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सैकड़ों आदिवासियों का धरना-प्रदर्शन, चुनाव बहिष्कार की चेतावनी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कांकेर, 27 अक्टूबर । जिले के कोयलीबेड़ा ब्लॉक के छोटेबेटिया थाना अंतर्गत बेचाघाट में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन करते हुए सैकड़ों की संख्या में आदिवासी सर्वसमाज ने 21 अक्टूबर को कोयलीबेड़ा के गोमे के जंगल में हुई पुलिस नक्सल मुठभेड़ को फर्जी बताया है। उन्होंने ग्राम गोमे में हुए मुठभेड़ की निष्पक्षीय जाँच कर मुठभेड़ में मारे जाने वालों के परिजनों को 50-50 लाख रुपये मुआवजा देने की मांग की है। बेचाघाट संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने जल्द से जल्द इस मुठभेड़ की न्यायिक जाँच न होने पर चुनाव बहिष्कार करने की भी बात कही।
धरना प्रदर्शन में ग्रामीण सहित सर्वआदिवासी समाज और बेचाघाट संघर्ष समिति के सदस्य अजित नरेटी मैनी कचलामी ने कहा कि जिला नारायणपुर ओरछा ब्लॉक अबूझमाड़ ग्राम पंचायत अदनार के ग्राम ककनार के निवासी काना बेदड़ा पिता स्व.झिरंगू वेडदा (23 वर्ष), मोड़ा राम पदा पिता स्व. अड़वे राम पदा (18 वर्ष) एवं इनके साथ 7 ग्रामीण 20 अक्टूबर को कोयलीबेड़ा साप्ताहिक बाजार से अपने गांव वापस जाने से शाम होने के कारण ग्राम गोमे में अपने रिश्तेदार पुनेश मांडवी के घर में रात में थे।
ककनार से कोयलीबेड़ा साप्ताहिक बाजार की दूरी 40- 50 किलोमीटर हैं। अबूझमाड़ के माडिय़ा जनजाति के लोग पैदल चलकर इसी साप्ताहिक बाजार से ही अपने दैनिक जरूरतों की पूर्ति करते हैं,साथ ही साथ सरकार की ओर से दिए जाने वाला राशन सामग्री भी यही से ले जाते हंै।
शनिवार सुबह करीब 6.30 बजे अपने राशन सामग्री लेकर गांव(ककनार )लौट रहे थे,उसी वक्त गश्त से वापस लौट रही बीएसफ , डीआरजी और बस्तर फाइटर के जवानों ने बीच रास्ते से उन्हें पकड़ा और मुड़भेड़ में मारे जाने की बात कही। इसकी जांच की मांग हम ग्रामीण करते हैं। अगर निष्पक्ष जांच नही हुई तो आगे भी उग्र आंदोलन करेंगे।
ग्रामीणों ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार एवं राज्य की भूपेश बघेल सरकार बेकसूर आदिवासियों की हत्या कर रही है,। ये आदिवासी समुदाय के लिए बहुत बड़ी निंदनीय घटना है। इसलिए बस्तर संभाग के हम सभी मूलवासी समुदाय जनता को एकजुट होकर इस अत्याचार शोषण के खिलाफ व गोमे फर्जी मुठभेड़ के खिलाफ जुझारू संघर्ष कर रही है। इस तरह की कृत्य घटनाओं का बस्तर जन संघर्ष समन्वय समिति घोर निन्दा करती है औरदोषी पुलिस अधिकारियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने का मांग करती है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कांकेर, 27 अक्टूबर। अबूझमाड़ के दो आदिवासी युवकों की फर्जी मुठभेड़ में हत्या का आरोप परिजनों व ग्रामीणों ने लगाया है। फर्जी मुठभेड़ के विरोध में शुक्रवार को करीब 40 किलोमीटर पैदल चलकर कोयलीबेड़ा पहुंचे आदिवासियों ने मजिस्ट्रेट से जांच की मांग की और दोषी पुलिसकर्मियों को सजा दिलाने की बात दोहराई, वहीं छोटेबेठिया के पास बेचाघाट में भी आज आदिवासियों ने प्रदर्शन किया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कांकेर, 27 अक्टूबर। कांग्रेस से बगावत कर अंतागढ़ विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय चुनाव लडऩे वाले कांग्रेस विधायक अनूप नाग को पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया गया है।
अंतागढ़ विधानसभा से कांग्रेस पार्टी से टिकट नहीं मिलने से नाराज विधायक अनूप नाग ने पार्टी आदेश का उल्लंघन करते हुए निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में डटा हुए हंै। क्षेत्र के कांग्रेस कार्यकर्ता बड़ी संख्या में अनूप नाग का समर्थन कर रहे हैं कांग्रेस ने रूप सिंह पोटाई को अपना प्रत्याशी बनाया है। टिकट से वंचित होने के कारण अनूप नाग निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में आकर पार्टी के खिलाफ बगावत किया है। अनूप नाग की इस अनुशासनहीनता से आज कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने पार्टी के खिलाफ जाकर निर्दलीय चुनाव लडऩे पर पार्टी के प्राथमिक सदस्यता से 6 साल के लिए निष्काषित कर दिया है।
कवर्धा, 26 अक्टूबर। नगर पालिका प्रशासन ने नया बस स्टैण्ड शिफ्ट तो कर दिया लेकिन लापरवाही के चलते नया बस स्टैंड से संचालन पूरी तरह से बंद है। इस संबंध में ‘छत्तीसगढ़’ द्वारा नगरपालिका के सीएमओ से पूछने पर उनका कहना है कि आखिरी बार उनको समझाईश दी जाएगी, अगर नहीं माने तो कार्रवाई की जाएगी।
शहर से कुछ ही दूरी पर नया हाईटेक बस स्टैंड शहरवासियों के सुविधा के लिए तैयार किया गया है, जिससे जनता कोसुविधा हो, लेकिन मनमानी तरीके से बसों का संचालन पुराना बस स्टैंड से किया जा रहा है।
ज्ञात हो कि नगर पालिका प्रशासन द्वारा कुछ ही समय पहले बस संचालक़ों की बैठक कर समझाइश दी गई थी और तीसरा आदेश जारी कर नया बस स्टैंड से सभी बसों के संचालन का आदेश जारी किया गया था, लेकिन नगर पालिका के आदेश को बस संचालकों द्वारा ठेंगा दिखाते हुए अपने मनमानी तरीका से पुराना बस स्टैंड से ही बस संचालन कर रहे हैं।
पुराना बस स्टैंड शहर के बीचों-बीच है, जिसकी वजह से भीड़भाड़ के कारण ट्रैफिक समस्या हमेशा रहती है। नगर पालिका प्रशासन द्वारा हाल में ही बैठक कर एक कमेटी बनाई गई थी, जिसका भी कोई असर नहीं हुआ और मनमानी तरीके से बसों का संचालन पुराना बस स्टैंड से किया जा रहा है। इसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं होने से बस संचालकों के हौसले बुलंद हैं।
तीनों विस में 36 प्रत्याशी मैदान में
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कांकेर, 23 अक्टूबर। अंतागढ़ विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस विधायक अनूप नाग व और पूर्व विधायक मंतू पवार के निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में डटे रहने से यहां मुकाबला काफी रोचक हो गया है।
जिले के अंतागढ़ जिले के कांकेर, भानुप्रतापुर और अंतागढ़ विधान सभा क्षेत्र से नामांकन वापसी के दिन आज तीन प्रत्याशियों ने अपना नामांकन वापस लिया। जिसमें कांकेर विधानसभा क्षेत्र से एक प्रत्याशी के नाम वापस लेने के बाद 9 प्रत्याशी मैदान में डटे रहेंगे। भानुप्रतापपुर विधानसभा क्षेत्र से भी एक प्रत्याशी के नाम वापस लेने के बाद 14 प्रत्याशियों के मध्य चुनाव होगा। इसी तरह अंतागढ़ क्षेत्र से भी एक नामांकन वापस लेने के बाद 13 प्रत्याशी चुनाव मैदान में रहेंगे।
अभ्यर्थियों को प्रतीक चिन्ह आबंटित किए गए
विधानसभा आम निर्वाचन 2023 के तहत कांकेर जिले में स्थित तीनों विधानसभा क्षेत्र के प्रत्याशियों के नाम तय हो चुके हैं। स्क्रूटनी एवं अभ्यर्थिता से नाम वापसी के उपरांत अब कुल 36 अभ्यर्थी चुनावी समर पर होंगे। विधानसभा क्षेत्र अंतागढ़, भानुप्रतापपुर तथा कांकेर से एक-एक यानी 3 अभ्यर्थियों ने अभ्यर्थिता वापस ले ली है। इनमें अंतागढ़ विधानसभा क्षेत्र से 13, भानुप्रतापपुर से 14 और कांकेर विधानसभा क्षेत्र से 9 अभ्यर्थी अंतिम रूप से प्रत्याशी घोषित किए गए हैं। रिटर्निंग अधिकारियों के द्वारा नामों की घोषणा के साथ ही सभी अभ्यर्थियों को प्रतीक चिन्ह आबंटित किए गए हैं।
रिटर्निंग अधिकारी से प्राप्त जानकारी के अनुसार अंतागढ़ विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र कांग्रेस से रूपसिंह पोटाई ‘‘मोड्डू’’ को हाथ, विक्रम उसेण्डी को कमल, संतराम सलाम को झाड़ू छाप का चुनाव चिन्ह आबंटित किया गया है। इसी प्रकार पंजीकृत राजनीतिक दलों के उम्मीदवारों में से नरहरदेव गावड़े को फुटबॉल, मानचू मण्डावी को बांसुरी, लिलाधर कोरेटी को नारियल फार्म, शिवप्रसाद गोटा को आरी, सुरेन्द्र कुमार दर्रो को कोट तथा अन्य अभ्यर्थी में अनूप नाग को गन्ना किसान, मन्तूराम पवार को अलमारी, रमेश मण्डावी को चारपाई, रामनारायण उसेण्डी को एयर कंडीशनर और संतुराम नुरूटी को प्रतीक चिन्ह के तौर कड़ाही का सिम्बॉल आबंटित किया गया है। इस विधानसभा क्षेत्र से सविता पवार ने अपना नाम वापस ले ली है।
भानुप्रतापपुर निर्वाचन क्षेत्र आम आदमी पार्टी से कोमल हुपेण्डी को झाड़ू, गौतम उइके को कमल, जामलसिंह जुर्री को हाथी, सावित्री मनोज मण्डावी को हाथ का प्रतीक चिन्ह आबंटित हुआ है।
इसी प्रकार पंजीकृत राजनीतिक दलों के उम्मीदवारों में अकबर कोर्राम को बाल्टी, चन्द्रशेखर कोड़प्पा को अंगूर, निर्मला कोमरे को गन्ना किसान, भोजराम मण्डावी को नारियल फार्म, राजेश्वर प्रसाद कांगे अलमारी, लतीफ कुमार पिद्दा को बांसुरी और श्यामलाल नरेटी को गैस सिलेंडर का प्रतीक चिन्ह प्रदाय किया गया है, जबकि अन्य उम्मीदवार अनिरूद्ध कुमार ठाकुर को फुटबॉल, चौनूराम सिवाना को एअर कण्डीशनर एवं सेवालाल चिराम को प्रतीक चिन्ह के तौर पर ब्लैक बोर्ड का सिम्बॉल प्रदान किया गया है। भानुप्रतापपुर विधानसभा क्षेत्र से सहदेव तुलावी ने अपना नाम वापस लिया है।
हमर राज पार्टी प्रत्याशी प्रीति नेताम ने लिया नाम वापस
हमर राज पार्टी प्रमुख अरविंद नेताम की बेटी प्रीति नेताम ने अपना नाम वापस ले लिया, इसके साथ ही कांकेर क्षेत्र से 9 प्रत्याशी चुनाव मैदान में शेष रह गए हैं। कांकेर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्यासी आशाराम नेताम को कमल और कांग्रेस प्रत्याशी शंकर ध्रुवा को हाथ का प्रतीक चिन्ह आबंटित किया गया है।
इसी तरह पंजीकृत राजनीतिक दलों के उम्मीदवारों में से डायमण्ड नेताम को नारियल
फार्म, नमिता नेताम को बांसुरी, पार्वती तेता को गन्ना किसान, हेमलाल मरकाम को आरी का प्रतीक चिन्ह मिला है। अन्य उम्मीदवार में अर्जुन सिंह आचला को माचिस की डिब्बी, गोविंद कुमार दर्रो को कांच का गिलास तथा जयप्रकाश सलाम को प्रतीक चिन्ह के रूप बाल्टी मिला है।
उल्लेखनीय है कि विधानसभा आम निर्वाचन-2023 के अंतर्गत 13 अक्टूबर से नामनिर्देशन पत्र वितरित किया गया, जिसकी अंतिम तिथि 20 अक्टूबर निर्धारित की गई थी। तदुपरांत 21 अक्टूबर को प्राप्त नाम निर्देशन पत्रों की संवीक्षा किए जाने के बाद 3 ने अपनी अभ्यर्थिता वापस ले ली। इस प्रकार जिले के तीनों विधानसभा क्षेत्र में 36 अभ्यर्थी चुनाव मैदान में हैं। जिले के तीनों विधानसभा सीटों में मंगलवार 7 नवम्बर को मतदान होगा तथा प्राप्त मतों की गणना रविवार 3 दिसम्बर को की जाएगी।
कांकेर पुलिस पर परिजनों का आरोप
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कांकेर, 23 अक्टूबर। कोयली बेड़ा क्षेत्र में दो माओवादियों के मारे जाने के पुलिस के दावे को परिजनों ने झूठ बताया है। परिजनों का का आरोप है कि पुलिस ने उन्हें पकड़ कर, फर्जी मुठभेड़ में उनकी हत्या की है।
इससे पहले पुलिस ने दावा किया था कि कोयलीबेड़ा इलाके के गांव गोमे से लगे हुए जंगल में माओवादियों के साथ सुरक्षाबलों की मुठभेड़ के बाद जब सर्चिंग ऑपरेशन चलाया गया तो घटनास्थल से दो शव बरामद किए गए थे। पुलिस ने मौके से कुछ हथियार भी बरामद करने का दावा किया था।
मृतकों के परिजन ने कोयलीबेड़ा के थाना प्रभारी और कांकेर जि़ले के एसपी को पत्र लिख कर आरोप लगाया है कि शुक्रवार को अबूझमाड़ के आदनर गांव से ग्रामीण कोयलीबेड़ा साप्ताहिक बाज़ार गये थे, वहां से वापसी के दौरान रात होने के कारण सभी ग्रामीण गोमे गांव के पुनेश मंडावी के घर रुक गये थे।
ग्रामीणों ने पत्र में लिखा है कि शनिवार की सुबह साढ़े छह बजे, सभी ग्रामीण अपने गांव काकनार जा रहे थे, उसी समय काना वेड़ता व मोडाराम पद्दा नामक आदिवासियों को फर्जी मुठभेड़ में उनकी हत्या कर, उन्हें नक्सली घोषित कर दिया।
परिजनों ने ने पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कर इसमें शामिल शामिल पुलिसकर्मियों के खिलाफ़ कार्रवाई करने की मांग की है।
अंतिम दिन 26 नामांकन दाखिल, अब तक 42 ने भरा नामांकन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कांकेर, 20 अक्टूबर। कांग्रेस के बागी प्रत्याशी अनूप नाग ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन दाखिल किया। आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेंडी ने नामांकन दाखिल किया, वहीं पूर्व विधायक मंतूराम पवार ने निर्दलीय, और हमर राज पार्टी के सुप्रीमो अरविंद नेताम की पुत्री डॉ.प्रीति नेताम ने भी नामांकन दाखिल किया है। जिसमें आज नामांकन के अंतिम दिवस में आज 26 प्रत्याशियों ने नामांकन भरा।
जिसमें कांकेर विधानसभा क्षेत्र से आज 6 , भानुप्रतापपुर विधानसभा क्षेत्र के लिए 10 और अंतागढ़ विधानसभा क्षेत्र के लिए 10 अभ्यर्थियों ने नाम-निर्देशन पत्र जमा किए।
जिले के तीनों विधानसभा क्षेत्रों से अब तक कुल 42 नामांकन भरे गए हैं। जिसमें कांकेर विधानसभा क्षेत्र से कुल 10 प्रत्याशी, भानुप्रतापपुर से 17 और अंतागढ़ विधानसभा क्षेत्र से 15 प्रत्याशियों ने नाम निर्देशन फार्म जमा करवाया है।
आज कांकेर विधानसभा क्षेत्र से अर्जुन सिंह आचला, हेमलाल मरकाम, गोविन्द कुमार दर्रो, पार्वती तेता, जयप्रकाश सलाम और डॉ. प्रीति अरविंद नेताम ने नामांकन भरा है। भानुप्रतापपुर विधानसभा क्षेत्र के लिए नाम-निर्देशन पत्र दाखिल करने वालों में अनिरूद्ध कुमार ठाकुर, कोमल सिंह हुपेण्डी, देवलाल नरेटी, राजेश्वर प्रसाद कांगे, अकबर कोर्राम, चंद्रशेखर कोड़प्पा, सहदेव तुलावी, सुरज मंडावी, श्यामलाल नरेटी और चौनूराम सिवाना शामिल हैं।
अंतागढ़ विस क्षेत्र से नामांकन भरने वालों में मंतूराम पवार एवं सविता पवार, अनूप नाग, सुरेन्द्र दर्रो, शिवप्रसाद गोटा, मानचू मंडावी, रूपसिंह पोटाई, रमेश मंडावी, रामनारायण उसेण्डी, लीलाधर कोरेटी और मनीराम नरेटी शामिल हैं।
भाजपा के सभी प्रत्याशियों ने नामाकंन भरा, किया रोड शो
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कांकेर, 19 अक्टूबर। जिले के तीनों विधानसभा कांकेर, भानुप्रतापपुर व अंतागढ़ के भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशियों आशाराम नेताम, गौतम उइके तथा विक्रम उसेण्डी ने आज केन्द्रीय मंत्री अर्जुन मुण्डा की मौजूदगी में निर्वाचन कार्यालय कांकेर में अपना नामांकन भरा।
नामांकन से पहले भाजपा कार्यालय कमल सदन से मुख्य मार्ग होते हुए जिला कार्यालय तक रोड शो किया गया। नामांकन रैली के बाद नये बस स्टैण्ड में केन्द्रीय मंत्री अर्जुन मुण्डा ने सभा को संबोधित किया।
केन्द्रीय अजजा मंत्री अर्जुन मुण्डा ने कहा कि आज की नामांकन रैली में उमड़ी भाजपा कार्यकर्ताओं व आम जनता की भीड़ इस बात का स्पष्ट संकेत है कि छ.ग. में परिवर्तन की लहर है। उन्होंने केन्द्रीय योजनाओं के क्रियान्वयन में प्रदेश की कांग्रेस सरकार द्वारा लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए कहा कि भूपेश सरकार ने केन्द्र की योजनाओं से प्रदेश की जनता को वंचित करने का काम किया है। कांग्रेस के भ्रष्टाचार के चलते प्रदेश की गरीब जनता को न तो प्रधानमंत्री आवास का लाभ मिल पा रहा है और न ही स्वच्छ जल के चलाई जा रही हर घर नल-जल योजना का लाभ।
श्री मुण्डा ने कहा कि प्रदेश की आदिवासी जनता के कल्याण व आर्थिक उत्थान के लिए 15 हजार करोड़ दिये है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश के किसान, गरीब, महिला, युवा, मजदूर सबसे लिए कल्याणकारी योजनाएं बनाई है। कांग्रेस सरकार ने छ.ग. को भ्रष्टाचार का अडडा बना दिया है।
भाजपा प्रत्याशी विक्रम उसेण्डी ने कहा कि कांग्रेस विधायक के कार्यकाल में हर काम भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गये। वर्तमान विधायक से क्षेत्र की जनता ही नहीं खुद कांग्रेसी भी त्रस्त थे, इसलिए उनका टिकट काट दिया गया।
लोकसभा सांसद मोहन मण्डावी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश की भूपेश सरकार ने सभी वर्गों को छलने का काम किया है । पिछले चुनाव में कांग्रेस द्वारा किये गये 36 वादों में से कोई भी वादा पूरा नहीं हुआ है।
कांकेर व भानुप्रतापपुर के भाजपा प्रत्याशी आशाराम नेताम व गौतम उइके ने भी संबोधित किया।
सभा का संचालन जिला महामंत्री दिलीप जायसवाल ने व आभार प्रदर्शन जिला महामंत्री बृजेश चौहान ने किया। सभा में भाजपा प्रदेश मंत्री महेश जैन, पूर्व विधायक देवलाल दुग्गा, सुमित्रा मारकोले, भरत मटियारा, शालिनी राजपूत , अंतागढ़ विधानसभा प्रभारी गौतम गोलछा, सहित भाजपा के पदाधिकारी व कार्यकर्ता बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
कांकेर, 19 अक्टूबर। भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष विक्रम उसेंडी, आशाराम नेताम सहित 14 प्रत्याशियों ने आज अपना नामांकन दाखिल किया।
विधानसभा निर्वाचन 2023 के तहत जिले के अंतागढ़, भानुप्रतापपुर और कांकेर विधानसभा क्षेत्र के लिए नामांकन के पांचवें दिन 14 अभ्यर्थियों ने अपना नाम-निर्देशन पत्र रिटर्निंग अधिकारी के समक्ष जमा कराया, साथ ही 4 लोगों के द्वारा नाम-निर्देशन पत्र क्रय किया गया।
रिटर्निंग अधिकारी कार्यालय विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 79, 80 व 81 से मिली जानकारी के मुताबिक अंतागढ़ विधानसभा क्षेत्र के लिए 5 लोगों ने नाम निर्देशन पत्र जमा किए, जिनमें नरहरदेव गावड़े, विक्रमदेव उसेण्डी, कुंवरसिंह ध्रुव, संतुराम नुरूटी, तथा संतराम सलाम ने नाम-निर्देशन पत्र जमा किया। भानुप्रतापपुर विधानसभा क्षेत्र के लिए 7 लोगों ने नामनिर्देशन पत्र जमा किए, जिनमें सेवालाल चिराम, सावित्री मण्डावी, जालमसिंह जुर्री, गौतम उइके, देवलाल नरेटी, भोजराम मण्डावी और निर्मला कोमरे ने नाम-निर्देशन पत्र जमा किए। इसी तरह कांकेर विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत आशाराम नेताम और डायमंड नेताम ने नाम-निर्देशन पत्र दाखिल किया।
साथ ही अंतागढ़ विधानसभा क्षेत्र के लिए एक अभ्यर्थी ग्राम-हडफ़ड़ निवासी संतबाई उइके , कांकेर विधानसभा क्षेत्र के लिए चारामा तहसील के ग्राम-बड़ेगौरी निवासी पार्वती तेता, कांकेर तहसील के आलबेड़ा निवासी जयप्रकाश सलाम और गढ़पिछवाड़ी निवासी गोविन्द कुमार ने नाम निर्देशन पत्र प्राप्त किये।
20 अक्टूबर को नाम-निर्देशन पत्र क्रय एवं जमा करने की अंतिम तिथि है। 21 अक्टूबर को प्राप्त नाम-निर्देशन पत्रों की संवीक्षा की जाएगी और नामाकंन वापस लेने की तिथि 23 अक्टूबर है।
जगह-जगह बैनर टांगे और पर्चे फेंके
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कांकेर, 19 अक्टूबर। कोयलीबेड़ा क्षेत्र में सडक़ पर नक्सलियों ने भारतीय जनता पार्टी को देश तथा जनता के लिए खतरा बताते हुए जगह-जगह बैनर टांगे और पर्चे फेंके हैं। पर्चे में छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव बहिष्कार करने की भी बात लिखी गई है।
जिले के अंतागढ़ विधानभा क्षेत्र के कोयलीबेड़ा इलाके के मनेगांव सडक़ पर नक्सलियों ने बड़ी संख्या में बैनर पोस्टर लगाए हैं। इन पोस्टरों में भारतीय जनता पार्टी को देश और जनता के लिए खतरा बताया है। साम्राज्यवादी वैष्वीकरण अमल कर रही जन विरोधी कांग्रेस का विरोध करने का जिक्र किया है । बैनर पोस्टर में विधानसभा चुनाव को लेकर नक्सलियों ने पर्चे फेंके हैं।
बैनर-पोस्टर में नक्सलियों ने लिखा-झूठे छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव का बहिष्कार करो। जनताना सरकारों को बचाओ व मजबूत करो। देश और जनता के लिए बेहद बड़ा खतरा बन गई है। नक्सलियों ने जनता से ब्राह्मणीय हिंदुत्व फासीवादी भारतीय जनता पार्टी को मार भगाने की बात लिखी है, साम्राज्यवादी वैष्वीकरण नीतियों परअमल कर रही जन विरोधी कांग्रेस का विरोध करने का भी उल्लेख किया गया है।
तीनों विस क्षेत्र के लिए 11 अभ्यर्थियों ने फार्म जमा किया
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कांकेर, 18 अक्टूबर। जिले के तीनों विधानसभा सीटों से मुख्यमंत्री की अगुवाई में कांग्रेस प्रत्याशियों ने आज नामाकंन दाखिल किया। नामांकन के आज चौथे दिन में कुल 11 नामाकंन भरे गए। कांग्रेस से प्रत्याशी पूर्व विधायक शंकर ध्रुवा, विधायक सावित्री मंडावी और रूपसिंह पोटाई ने अपना पर्चा भरा, वहीं भाजपा से कांकेर विधानसभा क्षेत्र के लिए आशाराम नेताम ने अपना नामांकन दाखिल किया।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज कांकेर पहुंचकर तीनों प्रत्याशियों का हौसला बढ़ाया। वे जिला निर्वाचन कार्यालय पहुंच कर निर्वाचन अधिकारी के समक्ष प्रत्याशियों का नामांकन भरवाया। उसके बाद पार्टी जनों से चर्चा की। तत्पश्चात चलते-चलते मीडिया प्रतिनिधियों के सवालों का जवाब दिया। मुख्यमंत्री के साथ प्रत्याशियों के अलावा उनके राजनीतिक सलाहकार राजेश तिवारी, विधान सभा अध्यक्ष चरण दास महंत, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ,कांकेर विधायक शिशुपाल शोरी आदि उपस्थित थे।
आज नामांकन के चौथे दिन तीनों विधानसभा क्षेत्र के लिए 11 अभ्यर्थियों ने अपना नाम-निर्देशन पत्र रिटर्निंग अधिकारी के समक्ष जमा किया। साथ ही 6 लोगों के द्वारा नाम-निर्देशन पत्र क्रय किए।
रिटर्निंग अधिकारी कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार अंतागढ़ विधानसभा क्षेत्र के लिए कांग्रेस से पखांजूर तहसील के ग्राम बारदा निवासी रूपसिंह पोटाई ने पर्चा दाखिल किया। अंतागढ़ तहसील के ग्राम कोदागांव निवासी संतराम सलाम और ग्राम आमागांव निवासी कुंवरसिंह ध्रुव ने भी नाम निर्देश पत्र जमा किया।
भानुप्रतापपुर विधानसभा क्षेत्र के लिए से कांग्रेस से ग्राम तेलगरा निवासी सावित्री मण्डावी ने पर्चा भरा। चारामा तहसील के ग्राम मरकाटोला निवासी जालमसिंह जुर्री ने भी पर्चा भरा। भानुप्रतापपुर तहसील के ग्राम मुंगवाल निवासी कोमल सिंह हुपेण्डी ने आम आदमी पार्टी से दाखिल किया। ग्राम तरहुल निवासी लतीफ कुमार पिद्दा ने नाम-निर्देशन पत्र जमा किया।
इसी तरह कांकेर विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत कांकेर तहसील के ग्राम मोहपुर निवासी आशाराम नेताम ने भाजपा से और सरोना तहसील के ग्राम मुड़पार (दखनी) निवासी शंकर ध्रुवा और ने भाजपा से नामाकंन भरा। हेमलाल मरकाम, ग्राम कन्हनपुरी निवासी श्रीमती नमिता नेताम ने भी नाम-निर्देशन पत्र दाखिल किया।
बगावत से कांग्रेस में हडक़ंप, मानमनौव्वल में लगे नेता
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कांकेर, 18 अक्टूबर। अंतागढ़ विधानसभा क्षेत्र के मौजूदा विधायक अनूप नाग के निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन फार्म लेने से कांग्रेस में हडक़ंप मच गया है।
आज जिले के तीनों सीटों क्रमश: कांकेर, भानुप्रतापपुर और अंतागढ़ विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशियों ने मुख्यमंत्री भूपेष बघेल की अगुवाई में नामांकन दाखिल किया। इसके पहले ही अंतागढ़ विधानसभा क्षेत्र के वर्तमान विधायक अनूप नाग ने अपने समर्थकों के साथ जिला निर्वाचन कार्यालय पहुंच कर निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन फार्म लेकर सबको चौंका दिया है। श्री नाग के इस बगावती तेवर से जिले के कांग्रेस खेमे में हलचल मच गई है।
बताया जा रह है कि पार्टी के बड़े नेताओं द्वारा मानमनौव्वल किया जा रहा है। इधर पार्टी के जिम्मेदारों ने बिगड़ते हालत को देखते हुए फंूक-फूंक कर कदम उठा रहे हैं। इसके चलते मीडिया का फोन भी रिसीव नहीं कर रहे हैैं।
कांग्रेस विधायक अनूप नाग आज नामंाकन फार्म लेने पहुंचे और निर्दलीय चुनाव लडऩे का एलान किया। ‘छत्तीसगढ़’ से चर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि मेरे समर्थकों और क्षेत्र की जनता ने मुझे स्वतंत्र चुनाव लडऩे प्रेरित किया है। उन्हीं की प्रेरणा और प्यार से मैं चुनाव लडऩा चाहता हूं।
नामांकन फॉर्म लेने के बाद अनूप नाग ने कहा कि मैं कोई बगावत नहीं कर रहा हूं। 2018 के चुनाव में मैंने 15 साल से लगातार विधायक रहे भाजपा के विधायक को चुनाव में हराकर अपनी काबिलियत का प्रदर्शन किया था। जबकि इस बार ऐसे व्यक्ति को पार्टी ने उम्मीदवार बनाया है जो सरपंच चुनाव में हार गया था। इससे मेरी भावना आहत हुई है।
चाहे जो भी हो, पीछे कदम नहीं हटाउंगा-अनूप नाग
श्री नाग ने कहा कि टिकट की घोषणा होने के बाद क्षेत्र के कस्बे और गांवों की माता बहनों को काफी दुख हुआ है और वे मुझे स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप से चुनाव लडऩे के लिए प्रेरित कर रहे हैं। मैं क्षेत्र की जनता की भावनाओं का सम्मान करते हुए यह चुनाव लडऩे का फैसला कर लिया है। चाहे जो भी आएं मैं अपना कदम पीछे नहंीं हटाउंगा।
विदित हो कि अन्तागढ़ विधानसभा क्षेत्र से अनूप नाग के स्थान पर रूपसिंह पोटाई को कांग्रेस का प्रत्याशी बनाया गया है।
नाग जी कांग्रेस के लिए ही काम करेंगे-सुनील गोस्वामी
जिला कांग्रेस महामं़त्री कांकेर सुनील गोस्वामी का कहना है कि नाग जी ने केवल फार्म ही लिया है। फार्म लेना बगावत नहीं होता। वे पार्टी के एक जिम्मेदार व्यक्ति हैं। ऐसा अनुचित कदम वे नहीं उठा सकते । पूरा विश्वास है कि वे कांग्रेस के लिए ही काम करेंगे।
सब कुछ ठीक हो जाएगा-सीएम
आज सीएम भूपेश बघेल ने कांकेर जिला निर्वाचन कार्यालय परिसर में अंतागढ़ विधानसभा क्षेत्र से विधायक अनूप नाग के द्वारा निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन फार्म लेने पर पत्रकारों से कहा कि नामाकंन फार्म खरीदने से कुछ नहीं होता। फार्म लेना और चुनाव लडऩा अलग-अलग बात है। सब कुछ ठीक हो जाएगा।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कांकेर, 17 अक्टूबर। आज कांग्रेस से एक और भाजपा से एक प्रत्याशी ने नामांकन दाखिल किया है। अंतागढ़ विधानसभा क्षेत्र के लिए भाजपा से विक्रम देव उसेण्डी और कांकेर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी शंकर ध्रुवा ने आज अपना नामांकन रिटर्निंग अधिकारी के समक्ष दाखिल किया।
विधानसभा आम निर्वाचन 2023 के तहत जिले के अंतागढ़, भानुप्रतापपुर और कांकेर विधानसभा क्षेत्र के लिए नाम-निर्देशन पत्र 13 अक्टूबर से प्रारम्भ हो गया है। नामांकन के तीसरे दिन अंतागढ़ और कांकेर विधानसभा क्षेत्र के लिए दो अभ्यर्थियों ने अपना नाम-निर्देशन पत्र रिटर्निंग अधिकारी के समक्ष जमा किया। इस दौरान रिटर्निंग अधिकारी ने उन्हें निर्वाचन अवधि में आदर्श आचरण की शपथ भी दिलाई। इसी तरह आज कुल 15 लोगों के द्वारा नाम-निर्देशन पत्र क्रय किए गए।
रिटर्निंग अधिकारी कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार अंतागढ़ विधानसभा क्षेत्र के लिए ग्राम घोटूलबेड़ा निवासी विक्रम देव उसेण्डी और कांकेर विधानसभा क्षेत्र से ग्राम मुड़पार (दखनी) निवासी शंकर ध्रुवा ने आज अपना नाम निर्देशन पत्र संबंधित रिटर्निंग अधिकारी के समक्ष दाखिल किया, जबकि भानुप्रतापपुर विधानसभा क्षेत्र के लिए किसी ने भी नाम-निर्देशन पत्र दाखिल नहीं किया।
इसी क्रम में आज 15 लोगों ने नाम निर्देशन पत्र क्रय किया, जिनमें अंतागढ़ विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 79 के लिए आज कुल 9 संभावित अभ्यर्थी पखांजूर तहसील के ग्राम मरोड़ा निवासी मानचु मण्डावी, भानुप्रतापपुर तहसील के बीरकोंदल निवासी नरहरदेव गावड़े, अंतागढ़ तहसील के कोदागांव निवासी संतराम सलाम, पखांजूर तहसील के बारदा निवासी रूपसिंह पोटाई, अंतागढ़ तहसील के ग्राम आमागांव निवासी कुंवरसिंह ध्रुव, आमाबेड़ा तहसील के ग्राम कोकवर (अर्रा) निवासी रमेश मण्डावी, अंतागढ़ तहसील के ग्राम कुहुचे निवासी रामनारायण उसेण्डी तथा सविता पवार और पखांजूर से मंतूराम पवार ने नाम निर्देशन पत्र प्राप्त किये।
इसी प्रकार भानुप्रतापपुर विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 80 के अंतर्गत आज 6 संभावित अभ्यर्थियों ने नामांकन पत्र क्रय किया। इनमें दुर्गूकोंदल तहसील के नेडग़ांव निवासी निर्मला कोमरा, तहसील दुर्गूकोंदल के कोदापाखा निवासी देवलाल नरेटी, भानुप्रतापपुर तहसील के मुंगवाल निवासी कोमलसिंह हुपेण्डी, चारामा तहसील के गायतापारा उडक़ुड़ा निवासी अकबर कोर्राम, दुर्गूकोंदल तहसील के ईरागांव निवासी चैनूराम सिवाना और दुर्गूकोंदल तहसील के खुटगांव निवासी श्यामलाल नरेटी ने नाम-निर्देशन पत्र खरीदे। कांकेर विधानसभा क्षेत्र से आज एक भी नाम-निर्देशन पत्र क्रय नहीं किया गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कांकेर, 15 अक्टूबर। विधानसभा चुनाव में आचार संहिता का उल्लंघन कर भाजपा का प्रचार करने वाले शिक्षक को संयुक्त संचालक शिक्षा विभाग बस्तर संभाग ने सस्पेंड कर दिया।
इसके 3 दिन पहले आयोग ने मामले को लेकर स्पष्टीकरण देने एक नोटिस जारी किया था। बताया जा रहा है कि इसके लिए शिक्षक ने माफीनामा भी दिया था, लेकिन गलती क्षमा योग्य नहीं होने के कारण शिक्षक के के खिलाफ कार्रवाई की गई।
ज्ञातव्य हो कि अंतागढ़ विधानसभा क्षेत्र के कोयलीबेड़ा ब्लॉक के पीवी 600 पंचायत के शिक्षक अहिंद्र राय ने 9 अक्टूबर को शिक्षकों के व्हाट्सएप ग्रुप में भाजपा प्रत्याशी विक्रम उसेंडी को वोट देने की अपील की थी।
उक्त शिक्षक अंतागढ़ विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत बीएलओ के पद की भी जिम्मेदारी निभा रहा था । मामला तूल पकड़ते देख अंतागढ़ के सहायक रिटर्निंग अफसर ने 11 अक्टूबर को शिक्षक अहिद्र राय को कारण बताओ नोटिस भेजा था।
कांग्रेस प्रत्याशी घोषित होने के बाद जगह-जगह स्वागत
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कांकेर, 15 अक्टूबर। कांग्रेस के अधिकृत प्रत्याशी घोषित होने के साथ ही स्वागत के दौरान पार्टी प्रत्याशी शंकर ध्रुवा ने कहा कि भूपेश सरकार की उपलब्धियों के कारण छत्तीसगढ़ में इस बार फिर कांग्रेस की सरकार बनेगी। भाजपा ने चुनाव में उन्हीं चेहरों को उम्मीदवार बनाया, जिसे जनता ने पिछले चुनाव में नकारा था।
रमन सिंह कैबिनेट के चेहरों से जनता उक्ता चुकी थी। उन्हें पुन: उम्मीदवार बनाया गया है। यह उनका अंदरूनी मामला है, क्योंकि उनके पास और प्रत्याशी भी नहीं हैं। इससे कांग्रेस के लिए रास्ता आसान हो जाएगा व कांग्रेस की फिर सरकार बनेगी।
जिला सहकारी बैंक जगदलपुर के अध्यक्ष शंकर ध्रुवा को कांकेर विधानसभा क्षेत्र के लिए प्रत्याशी बनाने की घोषणा के साथ ही समर्थकों और कांग्रसियों ने जगह-जगह उनका स्वागत किया। उनके समर्थकों ने एक-दूसरे को रंग गुलाल लगाया और फूल माला पहनाया।
विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत कांकेर, नरहरपुर, दुधावा, साल्हेटोला, जामगांव, सरोना, मुड़पार आदि गांवों व कस्बों में बड़ी संख्या में जुलूस निकाले और आतिशबाजी की ।
इस अवसर पर श्री ध्रुवा ने कहा कि पार्टी के राष्ट्रीय और प्रदेश नेतृत्व ने एक बार फिर मुझ पर विश्वास जताया है। पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी घोषित होने पर उन्होंने पार्टी को धन्यवाद देते हुए कहा कि एनएसयूआई, युवा कांग्रेस, महिला कांग्रेस, सभी प्रकोष्ठ और कांग्रेस पार्टी के सभी कार्यकर्ता एक है और एकसाथ मिलकर इस चुनाव में वे जनता के बीच जाकर पार्टी की योजनाओं को बताएंगे और जीत का आशीर्वाद लेंगे।
कांग्रेस प्रत्याशी शंकर ध्रुवा ने कहा कि प्रदेश की भूपेश सरकार ने किसानों गरीबों मजदूरों के लिए कई जनकल्याणकारी योजनाओं को लागू किया है। जो भाजपा के पंद्रह साल के कार्यकाल में नहीं हो पाया है। कांग्रेस के कार्यकाल में विलुप्त हो रही छत्तीसगढिय़ा संस्कृति प्रोत्साहन दिया गया। माताओं व बहनों के हित में कई योजनाएं चालू की गई। धान का समर्थन मूल्य में काफी वृद्धि हुई है। शिक्षा स्वास्थ्य क्षेत्र के बड़े-बड़े निर्णय लिए गए हैं।
उन्होंने कहा कि इस बार भी भाजपा ने चुनाव में उन्हीं चेहरों को उम्मीदवार बनाया, जिसे जनता ने पिछले चुनाव में नकारा था। रमन सिंह कैबिनेट के चेहरों से जनता उक्ता चुकी थी। उनके पुन: उम्मीदवार बनने से कांग्रेस के लिए रास्ता आसान हो जाएगा व कांग्रेस की फिर सरकार बनेगी।
भानुप्रतापपुर और कांकेर विस क्षेत्र से तीन ने खरीदे फार्म
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कांकेर, 13 अक्टूबर। जिले के तीनों विधानसभा क्षेत्र अंतागढ़, भानुप्रतापपुर एवं कांकेर विधानसभा क्षेत्र में आज किसी भी प्रत्याशी ने नामांकन फार्म नहीं भरा, जबकि तीन प्रत्याशियों के लिए जिला निवार्चन कार्यालय से आज चार नामांकन फार्म लिया गया है। नामांकन भरने का आज पहला दिन था।
चर्चा है कि प्रत्याशी नामांकन फार्म भरने पितृ पक्ष के बाद नवरात्रि के शुभ मुहूर्त का इंतजार कर रहे हैं।
आज जिला निर्वाचन कार्यालय से भानुप्रतापपुर विधानसभा क्षेत्र के लिए सोपसिंह और अनिरुद्ध ठाकुर ने एक-एक और कांकेर विधान सभा क्षेत्र से अर्जुन सिंह ने दो निर्वाचन फार्म लिया है। आयोग द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार 13 अक्टूबर से नामांकन चालू हो गया है।
जमा करने की अंतिम तारीख 20 अक्टूबर है। नामांकन पत्रों की संवीक्षा शनिवार 21 अक्टूबर को की जाएगी तथा नाम वापस लेने की अंतिम तिथि 23 अक्टूबर निर्धारित की गई है। जिले के तीनों विधानसभा क्षेत्रों में मंगलवार 7 नवम्बर को मतदान किया जाएगा। साथ ही मतों की गणना 3 दिसंबर को होना है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कांकेर, 13 अक्टूबर। आज शाम करीब चार बजे शहर के सेंटमाइकल स्कूल के पास राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे ‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता हरि लाल शार्दूल को भालू दिखाई दिया। उन्होंने भालू की यह तस्वीर लगभग 15 फीट की दूरी से खींची है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता का कहना है कि हिंसक वन्यप्राणी का इतने करीब से फोटो लेने का दु:साहस तो नहीं होता, पर ऐसा संयोग बना कि नेशनल हाईवे पर गोविंदपुर से कांकेर शहर की ओर जाते हुए रोड किनारे एकाएक दिखाई दिया। भालू के हमले का खतरा होने के बाावजूद ऐसा मौका हाथ से निकल न जाए, यह सोचकर उन्होंने अपने दुपहिया का ब्रेक लगाकर जल्दी से इसे कैमरे में कैद कर लिया। इसके बाद क्षण भर में ही भालू समीप की झाडिय़ों में छिप गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कांकेर, 13 अक्टूबर। निर्वाचन आयोग द्वारा विधानसभा निर्वाचन 2023 के लिए कार्यक्रम जारी किये जाने के साथ ही आदर्श आचरण संहिता प्रभावशील हो गई है। निर्वाचन के दौरान विभिन्न राजनीतिक दलों एवं उनके अभ्यर्थियों के द्वारा चुनाव प्रचार करने के लिए शासकीय एवं अशासकीय भवनों पर नारे लेखन एवं बैनर पोस्टर तथा विद्युत और टेलीफोन के खंभों पर चुनाव प्रचार से संबंधित झंडियां लगाई जाती हैं, जिसके कारण शासकीय संपत्ति का स्वरूप विकृत हो जाता है।
इस संबंध में कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. प्रियंका शुक्ला ने आदेश जारी कर छत्तीसगढ़ संपत्ति विरूपण निवारण अधिनियम 1994 पारित करते हुए इसे हटाने के निर्देश दिये थे। इसके तहत सार्वजनिक सम्पति अंतर्गत 1766 दीवार लेखन, 3902 पोस्टर, 1751 बैनर और 1119 अन्य पोस्टर बैनर हटाये गये।
इसी प्रकार निजी सम्पति अंतर्गत 1570 दीवार लेखन, 221 पोस्टर, 121 बैनर और 160 अन्य, इस प्रकार कुल 10 हजार 560 पोस्टर बैनर निर्धारित समयावधि में हटाये गये हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कांकेर, 12 अक्टूबर। आयोग द्वारा गठित मीडिया प्रमाणन एवं अनुवीक्षण समिति के विभिन्न नियमों एवं निर्देशों से जिले के मीडिया प्रतिनिधियों को रू-ब-रू कराने के उद्देश्य से आज सुबह 11 बजे कार्यशाला आयोजित की गई। इसमें पीपीटी के माध्यम से विज्ञापनों का पूर्व प्रमाणन, पेड न्यूज, फेक न्यूज सहित उच्चतम न्यायालय के महत्वपूर्ण आदेशों-निर्देशों की जानकारी मास्टर ट्रेनर के द्वारा दी गई।
कलेक्टोरेट सभाकक्ष में आयोजित कार्यशाला में मीडिया प्रमाणन एवं अनुवीक्षण समिति (एमसीएमसी) के माध्यम से प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, सोशल मीडिया, वेब पोर्टल्स और बल्क एसएमएस पर निगरानी रखने के साथ साथ निर्धारित समय-सीमा में शिकायत, अभ्यर्थी को नोटिस, विभिन्न प्रारूप और कार्रवाई के बारे में जानकारी दी गई।
कार्यशाला में उपस्थित अपर कलेक्टर ए.एस. अहीरवार ने उपस्थित मीडिया प्रतिनिधियों से अपील की कि पत्रकारिता लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ होता है और आमजनता का विश्वास उस पर टिका रहता है। अत: संवेदनशील खबरों की बिना किसी आधिकारिक पुष्टि के प्रकाशन अथवा प्रसारण का व्यापक प्रतिकूल असर पड़ता है।
उन्होंने आगे कहा कि आदर्श आचरण संहिता के प्रभाव काल में ऐसे गैर तथ्यात्मक, भ्रामक और आधारहीन समाचार का प्रकाशन/प्रसारण न करें जिससे किसी प्रकार की असुविधा हो। इस दौरान सहायक संचालक जनसम्पर्क एवं नोडल अधिकारी एमसीएमसी टी.एस. सिन्हा सहित विभिन्न प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक एवं वेब न्यूज मीडिया संस्थानों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कांकेर, 12 अक्टूबर। जिले में पुलिस ने मवेशी तस्करी करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया।
जानकारी के अनुसार दो आरोपी रात को चोरी छुपे मवेशियों को पैदल हांकते हुए सीमा के पार ले जा रहे थे। ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस ने 13 गोवंश के साथ आरोपियों को रंगे हाथ पकड़ लिया।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मुख्य आरोपी बीते कुछ साल से एक राजनीतिक पार्टी के बड़े नेताओं के साथ करीबी संबंध बनाए रखा था। आरोपी तरुण हालदार पखांजूर के लखनपुर पंचायत का निवासी है, जो बेखौफ होकर पूरे क्षेत्र में मवेशी तस्करी के अवैध कारोबार में संलिप्त है। इसके खिलाफ पखांजूर के अलावा महाराष्ट्र में भी मामला दर्ज होने की खबर है।
इस गिरोह ने मवेशियों को छत्तीसगढ़ से लेकर कत्लखाने पहुंचाने का एक जाल बिछाया हुआ था। कल रात में मवेशियों को पैदल हांकाते हुए ले जाया जा रहा था। ग्रामीणों की सूचना पर पखांजूर पुलिस ने तत्काल घटना स्थल पहुंचकर दो लोगों को हिरासत में लिया। जो हालदार का आदमी बताया जाता है। मामले की विवेचना के बाद पुलिस ने तरुण हालदार को भी गिरफ़्तार कर लिया। इस तरह मवेशी तस्करी में सलिप्त तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
खेत में फसल देखने गया था
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कांकेर, 10 अक्टूबर। हाई वोल्टेज तार की चपेट में आने से पखांजूर निवासी एक किसान की खेत में मौत हो गई।
घटना के बाद से ग्रामीणों में आक्रोश है, उनका कहना है कि बरसों से तारों की मरम्मत नहीं कराई जा रही थी। जिससे दुर्घटना की आशंका बनी हुई है।
जिले के पखांजूर के पी.वी.47 गोंडाहूर निवासी किसान कृष्ण बाला (49 वर्ष) सोमवार की सुबह खेत में अपनी फसल देखने गया था। जहाँ वह टूटे हुए हाई वोल्टेज 33 केवी तार की चपेट में आ गया। जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई। घटना की सूचना बिजली विभाग और पुलिस को दी गई।
सूचना देने के बावजूद बिजली विभाग के कर्मचारी पांच घंटे देरी से पहुंचे। मृतक किसान के शव को अस्पताल पहुंचाया गया। घटना के बाद मृतक के घर में मातम छा गया है। परिजनों का रो-रोकर बहुत बुरा हाल हो गया है।
ग्रामीणों ने बताया कि कृष्ण बाला प्रतिदिन सुबह 8 बजे उठ कर वह अपने फसल देखने खेत जाता था। इसी तरह वह आज भी सुबह खेत गया था। जहां वह हाईवोल्टेज तार की चपेट में आगया।
ग्रामीणों ने बताया कि इस हाई वोल्टेज तार को 30 साल से मेंटेनेंस नहीं किया गया था। कई बार शिकायत करने के बावजूद भी बिजली विभाग द्वारा कोई एक्शन नहीं लिया गया। इस तरह बिजली विभाग की लापरवाही से ही किसान की जान चली गई। घटना के बाद से ग्रामीणों में आक्रोश है, उनका कहना है कि बरसों से तारों की मरम्मत नहीं कराई जा रही थी। जिससे दुर्घटना की आशंका बनी हुई है।
13 अक्टूबर से नामांकन दाखिला शुरू, नाम निर्देशन जमा करने की अंतिम तारीख 20 अक्टूबर
कांकेर, 9 अक्टूबर। जिले के तीनों विधानसभा क्षेत्र में होगा 7 नवम्बर को मतदान तथा 3 दिसम्बर को नतीजों की घोषणा की जाएगी। 13 अक्टूबर से नामांकन दाखिला शुरू होगा।
निर्वाचन आयोग द्वारा विधानसभा आम निर्वाचन-2023 की अधिसूचना के अनुसार जिले के तीनों विधानसभा क्षेत्रों में प्रथम चरण में 7 नवम्बर को मतदान किया जाएगा। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी ने आज शाम 4 बजे राजनीतिक दलों की बैठक लेकर निर्वाचन अधिसूचना के संबंध में विस्तृत जानकारी दी।
कलेक्टोरेट सभा कक्ष में आहुत बैठक में कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी ने विस्तारपूर्वक जानकारी देते हुए बताया कि जिले के तीनों विधानसभा क्षेत्र अंतागढ़ -79, भानुप्रतापपुर-80 एवं कांकेर विधानसभा क्षेत्र क्रमांक-81 की सीट अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए आरक्षित है।
उन्होंने बताया कि आयोग द्वारा जारी समय-सारणी के अनुसार शुक्रवार 13 अक्टूबर को अधिसूचना का प्रकाशन किया जाएगा। नाम निर्देशन जमा करने की अंतिम तारीख 20 अक्टूबर होगी। प्राप्त नाम निर्देशनों की संवीक्षा शनिवार 21 अक्टूबर को की जाएगी तथा अभ्यर्थिता (नाम) वापस लेने की अंतिम तिथि 23 अक्टूबर निर्धारित की गई है। उन्होंने बताया कि जिले के तीनों विधानसभा क्षेत्र के मतदान केन्द्रों में मंगलवार 07 नवम्बर को मतदान किया जाएगा, साथ ही मतों की गणना रविवार 03 दिसम्बर को की जाएगी। निर्वाचन संबंधी समस्त प्रक्रिया 05 दिसम्बर तक पूर्ण कराये जाने के निर्देश भारत निर्वाचन आयोग ने दिये हैं।
कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी ने जिले में स्थित मतदान केन्द्रों की जानकारी देते हुए बताया कि जिले में कुल 727 मतदान केन्द्र हैं, जिनमें 377 सामान्य, 30 क्रिटिकल, 35 वल्नरेबल तथा 285 संवेदनशील मतदान केन्द्र सम्मिलित हैं। उन्होंने आगे बताया कि अंतागढ़ विधानसभा क्षेत्र में 221, भानुप्रतापपुर में 266 तथा कांकेर विधानसभा क्षेत्र में 240 मतदान केन्द्र हैं। यह भी बताया गया कि कुल 685 पोलिंग स्टेशन लोकेशन है, जिनमें 50 शहरी क्षेत्र और 635 ग्रामीण क्षेत्र में स्थित हैं। आयोग के निर्देशानुसार एक मतदान केन्द्र में मतदाताओं की अधिकतम संख्या 1500 निर्धारित की गई है। जिला निर्वाचन अधिकारी ने मतदाताओं की संख्यात्मक जानकारी देते हुए बताया कि जिले में कुल 05 लाख 61 हजार 36 मतदाता हैं, जिनमें 02 लाख 74 हजार 222 पुरूष मतदाता, 02 लाख 86 हजार 802 महिला मतदाता एवं 12 अन्य (थर्ड जेंडर) मतदाता हैं। अंतागढ़ विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत 01 लाख 75 हजार 965 मतदाता हैं, जिनमें 88 हजार 512 पुरूष, 87 हजार 445 महिला और 08 अन्य मतदाता हैं। इसी तरह भानुप्रतापपुर में कुल 02 लाख 02 हजार 826 वोटर्स हैं, जिनमें 98 हजार 549 पुरूष, 01 लाख 04 हजार 275 महिला एवं 02 अन्य मतदाता सम्मिलित हैं। इसके अलावा कांकेर विधानसभा क्षेत्र में कुल 01 लाख 82 हजार 245 मतदाता हैं, जिनमें 87 हजार 161 पुरुष, 95 हजार 82 महिला मतदाता और 02 अन्य मतदाता शामिल हैं।
कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. शुक्ला ने बताया कि जिले में 18 से 19 आयु वर्ग वाले मतदाताओं की संख्या 25 हजार 807 है, जिनमें 13 हजार 286 पुरुष मतदाता और 12 हजार 519 महिला मतदाता शामिल हैं। इसी तरह 80 वर्ष से अधिक उम्र के मतदाताओं की संख्या 04 हजार 78 है, जिनमें 01 हजार 434 पुरुष और 02 हजार 644 महिला मतदातायें हैं। आयोग के निर्देशानुसार मान्यता प्राप्त राजनैतिक दलों के लिए स्टार प्रचारकों की संख्या 40 होगी, जबकि गैर मान्यता प्राप्त राजनैतिक दलों के लिए यह संख्या 20 होगी। उनके द्वारा रात्रि 10 बजे से सुबह 06 बजे तक रैली एवं जनसम्पर्क नहीं किया जा सकेगा। संपत्ति विरूपण अधिनियम की जानकारी देते हुए जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि आदर्श आचरण संहिता के प्रभावी होने के साथ ही शासकीय संपत्ति पर राजनैतिक विज्ञापन जैसे-वॉल राइटिंग, पोस्टर्स, कटआउट, होर्डिंग्स, बैनर, फ्लैग आदि 24 घंटे के भीतर हटा लिये जाएंगे। इसी तरह सार्वजनिक स्थानों से 48 घंटे और निजी संपत्ति पर प्रदर्शित विज्ञापनों को 72 घंटे के भीतर हटाये जाएंगे। यह भी बताया गया कि लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 की धारा 28-क के अधीन समस्त अधिकारी-कर्मचारी परिणामों के घोषणा होने तक निर्वाचन आयोग में प्रतिनियुक्ति पर समझे जाएंगे तथा उनका नियंत्रण, अधीक्षण और अनुशासन आयोग के अधीन रहेंगे।
निर्वाचन व्यय अनुवीक्षण के संबंध में जानकारी देते हुए जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि अभ्यर्थी को एक पृथक बैंक अकाउंट खोलना होगा, जिसमें निर्वाचन संबंधी समस्त व्यय का उल्लेख किया जाएगा। अभ्यर्थी के निर्वाचन व्यय की सीमा 40 लाख रूपये प्रति विधानसभा होगी। नामांकन पत्र दाखिल करते समय समस्त चल-अचल संपत्ति के बारे में शपथ पत्र में जानकारी देनी होगी तथा परिणाम घोषणा के 30 दिन के भीतर अभ्यर्थी को अपने लेखे का विवरण जिला निर्वाचन अधिकारी के समक्ष प्रस्तुत करना होगा। ऐसा नहीं किये जाने पर अभ्यर्थी को तीन साल के लिए अयोग्य घोषित किया जा सकेगा। इसी तरह मीडिया प्रमाणन एवं निगरानी समिति के माध्यम से प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक, रेडियो, ई-पेपर तथा सोशल मीडिया, वेब पेज पर राजनैतिक प्रसारण हेतु अनुमति लेनी होगी, साथ ही पेड न्यूज, फेक न्यूज की लगातार मॉनिटरिंग भी की जाएगी। यह भी बताया गया कि किसी भी विज्ञापन, पोस्टर, पर्चे या अन्य अभिलेख पर उसके प्रकाशक, प्रिंटर का नाम, पता एवं मुद्रित प्रतियों की संख्या देना अनिवार्य होगा।
कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि आदर्श आचरण संहिता उल्लंघन के मामलों में नागरिकों की सहभागिता बढ़ाने एवं शिकायतों के त्वरित निराकरण के लिए आयोग द्वारा सी-विजिल एप तैयार किया गया है, जिसके जरिये कोई भी व्यक्ति शिकायत कर सकता है। जिसकी जांच संबंधित अधिकारी द्वारा निर्धारित समय-सीमा (100 घंटे के भीतर) में करना अनिवार्य होगा। उक्त एप्लीकेशन में फोटोग्राफ, वीडियो के अलावा ऑडियो क्लिप के माध्यम से भी शिकायत दर्ज कराई जा सकेगी। इसी तरह सुविधा एप और वोटर हेल्प लाईन नंबर 1950 के माध्यम से निर्वाचन संबंधी जानकारी प्राप्त किये जाने के बारे में बैठक में बताया गया। उन्होंने राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों से आदर्श आचरण संहिता का कड़ाई से पालन करते हुए आयोग के निर्देशों का पालन करने और स्वस्थ्य लोकतंत्र स्थापित करने हेतु निष्पक्ष निर्वाचन संपन्न कराने में आवश्यक सहयोग प्रदान करने की अपील की।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कांकेर, 7 अक्टूबर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शुक्रवार को जिला मुख्यालय कांकेर के गोविन्दपुर खेल मैदान में आयोजित ‘‘नगरीय निकाय एवं पंचायती राज महासम्मेलन’’ में जिले को 866 करोड़ रूपए के विकास कार्यों की सौगात दी। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी शामिल हुर्इं।
नगरीय निकाय एवं पंचायती राज महासम्मेलन में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और प्रियंका गांधी ने पुरखती कागजात और ताना बाना पुस्तिका का विमोचन किया। बस्तर में क्षेत्रवार आदिवासी समुदायों के देवी-देवताओं की वाचिक परम्परा में प्रचलित मान्यताओं को लेखबद्ध कर उन्हें जारी किये गये सामुदायिक वन अधिकार के प्रपत्रों को संकलित कर ‘ ‘पुरखती कागजात’’ नामक (भाग एक) पुस्तिका तैयार की गई है। ‘ ‘पुरखती कागजात’’ (भाग-दो ) में संरक्षित खसरों का संकलन है, जिसमें भुईया के माध्यम से खसरे के कैफियत कॉलम में मातागुड़ी, देवगुड़ी के नाम व रकबा उल्लेखित कर राजस्व अभिलेख संरक्षित किया गया है।
ज्ञात हो कि आदिवासी समुदायों के परम्पराओं एवं मान्यताओं पर आधारित सामाजिक ताना-बाना संभाग में निवासरत प्रमुख आदिवासी समुदायों यथा- गोंड, हल्बा, भतरा, धुरवा, मुण्डा, मुरिया, कोया समुदाय के लोगों के जीवन में प्रचलित सांस्कृतिक रीति-रिवाजों एवं विभिन्न प्रकार के जन्म-मृत्यु संस्कारों, त्यौहारों. विभिन्न परम्पराओं एवं मान्यताओं पर आधारित सामाजिक ताना-बाना नामक पुस्तिका बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण द्वारा प्रकाशित की जा रही है, जिसका विमोचन मुख्यमंत्री द्वारा किया जा रहा है। उपरोक्त पुस्तिका का विमोचन आज अतिथियों द्वारा किया गया।
कांकेर के हब एंड स्पोक मॉडल हमर लैब का शुभारंभ
कांकेर के हब एंड स्पोक मॉडल हमर लैब का शुभारंभ किया गया, इसमें स्वास्थ्य केन्द्र से रक्त नमूना संग्रहण कर हमर लैब मितान के द्वारा लैब जांच के लिए लाया जाएगा। जांच उपरान्त रिपोर्ट हमर लैब से सीधे मरीज के मोबाईल पर प्रेषित किया जाता है। इस अवसर पर मरीज दिशान अशरफ से उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली दिशान को थैलीसीमिया की दिक्कत थी। उपचार उपरांत अभी स्वस्थ हैं।
प्रियंका गांधी एवं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा 5 पांच युवकों को रोजगार प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। इन्हें सिक्योरिटी गार्ड में नौकरी मिली है। उल्लेखनीय है कि जिले में अभी तक 502 युवाओं को प्रशिक्षण प्रदान किया गया। 1482 युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ा गया।
प्रियंका ने विभागीय स्टॉलों का अवलोकन किया
प्रियंका गांधी एवं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल नगरीय निकाय एवं पंचायती राज महासम्मेलन परिसर में लगाए गए विभिन्न विभागीय स्टॉलों पर अवलोकन किया। उन्होंने स्ॅम् से प्रभावित क्षेत्र के कनेक्टिविटी क्रांति के मॉडल का अवलोकन किया, जिसके तहत विगत 5 वर्षों में यहां 4599 किलोमीटर लम्बी 1460 सडक़ बनाई गई है, जो बस्तर कोंडागांव, कांकेर, दंतेवाड़ा, सुकमा, नारायणपुर और बीजापुर को जोड़ती है। सरकार की विशेष योजना के तहत जिले में थर्ड जेंडर के 8 लोगों को आरक्षक की नौकरी भी दी गई है। श्रीमती गांधी ने थर्ड जेंडर आरक्षक रतनू, दिव्या निषाद और सूरज कुमार से चर्चा की और सरकार की इस योजना की सराहना की।
स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल की छात्राओं ने श्रीमती गांधी का स्वागत बांस से बनी माला पहनाकर किया। कक्षा 11वीं और 12वीं में पढऩे वाली छात्राओं ने श्रीमती गांधी के साथ फोटो भी खिंचाई। श्रीमती गांधी ने छात्राओं को प्रोत्साहित करते हुए उन्हें ऑल द बेस्ट एवं वी आर प्राउड ऑफ़ यू, भी कहा। श्रीमती गांधी ने हब एंड स्पोक मॉडल हमर लैब का अवलोकन किया। यहां लैब में संचालित गतिविधियों की जानकारी ली। अतिथियों ने स्वास्थ्य विभाग के स्टॉल का अवलोकन किया। उन्होंने मलेरिया मुक्त बस्तर अभियान की सराहना की। इस अभियान को आठ चरणों में चलाया गया, जिससे धनात्मक प्रकरणों, मृत्यु दर और एपीआई दर में बड़ी कमी आई है। अतिथियों ने बस्तर संभाग के परंपरागत कला स्टॉल का भी अवलोकन किया। यहां हाथ करघा बुनाई प्रशिक्षण केंद्र में पिछले तीन वर्षों में 105 महिला समूह को प्रशिक्षण देकर रोजगार से जोड़ा गया है। इस बीच श्रीमती गांधी ने चरखा चलाकर सूत भी काटा और माटी कला के स्टॉल में दिया में कलात्मक रंगाई भी की। उन्होंने उत्तर बस्तर की प्रसिद्ध कला बेल मेटल से तैयार उत्पादों अवलोकन किया। यहां महिला समूह को बेल मेटल के माध्यम से स्व-रोजगार से जोड़ा गया है।
‘‘नगरीय निकाय एवं पंचायती राज महासम्मेलन’’ में मुख्यमंत्री एवं अन्य अतिथियों के द्वारा विभिन्न विभागों की हितग्राहीमूलक योजनाओं के तहत कुल 12 हजार 730 हितग्राहियों को 5.78 करोड़ रूपए की सामग्री , ऋण स्वीकृति पत्रक, चेक, अनुदान, वन अधिकार मान्यता पत्र आदि का वितरण किया किया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कांकेर, 6 अक्टूबर। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा कि भाजपा की सरकार अमीरों के लिए चलती है। देश में किसान की एक दिन की कमाई 27 रुपए है, वहीं अडानी की एक दिन की आमदनी 16सौ करोड़ की है।
कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा शुक्रवार को कांकेर पहुंचीं। नगरीय निकाय एवं पंचायती राज महासम्मेलन की विशिष्ट अतिथि प्रियंका गांधी एवं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आदिवासी समाज की देवी जिम्मेदारीन माता देवगुड़ी में दीप प्रज्वलित कर प्रदेश की सुख-समृद्धि और खुशहाली की कामना की।
अतिथियों द्वारा छत्तीसगढ़ महतारी के छायाचित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन, माल्यार्पण कर राजगीत के साथ नगरीय निकाय एवं पंचायती राज सम्मेलन की शुरुआत हुई। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रियंका गांधी का स्वागत गौर सिंग मुकुट पहनाकर किया। मुख्यमंत्री श्री बघेल एवं श्रीमती गांधी का स्वागत गजमाला पहनाकर किया गया।
कांकेर में प्रियंका गांधी ने एक विशाल आमसभा को संबोधित करते हुए आगे कहा कि केंद्र की मोदी सरकार जातिगत जनगणना से ध्यान भटकाने के लिए कभी धर्म तो कभी समुदाय की बातों में उलझा रही है। उन्होंने कहा कि बिहार की तरह छत्तीसगढ़ में भी जातिगत जनगणना होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि केद्र सरकार बताए कि आज पिछड़े वर्ग के कितने लोग हैं, जो उच्च अधिकारियों के पदों में है। आज सरकार टैक्स के उपर टैक्स लगाते जा रही है। किसान महंगाई के बोझ से दिनों दिन कमजोर होता जा रहा है। बेरोजगारी पिछले 40 सालों में सबसे ज्यादा अब हुई है। केंद्र सरकार से जनता का भरोसा टूट रहा है। केंद्र सरकार किस तरह उद्योगपतियों को सींच रही है। इसे पूरा छत्तीसगढ़ व पूरा देश देख रहा है।
प्रियंका गांधी ने आम जनता को आव्हान किया कि वे जागरूक हो जावें और देश की बागडोर सही हाथों में दें। पंचायती राज की बात हुई तब मंशा ये थी कि लोकतंत्र को गांवों तक पहुंचाया जाए। गांव का विकास का निर्णय गांव गांव के ही प्रतिनिधि करें। आप अपने लोगों के हित में निर्णय ले सके, यही मूल बात है। लोकतंत्र की नींव पंचायत में, गांव में, नगर पालिकाओं में बसती है।
उन्होंने कहा कि बस्तर से मेरा बहुत पुराना नाता है। इंदिरा जी ने 1972 में जो कही थी भूपेश बघेल आज उसे पूरा कर रहे हैं। स्वामी आत्मानंद जी के नाम से आज प्रदेशभर में विद्यालय, महाविद्यालय खोले गए हैं।आज बस्तर एक अंतरराष्ट्रीय मॉडल बन गया है। छत्तीसगढ़ में आज देश का सबसे बड़ा मिलेट प्रोसेसिंग प्लांट है। आपकी सरकार आगे बढ़ाने का काम कर रही है, यहां का मिलेट्स प्रोसेसिंग प्लांट एशिया का सबसे बड़ा प्लांट है।
उन्होंने कहा कि बस्तर आज प्रमुख पर्यटन स्थल बन गया है, बहुत लोगों को रोजगार मिल रहा है। 60 से ज्यादा वनोपज समर्थन मूल्य पर खरीदे जा रहे हैं। मनरेगा योजना भी हमारी सरकार ने लायी है। यहां विकास गांव में हो रहा है यहां का किसान खुश है और जितने भी कार्य हो रहे हैं, यहां स्थानीय निकायों से कार्य हो रहा है।
मौजूदा छत्तीसगढ़ सरकार ने पेसा कानून लागू करके इसे और भी सशक्त बनाया। आज भी अरबों रुपये के विकास कार्यों का भूमिपूजन और लोकार्पण हुआ है।
छत्तीसगढ़ की सरकार ने 24 घण्टे के भीतर ही ऋणमाफी करने का काम किया था। आज छत्तीसगढ़ की सरकार पुरानी पेंशन दे रही है।
यहां 5 साल में करोड़ों रुपये जनता के जेब में डाले गए हैं, 40 लाख लोग गरीबी रेखा से बाहर आये हैं। उत्तर भारत में आवारा पशुओं की समस्या बनी हुई है, यहां छत्तीसगढ़ में मैं गर्व के साथ कहना चाहती हूं, गौठान बनने से आवारा पशुओं की समस्या हल हुई है और आपको लाभ भी हुआ है।
समर्थन मूल्य में धान खरीदी हुई है। आपकी उपज के लिए अतिरिक्त लाभ मिल रहा है। भूमिहीन मजदूरों को 7 हजार रुपये आर्थिक सहायता दी जा रही है, गोबर से भी पशुपालकों को बहुत लाभ हो रहा है। हमारी सरकार ने तेंदूपत्ता का दाम 4 हजार रुपये किया।
5 लाख तक मुफ्त इलाज और सरकारी कॉलेजों में छात्राओं के लिए मुफ्त शिक्षा की व्यवस्था की गई है। स्व-सहायता समूह की महिलाओं का करोड़ों रुपए का कर्ज माफ किया गया। इस तरह की योजनाएं आपके लिए बनाई गई ताकि आपको सीधा लाभ मिले। आज छत्तीसगढ़ का पूरे देश में पहचान है, सम्मान है। छत्तीसगढ़ आज सामाजिक और सांस्कृतिक तौर पर विकसित हो रहा, यहां भगवान राम जी 14 वर्ष बिताए, जहां समय बिताए उसका रामवनगमन पथ के रूप में विकास कर रहे हैं।
कहा- पांच साल में जनता का दिल जीता है चुनाव भी जीतेंगे
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कांकेर, 6 अक्टूबर। संसदीय सचिव एवं कांकेर विधायक शिशुपाल शोरी ने कहा-हम कांकेर की सीट तो जीतेंगे ही साथ ही प्रदेश में भी बहुमत की हमारे ही पार्टी की सरकार बनेगी। प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेेष बघेल ने अनेक जन कल्याणकारी कार्य किया है। उनके नेतृत्व में छत्तीसगढ़ का चहुंमुखी विकास हुआ है। विकास और ईमानदार सरकार होने के कारण इस बार भी कांग्रेस की सरकार बनेगी।
विधायक शिशुपाल शोरी ने ‘छत्तीसगढ़’से चर्चा में आगे कहा कि मैंने पांच साल जनता के लिए काम किया है। जनता का दिल जीता है। चुनाव भी अवश्य जीतूंगा। मेरे पांच साल के प्रदर्शन को देखते हुए मुझे अवश्य ही टिकट मिलेगी।
प्रदेश में इस बार कांग्रेस को कितनी सीटें मिलेगी व किसकी सरकार बनेगी ? इसके जवाब में श्री शोरी ने कहा कि हमारे संगठन का नारा है अबकी बार 75 के पार । हम कांकेर की सीट तो जीतेंगे ही साथ ही प्रदेश में भी बहुमत की हमारे ही पार्टी की सरकार बनेगी। प्रदेश में कांग्रेस की पुन: सरकार बनाने का जो आप दावा कर रहे है। उसका क्या आधार है। इस पर उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेेश बघेल ने अनेक जन कल्याणकारी कार्य किया है। उनके नेतृत्व में छत्तीसगढ़ का चहुंमुखी विकास हुआ है। विकास और इमानदार सरकार होने के कारण इस बार भी कांग्रेस की सरकार बनेगी।
आपको टिकट मिलने का क्या आधार है? इसके जवाब में उन्होंने कहा कि पार्टी ने मेरे पूरे कार्यकाल का आंकलन किया है। हाईकमान के अपने सोर्स हैं जिससे पार्टी को हमारे कार्य की जानकारी है। टिकट नहीं मिली तो आपका क्या रोल होगा।
इस पर उन्होंने कहा कि मैं कांग्रेस का सिपाही हूं। कांग्रेस के लिए काम करूंगा। चुनाव में जीत के दावा का क्या आधार है। इस पर उन्होंने कहा कि हमारे कार्यों का कोई भी पता लगा सकता है। पूरे विधानसभा क्षेत्र में हमने 2 हजार करोड़ का कार्य करवाया है। अकेले कांकेर शहर में 25 करोड़ का कार्य हुआ है। 2018 के चुनाव में 20 हजार से अधिक वोट से जीता था। इस बार जीत का अंतर 25 हजार से अधिक की होगी। पिछड़ा वर्ग के सरकार के प्रति असंतोश के चलते प्रियंका गांधी के आगमन के विरोध और आने वाले चुनाव में इसके परिणाम पर विधायक ने कहा कि हमारी सरकार ने पहले ही 2 दिसंबर 2022 को पिछड़ा वर्ग के लिए 27 प्रतिषत आरक्षण के लिए विधेयक पारित कर राज्यपाल को हस्ताक्षर के लिए पेश कर दिया गया है।