1930 में काले परिवार ने ली ऑटोमोबाइल की पहली डीलरशिप
रायपुर, 10 नवंबर। जयका समूह के प्रबंध निदेशक रोहित काले ने बताया कि छत्तीसगढ़ एवं विदर्भ क्षेत्र के ऑटोमोबाइल व्यवसाय जगत में महत्वपूर्ण स्थान रखने वाला प्रतिष्ठित जयका समूह इस वर्ष अपनी स्थापना की 70वीं जयंति मना रहे हैं। इस विशिष्ट उपलब्धि की खुशियां मनाने जयका समूह द्वारा जयका ऑटोमोबाइल्स एंड फायनेंस प्रा.लि., रिंग रोड नं. 1, रायपुरा, रायपुर में एक भव्य रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। लगभग 750 अधिकारियों एवं कर्मचारियों की उपस्थिति में आयोजित इस कार्यक्रम का शुभारंभ जयका समूह के संस्थापक स्व. श्री पुरूषोत्तम बालकृष्ण काले एवं अन्य पूर्व प्रबंध निदेशकों के चित्र पर माल्यार्पण के साथ प्रारंभ हुआ।
श्री रोहित काले तथा श्रीमति रश्मि काले (वर्ष 2024-26 हेतु अखिल भारतीय स्तर पर फाडा के डब्ल्यूआईएफ की चेयरपर्सन) एवं उनके सुपुत्र श्री कौस्तुभ काले उपस्थित थे। कार्यक्रम में उपस्थित अधिकारियों एवं कर्मचारियों को संबोधित करते हुए श्री रोहित काले ने कहा कि 94 वर्ष पुरानी परिवार की ऑटोमोबाइल बिजनेस परंपरा को आगे बढ़ा रहे तथा 70 साल पुराने जयका ग्रुप को नई बुलंदियों पर ले जा रहे हैं।
श्री काले ने बताया कि आजादी के पूर्व 1930 में मध्य भारत की पहली ऑटोमोबाइल डीलरशिप समूह की स्थापना स्व. पुरषोत्तम बी. काले ने फोर्ड मोटर्स एवं फोर्डसोन ट्रैक्टर्स की सेंट्रल प्रोविनेन्स व बरार के 32 जिलों में एक साथ प्रोविंशियल ऑटोमोबाइल के नाम से की थी। पैसेंजर कार से कमर्शियल व्हीकल शोरूम भी स्व. पी.बी. काले ने शुरू की। उन्होंने वर्ष 1954 में महिंद्रा एन्ड महिंद्रा की पूर्ण रेंज डीलरशिप प्रोविंशियल ऑटोमोबाइल्स नाम से ली, जयका मोटर्स के नाम पर टेल्को का टाटा कमर्शियल व्हीकल का डीलरशिप का स्थापना किए, हिंदुस्तान मोटर का पैसेंजर कार का डीलरशिप प्रोविंशियल ऑटोमोबाइल्स नाम से लिए।
श्री काले ने बताया कि इसी साल स्व. पी.बी. काले, श्री पी. एस. जैन के साथ पार्टनरशिप में जयका ब्रांड की स्थापना की तथा टेल्को (वर्तमान टाटा मोटर्स ) की डीलरशिप जयका मोटर्स के नाम से ली गई। वर्ष 1955 में भिलाई मोटर के नाम पर दुर्ग में टेल्को का कमर्शियल व्हीकल का डीलरशिप लिए। वर्ष 1981 में स्व. श्री सतीश काले और श्री कुमार काले के नेतृत्व में काले परिवार को रायपुर छत्तीसगढ़ में टाटा मोटर्स की डीलरशिप का अवसर जयका ब्रांड के साथ फिर प्राप्त हुआ।
श्री काले ने बताया कि जो जयका ऑटोमोबाइल एंड फाइनेंस प्राइवेट लिमिटेड के नाम से आज भी जारी है। 1998 में विदर्भ में हुंडई मोटर्स और टाटा पैसेंजर वाहनों की डीलरशिप के बाद वर्ष 2000 में रायपुर में शिवनाथ हुंडई की स्थापना हुई। 2003 में जयका इन्श्योरन्स एन्ड ब्रोकरेज की स्थापना, 2007 में रायपुर में ट्रेलर-टिप्पर का निर्माण भी शुरू हुआ।