खेल
सट्टेबाजों ने फर्जी मैच में कमाए करोड़ों
चंडीगढ़, 7 जुलाई । पंजाब के मोहाली जिले के खरड़ कस्बे में पंजाब पुलिस ने फ्रॉड का एक अनोखा मामला दर्ज करते हुए दो लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस को सूचना मिली थी कि कुछ लोग श्रीलंका क्रिकेट लीग के नाम पर फर्जी मैचों की लाइव स्ट्रीमिंग कराकर सट्टा खेल रहे हैं। इसके लिए खिलाडिय़ों को श्रीलंका क्रिकेट लीग टीम का फर्जी ड्रेस पहनाकर माहौल भी बनाया गया। जब इसकी जांच हुई तो कई हैरान करने वाले खुलासे हुए। इस मामले में पुलिस ने पंकज नाम के एक व्यक्ति और उसके साथी को गिरफ्तार किया है, उनके पास से श्रीलंका क्रिकेट लीग की टीमों की फर्जी ड्रेस और कई अन्य सामान बरामद किए गए हैं।
दरअसल जिस ग्राउंड में मैच कराया गया था उसका नाम है स्ट्रोकर्स क्रिकेट एकेडमी। इसे शॉर्ट में स्ष्ट्र कहते हैं लेकिन धोखेबाजों ने इसे (स्ष्ट्र) लोगों के सामने Srilanka Cricket Academy4 बनाकर दिखाया। 29 जून को गांव सवारा की इस एकेडमी में एक मैच हुआ, इसे श्रीलंका के बांदुला शहर में 'युवा टी20 लीग' मैच के तौर पर यूट्यूब पर लाइव स्ट्रीम कर दिखाया गया।
बांदुला शहर श्रीलंका के युवा प्रांतीय क्रिकेट संघ का घरेलू मैदान है। यहां पर फर्जी मैच को यूट्यूब के साथ ही कई अन्य साइटों पर भी प्रसारित किया गया। जिन खिलाडिय़ों को मैदान में उतारा गया था, उन्होंने मास्क आदि पहने हुए थे। इस वजह से कोई भी खिलाड़ी को पहचान ही नहीं सका और सट्टे का खेल चलता रहा।
पंजाब पुलिस के डीएसपी पाल सिंह ने बताया कि खरड़ कस्बे के लांडरा के पास एक गांव सवारा में एक पिच तैयार की गई थी, जहां पर यह मैच खेला गया। खिलाडिय़ों के मुंह पर मास्क डाले गये थे और फर्जी ड्रेस पहना कर श्रीलंका क्रिकेट लीग की टीमों के नाम पर मैच कराया गया। दर्शकों के सामने ये शो किया गया कि ये मैच श्रीलंका क्रिकेट लीग के बैनर तले करवाया जा रहा है और इस फर्जी लाइव मैच के एवज में सट्टा खिलाया जा रहा था।
कुछ लोगों को जब इस मामले में शक हुआ तो इसकी शिकायत पंजाब पुलिस से की गई। जिसके बाद पंजाब पुलिस ने इस फर्जीवाड़े का खुलासा किया। फिलहाल पंजाब पुलिस अन्य लोगों की तलाश में जुटी है, जिन्होंने फर्जी मैच के नाम पर सट्टेबाजी कराकर करोड़ों रुपये के वारे-न्यारे किए।
पुलिस ने यह कार्रवाई ऑनलाइन शिकायत मिलने के बाद शुरू की थी। शुरुआती जांच में यूवीए प्रीमियर टी-20 लीग में ऑनलाइन सट्टेबाजी की बात सामने आ रही है। माना जा रहा है कि इस फर्जी टी-20 लीग को भारत और अन्य देशों के बुकियों द्वारा आयोजित किया जा रहा था। टी-20 लीग के प्रचार के दौरान इसमें तिलकरत्ने दिलशान, परवेज महरूफ, तिलन तुषारा और अजंता मेंडिस जैसे श्रीलंका के दिग्गज खिलाडिय़ों के बतौर कप्तान खेले जाने की बात कही गई थी। लेकिन श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड ने इससे इनकार कर दिया है।
लाइव स्ट्रीम किये गये मैच में पंजाब के ही स्थानीय खिलाडिय़ों ने हिस्सा लिया, जिन्होंने कोरोना की आड़ में चेहरे को मास्क से छिपाकर रखा था। इतना ही नहीं यूट्यूब पर लाइव कवरेज के दौरान किसी भी खिलाड़ी का क्लोज शॉट नहीं लिया गया। बीसीसीआई ने भी इस मामले की जांच शुरू कर दी है। श्रीलंका क्रिकेट के सीईओ एश्ले डी सिल्वा ने भ्रष्टाचार निरोधक अधिकारी से इस मामले को देखने का निर्देश दिया है। (आजतक)