सामान्य ज्ञान
भारत में राष्ट्रीय मतदाता दिवस हर साल 25 जनवरी को मनाया जाता है। 25 जनवरी, वर्ष 2011 को भारत निर्वाचन आयोग के स्थापना की 60 वीं वर्षगांठ के अवसर पर पहली बार राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाया गया। छठे राष्ट्रीय मतदाता दिवस यानी 25 जनवरी 2016 का विषय ‘’समावेशी और गुणात्मक भागीदारी’’ है। भारत निर्वाचन आयोग नई दिल्ली के राजपथ पर 26 जनवरी 2016 को गणतंत्र दिवस परेड में ‘’समावेशी और गुणात्मक भागीदारी’’ विषय के साथ एक झांकी भी प्रस्तुत करने जा रहा है। राष्ट्रीय वोटर दिवस एक ऐसा प्रयास है जिससे कि देश के बहुसंख्यकों तक पहुंचा जा सके। 2011 से इसका आयोजन हर वर्ष किया जाता है ताकि वोटरों का नामांकन बढ़ाया जा सके और वयस्कों के राजनैतिक चुनाव में मतदान के अधिकार को पूरी तरह वास्तविक बनाया जा सके। इसके तहत संगोष्ठियां, साइकिल रैली, मानव चेन, लोक कलाएं कार्यक्रम, छोटी मैराथन, प्रतियोगिताएं और जागरूकता सेमिनार जैसी गतिविधियों की श्रृंखला आयोजित की जाती हैं ।
भारत निर्वाचन आयोग के प्रयासों के तहत निर्वाचन भागादारी में वृद्धि करने के लिए सरकारी विभाग/एजेंसियों के योगदान को पहचान देने के लिए वर्ष 2016 से एक नए पुरस्कार का भी शुभारंभ किया गया है। 25 जनवरी आयोग का स्थापना दिवस भी है जो 1950 को इसी दिन अस्तित्व में आया था। राष्ट्रीय मतदाता दिवस के माध्यम से आयोग का उद्देश्य खासतौर पर नये पात्र मतदाताओं के नामांकन को बढ़ाना है। राष्ट्रीय मतदाता दिवस का सदुपयोग निर्वाचन प्रक्रिया में प्रभावी भागीदारी के संदर्भ में मतदाताओं के बीच जागरूकता फैलाना है। राष्ट्रीय मतदाता दिवस के समारोहों को देशभर के सभी मतदान केन्द्रों पर आयोजित किया जाता है। राज्य स्तर के कार्यक्रमों का आयोजन संबंधित राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों के द्वारा किया जाता है।