा सांसद गांधी ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भारत में पांच-छह बड़े अमीर उद्योगपतियों की कठपुतली हैं।”
उन्होंने दावा किया कि मोदी ने देश में 20-25 लोगों को करीब 16 लाख करोड़ रुपये दिए हैं।
गांधी ने जिले के कोडियाथुर में रोड शो में आए पार्टी समर्थकों, कार्यकर्ताओं और भारी भीड़ को संबोधित करते हुए कहा, “लेकिन वह उन मुद्दों पर बात नहीं करते जिनका आज देश के किसान सामना कर रहे हैं।” उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री बेरोजगारी और महंगाई पर भी कुछ नहीं कहते।
चुनावी बॉण्ड के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि बॉण्ड प्रधानमंत्री मोदी द्वारा की गई एक तरह की जबरन वसूली थे।
उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर संविधान को नष्ट करने और बदलने की कोशिश करने का आरोप लगाते हुए कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव का यही एकमात्र बड़ा मुद्दा है और बाकी सभी मुद्दे इसी से निकले हैं।
उन्होंने केरल में आगामी लोकसभा चुनावों के लिए जारी अपने प्रचार अभियान के तहत सुबह करीब 11:30 बजे यहां कोडियाथुर से एक विशाल रोड शो निकाला। उनके साथ सैकड़ों पार्टी कार्यकर्ता और समर्थक भी थे, जो उन्हें ले जा रहे वाहन के साथ-साथ और आगे-आगे चल रहे थे।
वायनाड सीट से इस बार भी जीत की उम्मीद लगा रहे गांधी लोकसभा चुनाव की घोषणा के बाद 15 अप्रैल को दूसरी बार अपने संसदीय क्षेत्र आए।
कांग्रेस नेता ने इस महीने की शुरुआत में वायनाड में अपना नामांकन पत्र दाखिल करने और एक विशाल रोड शो के बाद चुनाव अभियान की शुरुआत की थी।
गांधी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में वायनाड सीट पर 4,31,770 मतों के अंतर से जीत हासिल की थी।
केरल की 20 लोकसभा सीटों के लिए 26 अप्रैल को मतदान होगा। (भाषा)
नयी दिल्ली, 16 अप्रैल कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सेना में भर्ती की अल्पकालिक 'अग्निपथ' योजना को सेना और देश की रक्षा का सपना देखने वाले युवाओं का अपमान करार देते हुए मंगलवार को कहा कि केंद्र में विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ ('इंडिया') की सरकार बनने के साथ ही इस योजना को तत्काल निरस्त कर पुरानी भर्ती प्रक्रिया बहाल की जाएगी।
कांग्रेस ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में भी इस योजना को खत्म करने का वादा किया है।
राहुल गांधी ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर पोस्ट किया, "अग्निपथ योजना भारतीय सेना और देश की रक्षा करने का सपना देखने वाले बहादुर युवाओं का अपमान है।"
उन्होंने दावा किया कि यह भारतीय सेना की नहीं, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कार्यालय में बनी योजना है जिसे सेना पर थोप दिया गया है।
कांग्रेस नेता ने कहा, "शहीदों के साथ दो तरह का व्यवहार नहीं किया जा सकता, हर व्यक्ति जो देश के लिए सर्वोच्च बलिदान देता है उसे शहीद का दर्जा मिलना चाहिए। "
उन्होंने यह भी कहा, "विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ की सरकार बनते ही हम इस योजना को तुरंत रद्द कर पुरानी स्थायी भर्ती प्रक्रिया फिर से लागू करेंगे।"
केंद्र द्वारा 14 जून, 2022 को घोषित अग्निपथ योजना साढ़े 17 से 21 वर्ष की आयु वर्ग के युवाओं को केवल चार वर्ष के लिए सेना में भर्ती करने के लिए लायी गई है। चार वर्ष के बाद इनमें से 25 प्रतिशत को अगले 15 साल के लिए सेना में बरकरार रखने का प्रावधान है। (भाषा)
मैनपुरी (उप्र) 16 अप्रैल समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी और वर्तमान सांसद डिंपल यादव ने मंगलवार को मैनपुरी लोकसभा सीट से अपना नामांकन दाखिल किया ।
समाजवादी पार्टी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, '' मैनपुरी लोकसभा क्षेत्र से समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी डिंपल यादव ने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया।''
डिंपल के नामांकन के समय समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव, वरिष्ठ नेता राम गोपाल यादव और शिवपाल यादव मौजूद थे ।
मैनपुरी में लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में सात मई को मतदान होगा।
मैनपुरी सीट से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी जयवीर सिंह और बसपा के शिव प्रसाद यादव मैदान में हैं। सिंह उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री हैं। (भाषा)
पटना, 16 अप्रैल । बिहार की राजधानी पटना के कंकड़बाग न्यू बाईपास इलाके में मंगलवार को मेट्रो के कार्य में लगे एक क्रेन और ऑटो की टक्कर में सात लोगों की मौत हो गई।
पुलिस के मुताबिक, बताया जाता है कि ऑटो में सवार होकर सभी रेलवे स्टेशन से बस पकड़ने के लिए रवाना हुए थे। इसी दौरान रास्ते में राम लखन पथ पर मेट्रो निर्माण के लिए क्रेन से काम किया जा रहा था।
ऑटो क्रेन के नजदीक पहुंचा और दोनों की जोरदार टक्कर हो गई। इस हादसे में ऑटो के परखच्चे उड़ गए।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि इस हादसे में 4 लोगों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई जबकि तीन लोगों ने अस्पताल में दम तोड़ दिया।
एक अन्य व्यक्ति के घायल होने की भी खबर है।
पुलिस ने सभी शवों को अपने कब्जे में कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
मृतक सभी अलग-अलग जिले के बताए जा रहे हैं। मृतकों में महिला और बच्चे भी शामिल हैं।
(आईएएनएस)
लखनऊ, 16 अप्रैल । लोकसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी ने मंगलवार को यूपी में दो और उम्मीदवारों की घोषणा की। भाजपा की जारी सूची के अनुसार, उत्तर प्रदेश की देवरिया सीट से शशांक मणि त्रिपाठी और फिरोजाबाद सीट से ठाकुर विश्वदीप सिंह को चुनावी मैदान में उतारा गया है।
देवरिया से भाजपा ने वर्तमान सांसद रमापति राम त्रिपाठी और फिरोजाबाद से डॉ चंद्र सेन जादौन का टिकट काट दिया है।
यूपी की जिन दो सीटों पर पार्टी ने उम्मीदवार उतारे हैं, वहां पिछले लोकसभा चुनाव में उसकी जीत हुई थी।
देवरिया में पार्टी ने मौजूदा सांसद रमापति राम त्रिपाठी का टिकट काट दिया है। उनकी जगह शशांक मणि त्रिपाठी को चुनावी मैदान में उतारा गया है। शशांक के पिता प्रकाश मणि त्रिपाठी सांसद रह चुके हैं।
इसके अलावा फिरोजाबाद लोकसभा सीट से मौजूदा चंद्र सेन जादौन का टिकट भी काट दिया गया है। उनकी जगह पार्टी ने क्षत्रिय चेहरे ठाकुर विश्वदीप सिंह पर दांव लगाया है।
यूपी की जिन 75 सीटों पर भाजपा चुनाव लड़ रही है, उनमें से सिर्फ रायबरेली और कैसरगंज सीट पर प्रत्याशी घोषित होना शेष है।
सूत्र बता रहे हैं कि रायबरेली में कांग्रेस उम्मीदवार की घोषणा के बाद भाजपा अपने पत्ते खोलेगी। वहीं, कैसरगंज में मौजूदा सांसद बृजभूषण शरण सिंह को लेकर सस्पेंस अब भी बरकरार है।
(आईएएनएस)
भारत में 19 अप्रैल से लोकसभा चुनाव के लिए वोट डाले जाएंगे. लेकिन बेरोजगार नौकरी की कमी को लेकर नाराज दिख रहे हैं.
दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला देश भारत 19 अप्रैल से शुरू होने वाले आम चुनावों की तैयारी में व्यस्त है और भारतीय नेताओं को एक गंभीर सच्चाई का सामना करना पड़ रहा है. वह है, युवाओं में बेरोजगारी.
भारत की वित्तीय राजधानी मुंबई के उपनगरीय इलाके में एक नौकरी केंद्र में 27 साल के महेश भोपाले लाखों अन्य युवा बेरोजगार ग्रैजुएटों की तरह एक अच्छी तनख्वाह वाली सरकारी नौकरी का सपना देखते हैं.
भारत सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था है, लेकिन इसके शिक्षित युवाओं के लिए अभी भी पर्याप्त व्हाइटकॉलर नौकरियां नहीं हैं.
बॉयोलॉजी के ग्रैजुएट भोपाले कहते हैं, "इस जीवन से बाहर निकलने का हमारा एक मात्र तरीका सरकारी नौकरी पाना और अच्छा लाभ प्राप्त करना है."
वह कहते हैं, "इससे हमें शादी करने और परिवार शुरू करने में मदद मिलेगी."
उन्होंने सिविल सेवा परीक्षाओं की तैयारी करते हुए एक दर्जी के हेल्पर से लेकर रात के समय सिक्योरिटी गार्ड तक की पार्ट टाइम नौकरी कर अपना गुजारा किया है. गांव से काम की तलाश में बड़े शहर में आने वाले भोपाले ने कहा कि प्राइवेट सेक्टर में अपने आवेदन को आगे बढ़ाने के लिए उनके पास संपर्कों की कमी है.
सरकारी नौकरी की चाहत
उन्होंने कहा, "सरकारी नौकरी सबसे अच्छी नौकरी है. हमारे जैसे गांवों के शिक्षित लोगों को उच्च वेतन वाली निजी क्षेत्र की नौकरियां नहीं मिल सकती हैं."
भोपाले अकेले नहीं हैं. अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन का अनुमान है कि 2022 में देश में 29 प्रतिशत यूनिवर्सिटी ग्रैजुएट बेरोजगार थे. यह दर उन लोगों की तुलना में लगभग नौ गुना अधिक है जिनके पास कोई डिप्लोमा नहीं है और आमतौर पर कम वेतन वाली नौकरियों या कंस्ट्रक्शन सेक्टर में काम करते हैं.
आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक भारत की 1.4 अरब आबादी में से आधे से अधिक लोग 30 वर्ष से कम उम्र के हैं.
नौकरियां कम, आवेदक ज्यादा
मुंबई के टाटा इंस्टिट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज के विकास अर्थशास्त्री आर रामकुमार कहते हैं, "नौकरियां उतनी तेजी से नहीं बढ़ रही हैं, जितनी तेजी से जनसंख्या की संभावित कार्यबल बढ़ रही है."
उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र में कई नई नौकरियां पैदा हो रही हैं. रामकुमार ने कहा, "यही कारण है कि आप कम संख्या में सरकारी नौकरियों के लिए बड़ी संख्या में आवेदकों को देखते हैं."
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिनके आगामी चुनावों में तीसरा कार्यकाल जीतने की संभावना है, वो एप्पल और डेल जैसे वैश्विक टेक दिग्गजों को देश में दफ्तर खोलने के लिए मनाने में अपनी सफलता का हवाला देते हैं. लेकिन आलोचकों का कहना है कि इससे मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में लाखों नौकरियां पैदा करने में सफलता नहीं मिली है.
वर्ल्ड बैंक ने इस महीने चेतावनी दी थी कि भारत अन्य दक्षिण एशियाई देशों की तरह, "अपनी तेजी से बढ़ती कामकाजी उम्र की आबादी के साथ तालमेल बिठाने के लिए नौकरियां पैदा नहीं कर रहा है." इसलिए उनके पास सरकारी नौकरियों की दौड़ में शामिल होने के अलावा कोई विकल्प नहीं है.
बेरोजगार युवा सरकारी नौकरी को उचित वेतन, सामाजिक लाभ और स्थिरता के लिए महत्व देते हैं, लेकिन इन सरकारी नौकरियों को पाने के लिए प्रतिस्पर्धा बहुत कड़ी है.
उदाहरण के लिए भारतीय रेलवे को सैकड़ों हजारों मध्यम या निचले स्तर की नौकरियों के लिए लाखों आवेदन मिलते हैं. 34 साल के गणेश गोरे का कहना है कि उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा पास करने के लिए पांच बार कोशिश की और असफल रहे.
गोरे ने कहा, "कोई भी पार्टी या राजनेता हमारी मदद नहीं करता है. वे वहां बैठकर पैसे खा रहे हैं."
2022 में जब केंद्र ने अग्निपथ योजना की शुरुआत की तो इसके खिलाफ हिंसक विरोध प्रदर्शन हुए.
नौकरी के लिए खतरा उठाने को तैयार
इस साल की शुरुआत में गजा में फिलिस्तीनी आतंकवादियों के खिलाफ युद्ध के कारण श्रमिकों की कमी के बाद हजारों भारतीयों को इस्राएल में नौकरियों के लिए आवेदन जमा करने के लिए लंबी कतारों में खड़े देखा गया था. हरियाणा जैसे राज्यों में कैंप लगाए गए थे और लोगों ने इस्राएल जाने के लिए आवेदन किया.
भारत 2022 में ब्रिटेन को पछाड़कर दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया था. लेकिन कई युवाओं का कहना है कि वे अवसरों की कमी से निराश हैं. लेकिन यह साफ नहीं है कि बेरोजगारी पर गुस्सा बीजेपी के चुनावी प्रदर्शन को कितना प्रभावित करेगा.
दिल्ली स्थित लोक नीति-सीएसडीएस रिसर्च सेंटर के मुताबिक मार्च में दिल्ली में छात्रों पर किए गए सर्वेक्षण में केवल 30 प्रतिशत प्रतिभागियों ने उच्च बेरोजगारी दर के लिए मोदी सरकार को जिम्मेदार ठहराया था.
एए/वीके (एएफपी)
बेंगलुरु, 16 अप्रैल । रामेश्वरम कैफे विस्फोट मामले की जांच से पता चला है कि आतंकवादियों की योजना बेंगलुरु शहर के टेक कॉरिडोर में एक आईटी पार्क के परिसर में बम विस्फोट करने की थी। सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
गिरफ्तार आरोपियों ने कबूल किया है कि कड़ी सुरक्षा के कारण वे आईटी पार्क के परिसर में बम नहीं रख सके।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने हाल ही में कोलकाता में मामले के संदिग्ध हमलावर मुसाविर हुसैन शाजिब और मास्टरमाइंड अब्दुल मथीन ताहा को गिरफ्तार किया था।
सूत्रों ने कहा कि संदिग्ध आतकी देश की आईटी राजधानी कहे जाने वाले बेंगलुरु की छवि को नुकसान पहुंचाने और अंतरराष्ट्रीय ध्यान आकर्षित करने के लिए शुरुआत में व्हाइटफील्ड आईटी कॉरिडोर में एक आईटी पार्क को निशाना बनाना चाहते थे।
बेंगलुरु में सबसे प्रतिष्ठित और सबसे पुराने इंटरनेशनल टेक पार्क बेंगलुरु (आईटीपीबी) परिसर में स्थित व्हाइटफील्ड में हजारों सॉफ्टवेयर पेशेवर काम करते हैं। इसे भारत की आईटी सफलता की कहानी का प्रतीक माना जाता है।
इस क्षेत्र में कई और आईटी कंपनियां व आईटी पार्क स्थित हैं। लेकिन कड़ी सुरक्षा-व्यवस्था के चलते आतंकवादी उनमें से किसी में भी बम नहीं रख सके। सूत्रों ने बताया कि आरोपियों ने देश के प्रमुख शहरों के विशेष आर्थिक क्षेत्रों (एसईजेड) में बम रखनेे के लिए भी रैकी किया था।
आरोपी तकनीकी विशेषज्ञों को निशाना बनाकर सॉफ्टवेयर पेशेवरों में आतंक पैदा करना चाहते थे।
आईटी पार्कों के अंदर घुसने में नाकाम रहने के बाद, आरोपियों ने तकनीकी विशेषज्ञों को निशाना बनाने की योजना पर काम किया। उनका ध्यान रामेश्वरम कैफे की ओर गया, क्योंकि यह व्हाइटफील्ड में टेक कॉरिडोर ब्रुकफील्ड इलाके में स्थित है। रामेश्वरम कैफे में 'राम' नाम ने भी उनका ध्यान खींचा और यह कैफे को निशाना बनाने का एक कारण था। सूत्रों ने बताया कि बड़ी संख्या में तकनीकी विशेषज्ञ कैफे में आते हैं।
आरोपी मुसाविर ने एक मार्च को कैफे का दौरा किया था और परिसर में कम तीव्रता वाला इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) लगाया था। विस्फोट में कई कर्मचारी गंभीर रूप से घायल हो गए।
(आईएएनएस)
जातीय हिंसा से जूझते मणिपुर में इस बार चुनाव को लेकर कोई उत्साह नहीं है. लोग कहते हैं कि उन्हें चुनाव नहीं, शांति चाहिए.
डॉयचे वैले पर प्रभाकर मणि तिवारी की रिपोर्ट-
पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर की राजधानी इंफाल के एक राहत शिविर में ओनियम सिंह पिछले करीब एक साल से रह रहे हैं. वह कहते हैं, "हम बीते 11 महीनों से अपने ही घर में बेगाने हो गए हैं. वोट डालने से हमारी समस्या हल नहीं होगी. सरकार ने हमारे लिए कुछ भी नहीं किया है. केंद्र ने जब इतने दिनों तक राज्य के लोगों के बारे में नहीं सोचा तो इस समय चुनाव भी नहीं कराना चाहिए था. हमें चुनाव नहीं बल्कि शांति और सुरक्षा की जरूरत है."
मणिपुर में कुकी और मैतई समुदायों के बीच भड़की जातीय हिंसा को लगभग एक साल हो गया है. इस हिंसा में करीब 200 लोगों ने जान गंवाई और 50 हजार से ज्यादा लोग विस्थापित हो गए. जातीय हिंसा ने मणिपुर की तस्वीर ही बदल दी. इसी माहौल में राज्य की दो लोकसभा सीटों, इनर मणिपुर और आउटर मणिपुर के लिए 19 और 26 अप्रैल को मतदान होना है. आंतरिक मणिपुर और बाहरी मणिपुर के कुछ इलाकों में पहले चरण में मतदान होगा जबकि बाहरी मणिपुर के बाकी इलाकों में 26 अप्रैल को मतदान होगा.
चुनाव नहीं चाहते लोग
बीते साल मई से ही जातीय हिंसा की आग में झुलस रहे मणिपुर में आम लोग फिलहाल चुनाव को लेकर उत्साहित नहीं दिखते. दिल्ली स्थित मैतेई संगठन दिल्ली मैतेई समन्वय समिति (डीएमसीसी) ने मुख्य चुनाव आयुक्त और मुख्य न्यायाधीश को पत्र भेज कर मणिपुर में लोकसभा चुनाव स्थगित करने की मांग की है. मणिपुरी मुस्लिम ऑनलाइन फोरम के अध्यक्ष रईस अहमद भी कहते हैं कि राज्य में हिंसा खत्म होने के बाद ही चुनाव कराया जाना चाहिए था. राज्य की दोनों सीटों पर करीब 1.5 लाख मुस्लिम वोटर हैं. दोनों समुदायों के बीच सुलह कराने में मुस्लिम समुदाय ने अहम भूमिका निभायी थी.
मणिपुर में चुनाव को लेकर विपक्षी खेमे में भी डर का माहौल है. बीते सप्ताह कांग्रेस की एक चुनावी सभा में कुछ हथियारबंद लोगों ने फायरिंग शुरू कर दी थी. उसमें तीन लोग घायल हो गए थे. उसके बाद पार्टी ने केंद्रीय चुनाव आयोग से घाटी में सुरक्षा मजबूत करने की मांग की. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मेघाचंद्र कहते हैं कि मणिपुर में इन हालात में शांति से चुनाव हो पाना मुश्किल है. राज्य में कानून व व्यवस्था की स्थिति पूरी तरह ढह चुकी है.
दोनों सीटों पर जीत का दावा करने वाले मेघाचंद्र ने कहा, "यह डबल इंजन की सरकार की नाकामी है. उनका सवाल था कि मौजूदा माहौल में अगर उम्मीदवार अपने वोटरों तक ही नहीं पहुंच सकेगा तो मुक्त व निष्पक्ष चुनाव कैसे संभव है?"
हिंसा सबसे बड़ा मुद्दा
लंबे समय से जारी इस हिंसक संघर्ष के कारण राज्य के तमाम इलाके संवेदनशील की श्रेणी में हैं. करीब पांच महीनों की शांति के बाद नए सिरे से शुरू होने वाली हिंसा ने लोगों के मन में आतंक पैदा कर दिया है. शायद यही उनकी चुप्पी की वजह है. लोग चुनाव के बारे में बात ही नहीं करना चाहते. ऐसे में मणिपुर में इस बार भाजपा फंसी हुई नजर आ रही है.
बीजेपी नेता यहां इनर मणिपुर की सीट पर जीत के दावे जरूर कर रहे हैं लेकिन अनौपचारिक बातचीत में वे भी मानते हैं कि इस बार जीत की राह आसान नहीं होगी. मैतेई हों या कुकी, लोगों में नाराजगी इस बात पर है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ना तो राज्य का दौरा किया है और न ही इस पर कोई टिप्पणी की है. लोकसभा चुनाव के दौरान भी उनकी मणिपुर में आने की कोई योजना नहीं है.
यहीं हिंसा इस बार राज्य में सबसे बड़ा मुद्दा भी है. इसके अलावा हिंसा के कारण लोगों का विस्थापन और कुकी उग्रवादी संगठनों के खिलाफ अभियान रोकने पर हुआ समझौता भी बड़ा मुद्दा है. सत्तारूढ़ बीजेपी जहां म्यांमार से होने वाली घुसपैठ को इसकी वजह बताते हुए मणिपुरी लोगों के वजूद की रक्षा करने का दावा कर रही है. वहीं विपक्षी दल इस हिंसा के लिए सरकार और भाजपा को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं.
पिछली बार बीजेपी ने इनर मणिपुर सीट जीती थी. लेकिन आदिवासी बहुल आउटर मणिपुर सीट पर नागा पीपल्स फ्रंट (एनपीएफ) उम्मीदवार की जीत हुई थी. राज्य में असामान्य हालात की वजह से आदिवासियों के लिए आरक्षित आउटर मणिपुर सीट परदो चरणों में19 और 26 अप्रैल को मतदान होगा. इनर मणिपुर सीट के लिए 19 अप्रैल को एक चरण में ही वोट डाले जाएंगे. 28.55 लाख की आबादी वाले इस राज्य में 20 लाख से ज्यादा वोटर हैं
कौन हैं उम्मीदवार
बीजेपी ने इनर मणिपुर सीट पर इस बार पिछली बार के विजेता डॉ. राजकुमार सिंह के बदले राज्य सरकार के मंत्री टी. बसंत कुमार सिंह को मैदान में उतारा है. लेकिन आउटर मणिपुर सीट पर उसने अपने सहयोगी नागा पीपल्स फ्रंट (एनपीएफ) का समर्थन करने का ऐलान किया है. बीजेपी की सहयोगी एनपीएफ ने आउटर मणिपुर सीट पर भारतीय राजस्व सेवा के पूर्व अधिकारी के. टिमोथी जिमिक को उम्मीदवार बनाया है. उधर, कांग्रेस ने इनर मणिपुर सीट पर जेएनयू के प्रोफेसर ए. बिमल अकोईजम और आउटर मणिपुर सीट पर पूर्व विधायक ऐल्फ्रेड कंगम आर्थर को मैदान में उतारा है.
कुकी समुदाय ने पहले ही चुनाव में शामिल नहीं होने का ऐलान कर दिया था. इसलिए इस समुदाय से किसी ने भी नामांकन नहीं दाखिल किया है. कुकी संगठन इंडिजनस ट्राइबल लीडर्स फोरम (आईटीएलएफ ) के अध्यक्ष पी. हाओकिप ने एक बयान में कहा है कि समुदाय के लोगों को अपने मताधिकार का इस्तेमाल करना चाहिए लेकिन हमने चुनाव नहीं लड़ने का फैसला बहुत पहले ही कर लिया था. उनके मुताबिक, इस समुदाय के लिए अलग स्वायत्त क्षेत्र की मांग पूरी नहीं होने तक इस समस्या का समाधान संभव नहीं है.
मणिपुर में ऐतिहासिक रूप से मतदान का प्रतिशत काफी ऊंचा रहा है. वर्ष 2019 के लोकसभा के लिए दो चरणों में हुए चुनाव में आउटर मणिपुर और इनर मणिपुर सीटों पर क्रमशः 84 और 81 प्रतिशत मतदान हुआ था. लेकिन इस बार तस्वीर पूरी तरह बदल गई है. आम लोगों की उदासीनता और जमीनी परिस्थिति के कारण राज्य में इस बार मतदान का प्रतिशत भी पहले के मुकाबले कम रहने का अंदेशा है. इंफाल के एक राहत शिविर में रहने वाले लोगों का कहना है कि जब जान और दो जून की रोटी के लाले पड़े हों तो भला चुनाव की किसे सूझती है.
बीजेपी से नाराजगी
बीजेपी के वरिष्ठ नेता और मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह दावा करते हैं कि केंद्र सरकार के समर्थन से राज्य सरकार ने यहां शांति बहाल करने की दिशा में ठोस कदम उठाए हैं. इसके कारण लोग इस बार भी बीजेपी का ही समर्थन करेंगे.
लेकिन राजनीतिक विश्लेषकों को उनके इस दावे पर संदेह है. विश्लेषकों का कहना है कि मणिपुर में मतदान से ठीक पहले नए सिरे से हुई हिंसा में दो लोगों की मौत हो गई है और तीन लोग घायल हो गए हैं. ऐसे में मतदान के दौरान भी हिंसा की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता. एक विश्लेषक अरुण कुमार भक्ता कहते हैं, "केंद्र और राज्य सरकार की चुप्पी से आम लोगों में भारी नाराजगी है. उनकी यह नाराजगी बीजेपी के लिए भारी पड़ सकती है. कांग्रेस इस नाराजगी को अपने सियासी हित में भुनाने का प्रयास कर रही है."
देश के दूसरे राज्यों के उलट यहां चुनावी बैनर और पोस्टर बहुत कम नजर आते हैं. उनकी बजाय जगह-जगह अवैध हथियारों को लौटाने के लिए लगे ड्रॉप बाक्स और उन पर अंग्रेजी और स्थानीय भाषा में हथियारों को लौटाने की अपील लिखी नजर आती है. बीते साल शुरू हुई हिंसा के दौरान मैतेई और कुकी संगठनों ने पुलिस थानों और दूसरी जगहों से भारी तादाद में हथियार लूट लिए थे. मुख्यमंत्री की अपील के बाद कुछ लोगों ने हथियार जरूर लौटाए हैं. लेकिन सरकारी अधिकारियों के मुताबिक, अब भी चार हजार से ज्यादा ऐसे हथियारों का कोई पता नहीं चला है. सुरक्षा एजेंसियों को डर है कि इन हथियारों का इस्तेमाल मतदान के दौरान हो सकता है.
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, बीते साल से ही जारी हिंसा में कम से कम 220 लोगों की मौत हो चुकी है और हजारों लोग बेघर हैं. राज्य सरकार की ओर से चलाए जाने वाले 320 राहत शिविरों में करीब 59 हजार लोग रह रहे हैं. इन वोटरों को मतदान केंद्रों तक पहुंचाना चुनाव आयोग और राजनीतिक दलों के लिए सबसे बड़ी चुनौती बना हुआ है. फिलहाल आयोग राहत शिविरों में रहने वाले लोगों को मतदान की सुविधा मुहैया कराने के लिए तमाम औपचारिकताएं पूरी करने में जुटा है.
राज्य में चुनाव के शांतिपूर्ण आयोजन लिए केंद्रीय बलों की दो सौ से ज्यादा कंपनियां तैनात की गई हैं और पूरे राज्य को उच्चतम अलर्ट पर रखा गया है. (dw.com)
हैदराबाद, 16 अप्रैल । सात मार्च से लापता होने के बाद पिछले सप्ताह अमेरिका के क्लीवलैंड में एक झील में मृत पाए गए 25 वर्षीय छात्र मोहम्मद अब्दुल अरफात का शव सोमवार देर रात हैदराबाद के पास नाचराम स्थित उनके आवास पर लाया गया।
ओहायो के क्लीवलैंड विश्वविद्यालय में सूचना प्रौद्योगिकी में मास्टर की पढ़ाई कर रहा अब्दुल अरफात सात मार्च से परिवार के संपर्क में नहीं था। उसके परिवार को फिरौती के लिए फोन आया था।
न्यूयॉर्क में भारत के महावाणिज्य दूतावास ने 9 अप्रैल को बताया था कि छात्र ओहायो के क्लीवलैंड में मृत पाया गया है।
एआईएमआईएम एमएलसी मिर्जा रहमत बेग ने हवाई अड्डे पर छात्र का शव प्राप्त किया। बाद में शव को हैदराबाद के पास मेडचल मल्काजगिरी जिले में अरफात के घर भेज दिया गया। अंतिम संस्कार मंगलवार को होगा।
एआईएमआईएम प्रमुख और हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने इस मामले में विदेश सचिव विनय क्वात्रा से बात की थी और अब्दुल अरफात को खोजने में मदद के लिए न्यूयॉर्क में भारत के महावाणिज्य दूतावास को एक पत्र भी लिखा था।
अरफात मई 2023 में क्लीवलैंड यूनिवर्सिटी से आईटी में मास्टर्स करने के लिए अमेरिका गया था। उसके परिवार का दावा है कि सात मार्च के बाद से उससे बात नहीं हुई थी।
17 मार्च को अरफात के पिता मोहम्मद सलीम के पास एक अज्ञात व्यक्ति का फोन आया था। फोन करने वाले ने कहा कि अरफात का ड्रग्स बेचने वाले एक गिरोह ने अपहरण कर लिया है। उसे रिहा करने के लिए 1,200 अमेरिकी डॉलर की मांग की।
फोन करने वाले ने फिरौती न देने पर अरफाथ की किडनी बेचने की धमकी दी। इस पर सलीम ने अमेरिका में अपने रिश्तेदारों को सूचित किया।उन्होंने क्लीवलैंड पुलिस में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई थी।
जांच में पता चला कि अरफ़ात पांच मार्च को रिज़र्व स्क्वाॅयर स्थित अपने घर से निकला था और वापस नहीं लौटा। उसका शव आठ अप्रैल को क्लीवलैंड की एक झील में क्षत-विक्षत अवस्था में पाया गया।
(आईएएनएस)
बेतिया, 16 अप्रैल । सलमान खान के घर के बाहर हुई फायरिंग मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए बीते दिन दो युवकों को गिरफ्तार किया। इन आरोपियों के तार अब बेतिया के पश्चिमी चंपारण से जुड़ते नजर आ रहे हैं। दरअसल, पुलिस ने जिन दो युवकों को गिरफ्तार किया है, वो मूल रूप से बिहार में बेतिया के मसही गांव के रहने वाले बताए जा रहे हैं।
पुलिस के मुताबिक, एक्टर के घर के बाहर फायरिंग करने वाले दोनों युवकों की पहचान विक्की गुप्ता और योगेंद्र पाल के रूप में हुई है। फिलहाल, आरोपियों से पूछताछ जारी है।
बिश्नोई गैंग की ओर से सलमान खान को जान से मारने की भी धमकी कई बार दी गई है। अभिनेता के पिता सलीम खान को मॉर्निंग वॉक के दौरान एक धमकी भरा लेटर भी मिला था, जिसमें सलमान खान को जान से मारने की बात कही गई थी।
इसके बाद अभिनेता को पुलिस ने पूछताछ के लिए भी बुलाया था, लेकिन उन्होंने किसी के साथ अपनी दुश्मनी और आपसी रंजिश होने से साफ इनकार कर दिया था, लेकिन जिस तरह से बीते दिनों सलमान खान के घर के बाहर फायरिंग हुई, उसके बाद एक बार फिर से बिश्नोई गैंग का एंगल सामने आ रहा है।
वहीं, आरोपियों के परिजन इस पर कुछ भी कहने से बच रहे हैं। उनका सिर्फ इतना ही कहना है कि दोनों मुंबई कमाने गए थे, लेकिन अब इस मामले में कब और कैसे फंस गए, ये पता नहीं।
आरोपी विक्की गुप्ता की मां और पिता अपने बेटे के निर्दोष होने की दुहाई दे रहे हैं। उनका कहना है कि उनका बेटा इस तरह की हरकत कभी नहीं कर सकता। पुलिस मीडिया के सामने इस मामले पर विस्तृत बयान देने से बच रही है।
पुलिस ने परिजनों को हिरासत में लेकर पूछताछ भी की थी, लेकिन सभी का यह कहना है कि उनका बेटा निर्दोष है, वो ऐसी हरकत नहीं कर सकता। अब ऐसे में पुलिस इस पूरे मामले में क्या कार्रवाई करती है, इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।
(आईएएनएस)
भुवनेश्वर, 16 अप्रैल । ओडिशा के जाजपुर जिले में राष्ट्रीय राजमार्ग-16 पर सोमवार शाम एक बस के ओवरब्रिज से गिर जाने से एक महिला समेत पांच लोगों की मौत हो गई, जबकि कई अन्य यात्री गंभीर रूप से घायल हो गए। यह जानकारी अधिकारियों ने दी।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, महिलाओं और बच्चों सहित लगभग 55 यात्रियों को ले जा रही बस पश्चिम बंगाल के पूर्वी मेदिनीपुर जिले के हल्दिया जा रही थी। बस के चालक ने कथित तौर पर नियंत्रण खो दिया और वाहन रसूलपुर क्षेत्र में रात करीब 8 बजे जाजपुर के बाराबती चौक के पास ओवरब्रिज से नीचे गिर गया।
सूचना मिलने पर रसूलपुर और चंडीखोल फायर स्टेशनों से अग्निशमन सेवा कर्मी तुरंत दुर्घटनास्थल पर पहुंचे और स्थानीय लोगों की मदद से पीड़ितों को बचाया।
दमकल कर्मियों ने गैस कटर की मदद से घायलों को बस से निकाला।
बचाव अभियान में 16 एम्बुलेंस और क्रेन का इस्तेमाल किया गया।
जाजपुर के पुलिस अधीक्षक, डॉक्टरों की एक टीम और अन्य जिला प्रशासन के अधिकारी भी बचाव कार्यों की निगरानी के लिए दुर्घटनास्थल पर पहुंचे।
लगभग 40 घायल यात्रियों को धर्मशाला के नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने पांच लोगों को मृत घोषित कर दिया। इस बीच, 10 से अधिक यात्रियों को उन्नत उपचार के लिए एससीबी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया है।
मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने इस दुखद हादसे पर दुख जताते हुए मृतकों के परिजनों को 3-3 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। उन्होंने यह भी घोषणा की कि राज्य सरकार घायलों के इलाज का सारा खर्च वहन करेगी।
(आईएएनएस)
अहमदाबाद, 16 अप्रैल । दो दिन पहले मुंबई में बॉलीवुड सुपरस्टार सलमान खान के घर गैलेक्सी अपाॅर्टमेंट के बाहर फायरिंग करने वाले दोनों आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों को गुजरात के कच्छ जिले से गिरफ्तार किया गया। पूछताछ के लिए उन्हें मुंबई लाने की तैयारी की जा रही है। गौरतलब है कि इस हमले की जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने ली है।
सूत्रों ने बताया कि हमले के बाद से ही पुलिस आरोपियों का पीछा कर रही थी। इसी दौरान पुलिस को पता चला कि घटना के आद आरोपी मुंबई-अहमदाबाद हाईवे की दिशा में फरार हुए थे। इस पर पुलिस ने हाईवे पर लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगालना शुरू किया और साइबर एक्सपर्ट की भी मदद ली। इस दौरान पुलिस को आरोपियों के गुजरात के कच्छ जिले के भुज में होने की जानकारी मिली।
इसके बाद मुंबई पुलिस ने भुज की पुलिस को सूचना दी। वहां पहुंची मुंबई पुलिस ने स्थानीय पुलिस की एक टीम को साथ में लिया। क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर की अगुवाई में पहुंची पुलिस ने दोनों आरोपियों को एक मंदिर परिसर से गिरफ्तार कर लिया। उनकी पहचान निखिल गुप्ता और सागर पाल के रूप में हुई। सूत्रों के मुताबिक दोनों बिहार के चंपारण जिले के एक ही गांव के रहने वाले हैं।
(आईएएनएस)
बागपत 16 अप्रैल । उत्तर प्रदेश के बागपत जिले के थाना सिंघावली अहीर क्षेत्र में आपसी विवाद में एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी के सिर पर हथौड़े से वार कर हत्या कर दी। आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया। उसकी पहचान कपिल के रूप में हुई।
पुलिस उपाधीक्षक हरीश सिंह भदौरिया ने मंगलवार को बताया कि सिंघावली थाना क्षेत्र के रामनगर गांव में सोमवार देर रात कपिल नामक व्यक्ति की अपनी पत्नी संगीता से किसी बात को लेकर बहस हो गई। विवाद बढ़ने पर दोनों के बीच मारपीट होने लगी।
उन्होंने बताया कि इसी दौरान कपिल ने हथौड़े से संगीता के सिर पर वार कर दिया। संगीता को गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया।
डीएसपी ने बताया कि आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। शव को पोस्टमाॅर्टम के लिए जिला अस्पताल भेजा गया है। मामले की जांच की जा रही है।
(आईएएनएस)
ग्रेटर नोएडा, 16 अप्रैल। पाकिस्तानी महिला सीमा हैदर के पाकिस्तानी पति गुलाम हैदर की ओर से दायर याचिका पर जिला न्यायालय की फैमिली कोर्ट ने सीमा हैदर व सचिन मीणा के वकील एपी सिंह और शादी करने वाले पंडित को समन जारी किया है। मामले की अगली सुनवाई 27 मई को होगी।
सीमा हैदर के पति गुलाम हैदर के वकील मोमिन मलिक की ओर से मामले में याचिका दायर की गई है। मोमिन ने बताया कि सीमा और सचिन मीणा की हाल में ही मैरिज एनिवर्सरी मनाई गई है, इसको उन्होंने अदालत में चुनौती दी है। इस कार्यक्रम में जो लोग शामिल हुए, उनको भी पक्षकार बनाया गया है। अदालत में दोनों की शादी के अलावा बच्चों को गोद लेने की प्रक्रिया, धर्म परिवर्तन आदि को भी चुनौती दी गई है।
वकील मोमिन मलिक के मुताबिक सीमा को अदालत में यह साबित करना होगा कि उन्होंने धर्म परिवर्तन कब किया। इसके अलावा नाबालिग बच्चों का धर्म इस प्रकार बदला नहीं जा सकता। जिन लोगों को समन जारी किया है, उन्हें सुनवाई की तारीख को अदालत में हाजिर होना होगा।
तीन जुलाई 2023 को हरियाणा के बल्लभगढ़ में सीमा हैदर को गिरफ्तार कर लिया गया था। वह ग्रेटर नोएडा के रबूपुरा निवासी सचिन मीणा के साथ नेपाल के रास्ते भारत आई थी।
(आईएएनएस)
देहरादून, 16 अप्रैल । लोकसभा चुनाव के लिए सभी राजनीतिक पार्टियां अपनी-अपनी जीत के दावे कर रही हैं। आरोप और प्रत्यारोप का दौर भी जारी है। दल अदला-बदली का सिलसिला भी लगातार चल रहा है।
इसी सियासी उथल-पुथल के बीच उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और यूपी के स्टार प्रचारक हरीश रावत से आईएएनएस ने बात की। इस दौरान हरीश रावत ने तमाम सवालों के बेबाकी से जवाब दिए।
सवाल :- हरिद्वार लोकसभा सीट से आपके बेटे वीरेंद्र रावत चुनावी मैदान में हैं। दूसरी तरफ भाजपा से त्रिवेंद्र सिंह रावत हैं। इसे आप कैसे देखते हैं ?
जवाब :- हरिद्वार लोकसभा सीट से मेरे पुत्र प्रत्याशी हैं, ये मेरा सौभाग्य है। वो एक कांग्रेस कार्यकर्ता पहले हैं। जनता के बीच रहने वाले एक सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में उन्होंने अपनी पहचान बनाई है।
सवाल :- इस लोकसभा चुनाव के मुकाबले को आप कैसे देखते हैं?
जवाब :- इस लोकसभा चुनाव में जनता ने मन बनाया है। जनता परिवर्तन लाना चाहती है, जनता परिवर्तन के साथ खड़ी है, बदलाव लाना चाहती है। हमें भरोसा है कि बदलाव आएगा।
सवाल :- प्रियंका गांधी ने रुड़की में चुनावी जनसभा की। इससे पहले ऋषिकेश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनसभा को संबोधित किया, जहां उन्होंने जनता से कई वादे किए। प्रियंका गांधी की रैली पर आपका क्या कहना है?
जवाब :- रैली का बुनियादी अर्थ ये था कि वहां सत्ता और आडंबर, घमंड और अहंकार था। और, यहां विनम्रता और जनता से सीधा संवाद था। वहां मुख्यमंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री सब जम्हाई ले रहे थे या ऊंघ रहे थे। यहां जनता लगातार प्रियंका गांधी जी के साथ संवाद में थी। जनता लगातार अपनी पसंद-नापसंद जाहिर कर रही थी। इससे स्पष्ट लगता है कि लोगों ने अब बदलाव का मन बना लिया है। जिन इश्यूज को कांग्रेस कहती रही है। उन इश्यूज को प्रियंका गांधी की रैली ने छुआ। वही मुद्दे जो हैं, परिवर्तन लाने का आधार बनेंगे।
सवाल :- आप लगातार लोगों से जनसंपर्क कर रहे हैं, उनके बीच जाकर समर्थन मांग रहे हैं। आपको क्या लगता है?
जवाब :- कमी समय की है, बाकी कोई कमी नहीं है। जनता बांहें फैलाए तैयार है। हम उनसे उतने समय तक संपर्क नहीं कर पाते हैं, जितना संपर्क हमको करना चाहिए। लेकिन, हमारी कोशिश भरसक संपर्क करने की है।
सवाल :- कई कांग्रेसी और आपके करीबी भाजपा में जा रहे हैं, इस पर आप क्या कहेंगे?
जवाब :- समुद्र अपने में कोई कूड़ा करकट नहीं रखता है। वो बीच-बीच में समुद्र जो है, उबासियां लेकर कूड़ा-करकट को अपने से बाहर करता है। तो, जो ये निकले हैं। वो कांग्रेस के समुद्र की सफाई है। अच्छा है हम तो कहते हैं कि भाजपा उनको अपने शीश पर रखे, सिर माथे पर रखे।
सवाल :- आपने एक्स पोस्ट करके जनता से कांग्रेस की आर्थिक स्थिति को लेकर भी एक मदद की अपील की थी। जिस पर खानपुर विधायक और हरिद्वार से निर्दलीय उम्मीदवार उमेश कुमार ने आप पर कटाक्ष किया था, इस पर आप क्या कहेंगे?
जवाब :- हमने जो वस्तुस्थिति थी, वो जनता को बताई थी। और, मुझे इस बात की खुशी है कि लोगों का आर्थिक समर्थन भी हमें मिल रहा है। आज की रैली इसका प्रमाण है कि लोग अपने संसाधनों से इतनी संख्या में आए। और, कांग्रेस के इतिहास में मैंने इतने बड़े संसाधनों से इतनी बड़ी संख्या में लोगों को आते नहीं देखा है।
सवाल :- आप लगातार जनसंपर्क कर रहे हैं तो प्रदेश की सभी पांच लोकसभा सीटों में से कितनी सीटें जीतेंगे, भाजपा '400 पार' का नारा दे रही है?
जवाब :- हम पांचों सीटों पर बहुत अच्छा चुनाव लड़ रहे हैं। और, हम जीत सकते हैं। हम एक बड़े चमत्कार की उम्मीद कर रहे हैं।
सवाल :- हरिद्वार सीट पर कितने मार्जन से आप जीत सकते हैं?
जवाब - हरिद्वार सीट पर हम शत-प्रतिशत जीत रहे हैं।
सवाल :- इंडिया गठबंधन को आप कैसे देखते हैं?
जवाब :- आपने देखा होगा कि हमारी रैली में सभी पार्टियों के लोग थे। हमारा गठबंधन धरातल पर भी दिखाई दे रहा है और सफलतापूर्वक आगे बढ़ रहा है।
(आईएएनएस)
रांची, 16 अप्रैल । जमीन घोटाले में जेल में बंद झारखंड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन की जमानत याचिका पर मंगलवार को पीएमएलए की विशेष कोर्ट में सुनवाई हुई, लेकिन उन्हें तत्काल राहत नहीं मिल पायी। इस मामले में ईडी ने अपना पक्ष रखने और जवाब देने के लिए समय की मांग की, जिसे कोर्ट ने स्वीकार कर लिया।
अब इस मामले की अगली सुनवाई 23 अप्रैल को मुकर्रर की गई है।
सनद रहे कि रांची के बड़गाईं अंचल में 8.66 एकड़ जमीन पर अवैध कब्जे और मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े मामले में ईडी ने विगत 31 जनवरी को हेमंत सोरेन को गिरफ्तार कर जेल भेजा था।
ईडी ने मामले में 30 मार्च को अदालत में हेमंत सोरेन के अलावा जमीन के मूल रैयत राजकुमार पाहन, हेमंत सोरेन के करीबी विनोद कुमार, राजस्व उपनिरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद और हिलेरियस कच्छप के खिलाफ चार्जशीट भी फाइल की थी।
इसमें बताया गया है कि हेमंत सोरेन ने न सिर्फ गैरकानूनी तरीके से जमीन हासिल की, बल्कि जांच शुरू होने पर साक्ष्यों को नष्ट करने की कोशिश की।
हेमंत सोरेन ने गिरफ्तारी के ढाई महीने बाद पहली बार जमानत की याचिका दाखिल की है।
(आईएएनएस)
छिंदवाड़ा, 16 अप्रैल । मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा संसदीय क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार विवेक बंटी साहू की ओर से फर्जी वीडियो बनाने की साजिश रचने की शिकायत पर पुलिस ने पत्रकार सचिन गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के निजी सहायक आर के मिगलानी को पांच दिन की मोहलत दी गई है।
गौरतलब है कि बीते रोज पत्रकार सुदेश नागवंशी और भाजपा उम्मीदवार साहू ने कोतवाली थाने में शिकायत दर्ज कराई थी कि कूट रचित वीडियो बनाकर उनकी छवि को धूमिल करने की कोशिश की जा रही है। फर्जी वीडियो को बनाने में सचिन गुप्ता और कमलनाथ के निजी सहायक निगलानी की भूमिका होने का आरोप लगाया गया था।
पुलिस अधीक्षक मनीष खत्री ने संवाददाताओं को बताया कि फर्जी वीडियो बनाने के मामले में दर्ज की गई शिकायत पर पत्रकार सचिन गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया गया है। उनका दो मोबाइल जब्त कर उनसे पूछताछ की जा रही है।
वहीं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के निजी सहायक मिगलानी से भी पूछताछ की गई। मिगलानी ने स्वास्थ्य ठीक नहीं होने के कारण पांच दिन की मोहलत मांगी है। साथ ही वादा किया है कि जांच में पूरा सहयोग करेंगे।
ज्ञात हो कि सोमवार को पुलिस कमलनाथ के शिकारपुर स्थित आवास कमल कुंज पहुंची थी और वहां मिगलानी से पूछताछ की थी।
(आईएएनएस)