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खराब गुणवत्ता के चांवल रिप्लेस करने कलेक्टर ने दिए निर्देश
कोरबा, 2 जनवरी। नागरिक आपूर्ति निगम के गोदामों में भण्डारित चांवल में से खराब गुणवत्ता के चांवल रिप्लेस किए जाएंगे। कलेक्टर रानू साहू ने खराब गुणवत्ता के चांवल के बदले अच्छी गुणवत्ता के चांवल संबंधित मिलर से बदलवाने के निर्देश जारी कर दिए हैं। कोरबा एवं छुरी के गोदामों में छह हजार 255 क्विंटल अमानक चांवल के बदले अच्छी गुणवत्ता के चांवल भण्डारित किए जाएंगे। जिला प्रशासन द्वारा नान गोदाम में भण्डारित चांवल के गुणवत्ता परीक्षण के लिए जांच समिति गठित किया गया है। जांच समिति द्वारा वेयर हाउस कॉर्पोरेशन के कोरबा एवं छुरी के गोदामों में उपलब्ध 59 स्टेकों से चांवल का सैम्पल परीक्षण के लिए लिया गया था। जांच में 54 स्टेक मानक श्रेणी के अंतर्गत पाया गया।
पांच स्टेकों में 16 हजार एकल बोरी में उपलब्ध छह हजार 255 क्विंटल चांवल में ब्रोकन एवं डिस्कलर की मात्रा निर्धारित मापदण्ड से अधिक पाया गया। परीक्षण के दौरान रिजेक्शन लिमिट वाले पांच स्टेकों के चांवल को संबंधित मिलर से रिप्लेस करवाने के निर्देश जारी किए गए हैं।
कोरबा । कोरबा जिले के कुदुरमाल धान खरीदी केंद्र में बेमौसम बारिश से धान भीगने के मामले में लापरवाह फड़ प्रभारी चंद्रकुमार राठौर को निलंबित कर दिया गया है। समाचार पत्रों में प्रकाशित खबर पर स्वतः संज्ञान लेकर कलेक्टर श्रीमती रानू साहू ने इसकी जांच के निर्देश दिए थे।। कलेक्टर के निर्देश पर कुदुरमाल उपार्जन केंद्र में बेमौसम बारिश से धान के गीले होने की जांच डीआरसीएस, नायब तहसीलदार और जिला सहकारी बैंक के नोडल अधिकारी के दल ने की । जांच दल ने उपार्जन केंद्र में किसानों से समर्थन मूल्य पर खरीदे गए धान के भीगने में फड़ प्रभारी चंद्र कुमार राठौर की लापरवाही पाई। कलेक्टर की अनुशंसा पर लापरवाह फड़ प्रभारी को निलंबित कर दिया गया है।
इस बारे में डीआरसीएस बसंत कुमार ने बताया कि कलेक्टर के निर्देश के बाद कुदुरमाल धान खरीदी केंद्र की जांच की गई। जांच के दौरान मौजूद फड़ प्रभारी और काम करने वाले हमालो ने बताया कि 28 दिसंबर की शाम बेमौसम बारिश और तेज अंधी तूफान जैसी हवा से तारपोलिन उड़ जाने के कारण केंद्र में रखा 49 बोरी धान गीला हो गया था। इस धान को कर्मचारियों द्वारा सूखे बारदाने में पलटी कर सुरक्षित किया गया है। आज धन में नमी की मात्रा 16.6 पाई गई है और धान पूरी तरह सुरक्षित है। कुदुरमाल उपार्जन केंद्र में लगभग सात हजार क्विंटल धान को ढकने के लिए तारपोलिन की पूरी व्यवस्था है परंतु फड़ प्रभारी चंद्र कुमार राठौर की लापरवाही से बेमौसम बारिश से धान को बचाने की समय पर करवाई नही की गई और 49 बोरी धान बारिश में भीग गया। पर धान पूरी तरह सुरक्षित है उसे कोई नुकसान नही हुआ है। फड़ प्रभारी को इस लापरवाही के लिए निलंबित कर दिया गया है। वर्तमान में केंद्र में बने सात चबूतरों पर 4 हज़ार क्विंटल धान सुरक्षित रखा गया है और केंद्र से धान का उठाव जारी है।
खराब गुणवत्ता के चांवल रिप्लेस करने कलेक्टर ने दिए निर्देश
कोरबा। नागरिक आपूर्ति निगम के गोदामों में भण्डारित चांवल में से खराब गुणवत्ता के चांवल रिप्लेस किए जाएंगे। कलेक्टर श्रीमती रानू साहू ने खराब गुणवत्ता के चांवल के बदले अच्छी गुणवत्ता के चांवल संबंधित मिलर से बदलवाने के निर्देश जारी कर दिए हैं। कोरबा एवं छुरी के गोदामों में छह हजार 255 क्विंटल अमानक चांवल के बदले अच्छी गुणवत्ता के चांवल भण्डारित किए जाएंगे।
जिला प्रशासन द्वारा नान गोदाम में भण्डारित चांवल के गुणवत्ता परीक्षण के लिए जांच समिति गठित किया गया है। जांच समिति द्वारा वेयर हाउस कॉर्पोरेशन के कोरबा एवं छुरी के गोदामों में उपलब्ध 59 स्टेकों से चांवल का सैम्पल परीक्षण के लिए लिया गया था। जांच में 54 स्टेक मानक श्रेणी के अंतर्गत पाया गया। पांच स्टेकों में 16 हजार एकल0 बोरी में उपलब्ध छह हजार 255 क्विंटल चांवल में ब्रोकन एवं डिस्कलर की मात्रा निर्धारित मापदण्ड से अधिक पाया गया। परीक्षण के दौरान रिजेक्शन लिमिट वाले पांच स्टेकों के चांवल को संबंधित मिलर से रिप्लेस करवाने के निर्देश जारी किए गए हैं।
महिला नर्स अपहरण, करीबी निकला मास्टरमाइंड, 5 बंदी, 1 फरार
डरा धमका कर 2 करोड़ रुपए वसूलने की थी योजना
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 28 दिसंबर। महिला नर्स अपहरण कांड के 5 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, वहीं एक फरार है। महिला का करीबी मुख्य साजिशकर्ता है। सीसीटीवी फुटेज एवं स्कॉर्पियो के रजिस्ट्रेशन नंबर ने पुलिस को आरोपियों तक पहुंचाया। डरा धमका कर 2 करोड़ रुपए वसूलने की योजना थी। पुलिस कीनाकेबंदी से घबराकर जंगल में छोडऩे आरोपी मजबूर हो गए।
पुलिस के अनुसार 25 दिसंबर को रात्रि करीब 8.30 बजे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भिलाई बाजार में कार्यरत एक नर्स को अज्ञात स्कार्पियो सवार अपहरणकर्ताओं द्वारा अपहरण किए जाने की सूचना मिलने पर चौकी हरदीबाजार थाना कुसमुंडा में अपराध दर्ज कर विवेचना में लिया गया था।
घटना की सूचना मिलने पर पुलिस अधीक्षक कोरबा भोजराम पटेल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा, नगर पुलिस अधीक्षक दर्री लितेश सिंह रात्रि में ही घटनास्थल पर पहुंचकर घटना स्थल का मुआयना किया एवं अलग-अलग टीम का गठन कर अलग अलग दिशाओं में भेजा गया तथा जिले में नाकेबंदी करवाकर संदिग्ध वाहनों की चेकिंग करवाया जा रहा था।
घटना की सूचना मिलने पर पुलिस महानिरीक्षक बिलासपुर रतनलाल डांगी रात्रि में ही 1 बजे पुलिस चौकी हरदी बाजार पहुंचे एवं मामले के बारे में जानकारी लेकर अधिकारियों को उचित दिशा निर्देश गए थे।
पुलिस टीम द्वारा रात्रि में ही अलग-अलग दिशाओं में अपहृत महिला एवं अपहरणकर्ताओं के भागने के सभी रास्तों पर सघन चेकिंग अभियान चलाया जा रहा था। पुलिस के बढ़ते दबाव एवं सभी दिशाओं में की गई नाकेबंदी के कारण अज्ञात अपहरणकर्ताओं द्वारा अपहृत महिला को रतीजा के आगे जंगल में छोडक़र फरार हो गए थे, जिसे पुलिस टीम द्वारा बरामद कर परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया था।
अपहृत महिला के बरामद हो जाने से पुलिस टीम को तत्कालिक सफलता मिल गई थी, किंतु अज्ञात आरोपियों की गिरफ्तारी एवं अपहरण के कारण का पता लगाने के लिए पुलिस महानिरीक्षक श्री डांगी द्वारा पुलिस अधीक्षक कोरबा को निर्देश दिए गए थे।
आज पत्रकार वार्ता में पुलिस अफसरों ने बताया कि इस मामले में पूछताछ के दौरान एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया था कि अज्ञात अपहरणकर्ताओं द्वारा जिस स्कॉर्पियो वाहन में अपहरण किया था वह सीजी-12 पासिंग की थी, इस आधार पर सीजी-12 पासिंग के सफेद रंग के स्कॉर्पियो के पंजीकृत स्वामियों की जानकारी परिवहन कार्यालय कोरबा से प्राप्त किया गया, सभी वाहनों के बारे में पता किया गया। साथ ही प्रथम दृष्टया ऐसा प्रतीत हो रहा था कि घटना को महिला के किसी करीबी व्यक्ति के द्वारा ही किया गया है, इस आधार पर घटनास्थल के आसपास के इलाके में चलने वाले स्कॉर्पियो वाहन को पहले टारगेट में किया गया।
परिवहन कार्यालय से जानकारी मिली कि कुसमुंडा, गेवरा, हरदी बाजार, दीपका इलाके में सीजी-12 पासिंग की कुल 21 स्कार्पियो वाहन चल रही हैं। इस आधार पर सभी 21 स्कॉर्पियो वाहन के बारे में गोपनीय तौर पर जानकारी एकत्रित की गई कि घटना दिनांक को वाहन कहां-कहां पर चल रहे थे। पतासाजी के दौरान जानकारी मिली कि स्कॉर्पियो क्रमांक सीजी-12-एडब्ल्यू-4542 जो संदीप कुमार मानिकपुरी के नाम पर पंजीकृत है, जिसे वाहन चालक अरविंद प्रताप कोर्राम घटना दिनांक को चला रहा था।
अरविंद प्रताप को हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर उसने बताया कि संजीव कुमार गोंड़ नामक व्यक्ति घटना दिनांक को 3 हजार रुपए में वाहन को बुक किया था। अरविंद से सख्ती से पूछताछ करने पर उसने घटना के बारे में विस्तार से जानकारी दी। अरविंद प्रताप से मिली जानकारी के आधार पर संजीव कुमार गोंड़ निवासी चोढ़ा चौकी हरदीबाजार को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। उसने बताया कि आरोपी सुरेंद्र कुमार राठौर भठोरा चौकी हरदी बाजार का मामले का मास्टर माइंड है, जिसने संजीव कुमार को महिला के अपहरण हेतु 3 लाख रुपए में सुपारी दिया था। घटना के कुछ दिन पूर्व आरोपी सुरेंद्र कुमार राठौर, संजीव कुमार गोंड़, शत्रुघ्न सिंह गोंड, गोवा राज एवं सुनील सिंह आपस में मिलकर महिला के अपहरण के बारे में योजना बनाए।
उधार का रकम वसूलने एवं मुआवजे की रकम बनी अपहरण का मुख्य कारण
आरोपी सुरेंद्र कुमार राठौर पूर्व में अपहृत महिला को 80 हजार रुपए उधार में दिया था, जिसे महिला वापस नहीं कर रही थी। साथ ही महिला को मुआवजा में बड़ी रकम मिली थी जिससे लालच में आकर आरोपी सुरेंद्र राठौर ने अपहरण की योजना बनाई।
महिला का करीबी निकला मुख्य साजिशकर्ता
मामले में गिरफ्तार आरोपी सुरेंद्र कुमार राठौर महिला से पूर्व परिचित एवं उसके परिवार का करीबी है, जिसे मालूम था कि महिला को एसईसीएल से मुआवजे में बड़ी रकम मिली है। आरोपी सुरेंद्र कुमार राठौर की योजना थी कि महिला को अपहरण कर उससे 2 करोड़ रुपए फिरौती की मांग की जाए, क्योंकि महिला के पति की मौत हो चुकी है और महिला अकेले रहती है, इसलिए आसानी से उसे रकम हासिल किया जा सकता है।
सुरेंद्र राठौर ने योजना बनाई कि संजीव कुमार गोंड़ अपने साथियों के साथ स्कॉर्पियो में लेकर महिला को जंगल की ओर चले जाएगा, बाद में सुरेंद्र कुमार राठौर महिला को खोजते खोजते घटनास्थल की ओर पहुंचेगा और महिला और अपहरणकर्ताओं के बीच मध्यस्थ की भूमिका निभा का रकम देने हेतु तैयार करेगा।
इस तरह से दिया घटना को अंजाम
मुख्य आरोपी एवं साजिशकर्ता सुरेंद्र कुमार राठौर ने अन्य आरोपीगण को बताया कि महिला प्रतिदिन रात्रि में 8 बजे ड्यूटी के लिए जाती है, घर से निकलते ही उसका अपहरण किया जा सकता है। घटना दिनांक को महिला जैसे ही अपने घर से ड्यूटी के लिए बाहर निकलती, उसे वहीं पर अपहरण करना था, किंतु वहां पर भीड़ होने के कारण आरोपी अपने प्लान में बदलाव किया और महिला को पीछा करते हुए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भिलाईबाजार तक पहुंचे और जैसे ही महिला अस्पताल के पास पहुंची, आरोपी संजीव कुमार गोंड़ और शत्रुघ्न गोंड नीचे उतरे और महिला को जबरन उठाकर वाहन में भर लिया और फरार हो गए।
रात भर जंगल में अलग-अलग रास्तों पर घुमाया
मामले में अपहृत महिला को आरोपी संजीव कुमार गोंड़, शत्रुघ्न गोंड, अरविंद प्रताप सिंह, गोवा राज और सुनील सिंह स्कॉर्पियो वाहन में लेकर रतीजा के आगे और बोइदा के बीच के जंगलों में अलग-अलग लोकेशन पर रातभर घुमाते रहे और सुरेंद्र कुमार राठौर के अगले आदेश का इंतजार करते रहे।
सहानुभूति हासिल करने आरोपी सुरेंद्र निकला तलाश में
मुख्य आरोपी सुरेंद्र राठौर अपहृत महिला एवं परिवार की सहानुभूति प्राप्त करने हेतु अपने एक अन्य साथी मुकेश यादव नामक व्यक्ति के साथ रात में ही कडक़ड़ाती ठंड में बुलेट मोटरसाइकिल से आरोपी को खोजने हेतु निकला और अलग-अलग स्थानों पर रातभर खोजने का नाटक करता रहा।
कड़ी नाकेबंदी से महिला को जंगल में छोड़ कर भागे
घटना की सूचना मिलते ही कोरबा पुलिस द्वारा आरोपियों के भागने के संभावित रास्तों पर कड़ी नाकेबंदी कर दी गई थी और लगातार वाहनों की चेकिंग की जा रही थी, जिसकी सूचना सोशल मीडिया के माध्यम से हो गई थी। अपहरणकर्ता जंगल में अलग-अलग दिशाओं में घूम रहे थे। अपहरणकर्ताओं ने सुरेंद्र राठौर को फोन कर बताया कि चारों तरफ पुलिस की नाकेबंदी है, पकड़े जाने का खतरा है। हम लोग महिला को लेकर बाहर नहीं नहीं जा सकते। पकड़े जाने से भयभीत होकर महिला को बोइदा के पास जंगल में छोड़ कर भाग गए।
इसके बाद आरोपी सुरेंद्र कुमार राठौर महिला को खोजते हुए बोइदा जंगल में पहुंचा और अपने बुलेट में बैठा कर वापस लेकर आया। महिला को पुलिस के पास न ले जाकर कर सीधे खरमोरा हाउसिंग बोर्ड स्थित अपने घर पर ले गया और अपहरणकर्ताओं द्वारा जंगल में छोड़े जाने और सुरेंद्र कुमार राठौर के द्वारा महिला को जंगल से घर तक लाने की बात को पुलिस को न बताने हेतु समझाया।
स्कॉर्पियो जब्त, 5 आरोपी गिरफ्तार
पुलिस ने बताया कि मामले में आरोपीगण द्वारा घटना में उपयोग किए गए स्कार्पियो वाहन सीजी-12 एडब्ल्यू 4542 को बरामद कर लिया गया है। मामले में मुख्य साजिशकर्ता आरोपी सुरेंद्र कुमार राठौर, अरविंद प्रताप सिंह, शत्रुघ्न सिंह, संजीव कुमार, गोवा राज को गिरफ्तार कर लिया गया है, जिन्हें न्यायिक रिमांड पर भेजा जा रहा है, वहीं 1 आरोपी सुनील कुमार सिंह फरार है जिसे शीघ्र ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
एसपी ने की 10 हजार नगद इनाम की घोषणा
उपरोक्त मामले में अपहृत महिला को बरामद करने एवं आरोपियों को गिरफ्तार करने में शामिल सभी अधिकारी कर्मचारियों को पुलिस अधीक्षक कोरबा भोजराम पटेल ने 10 हज़ार रुपए नगद पुरस्कार से पुरस्कृत करने की घोषणा की है।
उक्त कार्रवाई में थाना प्रभारी कुसमुंडा निरीक्षक लीलाधर राठौर, चौकी प्रभारी हरदी बाजार निरीक्षक अभय सिंह बैस, सायबर सेल प्रभारी उप निरीक्षक कृष्णा साहू, प्रधान आरक्षक अश्वनी वर्मा,आर जितेंद्र रात्रे, संजय चंद्रा डेमन ओगरे, विकेश्वर सिंह, प्रशांत सिंह, रवि चौबे गंगाराम डांडे का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।
गिरफ्तार आरोपी -
1- सुरेंद्र कुमार राठौर उम्र 25 वर्ष निवासी भठोरा चौकी हरदी बाजार
2- संजीव कुमार गोंड उम्र 30 वर्ष निवासी ग्राम चोढा चौकी हरदी बाजार
3- अरविंद प्रताप सिंह कोर्राम उम्र 27 वर्ष निवासी गांधीनगर सिरकी पाली रोड थाना दीपका
4- सत्रुघन सिंह रोड उम्र 35 वर्ष निवासी ग्राम चोढा चौकी हरदी बाजार
5 - गोवा राज उम्र 43 वर्ष निवासी चोढा चौकी हरदी बाजार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 26 दिसंबर। नाइट ड्यूटी पर जा रही नर्स का अपहरण जिन लोगों ने किया था उन्होंने कुछ घंटे के बाद उसे उसके घर पर छोड़ दिया था और इधर पुलिस छापामारी कर रही थी। महिला अपने अपहरण की बात घर के नजदीक थाने में बताने के बजाय चुपचाप कोरबा चली गई।
मालूम हो कि हरदी बाजार पुलिस चौकी इलाके के भिलईबाजार से नर्स ओम साहू का शुक्रवार की रात तब अपहरण कर लिया गया था, जब वह ठीक अस्पताल के पास नाइट ड्यूटी के लिए पहुंची थी। लोगों ने देखा कि दो लड़कों ने उसे उसकी स्कूटी से गिरा दिया और मुंह दबाकर स्कॉर्पियो में भरकर ले गए।
स्टाफ के लोगों ने स्कॉर्पियो का पीछा किया लेकिन वे हरदीबाजार की तरफ भाग निकले। नर्स को अगवा किए जाने की सूचना तुरंत पुलिस को दी गई थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए रात में ही पुलिस महानिरीक्षक रतनलाल डांगी बिलासपुर से कोरबा सड़क रास्ते निकल गए थे।
यह घटना उस दिन हुई थी जब कानून व्यवस्था की समीक्षा करने के लिए गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू कोरबा पहुंचे थे।
पुलिस रात भर इधर-उधर नाकेबंदी कर गाड़ियों की चेकिंग और छापेमारी कर रही थी लेकिन नर्स की कोई जानकारी नहीं मिली। अगले दिन सुबह जब पुलिस ने फोन के जरिए परिवार वालों से संपर्क किया तो उसकी बेटी ने फोन उठाया। बेटी ने बताया कि उसकी मां रात में ही घर आ गई। साथ ही यह बताया कि वह कोरबा पहुंच गए हैं। बेटी ने अपनी मां से भी बात कराने के लिए पुलिस को फोन दे दिया। मामला तब गंभीर हो गया जब बात करते-करते नर्स ने फोन काट दिया। पुलिस ने डायल किए गए नंबर का लोकेशन ट्रेस किया और वहां अगवा की गई नर्स मिल गई।
पुलिस को सुराग मिला है कि नर्स महिला से उसका बेटा नाराज चल रहा था। हाल ही में महिला ने एसईसीएल को एक जमीन बेची है, जिसमें उसे 12 लाख रुपए मिले। उसका बेटा बाइक खरीदने की ज़िद कर रहा था। पुलिस को आशंका है कि नर्स को उसके बेटे ने ही अगवा किया था। इसीलिए वह अपने अपहरण के बारे में पुलिस को कोई भी जानकारी देने से कतरा रही है।
पुलिस जल्द ही इस मामले का खुलासा कर सकती है।
पत्रकारवार्ता में पुलिस खुलासा करेगी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 26 दिसंबर। कोरबा में अस्पताल के सामने से अगवा नर्स को पुलिस ने बरामद कर लिया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। कुछ ही देर में पत्रकारवार्ता कर पुलिस अफसर जानकारी देंगे।
ज्ञात हो कि हरदीबाजार पुलिस चौकी अंतर्गत आने वाले ग्राम भठोरा में निवासरत ओम साहू( 40)भिलाईबाजार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में नर्स के पद पर पदस्थ है। शनिवार को रात करीब आठ बजे घर से अपनी स्कूटी में अस्पताल ड्यूटी जाने निकली। अभी वह अस्पताल के ठीक सामने पहुंची थी कि बिना नंबर की एक स्कार्पियो उसके पीछे पहुंची और उसमें उतरे दो बदमाश रास्ता रोक कर नर्स को स्कूटी से नीचे उतारे और हाथ खींच कर स्कार्पियो में जबरदस्ती बैठा कर अपहरण कर ले गए। इस घटना को अस्पताल में मौजूद कर्मचारियों व अन्य लोगों ने देखा। कुछ लोग चिल्लाते हुए स्कार्पियों का पीछा करने का प्रयास किए पर देखते ही देखते अपहरणकर्ता लोगों की आंखों से ओझल हो गए।
इस घटना की जानकारी नर्स के पुत्र राजा साहू व पुत्री प्रियंका साहू को दी गई, साथ ही पुलिस को भी इससे अवगत कराया गया। चौकी प्रभारी भाग कर मौके पर पहुंचे। यहां प्रत्यक्षदर्शियों से जानकारी एकत्र करने पर पता चला कि अपहरणकर्ता भिलाई से हरदीबाजार रलिया रोड की ओर भागे हैं। तत्काल इसकी सूचना कंट्रोल रूम में दी गई और जिले में नाकेबंदी कर चौक चौराहों में वाहनों की जांच शुरू कर दी गई थी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 14 दिसंबर। अवैध उत्खनन पर राजस्व विभाग ने ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए पांच ट्रैक्टर और एक जेसीबी मशीन जब्त किया है।
ज्ञात हो कि जिले में अवैध उत्खनन को रोकने के लिए जिला प्रशासन द्वारा सतर्क होकर लगातार निगरानी किया जा रहा हैं। अवैध उत्खनन करने वालों पर लगातार कार्रवाई की जा रही है। इसी कड़ी में ग्राम नकटीखार में मुरूम का अवैध उत्खनन कर रहे लोगों पर छापामार कार्रवाई की गई।
राजस्व अमला द्वारा छापामार कार्रवाई के दौरान नकटीखार में अवैध रूप से मुरूम का खनन कर रहे लोगों के ट्रैक्टर और जेसीबी मशीन को जब्त किया गया है। नकटीखार में अवैध खनन करते हुए पांच ट्रैक्टर और एक जेसीबी मशीन को तहसीलदार हरिशंकर यादव की संयुक्त टीम द्वारा पकड़ा गया है। अवैध उत्खनन में शामिल सभी मशीनों को जब्त कर कानूनी कार्रवाई की गई है।
24 घंटे से एसडीआरएफ की टीम कर रही तलाश
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 13 दिसंबर। परिवार के साथ पिकनिक मनाने गया 10 की छात्र हसदेव नदी में डूब गया। पिछले 24 घंटे से बचाव दल उसकी नदी में तलाश कर रहा है। बालक के डूबने से उसके परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है।
15 वर्षीय आयुष्मान सिंह इंडस पब्लिक स्कूल का छात्र है। उनके पिता अशोक प्रवीण सिंह मारूति क्लीन कोल एंड पॉवर लिमिटेड में डिप्टी मैनेजर हैं। उनका घर कोरबा के परममित्र नगर बतारी में है। रविवार को पूरा परिवार जांजगीर जिले के देवरी पिकनिक स्पॉट पिकनिक मनाने के लिये गया था।
परिवार के कुछ लोगों के साथ आयुष्मान नहाने के लिये नदी में उतर गया। इस बीच अचानक वह नदी में डूब गया। साथ गये लोगों का कहना है कि वह किस समय और कैसे डूब गया, इसका उन्हें पता ही नहीं चला। जिस जगह पर हादसा हुआ है वह बड़ी चट्टानों से घिरा है और पानी बहुत गहरा है। अनुमान लगाया जा रहा है कि नहाने के लिये कूदने पर उसका पैर किसी पत्थर में फंस गया होगा। पहले भी पत्थर में फंसने के कारण कुछ मौतें इस जगह पर हो चुकी है। एसडीआरएफ की टीम ने रविवार को देर रात तक आयुष्मान की तलाश की और आज सोमवार की सुबह से भी तलाश के लिये दल नदी में है। पुलिस व प्रशासन की टीम भी वहां मौजूद है। घटना के 24 घंटे बीत जाने के बाद भी उसका पता नहीं चला है।
बिलासपुर में सिपाही पर हुई है कार्रवाई
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 11 दिसंबर। कटघोरा थाने की जटगा पुलिस चौकी के प्रधान आरक्षक सत्यनारायण कंवर को एक कारोबारी के घर में नशे की हालत में घुसकर हंगामा करने का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस अधीक्षक ने निलंबित कर दिया है।
मिली जानकारी के मुताबिक कंवर ने कल शाम 7 बजे जायसवाल जनरल स्टोर पहुंचा, जहां जायसवाल परिवार का घर भी है। घर पहुंचकर वह नशे में उल्टी सीधी बातें करने लगा। वह कहने लगा कि यहां का साहब मैं ही हूं। नशे में प्रधान आरक्षक को देखकर जायसवाल परिवार ने वीडियो रिकॉर्ड करना शुरू कर दिया। जायसवाल कहते दिखाई दे रहे हैं कि हवलदार ने दुकान में नशे की हालत में महिलाओं के साथ मारपीट की नीयत से हाथ पकड़ने की कोशिश की। वीडियो में उसके जायसवाल परिवार की महिलाओं के साथ हाथापाई की कोशिश दिख रही है। हवलदार कंवर किसी फेसबुक पोस्ट की बार-बार बात कर रहा था। इससे ऐसा प्रतीत होता है कि जायसवाल की ओर से किये गये किसी पोस्ट पर उसे नाराजगी थी। इसके बाद काफी देर तक वह सड़क पर भी हंगामा करता रहा। बहरहाल, पूरा वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इसके बाद पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल ने कदाचरण पाते हुए हवलदार को निलंबित कर रक्षित केंद्र कोरबा में हाजिरी देने के लिये कहा है।
नशे में हंगामा, बिलासपुर में भी निलंबन
कल ही बिलासपुर में पुलिस अधीक्षक पारुल माथुर ने एक आरक्षक रजनीश लहरे को निलंबित किया है। वह भी नशे की हालत में पुराना बस स्टैंड में एक बुजुर्ग से मारपीट की थी। वह नशे में अपनी वर्दी भी फाड़ डाली।
बालकोनगर, 8 दिसंबर। वेदांता समूह की कंपनी भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) ने हेल्पएज इंडिया के सहयोग से चलित स्वास्थ्य इकाई की शुरूआत की है। सामुदायिक विकास कार्यक्रम की इस परियोजना से कोरबा के 45 ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों के नागरिक लाभान्वित होंगे। पूर्व निर्धारित तीन स्थानों पर प्रतिदिन स्वास्थ्य शिविर आयोजित किए जाएंगे जहां जरूरतमंदों का नि:शुल्क उपचार किया जाएगा। कलेक्टर रानू साहू ने बालको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निदेशक अभिजीत पति एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में चलित स्वास्थ्य इकाई को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
‘उपचार आपके दरवाजे’ थीम पर संचालित चलित स्वास्थ्य इकाई में एमबीबीएस डॉक्टर के साथ अन्य प्रशिक्षित चिकित्साकर्मी सेवाएं देंगे। जरूरतमंदों को नि:शुल्क परामर्श और चिकित्सा सुविधाएं मिलेंगी। मुधमेह, उच्च रक्तचाप सहित अन्य सामान्य बीमारियों की जांच की सुविधा इकाई में मौजूद होगी। सामान्य बीमारियों के लिए दवाइयां नि:शुल्क दी जाएंगी। ऐसे वरिष्ठ नागरिक जो बिस्तर से उठ पाने में असमर्थ हैं, उन्हें स्वास्थ्य इकाई में तैनात चिकित्सा दल घर पर जाकर चिकित्सा मुहैया कराएगा। शिविरों के माध्यम से नागरिकों को पोषाहार एवं स्वच्छता के महत्व से परिचित कराया जाएगा।
22 शहरी क्षेत्रों के लगभग 46,000 नागरिकों को चलित शिविरों के माध्यम से स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध थीं। बालको और हेल्पएज इंडिया की पहल से 16 ग्रामीण क्षेत्रों में लगभग 15000 नागरिकों को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध होंगी। इस तरह चलित स्वास्थ्य शिविरों के जरिए लाभान्वित होने वाले नागरिकों की संख्या लगभग 60,000 हो जाएगी।
कलेक्टर ने ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने की दिशा में बालको की पहल को प्रशंसनीय बताया। उन्होंने बताया कि चलित स्वास्थ्य इकाई से दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों के नागरिकों को मदद मिलेगी। नागरिकों तक स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाना जिला प्रशासन की प्राथमिकता है। उन्होंने यह भी कहा कि चलित स्वास्थ्य इकाई के जरिए एकत्रित आंकड़ों की मदद से अधिक प्रभावी तरीके से लक्षित नागरिकों तक स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचेंगी। उन्होंने कहा कि सभी के एकजुट प्रयासों से समुदाय में सकारात्मक परिवर्तन संभव है।
श्री पति ने बताया कि सामुदायिक विकास कार्यक्रम के अंतर्गत जरूरतमंदों के लिए बेहतरीन स्वास्थ्य सुविधाएं सुनिश्चित करने के लिए बालको प्रबंधन कटिबद्ध है। चलित स्वास्थ्य इकाई से ग्रामीणों विशेषकर वरिष्ठ नागरिकों और बच्चों को लाभ मिलेगा। श्री पति ने कहा कि स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता की दिशा में चलित स्वास्थ्य इकाई अहम साबित होगी। उन्होंने विश्वास जताया कि जिला प्रशासन के मार्गदर्शन में बालको और हेल्पएज इंडिया की पहल से कोरबा जिला स्वास्थ्य सुविधाओं के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित करेगा।
फंसाने खुद पर चलवाई थी गोली, 20 लाख वसूली की थी तैयारी, पिस्टल-खाली कारतूस बरामद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 8 दिसंबर। पुलिस ने कुसमुंडा गोलीकांड की गुत्थी सुलझा ली है। इस मामले में पुलिस ने 2 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों द्वारा 20 लाख वसूलने की तैयारी थी। पुलिस ने घटना में प्रयुक्त पिस्टल एवम खाली कारतूस बरामद किया है। मामले में अन्य आरोपी फरार हैं, जिनकी तलाश की जा रही है।
पुलिस के अनुसार 28 नवंबर की रात्रि करीब 10.30 बजे प्रार्थी सुमित चौधरी चकरभाठा बिलासपुर के द्वारा पुलिस अधीक्षक कोरबा भोजराम पटेल को फोन के माध्यम से सूचित किया गया कि कुसमुंडा रेलवे साइडिंग के पास अशरफ खान, राजा खान एवं अभिषेक आनंद के द्वारा प्रार्थी को जान से मारने की नीयत से गोली मारा गया है, जो उसके जांघ में गोली लगी है।
पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल द्वारा तत्काल थाना प्रभारी कुसमुंडा निरीक्षक लीलाधर राठौर, सायबर सेल प्रभारी उप निरीक्षक कृष्णा साहू एवं सर्वमंगला चौकी प्रभारी सहायक उप निरीक्षक विभव तिवारी को मौके पर भेजा एवं घायल को जिला चिकित्सालय में भर्ती कराकर उपचार कराने एवं आरोपियों को गिरफ्तार करने के निर्देश दिए।
पूछताछ पर सुमित चौधरी ने बताया कि वह 28 नवंबर को अपने साथी दूजराम साहू के साथ बुलेट मोटर साईकल से कोरबा से बिलासपुर जा रहा था , कुसमुंडा रेलवे साइडिंग के पास कुछ लोगों को खड़े देखकर साइडिंग के अंदर गया। जहां पर राजा खान, अशरफ खान, अभिषेक आनंद एवं कुछ अन्य लोग खड़े थे, जिनके साथ बातचीत के दौरान द्वारा पूर्व रंजिश को लेकर अशरफ खान के द्वारा सुमित चौधरी को गोली मार दिया गया । गोली सुमित चौधरी के जांघ में लगी। सुमित चौधरी और दूजराम साहू ने वहां से भागकर अपनी जान बचाई। सुमित चौधरी के रिपोर्ट पर थाना कुसमुंडा में अपराध पंजीबद्ध कर जांच शुरु की गई।
प्रार्थी के द्वारा बताए गए घटनाक्रम घटनास्थल का निरीक्षण, चिकित्सकीय रिपोर्ट, बैलेस्टिक एक्सपर्ट की रिपोर्ट एवं अन्य परिस्थितिजन्य साक्ष्य के आधार पर प्रारंभ से ही लग रहा था कि मामला झूठा है, प्रार्थी द्वारा किसी बड़ी साजिश के तहत मामले में नामजद आरोपियों को फंसाने हेतु साजिश रचा गया है।
मामले की गंभीरता एवं संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक श्री पटेल द्वारा मामले की जानकारी पुलिस महानिरीक्षक रतनलाल डांगी को दी गई। श्री डांगी से प्राप्त दिशानिर्देश के अनुसार पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल द्वारा मामले के सच्चाई का खुलासा करने हेतु अतिरिक्त पुलिस अधीक्षकअभिषेक वर्मा के नेतृत्व एवं नगर पुलिस अधीक्षक दर्री सुश्री लितेश सिंह के पर्यवेक्षण में विशेष टीम का गठन किया गया एवं सभी बिंदुओं पर बारीकी से जांच के निर्देश दिए गए ।
जांच के दौरान पता चला कि प्रार्थी सुमित चौधरी के पास एक लाल रंग की कार है, जिसमें वह हमेशा आना-जाना करता है किंतु वह घटना दिनांक को बुलेट के माध्यम से बिलासपुर जा रहा था, साथ ही कुसमुंडा थाना से नजदीक होने के बावजूद थाना न जाकर सीधे पुलिस अधीक्षक को फोन लगाकर सूचना देना, बिना काम के बिलासपुर जाते समय घटना स्थल पर जाने की आवश्यकता क्यों हुई, आदि कई बिंदुओं पर संदेह उत्पन्न हो रहा था।
पुलिस ने आगे जांच किया तो ज्ञात हुआ कि मामले में जिन आरोपीगण को नामजद किया गया है वे लोग घटना समय कहीं और थे, जिसका प्रामाणिक तकनीकी साक्ष्य उपलब्ध है। यह स्पष्ट हो गया था कि प्रार्थी ने सोची समझी रणनीति के तहत गहरी साजिश रची है। सुमित चौधरी सिर्फ मोहरा है ,पर्दे के पीछे कोई और है।
जांच के दौरान सुमित चौधरी के जान पहचान एवं दोस्तों की सूची प्राप्त की गई तो चौंकाने वाला खुलासा हुआ कि सुमित चौधरी पूर्व डीजल माफिया साजिद खान एवं गोपू पांडेय के गैंग का है, साथ ही रायपुर जेल में बंद चीना पांडेय का मुख्य शागिर्द है और चीना पांडेय के मोबाइल के उपयोग कर रहा है। इस आधार पर पूरे गैंग के लोगों का कुंडली खंगाला गया, साथ ही प्रार्थी सुमित चौधरी के साथ घटना के समय उपस्थित रहे दूजराम साहू को पूछताछ करने पर वह बार-बार अपना बयान बदल रहा था एवं बयान देने में घबरा रहा था, जिससे पुलिस का शक और पुख्ता हुआ। इसी दौरान मुखबिर से जानकारी मिली कि घटना दिनांक को सुमित चौधरी, दूजराम राम साहू के साथ मुस्तकीम खान उर्फ मुस्सू नामक लडक़ा भी देखा गया था। इस आधार पर मुस्तकीम खान को हिरासत में लेकर दूजराम साहू और मुस्तकीम खान से एकसाथ पूछताछ की गई। पुलिस की पूछताछ एवं तकनीकी साक्ष्यों के आगे गवाह दूजराम साहू और आरोपी मुस्तकीम खान ज्यादा देर तक टिक नहीं सके और सच्चाई बना बयां कर दी।
गवाह दूजराम साहू एवं आरोपी मुस्तकीम खान उर्फ मुस्सू ने बताया कि पूर्व में साजिद खान अपने साथियों के साथ मिलकर कुसमुंडा दीपका खदान में डीजल चोरी करता था, किंतु करीब चार-पांच महीने से डीजल चोरी बंद है , जिससे साजिद खान बौखलाया हुआ है। अशरफ खान, राजा खान और अभिषेक आनंद से साजिद खान का पूर्व का लेनदेन है जिसे अशरफ नहीं दे रहा है, इसलिए साजिद खान ने अपने साथी गोपू पांडेय, कमल अग्रवाल, कोमल पटेल, कालीचरण, गौरव ठाकुर, अभिषेक, सुमित चौधरी, मुस्तकीम उर्फ मुस्सू के साथ मिलकर इस घटनाक्रम की साजिश रचा और तय हुआ कि अशरफ खान राजा खान एवं अभिषेक आनन्द के खिलाफ कोई संगीन जुर्म लगाकर उन्हें जेल भिजवा दिया जाए और फिर ब्लेकमेल कर रकम की मांग की जाए । साजिद खान और गोपू पांडेय ने तय किया कि धारा 307(हत्या के प्रयास) के मामले में फंसाया जाए ताकि लंबे समय तक ये लोग जेल में रहे और केस में समझौता करने के लिए 20 लाख रुपए मांगा जाए।
तयशुदा प्लान के अनुसार गोपू पांडेय ने बताया कि जांघ में गोली लगने से कोई खास नुकसान नहीं होता है ,फिर शातिर बदमाश चीना पांडेय के शागिर्द सुमित चौधरी को गोली खाने हेतु तैयार किया गया। सुमित चौधरी गोली खाने हेतु तैयार हो गया, किंतु अब समस्या गोली मारने वाले की थी। जिसके लिए कोई तैयार नहीं हो रहा था, तब गोपू पांडेय ने मुस्तकीम उर्फ मुस्सू खान नामक शातिर चोर को 1 लाख रुपए सुपारी देकर गोली मारने हेतु तैयार किया और अपने पास रखे पिस्टल को सुमित चौधरी को दिया। तय शुदा प्लान के अनुसार सुमित चौधरी, दूजराम साहू और मुस्तकीम खान उर्फ मुस्सू 27 नवंबर को कुसमुंडा रेलवे साइडिंग के पास पहुंचे, किंतु उस दिन सुमित चौधरी अपने जांघ में गोली मरवाने की हिम्मत नहीं कर सका, तब सभी लोग वापस आ गए।
इस बात की जानकारी होने पर गोपू पांडेय ने धमकाते हुए कहा कि तुझे गोली खाना ही पड़ेगा भाई का काम है नहीं तो साजिद भाई नाराज हो जाएगा। तब दिनांक 28 नवंबर को सुमित चौधरी और दूज राम साहू एक बुलेट मोटरसाइकिल में कोरबा से कुसमुंडा रेलवे साइडिंग पहुंचे और मुस्तकीम उर्फ मुस्सू खान अपने मोटरसाइकिल से कुसमुंडा रेलवे साइडिंग पहुंचा, लगभग 9.30 बजे मुस्तकीम खान ने सुमित चौधरी के जांघ में गोली मार दी और वहां से भाग गया। भागते हुए रास्ते में झाडिय़ों में उसने पिस्टल को फेंक दिया और फोन कर गोपू पांडे को बताया कि भाई काम हो गया है। इसके बाद सुमित चौधरी प्लान के अनुसार अपने साथी दूजराम साहू के साथ बुलेट में बैठकर सर्वमंगला पुल के पास आया और वहीं से पुलिस अधीक्षक कोरबा भोजराम पटेल को फोन लगाकर घटना की सूचना दी।
मामले में अभी तक आरोपी मुस्तकीम उर्फ मुस्सू खान एवं सुमित चौधरी को गिरफ्तार कर लिया गया है। घटना में प्रयुक्त पिस्टल और खाली कारतूस बरामद कर लिया गया है। मामले में अन्य आरोपी फरार हैं जिनकी तलाश की जा रही है।
यहां यह उल्लेखनीय है कि इस मामले का प्रार्थी सुमित चौधरी पूर्व में नामी गुंडा बदमाशी चिना पांडे के गैंग में रह चुका है चीना पांडे का साथ अवैध पिस्टल के साथ गरियाबंद जिले में पकड़ा गया था और अवैध पिस्टल के साथ बिलासपुर में भी एक मामले में पकड़ा गया है। चीना पांडे के जेल में रहने के दौरान चीना पांडे के मोबाइल फोन का उपयोग भी सुमित चौधरी ही कर रहा है।
उक्त मामले को सुलझाने में थाना प्रभारी कुसमुंडा निरीक्षक लीलाधर राठौर, थाना प्रभारी कोतवाली निरीक्षक रामेन्द्र सिंह ,सायबर सेल प्रभारी उप निरीक्षक कृष्णा साहू,प्र आर कृपा शंकर दुबे, आरक्षक वीरेंद्र पटेल, विकास कोसले , योगेश राजपूत, बिपिन बिहारी नायक , गौरव चंद्रा,आकाश वर्मा,विशाल वर्मा,महेंद्र चंद्रा, शीतल राज, दुष्यंत कंवर एवम पुष्पेंद्र पटेल की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
फंसाने खुद पर चलवाई थी गोली, 20 लाख वसूली की थी तैयारी
पिस्टल-खाली कारतूस बरामद
'छत्तीसगढ़' संवाददाता
कोरबा, 8 दिसंबर। पुलिस ने कुसमुंडा गोलीकांड की गुत्थी सुलझा ली है। इस मामले में पुलिस ने 2 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों द्वारा 20 लाख वसूलने की तैयारी थी। पुलिस ने घटना में प्रयुक्त पिस्टल एवम खाली कारतूस बरामद किया है। मामले में अन्य आरोपी फरार हैं, जिनकी तलाश की जा रही है।
पुलिस के अनुसार 28 नवंबर की रात्रि करीब 10.30 बजे प्रार्थी सुमित चौधरी चकरभाठा बिलासपुर के द्वारा पुलिस अधीक्षक कोरबा भोजराम पटेल को फोन के माध्यम से सूचित किया गया कि कुसमुंडा रेलवे साइडिंग के पास अशरफ खान, राजा खान एवं अभिषेक आनंद के द्वारा प्रार्थी को जान से मारने की नीयत से गोली मारा गया है, जो उसके जांघ में गोली लगी है।
पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल द्वारा तत्काल थाना प्रभारी कुसमुंडा निरीक्षक लीलाधर राठौर, सायबर सेल प्रभारी उप निरीक्षक कृष्णा साहू एवं सर्वमंगला चौकी प्रभारी सहायक उप निरीक्षक विभव तिवारी को मौके पर भेजा एवं घायल को जिला चिकित्सालय में भर्ती कराकर उपचार कराने एवं आरोपियों को गिरफ्तार करने के निर्देश दिए ।
पूछताछ पर सुमित चौधरी ने बताया कि वह 28 नवंबर को अपने साथी दूजराम साहू के साथ बुलेट मोटर साईकल से कोरबा से बिलासपुर जा रहा था , कुसमुंडा रेलवे साइडिंग के पास कुछ लोगों को खड़े देखकर साइडिंग के अंदर गया। जहां पर राजा खान, अशरफ खान, अभिषेक आनंद एवं कुछ अन्य लोग खड़े थे, जिनके साथ बातचीत के दौरान द्वारा पूर्व रंजिश को लेकर अशरफ खान के द्वारा सुमित चौधरी को गोली मार दिया गया । गोली सुमित चौधरी के जांघ में लगी। सुमित चौधरी और दूजराम साहू ने वहां से भागकर अपनी जान बचाई। सुमित चौधरी के रिपोर्ट पर थाना कुसमुंडा में अपराध पंजीबद्ध कर जांच शुरु की गई।
प्रार्थी के द्वारा बताए गए घटनाक्रम घटनास्थल का निरीक्षण, चिकित्सकीय रिपोर्ट, बैलेस्टिक एक्सपर्ट की रिपोर्ट एवं अन्य परिस्थितिजन्य साक्ष्य के आधार पर प्रारंभ से ही लग रहा था कि मामला झूठा है, प्रार्थी द्वारा किसी बड़ी साजिश के तहत मामले में नामजद आरोपियों को फंसाने हेतु साजिश रचा गया है।
मामले की गंभीरता एवं संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक श्री पटेल द्वारा मामले की जानकारी पुलिस महानिरीक्षक रतनलाल डांगी को दी गई। श्री डांगी से प्राप्त दिशानिर्देश के अनुसार पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल द्वारा मामले के सच्चाई का खुलासा करने हेतु अतिरिक्त पुलिस अधीक्षकअभिषेक वर्मा के नेतृत्व एवं नगर पुलिस अधीक्षक दर्री सुश्री लितेश सिंह के पर्यवेक्षण में विशेष टीम का गठन किया गया एवं सभी बिंदुओं पर बारीकी से जांच के निर्देश दिए गए ।
जांच के दौरान पता चला कि प्रार्थी सुमित चौधरी के पास एक लाल रंग की कार है, जिसमें वह हमेशा आना-जाना करता है किंतु वह घटना दिनांक को बुलेट के माध्यम से बिलासपुर जा रहा था, साथ ही कुसमुंडा थाना से नजदीक होने के बावजूद थाना न जाकर सीधे पुलिस अधीक्षक को फोन लगाकर सूचना देना, बिना काम के बिलासपुर जाते समय घटना स्थल पर जाने की आवश्यकता क्यों हुई, आदि कई बिंदुओं पर संदेह उत्पन्न हो रहा था।
पुलिस ने आगे जांच किया तो ज्ञात हुआ कि मामले में जिन आरोपीगण को नामजद किया गया है वे लोग घटना समय कहीं और थे, जिसका प्रामाणिक तकनीकी साक्ष्य उपलब्ध है। यह स्पष्ट हो गया था कि प्रार्थी ने सोची समझी रणनीति के तहत गहरी साजिश रची है। सुमित चौधरी सिर्फ मोहरा है ,पर्दे के पीछे कोई और है।
जांच के दौरान सुमित चौधरी के जान पहचान एवं दोस्तों की सूची प्राप्त की गई तो चौंकाने वाला खुलासा हुआ कि सुमित चौधरी पूर्व डीजल माफिया साजिद खान एवं गोपू पांडेय के गैंग का है, साथ ही रायपुर जेल में बंद चीना पांडेय का मुख्य शागिर्द है और चीना पांडेय के मोबाइल के उपयोग कर रहा है। इस आधार पर पूरे गैंग के लोगों का कुंडली खंगाला गया, साथ ही प्रार्थी सुमित चौधरी के साथ घटना के समय उपस्थित रहे दूजराम साहू को पूछताछ करने पर वह बार-बार अपना बयान बदल रहा था एवं बयान देने में घबरा रहा था, जिससे पुलिस का शक और पुख्ता हुआ। इसी दौरान मुखबिर से जानकारी मिली कि घटना दिनांक को सुमित चौधरी, दूजराम राम साहू के साथ मुस्तकीम खान उर्फ मुस्सू नामक लड़का भी देखा गया था। इस आधार पर मुस्तकीम खान को हिरासत में लेकर दूजराम साहू और मुस्तकीम खान से एकसाथ पूछताछ की गई। पुलिस की पूछताछ एवं तकनीकी साक्ष्यों के आगे गवाह दूजराम साहू और आरोपी मुस्तकीम खान ज्यादा देर तक टिक नहीं सके और सच्चाई बना बयां कर दी ।
गवाह दूजराम साहू एवं आरोपी मुस्तकीम खान उर्फ मुस्सू ने बताया कि पूर्व में साजिद खान अपने साथियों के साथ मिलकर कुसमुंडा दीपका खदान में डीजल चोरी करता था, किंतु करीब चार-पांच महीने से डीजल चोरी बंद है , जिससे साजिद खान बौखलाया हुआ है। अशरफ खान, राजा खान और अभिषेक आनंद से साजिद खान का पूर्व का लेनदेन है जिसे अशरफ नहीं दे रहा है, इसलिए साजिद खान ने अपने साथी गोपू पांडेय, कमल अग्रवाल, कोमल पटेल, कालीचरण, गौरव ठाकुर, अभिषेक, सुमित चौधरी, मुस्तकीम उर्फ मुस्सू के साथ मिलकर इस घटनाक्रम की साजिश रचा और तय हुआ कि अशरफ खान राजा खान एवं अभिषेक आनन्द के खिलाफ कोई संगीन जुर्म लगाकर उन्हें जेल भिजवा दिया जाए और फिर ब्लेकमेल कर रकम की मांग की जाए । साजिद खान और गोपू पांडेय ने तय किया कि धारा 307(हत्या के प्रयास) के मामले में फंसाया जाए ताकि लंबे समय तक ये लोग जेल में रहे और केस में समझौता करने के लिए 20 लाख रुपए मांगा जाए।
तयशुदा प्लान के अनुसार गोपू पांडेय ने बताया कि जांघ में गोली लगने से कोई खास नुकसान नहीं होता है ,फिर शातिर बदमाश चीना पांडेय के शागिर्द सुमित चौधरी को गोली खाने हेतु तैयार किया गया। सुमित चौधरी गोली खाने हेतु तैयार हो गया, किंतु अब समस्या गोली मारने वाले की थी। जिसके लिए कोई तैयार नहीं हो रहा था, तब गोपू पांडेय ने मुस्तकीम उर्फ मुस्सू खान नामक शातिर चोर को 1 लाख रुपए सुपारी देकर गोली मारने हेतु तैयार किया और अपने पास रखे पिस्टल को सुमित चौधरी को दिया। तय शुदा प्लान के अनुसार सुमित चौधरी, दूजराम साहू और मुस्तकीम खान उर्फ मुस्सू 27 नवंबर को कुसमुंडा रेलवे साइडिंग के पास पहुंचे, किंतु उस दिन सुमित चौधरी अपने जांघ में गोली मरवाने की हिम्मत नहीं कर सका, तब सभी लोग वापस आ गए।
इस बात की जानकारी होने पर गोपू पांडेय ने धमकाते हुए कहा कि तुझे गोली खाना ही पड़ेगा भाई का काम है नहीं तो साजिद भाई नाराज हो जाएगा। तब दिनांक 28 नवंबर को सुमित चौधरी और दूज राम साहू एक बुलेट मोटरसाइकिल में कोरबा से कुसमुंडा रेलवे साइडिंग पहुंचे और मुस्तकीम उर्फ मुस्सू खान अपने मोटरसाइकिल से कुसमुंडा रेलवे साइडिंग पहुंचा, लगभग 9.30 बजे मुस्तकीम खान ने सुमित चौधरी के जांघ में गोली मार दी और वहां से भाग गया। भागते हुए रास्ते में झाडिय़ों में उसने पिस्टल को फेंक दिया और फोन कर गोपू पांडे को बताया कि भाई काम हो गया है। इसके बाद सुमित चौधरी प्लान के अनुसार अपने साथी दूजराम साहू के साथ बुलेट में बैठकर सर्वमंगला पुल के पास आया और वहीं से पुलिस अधीक्षक कोरबा भोजराम पटेल को फोन लगाकर घटना की सूचना दी।
मामले में अभी तक आरोपी मुस्तकीम उर्फ मुस्सू खान एवं सुमित चौधरी को गिरफ्तार कर लिया गया है। घटना में प्रयुक्त पिस्टल और खाली कारतूस बरामद कर लिया गया है। मामले में अन्य आरोपी फरार हैं जिनकी तलाश की जा रही है।
यहां यह उल्लेखनीय है कि इस मामले का प्रार्थी सुमित चौधरी पूर्व में नामी गुंडा बदमाशी चिना पांडे के गैंग में रह चुका है चीना पांडे का साथ अवैध पिस्टल के साथ गरियाबंद जिले में पकड़ा गया था और अवैध पिस्टल के साथ बिलासपुर में भी एक मामले में पकड़ा गया है। चीना पांडे के जेल में रहने के दौरान चीना पांडे के मोबाइल फोन का उपयोग भी सुमित चौधरी ही कर रहा है।
उक्त मामले को सुलझाने में थाना प्रभारी कुसमुंडा निरीक्षक लीलाधर राठौर, थाना प्रभारी कोतवाली निरीक्षक रामेन्द्र सिंह ,सायबर सेल प्रभारी उप निरीक्षक कृष्णा साहू,प्र आर कृपा शंकर दुबे, आरक्षक वीरेंद्र पटेल, विकास कोसले , योगेश राजपूत, बिपिन बिहारी नायक , गौरव चंद्रा,आकाश वर्मा,विशाल वर्मा,महेंद्र चंद्रा, शीतल राज, दुष्यंत कंवर एवम पुष्पेंद्र पटेल की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
कोरबा, 7 नवंबर। भारत सरकार, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय, नई िदल्ली के नवीन गाईडलाईन अनुसार छात्रवृत्ति की पात्रता रखने वाले विद्यार्थियों के समस्त प्रमाणपत्रों का ऑनलाईन छात्रवृत्ति पोर्टल पर डिजिटल माध्यम से सत्यापन किया जाएगा।
सहायक आयुक्त आदिवासी विकास ने बताया कि जिले में संचालित समस्त शासकीय/अशासकीय स्कूल, महाविद्यालयों एवं आई.टी.आई. आदि में अध्ययनरत् अजजा, अजा एवं अन्य पिछड़ा वर्ग के विद्यार्थियों, जो पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति की पात्रता रखते है, को शिक्षा सत्र 2021-22 से ऑन लाईन पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति (कक्षा10वीं से उच्चतर) में आवेदन करने के लिए लोक सेवा केन्द्र द्वारा जारी ऑनलाईन आय प्रमाणपत्र, जाति प्रमाण पत्र, एवं निवास प्रमाण-पत्र बनवाना अनिवार्य होगा।
जो मकपेजतपबजण्बहेजंजमण्हवअण्पद (ईडिस्ट्रिक्ट डाट सीजी स्टेट डाट जीओव्ही डाट इन) वेब साइट पर उपलब्ध हो, मान्य होगा। विद्यार्थियों को निर्देशित किया गया है कि आधार कार्ड में कोई त्रुटि (नाम, जन्मतिथि, पता) सुधार हो तो अवश्य करा लेवें साथ ही विद्यार्थी द्वारा पोर्टल पर प्रदाय किये गये बैंक खाते की सीडिंग आधार नम्बर से करवाना सुनिश्चित करें।
सहायक आयुक्त द्वारा विद्यार्थियों को निर्देशित किया गया है कि लोक सेवा केन्द्र के माध्यम से आय प्रमाणपत्र, जाति प्रमाण पत्र एवं निवास प्रमाण-पत्र ऑन लाईन प्राप्त करना साथ ही जिन विद्यार्थियों का पूर्व में ऑफ लाईन उक्त प्रमाणपत्र तैयार है वे ऑन लाईन अपडेट कराना सुनिश्चित करें।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 25 सितंबर। एसईसीएल के गेवरा कोयला खदान में शुक्रवार की रात एक डंपर में भीषण आग लग गई। हालांकि इससे जान-माल का कोई नुकसान नहीं हुआ लेकिन करोड़ों रुपये की मशीन जलकर राख हो गई।
घटना उस वक्त हुई जब 240 टन क्षमता वाले डंपर में कोयला लोड कर स्टाक की ओर ले जाया गया और वहां हाईड्रोलिक मशीन को ऊपर उठाने के लिये ऑपरेटर ने स्विच दबाया। इस दौरान हाईड्रोलिक सिस्टम का पाइप फट गया और उसमें आग लग गई। ऑपरेटर केके श्रीवास ने आनन-फानन में डंपर से नीचे कूदकर जान बचाई। पानी टैंकर लाकर डंपर की आग पर काबू पाया गया।
इस घटना ने एसईसीएल के सुरक्षा इंतजामों पर सवाल खड़ा कर दिया गया है क्योंकि कोई भी वाहन खदान के भीतर भेजे जाने के पहले उसके फिटनेस की बारीकी से जांच किये जाने का नियम है।
बनाई जांच समिति, सात दिन में मिलेगी रिपोर्ट
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 20 सितंबर। कुसमुंडा कोयला खदान में सुरक्षा कर्मियों द्वारा एक युवक को पोल से बांधकर पीटने के मामले में कलेक्टर श्रीमती रानू साहू ने सख्त रुख अपनाते हुए जांच बैठा दी है। कलेक्टर ने स्थानीय समाचार पत्रों में आज प्रकाशित समाचार पर खुद संज्ञान लेते हुए इस मामले की जांच के लिए समिति गठित की है। इस तीन सदस्यीय समिति के अध्यक्ष कटघोरा के अनुविभागीय राजस्व अधिकारी होंगे। सदस्य के रूप में कटघोरा एसडीओपी और खनिज विभाग के उप संचालक भी समिति में शामिल है। इस मामले की जांच कर समिति अगले सात दिनों में पूरी रिपोर्ट कलेक्टर के समक्ष प्रस्तुत करेगी।
गौरतलब है कि आज स्थानीय समाचार पत्रों में इस बारे में खबर प्रकाशित हुई थी कि कुसमुंडा कोयला खदान में लोहा चोरी के शक पर एक युवक को सुरक्षा कर्मियों ने पोल से बांधकर बेसुध होने तक पीटा था,और पुलिस में रिपोर्ट करने पर जान से मारने की धमकी भी दी थी।
ज्ञात हो कि एसईसीएल कुसमुंडा के एक निजी कंपनी के सुरक्षाकर्मियों ने 17 सितंबर को लोहा चोरी के संदेह में एक अधेड़ को लोहे के पाइप में बाँध अर्द्धनग्न कर बेरहमी से पीटा था । पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने जुर्म दर्ज कर लिया है। कुसमुण्डा खदान के नया सायलो के पास ओ एण्ड एम में विश्वकर्मा पूजा देखने गया था।
रेलवे फाटक के निकट सामंता निर्माण कंपनी के दो गार्ड उसे पकड़कर कंपनी के कार्यालय सायलो के पास ले गए। दोनों गार्ड ने लोहा चोरी करने का आरोप लगाकर उसे पाइप के खंभे में रस्सी से बांध दिए और गार्डों के दो अन्य साथियों द्वारा सुभाष के कुल्हा एवं पीठ एवं पैर में डंडे बरसाये गए। पीड़ित सुभाष की रिपोर्ट पर मामले में कुसमुण्डा पुलिस ने सामंता कंपनी के दो गार्ड एवं उनके दो साथियों सहित कुल 4 लोगों के विरुद्ध धारा 294, 330, 34, 348, 506 भादवि के तहत अपराध पंजीबद्ध किया है।।
दुर्घटना में तीन साल पहले दिव्यांग हुए युवक का सहारा बनी लोक अदालत
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 12 सितंब । तीन साल पहले सडक़ दुर्घटना में घायल होकर दिव्यांग हुए द्वारिका प्रसाद को लोक अदालत में राज़ीनामा के द्वारा बीस लाख रुपए की मुआवज़ा राशि देने का फ़ैसला हुआ है।
सडक़ दुर्घटना में बुरी तरह घायल होकर दिव्यांग हुआ यह युवक अदालत में आने में असमर्थ था, तो लोक अदालत के दौरान जि़ला सत्र न्यायाधीश बी पी वर्मा ने द्वारिका प्रसाद और बीमा कम्पनी के वकीलों के साथ खुद न्यायालय परिसर में द्वारिका की गाड़ी के पास जाकर सुनवाई की । इस दौरान दोनो पक्षों ने दुर्घटना के बाद दिव्यांग हुए द्वारिका को बीस लाख की क्षतिपूर्ति देने पर राज़ी नामा कर सहमति जताई। इसके बाद जि़ला सत्र न्यायाधीश ने बीमा कम्पनी को बीस लाख रुपए की क्षतिपूर्ति राशि द्वारिका प्रसाद को देने का आदेश जारी किया। तीन साल से लम्बित इस प्रकरण का शनिवार को लोक अदालत में निराकरण हो जाने से दिव्यांग द्वारिका प्रसाद ने ख़ुशी ज़ाहिर की और न्यायालय की इस पहल पर आभार जताया।
घटना 3 दिसंबर 2018 को सुबह लगभग पांच बजे के बीच में आवेदक द्वारिका प्रसाद कंवर पिता आसाराम कंवर उम्र लगभग 42 वर्ष एलटीपी चार पहिया वाहन क्र. सीजी 12 ए यू 0468 में कोरबा जा रहा था। जैसे ही वह थाना सिटी कोतवाली कोरबा क्षेत्रान्तर्गत मानिकपुर के पास अनावेदक सुनील कुमार यादव के ट्रेलर के वाहन चालक राजकुमार द्वारा लापरवाहीपूर्वक ट्रेलर क्र. सीजी 12 एस 5293 से आवेदक द्वारिका को ठोकर मारकर घायल कर दिया। दुर्घटना के परिणामस्वरूप आवेदक के गर्दन के पास रीढ़ की हड्डी टूट गई है, जिसे ऑपरेशन कर रॉड डाला गया है। जिसके कारण आवेदक द्वारिका प्रसाद कंवर का सम्पूर्ण शरीर शिथिल होकर दिव्यांग हो गया है और वह भविष्य में वह आजीवन कोई कार्य नहीं कर पायेगा। दुर्घटना के कारण शरीर के अन्य हिस्से में भी गम्भीर एवं संघातिक चोटें आई थी।
आवेदक घटना के पूर्व एक स्वस्थ जवान व्यक्ति था, जिसे किसी भी प्रकार की बिमारी नहीं थी, जो घटना के कारण पूर्ण रूप से अपंग होकर आजीवन दूसरे के उपर आश्रित रहेगा। आवेदक के दिव्यांग हो जाने के फलस्वरूप उसकी आय भी प्रभावित हुई है। वह किसी तरह की कोई आय अर्जित भी नहीं कर पाएगा, जिसके कारण उसके परिवार के समक्ष भरण पोषण की गंभीर समस्या उत्पन्न हो गई थी। आवेदक को जो शारीरिक, मानसिक एवं आर्थिक क्षति हुई है एवं भविष्य की जो आय की आर्थिक क्षति हुई है, उसका अनुमान लगाना असंभव है। फिर भी आवेदक द्वारिका प्रसाद कंवर द्वारा क्षतिपूर्ति राशि का मांग किया गया था।
उभय पक्षों ने समझौता होकर लिखित में समझौता आवेदन हाईब्रीड नेशनल लोक अदालत 11 सितंबर को प्रस्तुत किया है। नेशनल लोक अदालत में आवेदक द्वारिका प्रसाद कंवर दिव्यांग हो जाने के कारण न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत होने में असमर्थ था, ऐसे में बी. पी. वर्मा जिला एवं सत्र न्यायाधीश एवं अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण आवेदक द्वारिका प्रसाद कंवर के अधिवक्ता पी.एस. राजपूत तथा अनावेदक बीमा कंपनी के अधिवक्ता रामनारायण राठौर संयुक्त रूप से न्यायालय प्रांगण के बाहर स्वयं जाकर आवेदक द्वारिका प्रसाद कंवर के प्रकरण की सुनवाई की तथा राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण के घोष वाक्य ‘‘न्याय आपके द्वार’’ को सत्यार्थ कर, राजीनामा द्वारा प्रकरण निराकृत कर राशि 20 लाख रूपये की क्षतिपूर्ति प्राप्त की गई। उभयपक्षों ने स्वेच्छा पूर्वक बिना किसी भय दबाव के 20 लाख रुपये राजीनामा स्वीकार किया है।
राज्यपाल ने प्रदान किया पुरस्कार
कोरबा 10 सितंबर। सर्वश्रेष्ठ स्काउट का पुरस्कार अनीश पटेल एवं सर्वश्रेष्ठ रेंजर का पुरस्कार करूणा ने प्राप्त किया है। यह पुरस्कार राज्यपाल द्वारा प्रदान किया गया।
8 सितंबर को राजभवन में भारत स्काउट्स एवं गाइड्स, छत्तीसगढ़ का राज्यपाल पुरस्कार एवं अलंकरण समारोह आयोजित हुआ। इस समारोह में राज्य स्तर से चयनित 3- 3 स्काउट, गाइड एवं 2- 2 रोवर, रेंजर तथा 2- 2 लीडर्स को राज्यपाल अनुसईया उइके द्वारा पुरस्कार प्रदान किया गया। कोरबा जिले से अनीश पटेल को सर्वश्रेष्ठ स्काउट का पुरस्कार मिला। अनीश सरस्वती उमा विद्यालय, सीएसईबी कोरबा पूर्व की कक्षा 12वीं में अध्ययनरत हैं। करूणा को सर्वश्रेष्ठ रेंजर का पुरस्कार मिला। करूणा रानी दुर्गावती ओपन रेंजर टीम की सदस्य हैं तथा इसी वर्ष शासकीय उमा विद्यालय, दीपका से 12वीं कक्षा उत्तीर्ण किया है। पुरस्कार के रूप में प्रशस्ति पत्र, प्रतीक चिन्ह व 10 हजार रुपए की राशि का चेक प्रदान किया गया।
पूरे देश में छत्तीसगढ़ एक ऐसा राज्य बन गया है, जहां राज्यपाल द्वारा सर्वश्रेष्ठ स्काउट, गाइड, रोवर, रेंजर एवं लीडर्स को पुरस्कार प्रदान किया गया। राजभवन द्वारा प्रत्येक वर्ष यह पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। 2019 में राज्यपाल द्वारा उक्त पुरस्कार की घोषणा की गई थी। राज्यपाल द्वारा घोषित पुरस्कार प्राप्त करने पर कलेक्टर रानू साहू ने अनीश व करूणा को बधाई देते हुए उज्जवल भविष्य की कामना की है। जिला शिक्षा अधिकारी जीपी भारद्वाज ने भी अनीश व करूणा को बधाई दी है।
नई मछली नीति में शामिल करने की अनुशंसा
कोरबा, 10 सितम्बर। प्रदेश में मछली पालकों को भी फिश प्रोडक्शन का बोनस मिलने का रास्ता साफ हो गया है। राज्य शासन की नई मछली पालन नीति बनाने के लिए गठित समिति ने मछुआरों को उत्पादकता बोनस देने की अनुशंसा कर दी है। उत्पादकता बोनस प्रदेश के जलाशयों को पट्टे पर देने से होने वाली आय का 40 प्रतिशत होगा और यह उस जल क्षेत्र में मत्स्याखेट करने वाले मछुआरों को मिलेगा।
प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पहले ही राज्य में मछली पालन को कृषि का दर्जा दे दिया है। इससे अब मछुआरों को मछली पालन के लिए सहकारी समितियों से ऋण और अन्य सुविधाएं मिलना शुरू हो गई है। नई मछली पालन नीति में प्रदेश के 20 हेक्टेयर जल क्षेत्र वाले एनीकटों को मछली पालन के लिए पट्टे पर नहीं देने का भी प्रस्ताव किया गया है। ऐसे सभी एनीकट स्थानीय मछुआरों को मत्स्याखेट के लिए नि:शुल्क उपलब्ध होंगे। इसके साथ ही जलाशयों को मत्स्य पालन के लिए पट्टे पर देने में मछुआ जाति के लोगों की सहकारी समितियों को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी। आदिम जाति मछुआ सहकारी समितियों में 30 प्रतिशत सदस्य और समिति के उपाध्यक्ष का पद मछुआ वर्ग के लोगों के लिए आरक्षित होंगे ताकि वे मछली पालन और विपणन का काम कुशलता पूर्वक कर सकें। कृषि मंत्री श्री रवीन्द्र चौबे की अध्यक्षता में नई मछली पालन नीति बनाने के लिए गठित की गई राज्य स्तरीय समिति की बैठक पिछले दिनों रायपुर में हुई जिसमें मछली पालन को बढ़ावा देने और मछली पालकों को ज्यादा से ज्यादा लाभ पहुंचाने के लिए कई जरूरी प्रस्तावों को मंजूरी दी गई। समिति के प्रस्तावों का परीक्षण कर राज्य मंत्री परिषद की अनुशंसा पर नई मछली पालन नीति तैयार की जाएगी। मछली पालन नीति के नए प्रावधानों के मंजूर हो जाने पर कोरबा जिले के आठ हजार से अधिक मछली पालकों को इसका लाभ मिलेगा।
नई मछली पालन नीति में समिति ने ग्राम पंचायत, जनपद पंचायत एवं जिला पंचायत द्वारा अपने क्षेत्राधिकार के तालाबों व जलाशयों को अब छह माह के स्थान पर तीन माह के भीतर आबंटन की कार्रवाई किए जाने का प्रस्ताव किया है। इस अवधि के बाद पंचायत की अनुशंसा के बिना नियमानुसार पट्टा आबंटन का अधिकार कलेक्टर को होगा। राज्य में मछली बीज की गुणवत्ता नियंत्रण एवं प्रमाणीकरण हेतु मत्स्य बीज प्रमाणीकरण अधिनियम बनाया जाएगा, जो मत्स्य बीज उत्पादन हेतु निजी क्षेत्रों को प्रोत्साहित करेगा। निजी क्षेत्र में अधिक से अधिक हेचरी एवं संवर्धन प्रक्षेत्रों के निर्माण को भी प्रोत्साहन दिया जाएगा।
राज्य में उपलब्ध 50 हेक्टेयर से अधिक जलक्षेत्र के जलाशय जिन्हें दीर्घावधि के लिए पट्टे पर दिया गया है, उन जलाशयों में केज कल्चर के माध्यम से मछली उत्पादन के लिए केज स्थापित करने हेतु अधिकतम दो हेक्टेयर जलक्षेत्र पट्टे पर दिया जाना प्रस्तावित किया गया है।
पोषण माह का आठवां-नौवां दिन
कोरबा, 10 सितंबर। गर्भवती एवं शिशुवती माताओं और बच्चों का स्वास्थ्य एवं पोषण सुनिश्चित करने के लिए जिले में सितंबर महीना राष्ट्रीय पोषण माह के रूप में मनाया जा रहा है।
पोषण माह के आठवे दिन जिले के एक हजार 300 से अधिक आंगनबाड़ी केन्द्रों में पोषण आधारित विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया गया और जिले को कुपोषण मुक्त करने के लिए जन-जागरूकता का प्रसार किया गया। इन गतिविधियों में लगभग 31 से हजार से अधिक लोगों ने भाग लिया। पोषण माह के आठवें दिन बेहतर पोषण के लिए प्रसव पूर्व जांच एवं गर्भावस्था तथा स्तनपान के दौरान पोषण के संबंध में गर्भवती महिलाओं को जागरूक किया गया।
आठवें दिन आयुष विभाग द्वारा महिला एवं बाल विकास के अमले को बेहतर पोषण एवं योगाभ्यास के लिए ऑनलाइन प्रशिक्षण दिया गया। आयुष विभाग द्वारा गर्भवती एवं शिशुवती महिलाओं के स्वाथ्य सम्बन्धी जांच एवं योगाभ्यास के लिए जागरूक एवं प्रोत्साहित किया गया।
इस दिन आंगनबाड़ी केन्द्रों, स्कूलों, ग्राम पंचायतों एवं सामुदायिक स्थानों पर गर्भवती महिलाओं एवं बच्चों के स्वास्थ्य की जांच की गई तथा योगाभ्यास भी कराया गया। पोषण माह के आठवें दिन शिशु संरक्षण के प्रति महिलाओं को जागरूक करने विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया गया और जच्चा-बच्चा स्वास्थ्य सुनिश्चित करने लोगों को संकल्पित किया गया। इस दिन स्तनपान के महत्व पर भी चर्चा की गई। उपस्थित महिलाओं को बताया गया कि जन्म के पहले 6 माह तक शिशु को केवल माँ का दूध पिलाया जाना चाहिए। इस दिन जिले के सभी दस एकीकृत बाल विकास परियोजनाओं में लगभग 31 हजार से अधिक लोगों ने भाग लिया।
पोषण माह के नौवे दिन पौष्टिकता के आधार पर मेहंदी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।नौवें दिन आंगनबाड़ी केन्द्रों, स्कूलों, ग्राम पंचायतों एवं सामुदायिक स्थानों पर गर्भवती माता, शिशुवती माता तथा किशोरी बालिकाओं के साथ मेहंदी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। भोजन, पोषण आहार तथा स्वास्थ्य संबंधी संदेश के साथ हाथों में मेहँदी लगाकर लोगो तक पोषण का संदेश पहुचाया गया। नौवें दिन जिले के साढ़े चार सौ से अधिक आंगनबाड़ी केन्द्रों में पोषण आधारित गतिविधियों का आयोजन किया गया। जिसमें दस हजार से अधिक लोगों ने भाग लिया।
एक सितंबर से शुरू हुए राष्ट्रीय पोषण माह में प्रत्येक दिन विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है। जिले के सभी 10 परियोजनाओं बरपाली, चोटिया, हरदीबाजार, करतला, कटघोरा, कोरबा शहरी एवं ग्रामीण, पाली, पसान तथा पोड़ी-उपरोड़ा के आंगनबाड़ी केन्द्रों में पोषण आधारित गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है। महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि पोषण माह के आठवें एवं नौवें दिन जिले के आंगनबाड़ी केन्द्रों में जनप्रतिनिधियों, परियोजना अधिकारी, महिला पर्यवेक्षकों, आंगनबाड़ी सहायिकाओं की उपस्थिति में प्रसव पूर्व जांच, स्तनपान तथा स्वास्थ्य एवं पोषण के प्रति महिलाओं को जागरूक कर कुपोषण मुक्ति का संदेश दिया गया।
बालकोनगर, 4 सितंबर। वेदांता समूह की कंपनी भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) ने किशोरी बालिकाओं को माहवारी स्वास्थ्य एवं स्वच्छता प्रबंधन के अनेक आयामों से परिचित कराने के लिए चार दिवसीय कार्यशाला आयोजित की। सार्थक जन विकास संस्थान नामक गैर सरकारी संगठन के सहयोग से बालकोनगर में आयोजित कार्यशाला का उद्देश्य किशोरियों को ऐसे लीडर्स के तौर पर विकसित करना था जिससे वे समुदाय में जाकर माहवारी स्वास्थ्य एवं स्वच्छता के प्रति बालिकाओं और महिलाओं को जागरूक कर सकें।
आयोजन में आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों की 60 किशोरी बालिकाओं ने भागीदारी की। कार्यशाला के बाद प्रशिक्षित लीडर्स को कोरबा कलेक्टर रानू साहू और बालको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निदेशक अभिजीत पति के हाथों प्रमाण पत्र वितरित किए गए। श्रीमती साहू ने परियोजना के नामकरण नई किरण का विमोचन भी किया।
श्री पति ने बताया कि श्रीमती साहू ने नई किरण परियोजना एवं आयोजन की दिल खोलकर प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि यह बड़े सकारात्मक परिवर्तन का संकेत है कि जिस विषय पर आमतौर पर समाज में खुलकर चर्चा नहीं होती उस पर कार्यशाला में प्रशिक्षित किशोरी बालिकाएं बिना झिझक बात कर रही हैं। बालको की परियोजना नई किरण भ्रांतियों को दूर करने और समुदाय को परस्पर जोडऩे की दिशा में उत्कृष्ट पहल है।
श्री पति ने बताया कि बालको अपने सामुदायिक विकास कार्यक्रम के जरिए जरूरतमंदों की हरसंभव मदद करने के लिए कटिबद्ध है। महिलाओं से जुड़े अत्यंत संवेदनशील विषय पर गोष्ठियों और कार्यशालाओं के माध्यम से जागरूकता का संचार कर हम अपनी बेटियों को सुरक्षित बना रहे हैं। श्री पति ने प्रतिभागियों की हौसल अफजाई करते हुए कहा कि कोरबा जिला प्रशासन के मार्गदर्शन में बालको संचालित परियोजना को नए आयाम मिलेंगे। उन्होंने कहा कि सामाजिक जागरूकता की दिशा में 60 किशोरी लीर्डस का योगदान महत्वपूर्ण होगा।
बालकोनगर, 4 सितंबर। वेदांता समूह की कंपनी भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) ने किशोरी बालिकाओं को माहवारी स्वास्थ्य एवं स्वच्छता प्रबंधन के अनेक आयामों से परिचित कराने के लिए चार दिवसीय कार्यशाला आयोजित की। सार्थक जन विकास संस्थान नामक गैर सरकारी संगठन के सहयोग से बालकोनगर में आयोजित कार्यशाला का उद्देश्य किशोरियों को ऐसे लीडर्स के तौर पर विकसित करना था जिससे वे समुदाय में जाकर माहवारी स्वास्थ्य एवं स्वच्छता के प्रति बालिकाओं और महिलाओं को जागरूक कर सकें।
आयोजन में आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों की 60 किशोरी बालिकाओं ने भागीदारी की। कार्यशाला के बाद प्रशिक्षित लीडर्स को कोरबा कलेक्टर रानू साहू और बालको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निदेशक अभिजीत पति के हाथों प्रमाण पत्र वितरित किए गए। श्रीमती साहू ने परियोजना के नामकरण नई किरण का विमोचन भी किया।
श्री पति ने बताया कि श्रीमती साहू ने नई किरण परियोजना एवं आयोजन की दिल खोलकर प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि यह बड़े सकारात्मक परिवर्तन का संकेत है कि जिस विषय पर आमतौर पर समाज में खुलकर चर्चा नहीं होती उस पर कार्यशाला में प्रशिक्षित किशोरी बालिकाएं बिना झिझक बात कर रही हैं। बालको की परियोजना नई किरण भ्रांतियों को दूर करने और समुदाय को परस्पर जोडऩे की दिशा में उत्कृष्ट पहल है।
श्री पति ने बताया कि बालको अपने सामुदायिक विकास कार्यक्रम के जरिए जरूरतमंदों की हरसंभव मदद करने के लिए कटिबद्ध है। महिलाओं से जुड़े अत्यंत संवेदनशील विषय पर गोष्ठियों और कार्यशालाओं के माध्यम से जागरूकता का संचार कर हम अपनी बेटियों को सुरक्षित बना रहे हैं। श्री पति ने प्रतिभागियों की हौसल अफजाई करते हुए कहा कि कोरबा जिला प्रशासन के मार्गदर्शन में बालको संचालित परियोजना को नए आयाम मिलेंगे। उन्होंने कहा कि सामाजिक जागरूकता की दिशा में 60 किशोरी लीर्डस का योगदान महत्वपूर्ण होगा।
ढाई साल से 65 लाख का भुगतान रोकने का आरोप
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 28 अगस्त। कटघोरा वनमंडल परिसर में शुक्रवार को एक स्थानीय ठेकेदार ने डीएफओ के सामने खुद पर मिट्टी का तेल उड़ेल कर आत्मदाह करने की कोशिश की। पीडि़त ठेकेदार के मुताबिक ढाई साल से विभाग ने 65 लाख रुपये का भुगतान रोक रखा है। यह सब होने के बाद डीएफओ ने संबंधित रेंजर को परीक्षण कर भुगतान करने का निर्देश दिया है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक कटघोरा निवासी ठेकेदार अभय गर्ग ने ढाई साल पहले फरवरी-मार्च-अप्रैल 2019 में उसने केशलपुर में तालाब व जटगा वनपरिक्षेत्र में सोढ़ी नाला पार्ट-2में स्टॉप डेम का निर्माण कराया था जिसका करीब 65 लाख रुपये का भुगतान लंबित है। ठेकेदार ने इस घटनाक्रम को तब अंजाम दिया जब डीएफओ दफ्तर से निकल कर बाहर आ रही थीं। नजारा देख वे वापस लौटीं और पुलिस को सूचना दी। इस बीच अभय के भाई भाजपा नेता अक्षय गर्ग भी जानकारी मिलते ही यहां पहुंच गए और काफी खरी-खोटी विभाग को सुनाया। कुछ देर बाद अभय को डीएफओ ने चर्चा के लिए बुलाया व सोमवार तक परीक्षण कर भुगतान करा देने का आश्वासन दिया। अभय ने कहा है कि सोमवार तक भुगतान नहीं हुआ तो किसी अज्ञात जगह जाकर आत्महत्या कर लेगा।
डीएफओ शमां फारूखी ने इस मामले में बताया कि ठेकेदार का यह पूरा काम तत्कालीन डीएफओ डीडी सन्त के कार्यकाल का है जिसकी ज्यादा जानकारी उन्हें नहीं है। फिलहाल उन्होंने रेंजर को कहा है कि यदि उक्त ठेकेदार दोनों ही निर्माण कार्य में शामिल रहा है तो तत्काल बीटगार्ड व अन्य अफसरों से प्रमाणन प्राप्त कर डिवीजन ऑफिस में जमा करें।
ढाई साल से 65 लाख का भुगतान रोकने का आरोप
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 28 अगस्त। कटघोरा वनमंडल परिसर में शुक्रवार को एक स्थानीय ठेकेदार ने डीएफओ के सामने खुद पर मिट्टीतेल उड़ेल कर आत्मदाह करने की कोशिश की। पीडि़त ठेकेदार के मुताबिक ढाई साल से विभाग ने 65 लाख रुपये का भुगतान रोक रखा है। यह सब होने के बाद डीएफओ ने संबंधित रेंजर को परीक्षण कर भुगतान करने का निर्देश दिया है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक कटघोरा निवासी ठेकेदार अभय गर्ग ने ढाई साल पहले फरवरी-मार्च-अप्रैल 2019 में उसने केशलपुर में तालाब व जटगा वनपरिक्षेत्र में सोढ़ी नाला पार्ट-2में स्टॉप डेम का निर्माण कराया था जिसका करीब 65 लाख रुपये का भुगतान लंबित है। ठेकेदार ने इस घटनाक्रम को तब अंजाम दिया जब डीएफओ दफ्तर से निकल कर बाहर आ रही थीं। नजारा देख वे वापस लौटीं और पुलिस को सूचना दी। इस बीच अभय के भाई भाजपा नेता अक्षय गर्ग भी जानकारी मिलते ही यहां पहुंच गए और काफी खरी-खोटी विभाग को सुनाया। कुछ देर बाद अभय को डीएफओ ने चर्चा के लिए बुलाया व सोमवार तक परीक्षण कर भुगतान करा देने का आश्वासन दिया। अभय ने कहा है कि सोमवार तक भुगतान नहीं हुआ तो किसी अज्ञात जगह जाकर आत्महत्या कर लेगा।
डीएफओ शमां फारूखी ने इस मामले में बताया कि ठेकेदार का यह पूरा काम तत्कालीन डीएफओ डीडी सन्त के कार्यकाल का है, जिसकी ज्यादा जानकारी उन्हें नहीं है। फिलहाल उन्होंने रेंजर को कहा है कि यदि उक्त ठेकेदार दोनों ही निर्माण कार्य में शामिल रहा है तो तत्काल बीटगार्ड व अन्य अफसरों से प्रमाणन प्राप्त कर डिवीजन ऑफिस में जमा करें।
संदेहियों से पूछताछ
'छत्तीसगढ़' संवाददाता
कोरबा, 24 अगस्त। रक्षाबंधन पर्व मनाने ससुराल गए जज के सूने घर में चोरों ने घुसकर लगभग दो लाख का सामान व नगदी की चोरी कर ली। इस घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस अपराध दर्ज कर चोरों की तलाश में जुटी है।
पुलिस के अनुसार कटघोरा कोर्ट के जज गुरुवार को अपने ससुराल गए थे, वे रविवार की देर शाम लौटे। इस बीच चोरों ने उनके मकान में खिड़की के रास्ते घुसकर करीब 2 लाख रुपये के सामान व नगदी की चोरी कर ली। मामले में पुलिस अब केस दर्ज कर जांच-पड़ताल कर रही है।
कटघोरा कोर्ट में रमेश चौहल जेएमएफसी प्रथम क्लास जज हैं, जो कोरबा स्थित सीएसईबी के ऑफिसर्स कॉलोनी (एबी टाइप) के क्वाटर में निवासरत हैं। वे गुरुवार को पत्नी व बच्चे के साथ अपने ससुराल रायगढ़ गए थे। यहां से रक्षाबंधन मनाने के बाद वे रविवार की देर शाम लौटे। मकान के दरवाजे के सामने की कुंडी लगी हुई थी। मकान के अंदर जाने पर पता चला कि खिड़की के लोहे का राड टूटा हुआ था और कमरे में रखे तीन अलमारी का दरवाजा भी टूटा था। इसमें से सोने-चांदी के जेवरात व कुछ दस्तावेज समेत कुल 1 लाख 99 हजार 5 सौ रुपए कीमत का समान चोरी हो चुकी थी।
जज रमेश चौहल ने चोरी की सूचना सीएसईबी चौकी में दी। पुलिस लाइन से डॉग स्कवॉड को बुलाकर मदद ली, लेकिन सुराग नहीं मिला। कुछ संदेहियों को पकड़कर हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 14 अगस्त। लैंको के जीएम जनसंपर्क व एचआर हेड पर प्लांट में ही कार्यरत एक महिला ने छेड़छाड़ का आरोप लगाते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने विवेचना में शिकायत सही पाए जाने के बाद उक्त दोनों अधिकारियो के खिलाफ छेड़छाड़ का मामला दर्ज किया है।
पीडि़ता वर्ष 2008 से सहायक नर्स के पद पर काम कर रही थी। उसे भविष्य निधि के लिए पिछले एक वर्षों से कभी आधार कार्ड में जन्मतिथि अलग होना और गलत बताकर तथा किसी न किसी दस्तावेज में कोई न कोई त्रुटि निकालकर नोटिस दिया जाता रहा। पीडि़ता की शिकायत अनुसार दस्तावेजों को अधूरा बताकर एक माह का वेतन तक रोक दिया गया। इस संबंध में विस्तृत जानकारी चाहने के लिए जब भी वह लैंको के स्थानीय कार्यालय गई वहां एचआर मैनेजर रानू नायक के द्वारा अनाप-शनाप शब्दों का उपयोग करने के साथ अश्लील बातों के लिए दबाव बनाया जाता रहा।
5 अगस्त 2021 को वह भविष्य निधि के लिए नया आधार कार्ड सुधरवाकर बताने के लिए एचआर हेड के कार्यालय पहुंची थी। बाहर बैठे स्टाफ लालता प्रसाद पाण्डेय, हरमोहन सिंह से पीडि़ता ने पूछा कि साहब हैं क्या? आधार कार्ड सुधार कर दिखाने लाई हूं। इनके बताने उपरांत पीडि़ता अंदर गई तो कार्यालय में एच आर हेड रानू नायक एवं डीके तिवारी जीएम जनसंपर्क उपस्थित थे।
जब पीडि़ता अंदर पहुंच कर अपने दस्तावेज दिखाने लगी इस दौरान एच् आर हेड रानू नायक ने उसका हाथ पकडक़र कहा कि हमारे साथ शारीरिक सुख दोगी तो तुम भी अच्छा रहोगी, नहीं तो परेशान रहोगी। इन अधिकारियों ने शारीरिक संबंध बनाने के लिए उकसाया। पीडि़ता के मुताबिक यह कहते हुए यह दोनों अधिकारी हंस भी रहे थे-जब तक तुम ध्यान नहीं दोगी तो हम कैसे ध्यान देंगे। पीडि़ता यहां से रोते हुए घर लौट आई और अपने बेटे को पूरी जानकारी दी।
इसके उपरांत परिवार से सलाह-मशविरा कर उरगा थाना में लिखित शिकायत दर्ज कराई और नौकरी पर जबरन विराम लगाकर, दस्तावेज में त्रुटि दिखाकर शारीरिक संबंध बनाने के लिए प्रताडि़त करने वालों के विरूद्ध कार्यवाही का आग्रह किया। टीआई विजय चेलक ने बताया कि पीडि़ता की रिपोर्ट पर धारा 354, 34 के तहत जनसंपर्क अधिकारी डीके तिवारी एवं एचआर हेड रानू नायक के विरूद्ध अपराध दर्ज किया गया है।