नयी दिल्ली, 6 दिसंबर। विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) के कई घटक दलों के सांसदों ने अदाणी समूह से जुड़े मुद्दे को लेकर शुक्रवार को संसद परिसर में काले रंग का मास्क पहनकर और हाथों में संविधान की प्रति लेकर मार्च निकाला।
कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल (राजद), झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) और कुछ अन्य दलों के सांसदों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ नारे लगाए और जवाबदेही तय किए जाने की मांग की।
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा इस मार्च की अगुवाई कर रहे थे।
तृणमूल कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने पिछले कुछ दिन की तरह आज भी इस विरोध प्रदर्शन में हिस्सा नहीं लिया।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने आरोप लगाया कि सरकार अदाणी के मुद्दे पर चर्चा कराने से डर रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘अदाणी के मुद्दे पर (संसद में) चर्चा करने की उनमें हिम्मत नहीं है। चर्चा कराने से दिक्कत क्यों है... चर्चा लोकतंत्र में ही होती है, वे इससे डरते हैं।’’
कांग्रेस के संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल ने कहा, ‘‘आज भारतीय संविधान के निर्माता बी. आर. आंबेडकर की पुण्यतिथि है। यहां अदाणी के लिए संवैधानिक अधिकारों का हनन किया गया है। हम सांकेतिक विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। जब अदाणी का नाम आता है, तो भारत सरकार मुद्दे को भटकाने की कोशिश करती है।’’
रिश्वतखोरी और धोखाधड़ी के आरोपों में अदाणी समूह के प्रमुख गौतम अदाणी और कंपनी के अन्य अधिकारियों पर अमेरिकी अभियोजकों द्वारा अभियोग लगाए जाने के बाद कांग्रेस और कुछ अन्य विपक्षी दल संयुक्त संसदीय समिति से आरोपों की जांच कराए जाने की मांग कर रहे हैं।
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने हाल ही में इस मामले को लेकर उद्योगपति गौतम अदाणी की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की थी।
अदाणी समूह ने सभी आरोपों को निराधार बताया है। (भाषा)