‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 11 जनवरी। छत्तीसगढ़ में आज एक वीडियो को लेकर कांग्रेस और बीजेपी के बीच तनातनी चल रही है। इस वीडियो को किसी ने रामायण के पात्रों की तर्ज पर बनाया है, और कांग्रेस इसकी तोहमत मुख्यमंत्री की जनसंपर्क टीम पर लगा रही है, और सीएम की तरफ से इस वीडियो से कोई लेना-देना न होना बताया गया है।
आज सुबह पिछले कांग्रेसी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने एक्स (ट्विटर) पर एक वीडियो पोस्ट किया, और लिखा- माननीय विष्णुदेव साय जी ने अपनी पीआर टीम के माध्यम स्वयं को ‘प्रभु राम’ घोषित कर दिया है। इतना ही नहीं प्रदेश के वरिष्ठ नेताओं और महिला नेताओं को राक्षस प्रदर्शित किया है। भूपेश बघेल ने आगे लिखा- मुख्यमंत्रीजी आप कुछ भी हो सकते हैं, लेकिन हमारे भांचा राम से अपनी तुलना करके आप छत्तीसगढ़ के लोगों की भावनाएं आहत कर रहे हैं।
इस ट्वीट पर मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार पंकज झा ने लिखा कि इस वीडियो से किसी कथित पीआर टीम का लेना-देना नहीं है, और अगर भावना आहत हुई तो आप न्यायिक उपचार का सहारा ले सकते हैं, इस सरकार का दरवाजा हर प्रार्थी के लिए सदा खुला हुआ है। पंकज झा ने लिखा- जैसा आपका और आपकी पार्टी का रिकॉर्ड रहा है, कोई बड़ी बात नहीं कि सुर्खियां बंटोरने के लिए खुद ही यह वीडियो बनवाया हो, और खुद ही विरोध कर हमेशा की तरह नॉन इश्यू को इश्यू बनाने में लगे हैं।
अब इस वीडियो की बात करें तो यह रामायण के पात्रों के साथ-साथ विष्णुदेव साय और भाजपा के मंत्री-नेताओं को जोडक़र बनाया गया है। राम के साथ विष्णुदेव साय को रखा गया है, लक्ष्मण के साथ अरूण साव को। भरत से तुलना की गई है किरण सिंह देव की, और हनुमान की बराबरी विजय शर्मा से की गई है। दशरथ की बराबरी से अटल बिहारी वाजपेयी को रखा गया है, और शत्रुघ्न की बराबरी में डॉ.रमन सिंह को।
वीडियो में आगे कैकेई की बराबरी से सौम्या चौरसिया को रखा गया है, जनक के मुकाबले अजय चंद्राकर, और मंथरा के मुकाबले उत्तरी जांगड़े की तस्वीर रखी गई है। ताडक़ा के फोटो के बगल ज्योत्सना महंत की फोटो लगाई गई है, और रावण के बराबर भूपेश बघेल को रखा गया है।
वीडियो में आगे सुग्रीव के बराबरी से रामविचार नेताम को रखा गया है, और विभीषण के बराबर टी.एस.सिंहदेव को दिखाया गया है। सूर्पनखा की फोटो के साथ पूर्व विधायक शकुंतला साहू को रखा गया है, और अंगद की बराबरी बृजमोहन अग्रवाल को।
छत्तीसगढ़ के रामायण नाम के इस वीडियो में कुंभकरण की टक्कर का दीपक बैज को बताया गया है, और मायासुर का दर्जा ताम्रध्वज साहू को दिया गया है। लवनासुर का दर्जा एजाज ढेबर को, और मारीच का दर्जा कवासी लखमा को दिया गया है।
संगीत के साथ बनाए गए इस वीडियो को लेकर आज दोपहर बाद पता लगा है कि कांग्रेस पार्टी पुलिस में इसकी शिकायत करने जा रही है।