सामान्य ज्ञान
वैज्ञानिकों ने यह खोज की है कि इंटरल्युकिन 21 प्रोटीन, इम्यूनो डेफिशियेंसी वायरस 1 (एचआईवी -1) के संक्रमण को सीमित करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
यह शोध नेचर कम्युनिकेशन्स जर्नल में प्रकाशित हुआ है। यह अध्ययन न्यूयॉर्क स्थित कोर्नेल मेडिकल कॉलेज के पोस्ट डॉक्टोरल एसोसिएट स्टेनली एडोरो द्वारा किया गया है। इस अध्ययन में वैज्ञानिकों ने पाया कि सीडी4 टी कोशिकाओं द्वारा आईएल 21 प्रोटीन का निर्माण होता है तथा यह माइक्रो आरएनए-29 को अन्य सीडी 4 टी कोशिकाओं में सक्रिय करता है जिससे एचआईवी -1 वायरस का ह्रास होता है। वैज्ञानिक दो मॉडलों के साथ प्रयोग करने के बाद इस निष्कर्ष पर पहुंचे। यह शोध दर्शाता है कि एचआईवी -1 वायरस के पता लगने पर उसका शुरूआती दौर में ही इलाज करने पर इसके ठीक होने की संभावना बढ़ जाती है। इससे एक नई एचआईवी थेरेपी का पता लगाने के लिए भी सहायता प्राप्त हुई जिसमें आईएल -21 प्रोटीन की गिनती बढ़ाकर सीडी 4+ टी कोशिकाओं द्वारा एचआईवी-1 वायरस का पता लगाया जा सकता है।