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रायपुर, 11 जुलाई। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि कैट ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को औद्योगिक नीति 2019-24 के लिए कैट द्वारा दिये गये सुझाव में प्रदेश में कुटीर उद्योग की स्थापना की मांग की थी ।
कैट के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमर पारवानी ने बताया कि मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले समय में छत्तीसगढ़ के हर गांव एक इण्डस्ट्रीयल पार्क होगा जिसमें गांव में एक एकड़ जमीन कुटीर एवं लघु उद्योगों के लिए आरक्षित होगी। कैट द्वारा एक अभियान भारतीय सामान -हमारा अभिमान शुरू किया है, जिसमें स्थानीय उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए हर संभव प्रयास किया जायेगा। जिससे एक ओर जहां स्थानीय उद्योगों को बढ़वा मिलेगा साथ ही साथ रोजगार की समस्या भी हल होगी। यह अभियान ग्रामीण अर्थव्यवस्था के विकास में लाभकारी सिद्ध होगा। साथ ही छत्तीसगढ़ के प्रवासी मजदूर जिन्हे रोजगार की तलाश है उनकों भी रोजगार उपलब्ध होगा।
श्री पारवानी ने यह भी बताया कि कुटीर उद्योग जो हमारे अर्थव्यवस्था के रीढ़ की हड्डी है, जो जाने-अनजाने में समाप्त हो गई थी, वह फिर से पुर्नजिवित होगा। भूपेश बघेल का ग्रामीण अर्थव्यवस्था के सदृढ़़ विकास की ओर एक बड़ा कदम है। यह कदम ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुधारने के साथ-साथ एक उदाहरण के रूप में पूरे देश मे प्रस्तुत होगा।
कैट ने अपने सुझाव में प्रदेश में कुटीर उद्योग की स्थापना की मांग की थी कि गांव के अन्दर 500-1000 वर्गफीट तक के गाले, कुटीर उद्योग के लिए, उद्योग विभाग द्वारा बनाकर रियायती दर पर उपलब्ध कराया जावे, ताकि गांवों में उद्योगों विकसित हो और ग्रामीण अर्थव्यवस्था में उन्नति होवें। ग्रामीण अर्थव्यवस्था के सुधार में, दूर दृष्टिपूर्वक लिये इस कदम से छत्तीसगढ़ राज्य पूरे देश में एक अलग पहचान के रूप में बनकर उभरेगा। कैट ने मुख्यमंत्री द्वारा प्रदेश के हर गांव में कुटीर एवं लघु उद्योग की स्थापना के लिए आभार व्यक्त किया ।