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हैदराबाद, 9 अप्रैल | तेलंगाना सरकार राज्य के मान्यता प्राप्त निजी स्कूलों में कार्यरत शिक्षकों और अन्य कर्मचारियों को वित्तीय सहायता और चावल उपलब्ध कराने के लिए हर महीने लगभग 42 करोड़ रुपये खर्च करेगी। 10,530 स्कूलों के 1.45 लाख से अधिक शिक्षकों और अन्य कर्मचारियों को वर्तमान माह से प्रत्येक को 2,000 रुपये की वित्तीय सहायता और 25 किलो चावल मिलेगा। शिक्षण संस्थानों के फिर से खुलने तक उन्हें मासिक सहायता प्रदान की जाएगी।
मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव, शिक्षा मंत्री पी. सबिता इंद्रा रेड्डी और नागरिक आपूर्ति मंत्री गंगुला कमलाकर द्वारा निर्णय लेने के एक दिन बाद शुक्रवार को जिला कलेक्टरों और अधिकारियों के साथ एक वीडियो कॉन्फ्रेंस की गई।
बैठक में इस योजना को लागू करने के तौर-तरीकों पर विचार-विमर्श किया गया। अनुमान है कि हर महीने राज्य को 42 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। सरकार जहां 29 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान करेगी, वहीं 13.50 करोड़ रुपये के चावल की आपूर्ति उचित मूल्य की दुकानों के माध्यम से की जाएगी।
इंद्र रेड्डी ने कहा कि शिक्षा विभाग 10 से 15 अप्रैल तक जिलों को विवरण प्रदान करेगा। लाभार्थियों की पहचान 16 अप्रैल से 19 अप्रैल के बीच सत्यापन के बाद जिला कलेक्टरों द्वारा की जाएगी।
उन्होंने कहा कि वित्तीय सहायता 20 अप्रैल से 24 अप्रैल तक लाभार्थियों के बैंक खातों में जमा की जाएगी।
कमलाकर ने कहा कि निजी स्कूलों के शिक्षकों और अन्य कर्मचारियों को चावल उपलब्ध कराने के लिए एक कार्य योजना तैयार की गई है। इसमें कहा गया है कि सरकार इस योजना के तहत गुणवत्तापूर्ण चावल उपलब्ध कराएगी।
उन्होंने जिला कलेक्टरों और अधिकारियों से इस संबंध में आवश्यक व्यवस्था करने को कहा। लाभार्थियों की पहचान उचित मूल्य दुकान स्तर पर की जाएगी।
मंत्री ने आश्वासन दिया कि हर लाभार्थी को सहायता प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी के कारण वित्तीय समस्याओं के बावजूद मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव सभी वर्गों के लोगों की मदद कर रहे हैं। (आईएएनएस)