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नई दिल्ली, 7 अगस्त (भाषा)। भारतीय महिला वनडे टीम की कप्तान मिताली राज टी20 चैलेंज और महिला बिग बैश लीग की तारीखों के टकराव से विदेशी खिलाडिय़ों की हताशा समझती हैं लेकिन उनका मानना है कि बीसीसीआई ने कोरोना वायरस महामारी के बीच असामान्य हालात में चार मैचों के टूर्नामेंट के लिये अपनी ओर से सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया । ऑस्ट्रेलियाई स्टार एलिसा हीली की अगुवाई में विदेशी खिलाडिय़ों ने नुमाइशी मैचों की टाइमिंग पर सवाल उठाये चूंकि ये महिला बिग बैश लीग के दौरान ही हो रहे हैं। सितंबर में महिला टीम का इंग्लैंड दौरा रद्द करने के लिये भी भारतीय क्रिकेट बोर्ड की आलोचना हो रही है।
मिताली राज ने बीसीसीआई का बचाव करते हुए कहा, लोग बहुत जल्दी निर्णय तक पहुंच जाते हैं। बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली, सचिव जय शाह और आईपीएल संचालन परिषद के प्रमुख बृजेश पटेल का रवैया महिला क्रिकेट को लेकर काफी सकारात्मक रहा है । उन्होंने कहा, मेरा निजी तौर पर मानना है कि हमें चैलेंजर ट्राफी खेलने का मौका भी नहीं मिलता क्योंकि आईपीएल भी होगा या नहीं, पता नहीं था। ऐसे में ये मैच स्वागत योग्य हैं। हीली, सूजी बेट्स, रशेल हैंस जैसी खिलाडिय़ों की नाराजगी को लेकर मिताली ने कहा, मुझे पता है कि कई विदेशी खिलाडिय़ों ने टाइमिंग पर सवाल उठाये हैं लेकिन ये हालात सामान्य नहीं है। आम तौर पर आईपीएल अप्रैल मई में होता है और महिला बिग बैश लीग से तारीखों का टकराव नहीं होता। आईपीएल 19 सितंबर से यूएई में खेला जायेगा। वहीं ऑस्ट्रेलिया में महिला बिग बैश लीग 17 अक्टूबर से 29 नवंबर के बीच होनी है दुबई में टी20 चैलेंज मैच एक से 10 नवंबर तक खेले जायेंगे। मिताली ने कहा, भारत में इस समय कोई खेल गतिविधि नहीं हो रही। अभी तक हमने अभ्यास भी शुरू नहीं किया। मेरे अपने राज्य में अभी जिम खुले हैं तो मैच फिटनेस हासिल करने में समय लगेगा। बोर्ड ने हमें वह विंडो दिया है और हमें उसके अनुसार ही तैयारी करनी होगी। उन्होंने कहा , ऑस्ट्रेलिया को अपना कैलेंडर नहीं बदलना पड़ा है लेकिन महामारी के कारण हमें ऐसा करना पड़ा। आईपीएल अप्रैल मई में नहीं हो सका। विदेशी खिलाडिय़ों को हालात समझने चाहिये।