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जिला अस्पताल में ऑनलाइन पंजीयन सुविधा शुरू
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 18 मई। जिला अस्पताल में आने वाले मरीजों को आज से कतार लगाने की जरूरत नहीं होगी। अस्पताल में आने वाले मरीजों को मोबाईल से ही ओपीडी पर्ची की आनलाईन सुविधा आभा ऐप से मिलेगा। मरीजों को एप की वजह से अस्पताल आने के बाद उपचार पूर्व होने वाले समय की बर्बादी से मुक्ति मिल सकेगी।
जिला अस्पताल में शुक्रवार से आभा एप का लाभ दिया जाना प्रारंभ किया गया है इससे आने वाले मरीजों को ओपीडी पर्ची के लिए लाइन लगाने की जरूरत नहीं रहेगी। मरीज या परिजन घर बैठे ही मोबाइल ऐप (आभा) के माध्यम से अपना रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं या फिर इसके लिए इस ऐप के क्यूआर कोड का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने आभा एप तैयार किया
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा एक मोबाइल ऐप (आभा) तैयार किया गया है, जिसका उपयोग कर मरीज या परिजन अपना रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। सिविज सर्जन डॉ.चुरेन्द्र ने बताया कि इस ऐप में मरीज का एक आभा कार्ड बनेगा, जिममें यूजर्स को एक 14 डिजिट का कार्ड मिलेगा, जिसमें मरीज के हेल्थ (डाइग्नोस्टिक व दवाई) की पूरी जानकारी भी होगी। इससे कहीं पर भी किसी भी डॉक्टर द्वारा मरीज की पूरी हेल्थ हिस्ट्री जानने में कोई दिक्कत नहीं होगी।
एप के उपयोग पर दिया जा रहा जोर
स्वास्थ्य एवं आरोग्य केंद्रों के शुद्धीकरण और आयुष्मान भारत डिजिटल हेल्थ मिशन के तहत इस ऐप के यूज के लिए जोर दिया जा रहा है। इसके तहत यूजर्स को स्वास्थ्य संबंधी योजनाओं का लाभ दिया जाएगा। इसके तहत कोई भी व्यक्ति आभा कार्ड बनवा सकता है। इसमें पंजीयन के लिए मरीज या परिजन को ऐप या जिला अस्पताल के ऐप का क्यूआर कोड का इस्तेमाल करना पड़ेगा।
आसान है इस ऐप का उपयोग करना
जिला अस्पताल के अस्पताल प्रमुख सलाहकार डॉ.स्वाति यदु ने बताया कि आभा ऐप का उपयोग कोई भी स्मार्ट मोबाइल धारक कर सकता है। ऐप या क्यूआर कोड के माध्यम से रजिस्टर्ड ऑप्शन में जाकर अपना मोबाइल नंबर और आधार कार्ड नंबर दर्ज कर रजिस्टर्ड करें। इसके बाद ओटीपी सत्यापन होगा और उपयोगकर्ता को अपना नाम, लिंग, जन्म तिथि, मोबाइल नंबर व ईमेल का विवरण देना होगा। इस ऐप से संबंधित क्यूआर कोड जिला अस्पताल में चस्पा किया गया है।
आज 54 मरीजों ने लाभ उठाया
जिला अस्पताल में शुक्रवार को आभा ऐप का प्रथम दिन जांच व उपचार कराने के लिए पहंचे मरीजों को ऐप के बारे में बताया गया जिसके बाद ऐप स्टाल कर 54 मरीजों ने इसका लाभ लिया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 18 मई। किसानों को हुए नुकसान की मिली क्षतिपूर्तिजिले में मार्च माह में ओलावृष्टि व आंधी तूफान से हुए नुकसान के सरकारी सर्वे के बाद अब किसानों को नुकसान की भरपाई के लिए क्लेम जारी किया जाना प्रारंभ किया गया है। जिले में अब तक 33 सौ से अधिक किसानों को 2 करोड़ से अधिक का क्लेम राशि जारी किया गया है।
जानकारी होगी बीते मार्च माह के दूसरे पखवाड़ा के दौरान ओला गिरने व भारी बारिश की वजह से जिले में फसल को भारी नुकसान पहुंचा था। इसके बाद संचालक कृषि विभाग द्वारा जारी किए गए के आदेश के बाद जिले में हुए असामयिक वर्षा व ओलावृष्टि से रवि फसलों को हुई क्षति की जानकारी जुटाने के लिए आदेश जारी किया गया था। आदेश के अनुसार नुकसान के आकलन के लिए राजस्व व कृषि विभाग के संयुक्त टीम से सर्वे कराया गया था। जिला के बेमेतरा तहसील में, दाढ़ी तहसील, सजा में 22427 किसान, देवघर क्षेत्र में 7373 कसान, थान खमरिया क्षेत्र के 22250 किसान, बेरला में 100 किसान, भिभौरी में 94 नांदघाट व नवागढ़ में 36000 किसानों को नुकसान हुआ था। इसके बाद जिले में राजस्व विभाग द्वारा 127753 किसानों को हुई फसल नुकसान की क्षतिपूर्ति के लिए 5 करोड़ 6 लाख का डिमांड किया गया था।
पूरी प्रक्रिया के दौरान 71688 किसानों ने बीमा कंपनी को निर्धारित समय में सूचना दर्ज कराया था। इसके बाद 20399 किसानों का व्यक्तिगत सर्वे किया गया था। वहीं 51368 किसानों का सैंपल सर्वे किया गया था।
दो माह के इंतजार के बाद क्लेम राशि का आना हुआ शुरू
असामयिक बारिश की वजह से नुकसान झेल चुके किसानों को फसल नुकसान के दो माह बाद अब क्लेम राशि का भुगतान प्राप्त होने लगा है। जिले के बेेमेतरा, साजा, बेरला व नवागढ़ ब्लाक के 3371 किसानों को फसल बीमा क्लेम की 2 करोड़ से अधिक की राशि खाते के माध्यम से जारी किया गया है। उपसंचालक कृषि एमडी डरसेना ने बताया कि राशि जारी किये जाने की जानकारी बीमा कंपनी द्वारा दी गई है। आने वाले चार से पांच दिन के दौरान सभी प्रभावितों को राशि जारी होने की संभावना है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 18 मई। शुक्रवार को जिला पंचायत सभा कक्ष में टेकचंद अग्रवाल सीईओ जिला पंचायत द्वारा एनआरएलएम योजना की समीक्षा ली गई।
जिसमें मुख्य रूप से लोकोस ऐप में प्रगति, परिवार समावेशन, बैंक लिंकेज, बीमा, पेंशन एवं आजीविका गतिविधियों के संबंध में समीक्षा की गई। इसके अतिरिक्त सभी पंचायतों में स्वसहायता समूहों को स्वच्छताग्राही के रूप में कार्य करते हुए समस्त पंचायतों में साफ-सफाई रखने निर्देशित किया गया। श्रम विभाग द्वारा संचालित सभी योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी गई तथा इस संबंध में अधिक से अधिक महिला स्वसहायता समूहों के सदस्यों को पंजीकृत करने के लिए निर्देशित किया गया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 18 मई। बेमेतरा विकासखंड में तीन दिवसीय बालवाड़ी प्रशिक्षण का कार्यक्रम शासकीय बालक उच्चतर माध्यमिक शाला बेमेतरा में किया गया। बालवाड़ी प्रशिक्षण का मुय उद्देश्य बच्चों को खेल आधारित शिक्षण एवं एफएलएन के उद्देश्यों को पूर्ण करना है। प्रशिक्षण के तीसरे व अंतिम दिवस समापन कार्यक्रम में मुय अतिथि प्राचार्य जे के घृतलहरे तथा विशिष्ट अतिथि व्यायाता जीएल खुटियारे, व्यायाता थलज कुमार साहू एवं बीआरसी राजेन्द्र साहू उपस्थित थे।
नवाचारी शिक्षिका व मास्टर ट्रेनर्स मंजू साहू ने अंतिम दिवस के प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन सत्र का संचालन करते हुये तीन दिवसीय बालवाड़ी प्रशिक्षण के उद्देश्यों से अवगत कराया। डाइट प्राचार्य घृतलहरे ने बालवाड़ी प्रशिक्षण के उद्देश्यों को बताते हुए कहा कि बच्चों में संज्ञानात्मक विकास, आकृतियों की पहचान गणितीय कौशल, शारीरिक सामाजिक एवं भावनात्मक विकास बच्चों में किस तरह किया जाना चाहिए। डाइट व्यायाता जी एल खुटियारे ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020, बुनियादी कौशल विकास पर जोर दिया। डाइट व्यायाता थलज कुमार साहू ने बताया कि प्राथमिक विद्यालय में प्रवेश के लिए वातावरण तैयार करना ही इस प्रशिक्षण का एक मात्र उद्देश्य है। ताकि बच्चे निर्भिक होकर प्रवेश ले सके।
आंगनबाड़ी व बालवाड़ी के समावेशन के उद्देश्यों को मास्टर ट्रेनर्स व नवाचारी शिक्षिका मंजू साहू, राज्यपाल पुरस्कार से समानित नवाचारी शिक्षिका ज्योति बनाफर, सुचिता निषाद, सीएससी उद्धव साहू द्वारा विभिन्न मुद्दों पर विभिन्न गतिविधियों द्वारा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व बालवाड़ी शिक्षकों को बहुत ही सहज और सरल तरीके से प्रशिक्षण दिया गया। तीन दिवसीय प्रशिक्षण का फीडबैक बालवाड़ी शिक्षक ध्रुव कुमार साहू एवं आंगनबाडी़ कार्यकर्ता लक्ष्मी वर्मा ने प्रस्तुत किया। जयप्रकाश ने बालवाड़ी से संबंधित विभिन्न विषयों पर सामूहिक चर्चा किये। महिला बाल विकास पर्यवेक्षक रुचि राजपूत ने बालगीत कराया।
प्रशिक्षणार्थियों द्वारा अलग-अलग समूह में दैनिक कार्य योजना बनाकर प्रस्तुतीकरण किया गया एवं विभिन्न प्रश्नों व समस्याओं का समाधान भी किया गया। आंगनबाड़ी एवं बालवाड़ी केन्द्रो में समावेशन कारणों पर गहनता से चर्चा किया गया। घर की भाषा और स्कूल की भाषा में बच्चों के साथ परस्पर संवाद करने एवं उन्हें अधिगम प्रक्रिया में शामिल करने के लिए विशेष रणनीति अपनाना होगा। प्रशिक्षण के तीसरे दिवस 186 बालवाड़ी शिक्षक-शिक्षिकाओं एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की उपस्थिति रही।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 17 मई। जिले के चारों विकासखंडों बेरला, साजा, बेमेतरा, और नवागढ़ में बालवाड़ी की तीन दिवसीय प्रशिक्षण सह कार्यशाला शुरु हो गई है।
इस कार्यशाला में बेरला में 104, साजा में 150, बेमेतरा के चारों विकासखण्ड के कुल 105 बालवाड़ी के शिक्षक, शिक्षिकाएं व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता भाग ले रहे है। प्रशिक्षण के प्रथम दिवस डाइट बेमेतरा के प्राचार्य जेके घृतलहरे एवं अकादमिक सदस्य व्याख्याता जीएल खुटियारे, थलज कुमार साहू, श्रद्धा तिवारी ने बेरला विकासखंड और साजा विकासखंड के प्रशिक्षण केन्द्रों का निरीक्षण किया।
प्रशिक्षण को संबोधित करते हुए डाइट प्राचार्य जेके घृतलहरे ने कहा कि नन्हे नन्हें बच्चों को प्राथमिक विद्यालय में प्रवेश के लिए वातावरण तैयार करना ही इसका एक मात्र उद्देश्य है। ताकि बच्चे निर्भिक होकर के विद्यालय में प्रवेश ले। साथ ही साथ बच्चों में अच्छी आदतों का विकास करना, बच्चों में सुनने और बोलने के कौशलों का विकास करना, विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से बुद्धि एवं व्यक्तित्व का विकास करना, पूर्व प्राथमिक विद्यालय से प्राथमिक विद्यालय में सहज रूप से पारगमन के लिए तैयार करना।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में यह परिकल्पना की गई है कि 6 वर्ष की उम्र से पहले कक्षा पहली के पहले प्रत्येक बच्चा एक पूर्व प्राथमिक कक्षा या बालवाड़ी में स्थानांतरित हो जाएगा। जहां संज्ञानात्मक भावनात्मक शारीरिक क्षमताओं प्रारंभिक साक्षरता और संख्या ज्ञान विकसित करने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। डाइट प्राचार्य ने कहा कि प्रत्येक बच्चे की दो माताएं होती है एक जो जन्म देती है और दूसरी जो उसे संवारती है। आप बच्चों की दूसरी माताएं हैं जो आप बच्चों को संवार रही है। डाइट व्याख्याता थलज कुमार साहू ने कहा कि बच्चों को पूर्व प्राथमिक विद्यालय के भाषा में समझ और दक्षता के साथ मौखिक रूप से संप्रेषण करना सिखाए जाए। उन्हें मुद्रित और लिखित सामग्री से परिचित करवाया जाए परिचित संदर्भ में पठन एवं लेखन करने योग्य बनाया जाए।
डाइट की व्याख्याता श्रद्धा तिवारी ने कहा कि कहानी सुनाना सुनना, वार्तालाप, प्रश्न पूछना और उत्तर देना किसी कहानी को नाटक के रूप में प्रस्तुत करना अपने अनुभव को साझा करना यह अवसर बच्चों के प्रभावशाली वाचन कौशल की नींव को मजबूत करेंगे साथ ही उनकी शब्द भंडार में भी वृद्धि करेंगे। जिस प्रकार हम नींव को मजबूत बनाते है वैसे ही ये बच्चे भी नींव है। नींव को हमें मजबूत बनाना है।
डाइट व्याख्याता जी एल खुटियारे ने कहा कि यदि हम बच्चों की सीखने की प्रक्रिया पर गौर करते हैं या ध्यान से देखते हैं तो यह पाते हैं कि छोटे-छोटे बच्चे खेल, कविता, कहानी आदि में विशेष सूची रखते हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 17 मई। जिले के नवागढ़ थाना क्षेत्र में महिला की खेत मेें हुई हत्या के आरोपी का पुलिस अभी तक पता नहीं लगा सकी है। इस मामले में पुलिस ने धारा 302 के तहत अपराध दर्ज किया था।
ज्ञात हो कि नवागढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम बरबसपुर में 13 मई की सुबह 60 साल की महिला कामिन निषाद की हत्या हुई थी। चार दिन बितने के बाद भी पुलिस उन हत्यारों का पता नहीं लगा पाई है। बताया गया कि महिला खेत में धान की फसल देखने के लिए गई थी। अज्ञात हत्यारे ने पत्थर से वार कर वृद्ध महिला को मौत के घाट उतार दिया था। वारदात के बाद पुलिस द्वारा अलग-अलग टीम का गठन किया गया है। थाना प्रभारी भुनेश्वर यादव ने बताया कि मामले की तफ्तीश लगातार की जा रही है।
एक और मामले में नहीं पकड़ा गया है आरोपी
जिले में हुई हत्या के एक और प्रकरण में पुलिस को आरोपी तक पहुंचने में सफलता नही मिली है। परपोड़ी थाना क्षेत्र के ग्राम लुक में बीते 18 अप्रैल को महिला रश्मि वर्मा पति ओमप्रकाश वर्मा का शव ससुराल के ब्यारा में दफन हालत में मिला था। मामला सामने आने के पूर्व ही मृतका का पति ओमप्रकाश फरार है। पुलिस द्वारा फरार पति की सूचना देने वाले को इनाम देने की घोषणा की गई है। इनाम की घोषणा के बाद भी आरोपी का पता नहीं चल पाया है।
पिछले साल थे 12 हजार, अब बढक़र हुए दोगुने
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 17 मई। जिले में हाइपरटेंशन या उच्च रक्तचाप के मरीजों की संख्या जांच व उपचार की सुविधा बढऩे के बाद दोगुने से अधिक हो गई है। जिले में 2022-23 के दौरान हाईपरटेंशन के मरीजों की संख्या 12 हजार के करीब थी, जो बढक़र 2023-24 के दौरान 25 हजार पार हो गई। जारी सत्र के एक माह में जिले में उच्च रक्तचाप के 2900 से अधिक नए मरीज मिले हैं। डॉक्टर हाइपरटेंशन की वजह गलत जीवन शैली को मानते हैं।
जिले में नॉन कम्युनिकेबल डीसीज यानी गैर संचारी रोग में शामिल पांच रोगों में एक हाइपरटेंशन के मरीजों की संख्या में बीते चार साल में लगातार इजाफा हुआ है। 2021 के दौरान जिला गैर संचारी रोग के दायरे में आने के बाद इसमे शामिल मर्ज की जांच व उपचार की सुविधाओं में इजाफा किया गया। जिले में 2022-23 के दौरान करीब 126 जांच केन्द्रों में जांच के दौरान 12,222 मरीज हाइपरटेंशन रोग के मिले थे, जिसमें से 12028 का उपचार किया गया था। इस सत्र में जिले को 18505 का लक्ष्य प्राप्त हुआ था, इससे कम मरीज मिले थे। सत्र 2023 -24 के दौरान जिले में हाइपरटेंशन के रोग की जांच व उपचार के दायरे को बढ़ाया गया।
इस सत्र में जिला अस्पताल, 8 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, 20 पीएचसी व 130 सीएससी सेन्टर में जांच की गई। सत्र के दौरान जिले में करीब 1 लाख 95 हजार लोगों की जांच की गई, जिसमें 25110 मरीज मिले हैं। नए मरीजों में 25080 मरीजों का उपचार जारी है। जिले को इस सत्र के दौरान 18505 मरीजों का लक्ष्य प्राप्त हुआ था, जिससे अधिक यानी 135 प्रतिशत हाईपरटेंशन के मरीज मिले हैं।
उच्च रक्तचाप के मरीजों की जानकारी
सत्र 2023-24
बेमेतरा ब्लाक - 9006
बुरला ब्लॉक - 5924
नवागढ़ ब्लाक- 2718
साजा ब्लॉक - 7432
टोटल मरीजों की संख्या - 25030
अप्रैल के पश्चात जिले में मिले
मरीजों की संख्या 2920
बेमेतरा ब्लाक - 847
बेरला ब्लॉक - 427
नवागढ़ ब्लाक -175
साजा ब्लॉक - 1471
साजा में हाइपरटेंशन के सबसे अधिक मरीज
जिले में 2022-23 के दौरान 30 प्लस आयु वर्ग के 12028 हाइपरटेंशन मर्ज के मरीज मिले थे, जिसमें बेमेतरा ब्लॉक में 1969, बेरला ब्लॉक 2595, नवागढ़ ब्लॉक 2459 मरीज मिले। सबसे अधिक साजा ब्लॉक में 5005 मरीज मिले थे। इसके बाद 2023-24 के दौरान जिले के 25110 मरीज मिले, जिसमें बेमेतरा ब्लॉक में सबसे अधिक 9010 मरीज, साजा ब्लॉक में 7446, बेरला ब्लॉक में 5928 व नवागढ़ ब्लॉक में सबसे कम 2726 मरीज उपचार के लिए मिले। अप्रैल माह में 2920 मरीज मिले हैं, जिसमें साजा में सर्वाधिक 1471, बेमेतरा ब्लॉक में 847, बेरला ब्लॉक में 427 मरीज, व सबसे कम नवागढ़ ब्लॉक में 175 मरीजों की पहचान हुई। जिले के सभी सरकारी अस्पतालों में बीपी व शुगर की जांच व दवाइयां निशुल्क दी जा रही है।
हाइपरटेंशन सेे बचने जीवनशैली बदलने की जरूरत
डॉ. बुधेश्वर वर्मा ने बताया कि लोगों को स्वस्थ जीवनशैली अपनानी चाहिए। प्रतिदिन व्यायाम, नशामुक्त जीवन, तनाव से मुक्त रहने का प्रयास करना चाहिए। स्वच्छता को अपनाकर नियमित तौर पर स्वास्थ्य जांच करानी चाहिए। डॉ. योगेश दुबे ने बताया कि आहार में अधिक फायबर, शरीर का वजन संतुलित बनाए रखें। वसा की मात्रा कम लें, नमक, चीनी कम से कम लें, अच्छी नींद और तनाव मुक्त रहने का प्रयास करना ही इस मर्ज का बेहतर रोकथाम है।
वेलनेस कोच किरण सिंह वर्मा ने बताया कि आज के समय में हाइपरटेंशन, शुगर के पीछे गलत जीवनशैली एक बड़ा कारण है, जिसमें सुधार कर रोगी होने से बचा जा सकता है। बहरहाल जिले में उच्च रक्तचाप के मरीजों की संख्या में लगतार इजाफा हो रहा है। आमतौर पर दैनिक जीवन में जीवनशैली में परिवर्तन का असर दिखाई दे रहा है। जिले में 30 साल से अधिक 25 हजार से अधिक मरीजों का उपचार जारी है । उच्च रक्तचाप के बढ़ते मरीजों की संख्या का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जिला अस्तपाल में प्रतिमाह होने वाली करीब 1 हजार जांच में आधे के करीब हाइपरटेंशन के मरीज निकल रहे हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 17 मई। शासन की महत्वाकांयोजना व राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत बालवाड़ी का संचालन प्रदेश के हर स्कूल में किया जाना है। इसके अंतर्गत तीन दिवसीय बालवाड़ी प्रशिक्षण का आयोजन डाइट बेमेतरा के मार्गदर्शन में शासकीय बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बेमेतरा में किया जा रहा है।
प्राचार्य जेके घृतलहरे ने कहा कि बच्चों का 85 प्रतिशत मानसिक विकास 6 वर्ष तक हो जाता है। इसलिए बाल्यावस्था की देखभाल बहुत ज्यादा जरूरी है। नई शिक्षा नीति 2020 के तहत स्कूल के बच्चों को उचित देखभाल, पोषण के साथ शिक्षा से जोडऩा है। साथ ही प्राथमिक शाला में प्रवेश के लिए तैयार करना है। इसके लिए स्कूल रेडिनेश प्रोग्राम का भी आयोजन किया गया है।
प्री-प्राइमरी में शारीरिक व मानसिक तौर पर विकसित करें
प्राचार्य ने बताया कि नई शिक्षा नीति में इस बात का प्रावधान किया गया है कि नन्हें बच्चों को कक्षा पहली में प्रवेश के पूर्व प्री प्राइमरी कक्षाओं में भर्ती कर उन्हें शारीरिक और मानसिक रूप से तैयार करना है। बच्चों की दो माताएं होती है। एक वह जो उन्हें जन्म देती है। दूसरी वह जो उनको संवारती हैं, उनका पालन पोषण करती हैं। शिक्षिकाओं को कहा कि आप दूसरी माताएं बनकर बच्चों को संवारें और बालवाड़ी और आंगनबाड़ी के माध्यम से उनका पालन पोषण करें।
मनोरंजक ढंग से दिया जा रहा प्रशिक्षण
प्रशिक्षण में मास्टर ट्रेनर्स के रूप में राज्यपाल पुरस्कार से सम्मानित शिक्षिका ज्योति बनाफर, नवाचारी शिक्षिका मंजू साहू, सुचिता निषाद, सीएसी उद्धव कुमार साहू, महिला एवं बाल विकास विभाग से पर्यवेक्षक रुचि राजपूत व अजीम प्रेमजी फाउंडेशन से जयप्रकाश सभी प्रशिक्षणार्थियों को विभिन्न प्रकार की थीम के माध्यम से गतिविधि कराकर बहुत ही मनोरंजक ढंग से प्रशिक्षण दे रहे हैं। कार्यक्रम में बेमेतरा विकासखंड की 93 बालवाडिय़ों से संबंधित शिक्षक-शिक्षिकाएं व 93 आंगनवाड़ी कार्यकर्ता भाग ले रहे हैं। इस अवसर पर व्याख्याता थलज कुमार साहू, जीएल खुटियारे व बीआरसी राजेंद्र कुमार साहू मौजूद रहे।
बेमेतरा, १७ मई। जिला पंचायत सीईओ टेकचंद अग्रवाल द्वारा ग्राम पंचायत बावनलाख, भिलौरी, लावातरा, लेंजवारा एवं आंदू में नरेगा, प्रधानमंत्री आवास एवं एसबीएम के कार्यो का निरीक्षण किया गया। मनरेगा अंतर्गत बावनलाख ग्राम पंचायत में नरेगा कार्य स्थल में संबंधित तकनीकी सहायक एवं मेट को मापपंजी अपडेट करने के लिए निर्देशित किया गया। साथ ही स्वच्छ भारत मिशन बावनलाख ग्राम पंचायत भवन का निरीक्षण किया गया जिसमें साफ-सफाई के लिए सचिव को निर्देशित किया गया। साथ ही ठोस अपशिष्ट प्रबंधन अंतर्गत महिला समूहों को घर-घर से कचरा एकत्र कर गांव को स्वच्छ रखने के लिए चर्चा किया गया एवं कार्यरत समूह महिला को समय पर स्वच्छता कार्य का शुल्क प्रदान करने एवं सुरक्षा कीट प्रदाय करने के लिए ग्राम पंचायत सचिव को निर्देशित किया गया।
ग्राम पंचायत बावनलाख, भिलौरी में कूड़ा पृथककरण शेड का एवं ग्राम पंचायत आंदू में बायोगैस प्लांट का भी निरीक्षण किया गया। जहां कचरा संग्रहण एवं पृथककरण करने के लिए महिलाओं से चर्चा की। चर्चा के दौरान महिलाओं ने ट्राइसिकल के खराब होने की जानकारी दी। जिसे सचिव ग्राम पंचायत को मरम्मत किये जाने के लिए निर्देशित किया गया। प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत अपूर्ण आवासों का निरीक्षण किया गया जिसमें बरसात के पूर्व सभी आवास को पूर्ण करने के लिए संबंधित अधिकारी, कर्मचारी को निर्देशित किया गया। उक्त निरीक्षण में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत बेरला, सहायक परियोजना अधिकारी नरेगा, जिला समन्वयक एसबीएम, कार्यक्रम अधिकारी एवं ब्लॉक स्तरीय अधिकारी- कर्मचारी उपस्थित रहे।
बेमेतरा, 16 मई। सीईओ टेकचंद अग्रवाल ने जिला पंचायत सभाकक्ष में बुधवार को महात्मा गांधी नरेगा अंतर्गत कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने ग्राम पंचायतों में कराए जा रहे निर्माण कार्यों की समीक्षा करते हुए शासन की योजनाओं को बेहतर तरीके से संचालित करने के निर्देश दिए। बैठक में समस्त कार्यक्रम अधिकारी व तकनीकी सहायक मनरेगा, जनपद पंचायत उपस्थित रहे। बैठक में सभी ग्राम पंचायतों में मांग अनुसार मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराने आधार सीडिंग पूर्ण करने, मजदूरी भुगतान पूर्ण कराने व अपूर्ण कार्यों को शीघ्र पूर्ण कराने के निर्देश दिए गए। रोजगार सहायकों से कहा कि ग्राम पंचायत में अधिक से अधिक मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराएं।
बेमेतरा, 16 मई। कलेक्टर रणबीर शर्मा ने बुधवार को कलेक्ट्रेट के दिशा सभाकक्ष में वर्ष 2023-24 मे उपार्जित धान के त्वरित उठाव व कस्टम मिलिंग के चावल जमा के संबंध में जिले के राइस मिलर्स और खाद्य अधिकारियों की बैठक लेकर समीक्षा की। उन्होंने कस्टम मिलिंग और धान उठाव के संबंध में विस्तृत चर्चा की और धान उपार्जन केन्द्रों व धान संग्रहण केंद्र से धान उठाव में आने वाली दिक्कतों से अवगत होकर सभी परेशानियों को दूर करने के निर्देश दिए। साथ ही राइस मिलर्स से एक सप्ताह के भीतर उठाव करवाने के भी निर्देश दिए। कलेक्टर ने बैठक में एफसीआई व नान में चावल जमा करने की समीक्षा की व समय में चावल जमा करने के निर्देश दिए। जिला खाद्य अधिकारी ने बताया कि खरीफ वर्ष 2023-24 में 934686.7 मीट्रिक टन धान की खरीदी हुई, जिसमें 889729 मीट्रिक टन डीओ जारी किया गया। डीओ के विरुद्ध 882462 मीट्रिक टन धान का उठाव हो चुका है। 7 हजार 262 मीट्रिक टन का उठाव शेष हैं। इसके साथ ही 44567 मीट्रिक टन का टीओ जारी हुआ है, जिसमें 20778 मीट्रिक टन धान का उठाव हो गया है व 23790 मीट्रिक टन धान का उठाव शेष है। कस्टम मिलिंग के बाद नागरिक आपूर्ति केंद्र में 61023.18 मीट्रिक चावल जमा हो गया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 16 मई। ग्राम रिसाअमली में महज 14 साल 7 माह उम्र की नाबालिग की शादी को चाइल्ड हेल्प लाइन, महिला एवं बाल विकास व पुलिस की संयुक्त टीम ने रुकवा दी।
चंद्रबेश सिंह सिसोदिया जिला कार्यक्रम अधिकारी व सीपी शर्मा महिला एवं बाल विकास अधिकारी के निर्देशानुसार जिला बाल संरक्षण अधिकारी व्योम श्रीवास्तव व नवागढ़ परियोजना अधिकारी अमिता श्रीवास्तव के मार्गदर्शन में बाल विवाह के रोकथाम की कार्रवाई की गई। गांव में परिवार की एक नाबालिग लडक़ी की शादी उसके मामा घर से की जा रही थी। बाल विवाह की सूचना पर महिला एवं बाल विकास विभाग, जिला बाल संरक्षण इकाई, चाइल्ड हेल्पलाइन 1098 व पुलिस विभाग की संयुक्त टीम ने शिकायत प्राप्त होने पर जांगड़े-सोनवानी परिवार में बाल विवाह रुकवाया। बालिका की बारात ग्राम अछोली, जिला बलौदाबाजार के कुर्रे परिवार से आनी थी। कार्रवाई के बाद बालिका के परिजनों व दूल्हे के घर वालों ने शादी को स्थगित करने पर सहमति दी।
टीम ने कानून के मुताबिक सजा के बारे में भी बताया
टीम में महिला एवं बाल विकास विभाग की पर्यवेक्षक लक्ष्मी भारती, संरक्षण अधिकारी राजलक्ष्मी सोनी, परियोजना समन्वयक राजेन्द्र प्रसाद चन्द्रवंशी, परामर्शदाता शाइस्ता परवीन, प्रधान आरक्षक अशोक तिर्की, आरक्षक भोलाराम साहू, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता रागिनी बंजारे व ग्राम कोटवार खेमालूदास जांगडे ने दोनों पक्षों को समझाइश देकर शपथ दिलाई। उन्हें बताया गया कि कानून के मुताबिक बाल विवाह अपराध है। इसके तहत बाल विवाह कराने वाले सभी सेवा प्रदाताओं पर भी कानूनी कार्रवाई की जा सकती है। जो व्यक्ति ऐसा करता या कराता है या विवाह में सहयोग प्रदान करता है, तो उसे भी 02 वर्ष तक कठोर कारावास अथवा 1 लाख रुपए तक का जुर्माना लग सकता है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 16 मई। ग्राम भनसुली में बुधवार की सुबह दो भाइयों की तालाब में डूबने से मौत हो गई। मृतक खिलेश्वर वर्मा उम्र 10 साल, हरिशंकर वर्मा उम्र 10 की ग्राम भैसा के भनसुली डबरी में नहाते वक्त अधिक गहराई में जाने के बाद डूबने से मौत हो गई। पुलिस ने दोनों बच्चों के शवों को जिला अस्पताल में पीएम कराने के बाद परिजनों को सौंप दिया है। पुलिस ने दोनों मामले में मर्ग कायम किया है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार ग्राम भैसा के भनसुली तालाब में बुधवार को 10 बजे के आसपास 10 वर्षीय खिलेश्वर वर्मा पिता टीकाराम वर्मा व हरिशंकर वर्मा पिता देवशरण वर्मा व कुमारी दुर्गा तीनों गांव के भनसुली डबरी में नहाने गए थे। दोनों बालक तालाब में उतरकर नहा रहे थे। वहीं कुमारी दुर्गा बैठी हुई थी। दोनों भाई को डूबते देख दुर्गा ने परिवार वालों व गांव वालों को मदद के लिए आवाज देकर बुलाया। आवाज सुनकर पहुंचे लोगों को बच्चों के बारे में बताया, जिसके बाद गांव वालों ने डबरी में उतरकर दोनों बालकों को बाहर निकाला, जिसके बाद परिजन दोनों को मोटर साइकिल से जिला अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां मौजूद डॉक्टरों ने दोनों की मौत होने की पुष्टि की।
पूरा गांव हुआ गमगीन
पुलिस ने मृत दोनों बालकों के शवों का पंचनामा किया। इसके बाद पीएम के लिए भेजा गया, जिसके बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। बताया गया कि दोनों ममेरे भाई थे। पुलिस ने रिपोर्टकर्ता करण वर्मा की सूचना पर मर्ग कायम कर लिया है। एक साथ दो बच्चों की असमय मौत से गांव में शोक का माहौल है। वहीं परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। जिला अस्पताल पहुंचे परिवार वाले एक-दूसरे को ढांढस देते नजर आए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 16 मई। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान डाइट बेमेतरा में डीएलएड प्रथम एवं द्वितीय वर्ष की वार्षिक परीक्षाएं आज दिनांक 15 मई से प्रारंभ हो गई है। छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल रायपुर द्वारा आयोजित ये परीक्षाएं दो पालियों में संचालित की जा रही है। जिले के सबसे बड़े अकादमिक संस्थान डाइट के प्राचार्य जे के घृतलहरे के मार्गदर्शन में परीक्षाएं शांतिपूर्ण और सुव्यवस्थित ढंग से संचालित हो रही है।
प्रथम दिवस प्राचार्य जेके घृतलहरे ने प्रथम व द्वितीय वर्ष के सभी छात्राध्यापकों को उनके उज्ज्वल व सुखद भविष्य की कामना के साथ उन्हें हार्दिक शुभकामना दी। प्रथम वर्ष की परीक्षाएं प्रात: 8 से 11.15 तक संचालित हो रही है। तथा द्वितीय वर्ष की परीक्षाएं दोपहर 2 से 5.15 बजे तक संचालित की जा रही है। परीक्षाएं दो हाल में संचालित की जा रही है। बड़े हॉल में 60 छात्राध्यापकों के बैठने की व्यवस्था की गई है जिसमें पर्यवेक्षण कार्य हेतु चार पर्यवेक्षकों की व्यवस्था की गई है। जबकि छोटे हॉल में 40 छात्राध्यापकों के बैठने की व्यवस्था की गई है। जिसमें तीन पर्यवेक्षकों की व्यवस्था की गई है। संस्थान के वरिष्ठ व्याख्याता व पीएसटीई प्रभारी अनिल कुमार सोनी को केंद्राध्यक्ष बनाया गया है। साथ ही संस्थान के व्याख्याता राजकुमार वर्मा को सहायक केंद्राध्यक्ष तथा डॉ.बसुबंधु दीवान को परीक्षा समन्वयक बनाया गया है। जबकि परीक्षा कार्य में सहयोगी के रूप में वरिष्ठ व्याख्याता उषा किरण पांडेय, जी एल खुटियारे, थलज कुमार साहू, यमुना जांगड़े, कीर्ति घृतलहरे, श्रद्धा तिवारी, अमिंदर भारती, योगेश शर्मा, नागेंद्र शर्मा, सरस्वती साहू, पूनम पांडेय शामिल है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 16 मई। कलेक्टर रणबीर शर्मा ने बुधवार को कलेक्टोरेट स्थित दृष्टि सभाकक्ष में आदिम जाति एवं अनुसूचित जाति विकास विभाग के छात्रावास अधीक्षकों की बैठक ली। कलेक्टर ने छात्रावास व आश्रमों के अधीक्षकों से छात्रावास व आश्रम के संचालन, उपलब्ध सुविधा, संसाधन व कमियों की गहन समीक्षा की। उन्होंने सीसीटीवी कैमरा, भोजन व्यवस्था, शिक्षक व विद्यार्थियों की संख्या, शौचालय, पेयजल, साफ -सफाई आदि की जानकारी ली। अपर कलेक्टर डॉ. अनिल वाजपेयी, असिस्टेंट कमिशनर ट्राइबल राधेश्याम टंडन आदि उपस्थित थे।
कलेक्टर रणबीर शर्मा ने कहा कि छात्रावास में दूर-दराज के विद्यार्थी पढऩे आते हैं। शासन द्वारा उन्हें तमाम सुविधा उपलब्ध कराई जाती है इसलिए आप सभी का कर्तव्य है कि सभी बच्चों को अपने घर के बच्चों की तरह रखें। उन्हें सारी सुविधा उपलब्ध कराएं। छात्रावास में रहकर पढ़ाई करने से व्यक्तित्व और एक दूसरे में सहयोग की भावना का विकास होता है।
एक सप्ताह में शौचालयों व छत की कराएं मरम्मत
कलेक्टर ने सभी अधीक्षकों को एक सप्ताह के भीतर हॉस्टल में मौजूद शौचालय व छत की मरम्मत कराने के निर्देश दिए। उन्होंने हॉस्टल में गार्डनिंग कर अलग-अलग तरह के पौधे लगाने और परिसर की साफ -सफाई करने के निर्देश दिए। छात्रावास में बच्चों के लिए पेयजल की व्यवस्था, पंखा व कूलर में हो रही बिजली सप्लाई को चेक करने को कहा ताकि कोई दुर्घटना ना हो।
परीक्षा परिणाम सुधारने बच्चों को करें अनुशासित
जिलाधीश ने अधीक्षकों से हॉस्टल में रह रहे बच्चों का परीक्षा परिणाम सुधारने सभी बच्चों को अनुशासित करने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी हॉस्टल में बच्चों के कपड़े, बेडशीट, गद्दे को धुलाकर धूप में रखने को कहा। उनकी जांच भी कराएं।
बच्चों को गुड-बैड टच के बारे में दी जाए जानकारी
हॉस्टल में पारिवारिक और सामाजिक वातावरण निर्मित करते हुए व्यावहारिक आचरण का माहौल बनाकर बच्चों को अपने घर जैसे माहौल उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि बच्चों को गुड टच, बैड टच की जानकारी दें, जिससे बच्चे अपनी सुरक्षा कर सकें। किसी प्रकार की अनियमितता या लापरवाही करने पर दण्डात्मक कार्रवाई करने के सख्त निर्देश दिए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 15 मई। स्वामी आत्मानंद शासकीय शिवलाल राठी अंग्रेजी माध्यम विद्यालय में मंगलवार को एलकेजी और पहली कक्षा में प्रवेश के लिए लॉटरी की प्रक्रिया पूरी की गई। एलकेजी के 25 और पहली कक्षा की 14 सीटों के लिए शांतिपूर्ण तरीके व पूर्ण पारदर्शिता के साथ लॉटरी निकाली गई।
बता दें कि छत्तीसगढ़ शासन लोक शिक्षण संचालनालय के आदेशानुसार 10 अप्रैल से 10 मई तक ऑनलाइन आवेदन मंगाए गए थे। विद्यालय में उपलब्ध सीटों के विरुद्ध क्रमश: एलकेजी में 437 और पहली कक्षा में 211 ऑनलाइन व ऑफलाइन आवेदन प्राप्त हुए, जिसमें से एलकेजी में 196 पात्र और पहली कक्षा में 187 पात्र पाए गए। पात्र-अपात्र की सूची विद्यालय सूचना पटल में 11 मई को चस्पा कर दी गई थी।
चयन सूची में आए नामों के पालकगण 16 से 20 मई तक सुबह 9 से 12 बजे के बीच विद्यालय आकर प्रवेश प्रक्रिया पूर्ण कर सकते हैं। प्रवेश प्रक्रिया उक्त तिथि तक पूर्ण नहीं करने पर प्रतीक्षा सूची से प्रवेश दिया जाएगा। प्रवेश के लिए आधार कार्ड, पिछली कक्षा की अंकसूची, जन्म प्रमाण पत्र, आय जाति, निवास प्रमाण पत्र, राशन कार्ड, बीपीएल सर्वे सूची की फोटोकॉपी व दो पासपोर्ट साइज की फोटो सहित दस्तावेज की मूल प्रति व एक सेट फोटोकॉपी अवश्य लाएं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 15 मई। स्वामी आत्मानंद शासकीय शिवलाल राठी अंग्रेजी माध्यम विद्यालय में मंगलवार को एलकेजी और पहली कक्षा में प्रवेश के लिए लॉटरी की प्रक्रिया पूरी की गई। एलकेजी के 25 और पहली कक्षा की 14 सीटों के लिए शांतिपूर्ण तरीके व पूर्ण पारदर्शिता के साथ लॉटरी निकाली गई।
बता दें कि छत्तीसगढ़ शासन लोक शिक्षण संचालनालय के आदेशानुसार 10 अप्रैल से 10 मई तक ऑनलाइन आवेदन मंगाए गए थे। विद्यालय में उपलब्ध सीटों के विरुद्ध क्रमश: एलकेजी में 437 और पहली कक्षा में 211 ऑनलाइन व ऑफलाइन आवेदन प्राप्त हुए, जिसमें से एलकेजी में 196 पात्र और पहली कक्षा में 187 पात्र पाए गए। पात्र-अपात्र की सूची विद्यालय सूचना पटल में 11 मई को चस्पा कर दी गई थी।
चयन सूची में आए नामों के पालकगण 16 से 20 मई तक सुबह 9 से 12 बजे के बीच विद्यालय आकर प्रवेश प्रक्रिया पूर्ण कर सकते हैं। प्रवेश प्रक्रिया उक्त तिथि तक पूर्ण नहीं करने पर प्रतीक्षा सूची से प्रवेश दिया जाएगा। प्रवेश के लिए आधार कार्ड, पिछली कक्षा की अंकसूची, जन्म प्रमाण पत्र, आय जाति, निवास प्रमाण पत्र, राशन कार्ड, बीपीएल सर्वे सूची की फोटोकॉपी व दो पासपोर्ट साइज की फोटो सहित दस्तावेज की मूल प्रति व एक सेट फोटोकॉपी अवश्य लाएं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 15 मई। जिले के तीनों विधानसभा क्षेत्र साजा, बेमेतरा और नवागढ़ में मतदान प्रक्रिया संपन्न होने के बाद मंगलवार को कलेक्टर व जिला निर्वाचन अधिकारी रणबीर शर्मा ने कलेक्टोरेट के दिशा सभाकक्ष में अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने अधिकारियों की मतदान प्रक्रिया में निर्विवाद भूमिका होने पर बधाई दी।
कलेक्टर ने कहा कि 4 जून को लोकसभा चुनाव के लिए होने वाली मतगणना के लिए मतगणना पर्यवेक्षकों, सहायकों व माइक्रोऑब्जर्वरों का प्रशिक्षण कराएं। उन्होंने संबंधित अधिकारियों से कहा कि पूर्व में चल रहे निर्माण को पूरा कराने मे जुट जाएं। उन्होंने शिक्षा अधिकारी को शिक्षा सत्र 2024-25 से जिले में और बेहतर शिक्षा गुणवत्ता करने पर जोर दिया। ताकि बच्चों का और बेहतर परीक्षा परिणाम आ सके।
भ्रमण कर शिक्षा की गुणवत्ता का करें आंकलन
कलेक्टर शर्मा ने जिले के सभी एसडीएम को निर्देश दिया कि वे स्कूलों में भ्रमण कर शिक्षा की गुणवत्ता का आंकलन करें। इसके साथ ही वे अपने क्षेत्र के मदिरा अहातों का भी निरीक्षण करें।
साथ ही विभागीय गाइड लाइन अनुसार सुविधाओं को भी देखने कहा। उन्होंने सरकारी कार्यालयों के भू-आवंटन करने पर भी बल दिया। स्कूलों में न्योता भोजन संबंधी जानकारी ली। सभी एसडीएम को निर्देशित किया कि उनके क्षेत्र में शासकीय अवासों मे अवैध रूप से निवास कर रहे लोगों पर सत कार्रवाई कर पात्र कर्मचारियों को आवास आवंटित करने की कार्रवाई करें।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 15 मई। जिले में करीब 10 माह पूर्व प्रारंभ की गई भर्ती प्रक्रिया अभी तक पूर्ण नहीं हुई है। जिला निवार्चन शाखा व खाद्य शाखा में सहायक ग्रेड तीन, चौकीदार, भृत्य व वाहन चालक के पद के लिए आवेदन आमंत्रित किए गए थे। जिले व जिले के बाहर के करीब 2800 आवेदकों ने आवेदन प्रस्तुत किया। आवेदन जमा करने के बाद आगे की कार्यवाही महीनों से लंबित है। फिलहाल आचार संहिता की वजह से प्रक्रिया लंबित होने की चर्चा है।
जानकारी हो कि कलेक्टर कार्यालय द्वारा बीते 22 जून 2023 को जिले के खाद्य व निर्वाचन शाखा के 8 पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया प्रांरभ करते हुए आवेदन आमंत्रित किए गए थे। चूंकि मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी व खाद्य नागरिक आपूर्ति संचालनालय द्वारा दो अलग अलग आदेश जारी करते हुए 12 व 19 जून 2023 को अनुमति प्रदान की गई थी। जिला स्तर पर 22 जून 2023 को विज्ञापन जारी करते हुए 26 जून से लेकर 10 जुलाई तक रजिस्टर्ड डाक व स्पीड पोस्ट से निर्धारित प्रारूप में आवेदन आमंत्रित किए गए थे। जिले व जिले के बाहर 2775 आवेदकों ने आवेदन जमा किया था। 10 जुलाई तक जमा आवेदनों की आज तक छंटनी तक नहीं की गई है।
सीधी भर्ती प्रक्रिया के तहत नौकरी लगने की उम्मीद जगी थी
कलेक्टर के अधीन हो रही भर्ती प्रकिया के दौरान कुल 8 पदों पर भर्ती की जानी है, जिसमें खाद्य विभाग व खाद्य शाखा में सहायक ग्रेड-3 के दो पद, वाहन चालक व तृतीय वर्ग खाद्य शाखा में एक पद, भृत्य चतुर्थ वर्ग के 2 पद खाद्य शाखा व 1 पद निर्वाचन शाखा के लिए, खाद्य शाखा में चौकीदार चतुर्थ श्रेणी के 1 पद के लिए आवेदन आमंत्रित किए गए थे।
आदिवासी विकास शाखा: न्यायालय का स्थगन मिला
आदिवासी विकास शाखा द्वारा 12 मई 2023 को डाटा एंट्री ऑपरेटर व वाहन चालक के 1-1 पद के लिए 31 मई 2023 तक आवेदन आमंत्रित किए गए थे। जिले व जिले के बाहर के कुल 1241 आवेदन प्राप्त हुए थे, जिसमें वाहन चालक के लिए 314 आवेदन व ऑपरेटर के लिए 927 आवेदन मिले। प्रक्रिया प्रारंभ होने के बाद याचिका दायर किए जाने के बाद हाईकोर्ट द्वारा स्थगन दिया है।
मेरिट बेस में होनी है भर्ती, दो चुनाव हो गए पर नहीं मिला बाबू
सीधी भर्ती प्रकिया तहत प्राप्त आवेदनों की सूची जारी करने के बाद दावा-आपत्ति आमंत्रित करने बाद दावा-आपत्ति का निराकरण फिर मेरिट बेस पर भर्ती की जानी है। अब तक जिल में दो चुनाव के लिए आचार संहिता लग चुका है। वहीं एक चुनाव हो चुका है। कार्यवाही को गति नहीं मिल पाई है। बीते 10 माह के दौरान जिला निर्वाचन कार्यालय द्वारा विधानसभा की प्रकिया पूर्ण की गई थी। वहीं लोकसभा की प्रकिया जारी है।
आवेदन रखे हुए हैं, बंडल तक नहीं खुला
प्राप्त जानकारी के अनुसार नौकरी के लिए उम्मीद लगाए हजारों आवेदकों ने आवेदन जमा किया था। इसके बाद डाक से प्राप्त आवेदन को सुरक्षित रखा गया। कार्यवाही की रतार का अनुमान इसी बात से लगाया जा सकता है कि आज तक आवेदनों की छंटनी, वर्गीकरण, टेबुलेशन व ग्रेडेशन भी नहीं किया गया है।
कलेक्टर बदल गए, प्रभारी वित्त अधिकारी भी बदल चुके
लंबित प्रक्रिया के दौरान जिले में पदस्थ रहे कलेक्टर पीएस एल्मा व प्रभारी अधिकारी वित्त का तबदला हो चुका है। हालांकि चयन समिति का गठन किया गया था, जिसमें एडीएम बेमेतरा, प्रभारी अधिकारी वित्त व जिला कोषालय अधिकारी शामिल हैं। भर्ती की प्रकिया पूर्ण नहीं होने की वजह जानने व अन्य जानकारी लेने के लिए आए दिन आवेदक व उनके परिजन जानकारी लेने के लिए जिला कार्यालय पहुंचते हैं, जहां पर कार्यवाही की स्पष्ट जानकारी नहीं होने की वजह से वापस लौट जाते हैं। बहरहाल भर्ती प्रकिया पूर्ण नहीं होने की वजह से आवेदक परेशान हो रहे हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 15 मई। नेशनल हाइवे में कार की ठोकर से बाइक सवार महिला की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं बाइक चालक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। पुलिस ने कार चालक के खिलाफ धारा 304 अ के तहत अपराध दर्ज कर लिया है। मृतक महिला के शव का मंगलवार को जिला अस्पताल में पीएम कराने के बाद परिजनों को सौंपा गया।
पुलिस के अनुसार सोमवार को अपने बेटे के साथ बाइक में बैठकर खंडसरा जा रही रामबाई साहू व संतोष साहू की बाइक को बहेरा मोड़ के पास कवर्धा की ओर से आ रहे कार चालक ने ठोकर मार दी, जिससे दोनों बाइक सहित सडक़ पर गिर गए, जिससे रामबाई साहू के सिर पर गंभीर चोट पहुंची, वहीं संतोष के पैर में गंभीर चोट आई। दोनों को उपचार के लिए 108 वाहन से जिला अस्पताल पहुंचाया गया, जहां पर डॉक्टरों ने महिला की मौत होने की पुष्टि कर दी। वहीं घायल संतोष को प्राथमिक उपचार के बाद रेफर किया गया। बताया गया कि मृतक महिला के पति रिखी राम साहू का उपचार निजी अस्पताल में किया जा रहा था, जिसे सोमवार को रिलीव किया गया। सभी दो अलग वाहन से खंडसरा जा रहे थे कि सडक़ दुर्घटना का शिकार हो गए। पुलिस ने प्रार्थी दुकल्हा साहू की रिपोर्ट पर कार चालक के खिलाफ 304 अ व अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 15 मई। चाइल्ड हेल्पलाइन, जिला बाल संरक्षण इकाई व महिला एवं बाल विकास विभाग ने बाल विवाह को रुकवाने की कार्रवाई की। दरअसल ग्राम कठिया, तहसील बेरला के एक बालक का बाल विवाह कराए जाने की जानकारी पर मुस्तैदी के साथ कार्रवाई की गई। परिजनों को कानून के अनुसार विवाह योग्य उम्र होने पर शादी करने की समझाइश दी गई, जिस पर परिवार ने अपनी सहमति दी।
ज्ञात हो कि चाइल्ड हेल्प लाइन, जिला बाल संरक्षण इर्का व महिाल एवं बाल विकास विभाग की टीम को ग्राम कठिया में यदु परिवार में बालक का बाल विवाह कराने की जानकारी मिली। इस पर तत्परता दिखाते हुए पुलिस के साथ मिलकर शादी रुकवाई गई। बालक का विवाह ग्राम झुलना में यदु परिवार की लडक़ी से होने जा रहा था। टीम ने बालक के परिजनों को कानून के मुताबिक निर्धारित आयु पूर्ण होने के बाद ही विवाह करने की समझाइश दी, जिस पर परिवार ने अफनी सहमति दी और विवाह कार्यक्रम स्थगित कर दिया। परिजनों ने कहा कि उन्हें मालूम नहीं था कि वर्तमान में मौजूदा कानून के तहत 18 वर्ष से कम आयु की बालिका व 21 वर्ष से कम आयु के बालक का विवाह गैर कानूनी है।
बाल विवाह करना अपराध, हो सकती है सजा
टीम ने परिजनों को बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम, 2006 की जानकारी देते हुए बताया कि निर्धारित आयु पूर्ण होने के पूर्व विवाह करवाना अपराध है। बाल विवाह कराने वाले सभी सेवा प्रदाताओं पर भी कानूनी कार्रवाई की जा सकती है।
जो व्यक्ति ऐसा करता या कराता है या विवाह में सहयोग प्रदान करता है तो उसे भी 2 वर्ष तक का कठोर कारावास या एक लाख तक का जुर्माना लगाया जा सकता है। बाल विवाह बच्चों के अधिकारों का उल्लंघन है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 14 मई। कलेक्टर रणबीर शर्मा की अध्यक्षता में कार्यालय मुय चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के सभाकक्ष में वयस्कों में बीसीजी टीकाकरण करने के लिए अन्तर्विभागीय समन्वय के लिए जिला टास्क फोर्स समिति की बैठक का आयोजन किया गया। मुय चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. संतराम चुरेन्द्र के द्वारा समिति के सदस्यों को वयस्कों में बीसीजी टीकाकरण के संबंध में विस्तार से जानकारी दी।
कलेक्टर रणबीर शर्मा ने कहा कि जिले में व्यापक प्रचार प्रसार कर जिले में अभियान चलाया जाये। सभी टीकाकरण करने वाले कर्मचारियों को आवश्यक प्रशिक्षण दी जाये। इस के लिए कलेक्टर रणबीर शर्मा ने सर्वे कर सभी स्तर के कर्मचारियों को प्रशिक्षण प्रदाय किये जाने के निर्देश दिए। इसके साथ ही टीकाकरण करने वाले कार्यकर्ताओं को विशेष प्रशिक्षण प्रदाय करने को कहा।
जिलाधीश ने समन्वय बैठक के दौरान उपस्थित समस्त विभागाध्यक्ष समाज कल्याण विभाग, नगरीय निकाय, महिला बाल विकास विभाग, आदिम जाति कल्याण विभाग, अनुसूचित जनजाति विभाग, शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य विभाग एवं मितानिन कार्यक्रम के अधिकारियों को आवश्यक समन्वय स्थापित करते हुए व्यस्क बीसीजी टीकाकरण अभियान को सफलतापूर्वक क्रियान्वयन करने के निर्देश दिए गए। उन्होंने विभागीय अधिकारी, कर्मचारी जो कि बीसीजी टीकाकरण अभियान के निर्धारित मापदंड को पूर्ण करते है, उन्हें प्राथमिकता के साथ टीकाकृत कराने के निर्देश दिए।
मुय चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. संतराम चुरेन्द्र के द्वारा वयस्कों में बी.सी.जी. टीकाकरण अभियान प्रारंभ होने की जानकारी देते हुए बताया गया कि राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत वयस्कों में बी.सी.जी टीकाकरण का अभियान करने के लिए जिला टास्क फोर्स की बैठक आयोजित किया गया जिसमें जानकारी देते हुए बताया गया कि वयस्कों में बीसीजी का टीकाकरण करने के लिए 06 मापदंड निर्धारित किया गया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 14 मई। ग्राम बरबसपुर के खार में बुजुर्ग महिला की संदेहास्पद परिस्थिति में शव मिली है। बुजुर्ग महिला के शव में चोट के निशान है जिससे हत्या की आशंका जताई जा रही है।
वहीं घटना की जानकारी मिलने के बाद नवागढ़ थाने की पुलिस मौके पर पहुंचकर जांच में जुट गई है। दरअसल पूरी घटना नवागढ़ थाना क्षेत्र के बरबसपुर गांव की है जहां आज सुबह खार में जब ग्रामीणों ने खेत में बुजुर्ग महिला शव देखा तो इसकी जानकारी स्थानीय कोतवाल और नवागढ़ थाने की पुलिस को दी। जिसके बाद महिला के शव का पहचान गांव के कामीन बाई निषाद पति स्व. बंशी निषाद 65 वर्ष के रूप की गई है।
नवागढ़ थाना की पुलिस ने शव पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए रवाना किया है। मर्ग कायम कर जांच में जुटी हुई है।
नवागढ़ थाना से प्राप्त जानकारी के अनुसार महिला आज सोमवार सुबह अपने खेत की ओर गई थी तभी उसकी मौत हुई हैं। महिला के सिर व गले मे चोट के निशान है जिससे प्रथम दृष्ट्या घटना हत्या का प्रतीत हो रहा हैं। बेमेतरा एसडीओपी मनोज तिर्की और दुर्ग के फोरेसिंक एक्सपर्ट की टीम बरबसपुर पहुंच कर जांच शुरू कर दी है। वही जांच में डॉग स्क्वायड की सहायता ली गयी है।
एसडीओपी मनोज तिर्की ने बताया कि प्रथम दृष्टया महिला के सिर पत्थर से कुचल कर हत्या करना प्रतीत हो रहा है जिसमें जांच पंचनामा अग्रिम कार्रवाई की गई है। नवागढ़ थाना व साइबर सेल की टीम जांच कर रही है।
मुरली सिन्हा ने 91 फीसदी अंक लाकर किया टॉप
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 14 मई। केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के जारी परीक्षा परिणाम में जिले के एकाडमिक वल्र्ड स्कूल, एलन्स स्कूल, नवोदय विद्यालय व शिखर एकाडमिक के स्टूडेंट्स ने बाजी मारी है। एकाडमिक, एलन्स व शिखर का परीक्षा परिणाम शत-प्रतिशत रहा। वहीं नवोदय का परीक्षा परिणाम भी अच्छा रहा। परीक्षा परिणाम सामने आने के बाद से ही स्टूडेंट्स, परिजन व शिक्षकों में काफी खुशी है।
सोमवार को जारी सीबीएसई के परीक्षा परिणाम में जिले के नवोदय स्कूल के स्टूडेंट्स ने कक्षा बारहवीं में बेहतर प्रदर्शन किया है। कक्षा 12 वीं के युगल किशोर देवांगन ने 95 प्रतिशत अंक प्राप्त कर स्कूल में टॉप किया। वहीं योगेश सिन्हा ने 91 प्रतिशत अंक प्राप्त कर दूसरा व चेतन पटेल ने 89.80 फीसदी अंक प्राप्त कर तीसरा स्थान प्राप्त किया। जवाहर नवोदय विद्यालय का परीक्षा परिणाम 77 फीसदी रहा। कक्षा 12वीं के परिणाम में विद्यालय के 20 स्टूडेंट्स ने 75 से 89, 7 ने 60 से 74 व 3 ने 90 फीसदी अंक हासिल किए। 77 फीसदी स्टूडेंट्स ने डिस्टिंक्शन के साथ परीक्षा उत्तीर्ण की। परिणाम को लेकर संस्था प्रमुख लक्ष्मी सिंह ने हर्ष व्यक्त किया।
शतरंज के नेशनल प्लेयर ने स्कूल में प्राप्त किया तीसरा स्थान
जिला मुयालय से 7 किमी दूर ग्राम पदमी निवासी दिनेश पटेल के पुत्र चेतन पटेल ने 89.88 प्रतिशत अंक प्राप्त कर तीसरा स्थान प्राप्त किया। चेतन ने इसी सत्र के दौरान नवोदय विदयालय की नेशनल खेल प्रतियोगिता में पूरे देश में तीसरा स्थान प्राप्त किया। छात्र के दादा होलकर पटेल ने बताया कि खेल के साथ पढऩे में शुरुआत से अच्छा रहा है। चेतन की उपलब्धि पर मां कुलेश्वरी समेत पूरे परिवार के लोग खुश हैं। चेतन ने बताया कि वो इंजीनियर बनना चाहता है, जिसके लिए अभी से तैयारी प्रारंभ कर दी है। पिता थोक सब्जी सप्लाई का काम करते हैं। गांव के लोगों ने बधाई दी।
एकेडमिक वल्र्ड की पलक को 12वीं में 97.20 फीसदी अंक
सीबीएसई के जारी परीक्षा परिणाम में एकेडमिक वल्र्ड स्कूल का बारहवीं व दसवी का परीक्षा परिणाम उत्कृष्ट रहा। सीबीएसई बारहवीं की परीक्षा में 251 और दसवी में 250 विद्यार्थी शामिल हुए। कक्षा बारहवीं में 23 छात्र-छात्राओं ने 90 या उससे अधिक प्रतिशत अर्जित किए।
सफलता के लिए शिक्षकों के योगदान को बताया महत्वपूर्ण
पलक गोस्वामी ने ऐकेडमिक स्कूल के शिक्षकों का धन्यवाद देते हुए कहा कि उसके सफलता में माता-पिता एवं शिक्षकों का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। वहीं कृष केशरवानी ने अपने सभी शिक्षकों को धन्यवाद दिया। छात्र-छात्राओं ने कहा कि ऐकेडमिक वल्र्ड स्कूल ने उन्हें अध्ययन के लिए जो वातावरण प्रदान किया, वो शिक्षा के लिए सर्वथा अनुकूल है।
पलक गोस्वामी रही प्रथम स्थान पर
विद्यालय में कला संकाय में पलक गोस्वामी ने 97.20 अंकों के साथ प्रथम स्थान प्राप्त किया। मुस्कान संचेती 96.60 फीसदी अंकों के साथ दूसरे स्थान पर रही। इनके अतिरिक्त 11 और विद्यार्थियों ने 90 प्रतिशत से ज्यादा अंक अर्जित किए। दसवीं कक्षा में स्कूल के सुजल दीपक ने 96 फीसदी व गिरीराज नौरंग ने 95.20 फीसदी अंक प्राप्त किए।
संस्था प्रमुख ने किया प्रेरित
विद्यालय संस्था संचालिका भावना बोहरा ने छात्रों को कड़ी मेहनत व लगन से अभ्यास करते रहने के लिए प्रेरित किया। आगे भी इस तरह की उच्च गुणवत्ता वाले शिक्षण की सुविधा उपलब्ध कराने की बात कही। साथ ही विद्यालय में निरंतर योगदान के लिए सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं की प्रशंसा की। आने वाले भविष्य के लिये छात्र-छात्राओं एवं उनके पालको को शुभकामनाएं दी। राष्ट्र निर्माण में योगदान देने के लिए प्रेरित किया।
बेमेतरा, 14 मई। डेयरी टेक्नोलॉजी विषय में अपना भविष्य सुनिश्चित करने के लिए जिले के विद्यार्थियों को छत्तीसगढ़ शासन एवं दाउ वासुदेव चन्द्राकर कामधेनु विश्वविद्यालय द्वारा संचालित पाठ्यक्रम में प्रवेश मिल सकेगा। छत्तीसगढ़ शासन द्वारा दाऊ वासुदेव चन्द्राकर कामधेनु विश्वविद्यालय के अंतर्गत बेमेतरा जिले के चोरभट्टी ग्राम में डेयरी पॉलीटेक्निक महाविद्यालय की स्थापना वर्ष 2021 में की गई है।डेयरी पॉलीटेक्निक की स्थापना का मुय उद्देश्य जिले के गणित विषय के साथ 12वीं परीक्षा उत्तीर्ण विद्यार्थियों को पूरे प्रदेश एवं देश में तेजी से बढ़ रहे डेयरी उद्योग एवं निरंतर स्थापित हो रहे डेयरी संयंत्रों में नियोजन के लिए डेयरी टेक्नोलॉजी की शिक्षा प्रदान कर तकनीकी रूप से निपुण बनाने का है।
डेयरी पॉलीटेक्निक महाविद्यालय में डेयरी टेक्नोलॉजी विषय में द्विवर्षीय डिप्लोमा पाठ्यक्रम संचालित है। जहां विद्यार्थियों को डेयरी टेक्नोलॉजी, डेयरी इंजीनियरिंग, डेयरी केमेर्स्ट्री, डेयरी माइक्रोबायोलॉजी जैसे मुय विषयों के अतिरिक्त कप्यूटर सहित अन्य संबंधित विषयों में प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है। चार सेमेस्टर में विभाजित डेयरी टेक्नोलॉजी के डिप्लोमा पाठ्यक्रम के अंतिम सेमेस्टर में विद्यार्थियों को प्रदेश एवं देश के प्रमुख दुग्ध संयंत्रों में प्रशिक्षण के लिए भेजा जाता है। डिप्लोमा कोर्स पूर्ण होने पर उत्तीर्ण विद्यार्थियों के लिए प्रदेश एवं देश के प्रमुख सरकारी, सहकारी एवं निजी दुग्ध संयंत्रों द्वारा कैपस इंटरव्यू किया जाकर उनका उपयुक्त नियोजन सुनिश्चित किया जाता है। अब तक उत्तीर्ण सभी विद्यार्थियों को शत-प्रतिशत उपयुक्त नियोजन सुनिश्चित किया गया है। द्विवर्षीय डेयरी टेक्नोलॉजी डिप्लोमा पाठ्यक्रम में प्रवेश पीईटी परीक्षा के माध्यम से किया जाता है, किन्तु स्थान रिक्त होने पर स्थानीय विद्यार्थियों को बारहवीं परीक्षा में अर्जित अंको के आधार पर प्रवेश प्रदान किया जा सकता है।