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आत्मनिर्भर भारत से प्रेरित एप्प कागज स्कैनर के तीन लाख से भी ज्यादा डाउनलोड, युवा आंत्रेप्रेन्योरों ने पेश किया डॉक्युमेंट स्कैनिंग का भारतीय विकल्प
09-Jul-2020 4:22 PM
आत्मनिर्भर भारत से प्रेरित एप्प कागज स्कैनर के तीन लाख से भी ज्यादा डाउनलोड, युवा आंत्रेप्रेन्योरों ने पेश किया डॉक्युमेंट स्कैनिंग का भारतीय विकल्प

आत्मनिर्भर भारत से प्रेरित एप्प कागज स्कैनर के तीन लाख से भी ज्यादा डाउनलोड

युवा आंत्रेप्रेन्योरों ने पेश किया डॉक्युमेंट स्कैनिंग का भारतीय विकल्प

रायपुर, 9 जुलाई। भारत-चीन तनाव के बीच जब केंद्र सरकार ने 59 चीनी मोबाइल एप्लिकेशनों को ब्लॉक करने का फैसला लिया, उसके कुछ समय पहले से ही तीन युवा आंत्रेप्रेन्योर एक ऐसा मोबाइल एप्लिकेशन बनाने में लगे थे जो डाक्युमेंट्स स्कैनिंग का काम करता और उनके हिसाब से चीनी-ऐप्पों या किसी भी विदेशी एप्प की तुलना में बेहतर साबित होता।  

चूंकि उन्होंने जब इसे लांच करने का सोचा, भारत-चीन के बीच तनाव शुरू हो गए और शुरुवाती दो दिनों में ही 2 लाख डाउनलोड मिले। उनका मानना है कि हो सकता है  इस तनाव के चलते कुछ हद तक 'कागज़ स्कैनरÓ को जोर मिला, पर स्नेहांशु गांधी, गौरव श्रीश्रीमल और तमंजित सिंह बिंद्रा के अनुसार यह कहानी बहुत पहले शुरू हो चुकी थी। आईआईटी, आईएसबी और ऐआईटी जैसे प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थानों से पढ़े इन तीनों युवाओं लगभग एक वर्ष पहले 'सॉर्टेड ऐआई' नाम के एक प्रोजेक्ट में साथ काम कर चुके हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना माहमारी से बाहर निकलने आत्म निर्भर भारत और वोकल फॉर लोकल का नारा दिया। इससे प्रेरणा लिए स्नेहांशु, गौरव और तमंजित ने एक डॉक्युमेंट स्कैनिंग एप्लिकेशन बनाने की ठानी। न तो कोई प्रचलित और गुणवत्तापूर्ण भारतीय एप्प था, और चूंकि बहुत से लोगों ने चीनी/विदेशी एप्प अपने फोन से हटाना शुरू कर दिया था, तीनों को महसूस हुआ कि यह न सिर्फ एक अच्छा मौका है, बल्कि एक भारतीय स्कैनिंग एप्प की जो हमेशा से कमी रही है, वह भी इससे पूरी की जाए। चूंकि यह आईडिया उन्हें प्रधानमंत्री के देश को सहारा देने के आव्हान से मिला, उन्होंने सोचा की इसका नाम भी भारतीय रखें। तब कागज़ स्कैनर अस्तित्व में आया।

आंत्रेप्रेन्योर त्रय ने बताया कि बिना किसी तरह की एडवरटाइजिंग-मार्केटिंग के उनका मोबाइल एप्लीकेशन एनड्रॉइड प्ले स्टोर से 3 लाख से भी ज़्यादा बार डाउनलोड किया जा चूका है। चीनी-एप्लीकेशन बैन के दुसरे और तीसरे दिन वे प्ले स्टोर की प्रोडक्टिविटी सूची में दुसरे और सभी सूचियों को जोड़कर देखें तो ग्यारवहें नंबर पर थे. भारत की जनता का उन्होंने आभार व्यक्त किया जिनसे उन्हें सहयोग मिला।

वे कागज़ स्कैनर को एक विश्वस्तरीय पहचान देने पर काम कर रहे हैं जो भारत ही नहीं दूसरे देशों के लिए भी मददगार साबित हो। उपभोगताओं के फीडबैक से उन्हें सीखने और एप्प और सुधारने की प्रेरणा मिल रही है। उन्होंने यह भी बताया कि वे अपने सालों के आर्टिफिशल इंटेलिजेंस क्षेत्र में कार्य और अनुभव का इस्तेमाल कर इस एप्प में बहुत सारे फीचर्स लाने की ओर अग्रसर हैं।

कागज़ स्कैनर (​Kaagaz Scanner) को गूगल (एनड्रॉइड) प्ले स्टोर से इस लिंक (https://play.google.com/store/apps/details?id=kaagaz.scanner.docs.pdf&hl=en_IN) पर क्लिक करके डाउनलोड किया जा सकता है। 

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