ताजा खबर
मछलीपट्टनम (आंध्र प्रदेश), 8 नवंबर। आंध्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष वाईएस शर्मिला ने शुक्रवार को युवजन श्रमिक रायथू कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) के प्रमुख वाईएस जगन मोहन रेड्डी से इस्तीफा देने की मांग की।
शर्मिला ने कहा कि अगर विधानसभा सत्र में भाग लेने का साहस नहीं है, तो उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए।
शर्मिला की यह मांग वाईएसआरसीपी द्वारा 11 नवंबर से शुरू होने जा रहे विधानसभा के आगामी सत्र का बहिष्कार करने के निर्णय के बाद आई है।
कृष्णा जिले के मछलीपट्टनम में कांग्रेस के एक कार्यक्रम के दौरान पत्रकारों से बातचीत में शर्मिला ने कहा, "उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए। चाहे वह जगन मोहन रेड्डी हों, उनके विधायक हों या वाईएसआरसीपी के नेता हों, अगर उनमें विधानसभा जाने का साहस नहीं है तो उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए।"
इससे पहले कार्यक्रम के दौरान शर्मिला ने राज्य में जाति जनगणना की मांग की और इस बात पर जोर दिया कि कांग्रेस पार्टी पिछड़े वर्गों के विकास के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कहा कि देश के सबसे बड़े जनसंख्या समूह पिछड़ी जातियों के लिए न्याय सुनिश्चित करने के लिए जाति जनगणना कराई जानी चाहिए।
शर्मिला ने यह भी कहा कि संसाधनों का वितरण जाति के आधार पर किया जाना चाहिए और उन्होंने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू से जाति जनगणना कराने का आग्रह किया।
इसके अलावा उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह पिछड़ी जातियों के लिए गर्व की बात है, लेकिन आरोप लगाया कि उनके नेतृत्व में समुदाय को ज्यादा लाभ नहीं हुआ है।
शर्मिला ने दावा किया कि भाजपा के वरिष्ठ नेता और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 2017 में पिछड़ा वर्ग जाति जनगणना का वादा किया था, लेकिन बाद में उस वादे से मुकर गए।
भाजपा पर ऊंची जातियों की पार्टी होने का आरोप लगाते हुए शर्मिला ने कहा कि भाजपा पिछड़ों का समर्थन नहीं करती। (भाषा)