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रायपुर, 13 जुलाई। बृहद्धमनी (सबसे बड़ी धमनी) के ऊपरी भाग में धमनी विस्फार (थोरेसिक एन्डोवास्कुलर ओर्टिक रिपेयर) का इलाज करने की एक चिकित्सा प्रक्रिया है। धमनीविस्फार, बृहद्धमनी की सतह का एक नाज़ुक और उभरा हुआ हिस्सा है जिसके फटने से व्यक्ति की मृत्यु तक हो सकती है। एनएच एमएमआई नारायणा सुपरस्पेशलिटी अस्पताल, देश के चुनिंदा अस्पतालों में शुमार है, जहां ह्रदय से सम्बंधित जटिल प्रक्रियाएं भी सफलता पूर्वक किया जा रहा है।
एनएच एमएमआई नारायणा सुपरस्पेशलिटी अस्पतालके कार्डियोलॉजी विभाग एवं उनके टीम द्वारा 82 वर्षीय बुजुर्ग महिला, जो कि उच्च रक्तचाप से ग्रसित थी उसका टेवर जैसी दुर्लभ एवं जोखिम भरी प्रक्रिया से सफलतापूर्वक निष्पादन किया गया। जब महिला को खासी में खून आने की तकलीफ के साथ नारायणा हॉस्पिटल में लाया गया तब डॉ. सुमन्त शेखर पाढ़ी ने उन्हें आगे की जांच करवाने की सलाह दी। जांच के उपरान्त पता चला उनकी वक्ष महाधमनी फैल गई थी और फेफड़े (ब्रोंकस) में जाकर फट रही थी।
कार्डियोलॉजी टीम ने उनकी उम्र और उच्च रक्तचाप की तकलीफ को ध्यान में रखते हुए पहले उन्हें स्थिर करने के लिए रक्त आधान किया। डॉ. पाढ़ी के द्वारा डॉ किंजल बक्शी, डॉ. नितिन कुमार राजपूत और डॉ. अरुण अन्दपन के सहयोग से वक्ष महाधमनी और फिस्टुला को बंद करने की प्रक्रिया शुरू की। इस प्रक्रिया के बाद मरीज को दोबारा स्थिर किया गया। रक्तस्राव की समस्या अब ख़त्म होचुकी थी और 4 दिनों तक निगरानी में रखने के बाद उन्हें छुट्टी दी गई। अब वह अपनी सामान्य दिनचर्या में वापस लौट चुकी हैं।