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रायपुर, 27 मार्च। योग प्राण विद्या संस्थान के संस्थापक एनजे रेड्डी ने बताया कि कोरोना से लडऩे के लिए लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में संस्थान मदद कर रहा है। ऊर्जा शरीर के उपचार से संबंधित है। इस उर्जा शरीर में किसी भी परिवर्तन का प्रभाव भौतिक शरीर पर पड़ता है और भौतिक शरीर में परिवर्तन का प्रमाण उर्जा शरीर में पड़ता है।
श्री रेड्डी ने बताया कि हमारा शरीर उर्जा के समुद्र में रहते हुए भी उसे ग्रहण नही कर पाना ही रोगों को जन्म देता है। यह पद्धति बिना स्पर्श, बिना दवाई के अन्य पद्धतियों के साथ पूरक उपचार के रूप में कार्य करती है इससे शारीरिक व मानसिक रोगों का प्रभावशाली उपचार संभव है। असंतुलित जीवन शैली से तनाव उथल हो रहा है और तनाव से व्यक्ति शरीरिक व मानसिक रूप से बीमार हो रहा है। 7974864740 में संपर्क करके आप अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। 16 वर्ष के बच्चे से लेकर कोई भी इसे 3दिन में सीख सकता है।