चंडीगढ़, 9 फरवरी। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने रविवार को कहा कि राज्य के युवाओं को ‘डंकी रूट’ (अवैध मार्गों) से विदेश भेजने में शामिल ट्रैवल एजेंटों की पहचान की जा रही है और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने पहले ही विदेश में रोजगार के अवसर तलाशने वाले नागरिकों के लिए उचित तंत्र स्थापित किया है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वे किसी भी तरह से धोखाधड़ी का शिकार न हों।
पिछले सप्ताह एक अमेरिकी सैन्य विमान अमेरिका में रह रहे 104 अवैध भारतीय प्रवासियों को लेकर भारत आया था। अवैध प्रवासियों के खिलाफ कार्रवाई के तहत डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन द्वारा निर्वासित भारतीयों का यह पहला जत्था था।
इन निर्वासितों में से 33-33 हरियाणा और गुजरात से, 30 पंजाब से, तीन-तीन महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश से और दो चंडीगढ़ से थे।
हरियाणा के कई लोगों ने ट्रैवल एजेंट द्वारा ठगे जाने के बाद ‘डंकी रूट’ से भेजे जाने का आरोप लगाया है और उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
फरीदाबाद में पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री सैनी ने कहा कि राज्य के युवाओं को अवैध मार्गों से विदेश भेजने में शामिल लोगों की पहचान की जा रही है और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने दोहराया कि राज्य सरकार अवैध तरीके से विदेश जाने पर सख्ती से नियंत्रण करने के उद्देश्य से एक कानून पेश करेगी। सैनी ने कहा कि प्रस्तावित कानून आगामी बजट सत्र में पेश किया जाएगा। (भाषा)