पूर्व मंत्री उमेश पटेल ने सम्हाला मोर्चा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 10 नवंबर। रविवार को जिला मुख्यालय के कोतरा रोड थाने पहुंचकर सैकड़ों की संख्या ने थाने के सामने हंगामा शुरू कर दिया है। महिलाओं का आरोप है कि उनके क्षेत्र में अवैध शराब का कारोबार करने वाले की शिकायत करने पर शराब कोचिये के द्वारा उनके साथ मारपीट की गई थी। इसकी शिकायत करने के बावजूद पुलिस के द्वारा किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं करने से नाराज होकर थाने के सामने बैठकर हंगामा कर रहे हैं।
ज्ञात हो कि दो दिन पहले इसी मामले में शराब माफियाओं ने क्षेत्र की महिला सरपंच के बेटे को जमकर पीटा और उसके बाद महिला सरपंच के साथ भी धक्का-मुक्की करते हुए पिटाई कर दी। अब यह मामला राजनीति तूल ले चुका है, चूंकि खरसिया के विधायक व पूर्व मंत्री उमेश पटेल ने महिलाओं के बीच पहुंचकर पुलिस को खरी-खोटी सुनाई है।
कोतरा रोड थाने के सामने सैकड़ों की संख्या में सडक़ में बैठकर प्रदर्शन कर रही महिलाओं का आरोप है कि कोसमपाली, बरमुड़ा सहित आसपास के क्षेत्रों में कुछ लोगों के द्वारा अवैध तरीके से महुआ शराब का विक्रय किया जा रहा था। इस मामले की शिकायत उन्होंने थाने में की थी, जिससे क्षुब्ध होकर शराब कोचिये ने महिला सरपंच के बेटे के साथ मारपीट की थी।
इस मामले की शिकायत करने के बावजूद शराब कोचिये पर किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं करने से नाराज होकर आज लगभग आधे दर्जन से भी अधिक गांव की सैकड़ों महिलाओं ने कोतरा रोड थाने का घेराव करते हुए सडक़ पर बैठकर चक्काजाम शुरू कर दिया। नाराज महिलाओं ने कोतरा रोड थाने की पुलिस टीम पर शराब कोचिये के साथ मिलीभगत का भी आरोप लगाया है।
कोसमपाली की सरपंच अनसुईया उराव ने बताया कि छठ पूजा से पहले गांव की कई महिलाओं ने उनसे गांव में बिकने वाली अवैध महुआ शराब की शिकायत की थीं। तब उन्होंने एकजुट होकर गांव में बिकने वाली अवैध शराब को बंद कराने के लिए कोतरा रोड थाना पहुंचकर ज्ञापन सौंपा था। तब पुलिस ने उन्हें छठ पूजा के बाद कार्रवाई करने का आश्वासन दिया था।
इसके बाद उन्होंने इस मामले की शिकायत एसपी ऑफिस पहुंचकर की, जिसके बाद पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर उसी दिन शाम करीब 4 बजे पुलिस टीम पहुंचकर छापामार कार्रवाई करते हुए शराब पकड़ा गया। इसके बाद गांव की 18 समिति की महिलाएं घर-घर जाकर चेक किया गया कि इस कार्रवाई के बावजूद कहीं फिर से शराब तो नहीं बनाया जा रहा है। तब शराब का कारोबार करने वाले लोगों के द्वारा उनसे गाली-गलौज करते हुए दोबारा घर आने पर झूठे केस में फंसाने की धमकी दी गई थी।
महिला सरपंच ने यह भी बताया कि बेटे को जान से मारने की धमकी देते हुए उसके साथ जमकर मारपीट की गई। इसकी शिकायत करने के बावजूद पुलिस के द्वारा किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं करने से नाराज होकर वे आज थाने पहुंची है।
इस मामले में पूर्व मंत्री एवं खरसिया विधायक उमेश पटेल ने बताया कि आज सुबह उन्हें फोन के जरिये सूचना मिली कि कोसमपाली की महिलाओं के साथ थाने में दुव्र्यवहार हो रहा है। कल शाम रिपोर्ट लिखाने पहुंची महिलाओं को यहां के टीआई ने उल्टा उन्हीं पर एफआईआर हो जाने की बात कही गई। इस वजह से आज भारी संख्या में महिलाएं थाने पहुंची है और इन महिलाओं ने थाने के अलावा एसपी ऑफिस में ज्ञापन सौंपा था और जिस तरह से गांव में शराब बिक रही, जिससे गांव के बच्चे बिगड़ रहे हैं।
उमेश पटेल ने कहा कि महिलाओं का आरोप था कि शराब कारोबारी के द्वारा सरपंच के बेटे के साथ मारपीट की गई है और पुलिस आरोपी को संरक्षण दे रही है। जब से प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी है, तब से पुलिस का जनता के प्रति जो रवैया बहुत ही गलत रवैया है। शराब माफियाओं को जिस तरह से संरक्षण दिया जा रहा, उसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। गांव में जिस तरह महिलाएं संगठित हैं, इन्हें तोडऩे का काम किया जा रहा है और इन्हें डराने-धमकाने का काम किया जा रहा है। इस मामले में पुलिस अगर एकतरफा कार्रवाई करेगी तो हम भी आगे कार्रवाई करेंगे।
रायगढ़ के पूर्व विधायक प्रकाश नायक ने बताया कि शराबबंदी की मांग को लेकर कोसमपाली गांव की महिलाएं यहां पहुंची है। हम सब देख रहे हैं कि जब से भाजपा की सरकार आई है। तब से शराब की कोचियागिरी बढ़ गई है। इन महिलाओं ने पहले कोतरा रोड थाने के अलावा एसपी ऑफिस में शिकायत की थी, जिसके बाद थाने से एक टीम गांव पहुंची थी। इस शिकायत के बाद शराब कोचिये ने महिला सरपंच पर हमला कर दिया था, जिससे वह घायल हो गई थीं। कुल मिलाकर यह भाजपा की सरकार में आरोपियों को संरक्षण दिया जा रहा है।