छत्तीसगढ़ » महासमुन्द
महासमुंद, 3 मई। स्थानीय नगर पालिका सभापति व युवा कांग्रेस के प्रदेश महासचिव निखिलकांत साहू ने 1 मई को अपना जन्मदिन मनाया। श्री साहू ने समर्थकों व कार्यकर्ताओं से अपील की थी कि जन्मदिन पर कहीं केक न कााटा जाए, आतिशबाजी पटाखे न चलाएं।
ंउन्होंने स्थानीय नेहरू चौक और शास्त्री चौक में आम जनों के लिए लंगर का आयोजन किया। जिसमें सैकड़ों लोगों ने लंगर का लाभ उठाया। इस दौरान बड़ी संख्या में युकां जनों ने लंगर में लोगों को खाद्य सामग्री का वितरण किया। उन्होंने जन्मदिन पर मिले बधाई, शुभ कामनाओं के लिए सभी का आभार व्यक्त किया है।
महासमुंद, 3 मई। रिवरडेल वल्र्ड स्कूल महासमुंद में टूनो क्लब द्वारा 22 से 30 अप्रैल तक बूट कैंप का आयोजन किया गया। जिसमें शहर के बच्चों ने बढ़-चढक़र हिस्सा लिया। जिसमें टूनों क्लब के कोच अनुराग भंडारी ने बच्चों को स्कैटिंग के माध्यम से वर्क आउट,टाइम ट्रायल, स्पीड, जिक जैक आदि का प्रशिक्षण दिया। इस कैंप में रवरडेल वल्र्ड स्कूल व महासमुंद के 18 प्रतिभागियों ने भाग लिया।
ट्विंकल जैन, प्रथिति पारख, गौरवित झाबक,निवृति पारख, यथार्थ जैन, रूहान जैन, राजीव मौर्या, अनिका, वान्या, प्रिशा, देवांश, कनिष्क, आर्यन, देवांश, विहान, लाव्या, अनंत, हरि पांडे, रियान आदि विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम के समापन में प्रतिभागी छात्रों को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया।
महासमुंद, 3 मई। जिले में ग्रीष्म ऋतु को ध्यान में रखते हुए पेयजल उपलब्धता सुनिश्चित करने आगामी आदेश तक के लिए नलकूप खनन पर कलेक्टर प्रभात मलिक ने प्रतिबंधात्मक आदेश जारी किया है। यह आदेश छत्तीसगढ़ पेयजल परिरक्षण अधिनियम के तहत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए जारी किया है। आगामी आदेश तक सक्षम प्राधिकृत अधिकारी के पूर्वानुमति के बिना कोई भी नया नलकूप पेयजल अथवा पेयजल के अलावा किसी भी अन्य प्रयोजन के लिए खनन नहीं किया जा सकेगा। लेकिन शासकीय, अद्र्धशासकीय, नगरीय निकायों को पेयजल के लिए अपने क्षेत्राधिकारी सीमा के अंतर्गत आने वाले क्षेत्र में नलकूप खनन के लिए अनुमति की आवश्यकता नहीं होगी। परन्तु निर्धारित नियमों का पालन करना होगा।
संबंधित क्षेत्रों के लिए अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी नगरीय एवं अनुविभागीय अधिकारी राजस्व महासमुंद, बागबाहरा, पिथौरा एवं सरायपाली से अनुमति लेनी होगी। बोरवेल खनन अथवा बोरवेल मरम्मत का कार्य पंजीकृत बोरवेल एजेंसी द्वारा ही की जाएगी। कोई भी व्यक्ति या एजेंसी द्वारा उक्त अधिनियम के उल्लंघन में नलकूप खनन कराते पाए जाने पर उसके विरूद्ध कार्यवाही की जाएगी। यह आदेश तत्काल प्रभावशील हो गया है।
महासमुंद, 3 मई। इको क्लब पर्यावरण संरक्षण एवं संवर्धन की गतिविधियों अंतर्गत महाविद्यालय परिसर को हरा भरा रखने का प्रयास के साथ नवीनतम टेक्नोलॉजी के प्रयोग द्वारा पौधों के लिए बारकोड का निर्माण इको क्लब ने किया है। जिसे स्कैन करके पौधों के बारे में जानकारी विद्यार्थी प्राप्त कर सकते हैं। साथ ही परीक्षा के समय आने वाले पालक भी पर्यावरण संरक्षण की इस नई तकनीक और उपयोगिता के बारे में परिचित हो सकते हैं। इको क्लब पर्यावरण की समस्याओं के बारे में विद्यार्थियों को परिचित कराना और समस्या के सुझाव के लिए विद्यार्थियों से चर्चा करना एवं उन्हें समाज में जाकर पर्यावरण के प्रति जन चेतना जागरूक करने का उद्देश्य है। इसका मकसद विद्यार्थियों को उनके समाज को पर्यावरण की जानकारी देने जैसे आर्थिक उपयोग, औषधीय उपयोग एवं पर्यावरणीय उपयोग आदि के लिए विभिन्न कार्यक्रम करना विद्यार्थियों को सहभागिता सुनिश्चित करना भी है।
बहरहाल पर्यावरण जागरूकता के लिए वनस्पत्ति शास्त्र विभाग, राष्ट्रीय सेवा योजना पुरुष एवं महिला इकाई, राष्ट्रीय कैडेट कोर और रेड क्रॉस के स्वयं सेवकों द्वारा समाज तक पर्यावरण संरक्षण का संदेश पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है। महाविद्यालय में वर्तमान में हर्बल गार्डन, स्मृति वन ऑक्सीजन और बोटैनिकल गार्डन के साथ-साथ परिसर में विभिन्न गमले में पौधे लगे हुए हैं। इन पौधों की बारकोड बनाया गया है साथ ही पर्यावरण परियोजना प्रतिवेदन विद्यार्थियों से मंगाया जाता है। विभिन्न स्थलों का अवलोकन कर पौध रोपण, संरक्षण सार्वजनिक स्थलों पर जागरूकता आदि विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम कराए गए हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 3 मई। जिले में कल गुरुवार से हरा सोना तेंदूपत्ता का संग्रहण शुरू हो गया है। इस बार 91 हजार 300 मानक बोरा खरीदी का लक्ष्य रखा गया है। पिछले साल 70 हजार मानक बोरा तेंदूपत्ता की खरीदी हुई थी। जिले के 75 प्राथमिक सहकारी समिति के अंतर्गत लगभग 785 फड़ों में तेंदूपत्ता का संग्रहण किया जाना है। पिछले कुछ वर्षों से मई के पहले सप्ताह से ही तेंदूपत्ता की खरीदी शुरू हो रही है। अप्रैल माह में लगातार मौसम में बदलाव भी हुआ,जिससे तेंदूपत्ता संग्राहक परिवार चिंतित थे। लेकिन हल्की बारिश होने से तेंदूपत्ता पर कोई खास असर नहीं पड़ा है। जिले में इस वर्ष से तेंदूपत्ता की खरीदी 5500 रुपए प्रति मानक बोरा की दर से की जाएगी। जिले में लगभग 95 हजार तेंदूपत्ता संग्राहक परिवार हैं। जिन्हें 5500 रुपए प्रति मानक बोरा की दर से भुगतान होगा। पिछले वर्ष 70544 मानक बोरा तेंदूपत्ता की खरीदी हुई थी।
जानकारी के अनुसार पूरे मई माह में तेंदूपत्ता की खरीदी की जाएगी। खरीदी का लक्ष्य पिछले कई सालों से पूरा नहीं हुआ है। इस बार लक्ष्य तक पहुंचने की उम्मीद है। अब तक सबसे ज्यादा खरीदी 2022 में हुई थी। सबसे कम खरीदी 2020 में कोरोना काल के दौरान हुई थी। मौसम में आने वाले बदलाव से भी खरीदी प्रभावित होती है। 2023 में 91 हजार 300 मानक बोरा लक्ष्य था और 70 हजार मानक बोरा की खरीदी हुई। 2022 में 95 हजार 400 मानक बोरा लक्ष्य रखा गया था और 82 हजार 300 मानक बोरा की खरीदी हुई थी। 2021 में 95 हजार 400 मानक बोरा लक्ष्य था। जिसमें 74 हजार 409 मानक बोरा, 2020 में 51840 मानक बोरा, 2019 में 76 हजार 320 मानक बोरा तेंदूपत्ता की खरीदी की गई थी।
इसी कड़ी में बागबाहरा और महासमुंद वन परिक्षेत्र में कल तुड़ाई के पहले दिन तेंदूपत्ता संग्राहक अल सुबह ही जंगलों, मैदानों में जा पहुंचे थे और पत्ता तोडक़र दोपहर में उसकी गड्डी बनाकर शाम को निर्धारित तेंदूपत्ता संग्रहण फड़ में विक्रय पहुंचे। जहां उन्होंने फड़ मुंशी के पास अपना पत्ता गड्डी जमा कराया। सीजन के पहली तुड़ाई के लिए पत्ता संग्राहक काफी दिनों से इंतजार कर रहे थे। जिसकी वजह से कल ग्रामों में सुबह से दोपहर पूर्व तक सन्नाटा रहा। वहीं जंगल सहित तेंदूपत्ता उत्पादन क्षेत्र में चहल-पहल रही और शाम को ग्राम के तेंदूपत्ता फड़ों में मेला लगा रहा। इस बार अच्छी गुणवत्ता एवं बेहतर तेंदूपत्ता की फसल होने की संभावना व्यक्त की जा रही है।
बागबाहरा वन परिक्षेत्र अंतर्गत 16 समितियों परसुली, धौराभांठा, टुहलू, भोथा, गांजर, मुनगासेर,तेंदूकोना, खल्लारी, चरौदा, सुखरीडबरी, बोकरामुड़ा, बागबाहरा, कोमाखान, तुसदा, तमोरा, आमाकोनी, तेंदूपत्ता सोसायटियों के 203 फड़ों में कल खरीदी प्रारंभ हुई।
रेंजर एलके ध्रुव ने इस संबंध में बताया कि इस बार बीच में वर्षा होने के बाद क्षेत्र में अमूमन किसी प्रकार तेंदूपत्ता पर विपरीत प्रभाव नहीं पड़ा। उन्होंने बताया कि इस बार मौसम तेंदूपत्ते के उत्पादन एक क्वालिटी के मामले में बेहतर प्रतीत हो रह है। हमने रेंज में पत्ते की अच्छी क्वालिटी होने के बाद ही तुड़ाई प्रारंभ की है। उन्होंने बताया कि सोसायटी प्रभारी सदस्यों सहित वन विभाग का अमला पूरी सक्रियता से इस काम को प्राथमिकता के आध पर पूरा करने जुटा हुआ है। अपने रेंज में 4500 मानक बोरे का है। जिसमें तेंदूपत्ता संग्राहकों ने अपने परिवार के साथ इस वर्ष के सीजन की पहली तुड़ाई में भाग लेकर तेंदूपत्ता का संग्रहण किया। पहली तुड़ाई का यह कार्य अच्छी क्वालिटी के पत्ता आते तक चलेगा। वैसे भी इस साल के मौसम अनुकूल माना जा रहा है। अच्छी क्वालिटी का आशानुसार उत्पादन आने का अनुमान लगाया जा है। वैसे भी स्थानीय रेंज पत्ते की क्वालिटी महासमुंद डिवीजन में प्रथम स्थान पर है।
महासमुंद, 3 मई। महासमुंद वेडनर मेमोरियल सीनियर सेकेंडरी स्कूल में कार्यरत शेर्ली प्रसाद सेवानिवृत्त हुई। शाला के मैनेजर रेव्ह.फ ादर जार्ज कवालम के कर कमलों से श्रीफल एवं शाल भेंट कर सम्मानित किया गया।
मैनेजर ने उनके स्वस्थ एवं दीर्घायु होने की कामना करते हुए कहा कि मैडम शेर्ली हमेशा कर्तव्य निष्ठ रहीं। उन्होंने पूरी ईमानदारी के साथ अपने दायित्वों का भली भांति पालन किया। प्राचार्य रेव्ह.फादर देवानंद बाघ ने मैडम के कार्य क्षेत्र पर प्रकाश डालते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। कार्यक्रम का संचालन शिक्षिका अर्चना साहू के द्वारा किया गया। इस अवसर पर समस्त शिक्षक-शिक्षिकाएं उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बागबाहरा, 3 मई। मजदूर दिवस पर खल्लारी विधायक द्वारिकाधीश यादव सहित कांग्रेस नेताओं ने बोरेबासी खाया।
विधायक श्री यादव इन दिनों लोकसभा चुनाव के चलते बेलतरा, मस्तूरी, जांजगीर चांपा और कोरबा लोकसभा क्षेत्र के प्रवास पर हैं। और कांग्रेस पार्टी के स्टार प्रचारक की कमान संभाल रखी है। एक मई को विधायक श्री यादव सहित कांग्रेस नेताओं ने तखतपुर विधानसभा के ग्राम ढनढन में मजदूर दिवस के अवसर पर मजदूरों का सम्मान करने के पश्चात बोरेबासी खाया।
इस दौरान प्रमुख रूप से पूर्व विधायक रश्मि आशीष सिंह, पूर्व जिला अध्यक्ष राजेंद्र शुक्ला पूर्व जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष प्रमोद नायक, पूर्व ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष शिवाला कौशिक, युवक कांग्रेस विधानसभा अध्यक्ष अनिल कौशिक सहित कांग्रेस के विभिन्न प्रकोष्ठ के पदाधिकारी व कार्यकर्ता गण तथा ग्रामीण जन उपस्थित रहे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद,3 मई।कृषि उपज मंडी पिटियाझर में इस साल भी 3 मई से ग्रीष्मकालीन उपज बेचने बोली के माध्यम से खरीदा जायेगा। गत वर्ष बोली के माध्यम से की गई खरीदी में किसानों को अच्छा मुनाफा हुआ था। वर्ष 2023 में 21 सौ, 22 सौ रुपए प्रति क्विंटल तक धान की बोली हुई थी।
मिली जानकारी के अनुसार मंडी प्रशासन खरीदी को लेकर मंडी में तराजू बाट, पेयजल, साफ. सफाई, प्रकाश व्यवस्था करा यहां व्यापारी मिलर जुट जाएंगे। किसान नेता जुगनू चन्द्राकर के अनुसार गत वर्ष अच्छे मुनाफे की वजह से किसानों में जबरदस्त उत्साह है। रबी सीजन का धान बेचने के बाद किसान पुन: खरीफ की तैयारी शुरू करेंगे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 3 मई। महासमुंद पुलिस ने जनपद अध्यक्ष यतेन््द्र साहू की रिपोर्ट पर उनकी कार पर हमला कर उनसे मारपीट करने वाले के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
मालूम हो कि जनपद अध्यक्ष ने बुधवार रात महानदी से अवैध रेत खनन कर ले जा रहे हाइवा को रोककर पूछताछ की तो उनकी कार पर हमला कर दिया गया। जिससे कार का शीशा टूट गया है। बेटे से मारपीट भी की गई।
मामला सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र का है। जानकारी के अनुसार महासमुंद जिला अध्यक्ष और बीजेपी नेता यतेंद्र साहू ने बुधवार की रात 8.50 बजे बरबसपुर से लगे महानदी घाट से खनन कर ले जा रहे गीला रेत से भरे हाईवा को अपने गांव सिरकोनी चौक पर रोक दिया था। उनके साथ उनका बेटा विवेक साहू भी मौजूद था। उन्होंने ड्राइवर से रॉयल्टी पिट पास के बारे में पूछताछ करने पर नहीं होना बताया। जिस पर साहू ने इसकी सूचना जिला खनिज अधिकारी को दी। लेकिन इस बीच हाइवा ड्राइवर ने इसकी सूचना बरबसपुर निवासी झाला चंद्राकर को दी तो झाला के साथ वैभव चंद्राकर और तरुण चंद्राकर ने बिरकोनी चौक पहुंचकर जनपद अध्यक्ष के बेटे को पीट दिया।
जिसके बाद जनपद अध्यक्ष येतेन्द्र साहू कार से अपनी जान बचाकर मौके से भाग निकले। हमलावरों ने पत्थर से फेंक कर हमला किया। जिससे कार के पीछे का शीशा टूट गया। अत: यतेन्द्र साहू ने सिटी कोतवाली थाने में दर्ज कराई है। मालूम हो कि शासन के नियमानुसार वैध घाट से दिन भर रेत खनन किया जा सकता है। लेकिन सूर्यास्त के बाद रेत खनन नहीं करना है।
फिर भी महानदी से लगे बरबसपुर के घाट से दिन रात महानदी से रेत का खनन किया जा रहा है। वहीं खनिज विभाग भी घाट लीज पर देकर चेकिंग करने भी नहीं जाती है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद,3 मई। महासमुंद जिले के बागबाहरा में रात करीब 9 बजे हार्डवेयर की दुकान में आग लग गई। घटना की सूचना के बाद फायर ब्रिगेड लगभग 45 मिनट बाद आई। उसके बाद आग पर काबू पाया गया। लेकिन तब तक दुकान में रखा सामान खाक हो गया।
खरियार रोड स्थित पिथौरा चौक और पेट्रोल पंप के बीच स्थित कमलेश हार्डवेयर में आग लगी। आग लगने की वजह अभी स्पष्ट नहीं हुई है। आग लगने के बाद आसपास बड़ी संख्या में लोग एकत्रित हो गए। उन्होंने अपने स्तर पर आग बुझाने की कोशिश की लेकिन आग की लपटे इतनी तेज थी, उस पर काबू नहीं पाया जा सका।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 3 मई। महासमुंद वन मंडल के सभी 75 लघु वन वनोपज समितियों के 785 संग्रहण केन्द्रों(फड़ों) के अंतर्गत आने वाले कुल 1,07885 संग्राहक परिवार के माध्यम से तेंदूपत्ता संग्रहण का कार्य शुरू हो चुकी है। इस वर्ष महासमुंद जिले के 75 लघु वनोपज समितियों के माध्यम से कुल 91300 मानक बोरा तेंदूपत्ता संग्रहण करने का लक्ष्य रखा गया है। इस वर्ष छत्तीसगढ़ शासन के आदेशानुसार महासमुंद जिले सहित पूरे छत्तीसगढ़ में 5500 रुपए प्रति मानक बोरा की दर से संग्राहक परिवारों को तेंदूपत्ता वनोपज संग्रहण भुगतान होगा।
महासमुंद जिले के सरायपाली बसना पिथौरा सहित जिले भर में हरा सोना का संग्रहण शुरू हो गया है प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी शासन द्वारा वनोंपज संग्रहण के पहले लघु वनोपज समितियों के कर्मचारियों फड़ मुंशीयों सहित तेंदूपत्ता संग्रहण में लगे सभी कर्मचारियों को जिले में बेहतर और प्रचुर मात्रा में तेंदूपत्ता उत्पादन को बढ़ाने साखकर्तन करने की विधियों को समझाने कार्यशाला लगाकर प्रशिक्षित की गई थी, जिसे बेहतर साख कर्तन एवं समय-समय पर आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए गए हैं।
महासमुंद जिला छत्तीसगढ़ में तेंदूपत्ता उत्पादन करने में अव्वल है। महासमुंद वन मंडल अंतर्गत वनोंपज संग्रहण के समय मे अन्य सीमावर्ती जिला व जिले की सीमा से सटे दीगर राज्य गैर क्षेत्रों से भी तेंदूपत्ता की तोड़ाई कर कोंचियों व दलालों द्वारा जिले के सीमावर्ती वनोपज समितियों में खपाने की संभावना रहती है। इसलिए महासमुंद जिला पूरे छत्तीसगढ़ में तेंदूपत्ता संग्रहण में अनियमिता के नाम से भी सुर्खियों में रहता है।
बहरहाल, इस वर्ष खबर लिखे जाने तक किसी भी प्रकार की कोई तेंदूपत्ता संग्रहण कार्य में अनियमितता की खबरें नहीं मिली है। केवल वन परिक्षेत्र पिथौरा अंतर्गत आने वाले लगभग 28 सहकारी समितियों के लगभग 222 फड़ों के लिए क्षेत्र के 29700 संग्राहक परिवार तेंदूपत्त संग्रहण का काम शुरू कर चुके हैं।
महासमुंद, 3 मई। जिला समेत बसना क्षेत्र में भी किसानों को खरीफ सीजन 2024-25 में कृषि कार्य हेतु जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के माध्यम से शून्य प्रतिशत ब्याज दर पर दी जाने वाली किसान क्रेडिट कार्ड ऋण वितरण अंतर्गत सहकारी समितियों में किसानों से आवेदन लेने का काम जोरों से चल रहा है। बैंक शाखा भंवरपुर अंतर्गत सहकारी समिति सलखण्ड के कर्मचारियों द्वारा शामिल खाता के हिस्सेदार सदस्यों के हस्ताक्षर ना कराने के एवज में एवं खाद बीज नाम से 200 से 1000 रुपए लेने का आरोप किसान लगा रहे हैं।
किसानों का आरोप है कि राशि नहीं देने पर यहां चले जाओ कहकर धमकी देते हुए किसानों को प्रताडि़त किया जाता है। परेशान किसानों ने इसका वीडियो बनाकर एक सोशल मीडिया पर जारी कर दी है। जिसमें किसान ने एक हजार रुपए देने की बात कही है। किसान बहादुर सिंह सिदार के पास कुल 6 एकड़ जमीन है। उसने बताया कि जब वह सहकारी समिति सलखंड गया तो वहां 2 कर्मचारी चूड़ामणि कंप्यूटर ऑपरेटर और गोपाल साहू सेल्समेन ने उनसे दो किस्तों में 500-500 रुपए रिश्वत मांगा। इसके बाद किसान बहादुुर सिंह ने फ ोन पे के जरिए चूड़ामणि के खाते में यह राशि जमा कर दी। किसान बहादुर सिंह सिदार ने दोनों कर्मचारियों पर आरोप लगाया है कि आवेदन प्रक्रिया पूरा करने सलखंड समिति में प्रत्येक किसानों से 200 लेकर से 1000 तक रिश्वत लिया जा रहा है। कुछ कम देने की बात करने पर सोसायटी से किसानों को यहां से चले जाओ कहते हैं। यहां के कर्मी उन किसानों को ज्यादा प्रताड़ित कर रहे हैं जिनके खाते हिस्सेदार वाले हंै।
उन्होंने बताया कि जब किसानों द्वारा कर्मचारियों को पैसा दिया जाता है तो बगैर हिस्सेदारों वाले खातों का काम तत्काल कर दिया जाता है। हिस्सेदारों की बिना उपस्थिति में, सहमति बैगर, बिना हस्ताक्षर किये आवेदन भी पैसे लेकर कंप्लीट कर दिये जाते हैं। सलखंड सहकारी समिति अंतर्गत सलखंड समेत मुनगाडीह, केंवटापाली, बेलटीकरी, भुतहाबहारा, हेडसपाली, बुटीपाली, लोहारपाली, कुरमाडीह, मुंधरा सेमर सहित 10 गांव के लगभग 1075 किसानों का लेनदेन है।
इस मामले में बसना कॉपरेटिव ऑफिसर मनोज नायक ने कहा कि किसी भी किसान से एक रुपए भी नहीं लेना है। अगर कोई कर्मचारी ऋण खाद बीज के लिए ऐसा कर रहा है तो जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
महासमुंद, 3 मई। रायपुर मार्ग स्थित एक बैंक में कल सिक्का नहीं लिये जाने पर एक समिति सदस्यों और बैंक कर्मियों के बीच बहस हो गई। हालांकि पूरे 3 घंटे की बहस के बाद आखिरकार बैंक ने सिक्के जमा किये।
मालूम हो कि शहर की अनेक बैंकों में सिक्के लेने से मना करने की वजह से ही फुटकर व्यापारी भी सिक्के नहीं लेते। फ लस्वरूप बाजार से या तो सिक्कों का चलन ही गायब हो जाता है या फि र बड़ी संख्या में सिक्कें व्यापारियों की दुकानों में डंप रहते हैं।
मिली जानकारी के अनुसार बिरकोनी चंडी मंदिर समिति के संरक्षण ओमप्रकाश चन्द्राकर, कार्यकारिणी सदस्य अखिलेश चन्द्राकर तथा सदस्य यश चन्द्राकर मंगलवार को मंदिर में दानदाताओं द्वारा मिली रकम रायपुर मार्ग स्थित एचडीएफसी बैंक में जमा कराने पहुंचे। रकम में 22 हजार 650 रुपए के सिक्के थे। समिति सदस्यों ने बैंक के कर्मियों से काफी देर तक आग्रह किया कि यह तो मंदिर के चढ़ावे की रकम है और मंदिर की दान पेटी में सिक्कों का दान होता ही है। लेकिन बैंक कर्मियों ने सीधे ही सिक्के लेने मना कर दिया।
इस पर आक्रोशित समिति सदस्यों ने इसकी एक शिकायत तत्काल उच्चाधिकारियों से की। साथ ही मीडिया कर्मियों को भी बैंक बुलाया। मीडिया जनों द्वारा सिक्का क्यों नहीं लिया जा रहा है जैसे सवालों के बाद तत्काल सदस्यों की रकम जमा कर ली गई। इस बीच सदस्यों तथा बैंक कर्मियों के बीच बहस होती रही।
हिमांशु भोई, शाखा प्रबंधक एचडीएफसी बैंक महासमुंद का कहना है कि घटना के दौरान मैं बैंक में उपस्थित नहीं था। बाद पहुंचने पर रायपुर से अनुमति लेने के बाद हमने सिक्के तथा और भी रकम जमा कर ली है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 3 मई। मौसम में हो रहे उतार-चढ़ाव के चलते मौसमी बीमारियों का प्रकोप बढ़ रहा है। कभी बारिश,कभी तेज धूप लोगों के स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव डाल रहा है। ऐसे में लोग बुखार व अन्य मौसमी बीमारियों से पीडि़त होकर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में पहुंच रहे हैं। अस्पताल में प्रतिदिन करीब 550 मरीज ओपीडी में आ रहे हैं। इनमें सबसे ज्यादा जनरल मेडिसिन के मरीज हैं। जिसमें मौसमी बीमारियां शामिल हैं। मालूम हो कि अप्रैल माह में मौसम में काफी बदलाव देखने को है।
बीच-बीच में अंधड़ व गरज-चमक के साथ बारिश हुई है। वहीं बारिश के बाद भी दिन का तापमान 40 डिग्री के आसपास दर्ज किया गया। वहीं सामान्य दिनों में तापमान 42 डिग्री तक पहुंचा है। ऐसे में बारिश और तेज धूप के बीच लोगों को काफी समस्याएं हुई हैं। माह के अंतिम में ही 38 डिग्री से 42 डिग्री के बीच तापमान में परिवर्तन हो रहा था। इस दौरान मेडिकल कॉलेज अस्पताल में प्रतिदिन ओपीडी 550 के आसपास रही है। शासकीय अवकाश वाले दिन भी मरीज पहुंच रहे थे।
मेडिकल कॉलेज अस्पताल से मिली जानकारी के मुताबिक अप्रैल में ओपीडी में करीब 12 हजार मरीज पहुंचे। इनमें सबसे ज्यादा 2 हजार मरीज जनरल मेडिसिन में पहुंचे। वहीं आंख संबंधी समस्या लेकर करीब 1 हजार मरीज पहुंचे। इसके अलावा धूप के कारण त्वचा संबंधी समस्या लेकर करीब 800 मरीज अस्पताल पहुंचे। अस्पताल अधीक्षक डा. बसंत माहेश्वरी ने बताया कि वर्तमान में मौसम के कारण लोग विभिन्न बीमारियों से पीडि़त होकर अस्पताल पहुंच रहे हैं। अस्पताल में मरीजों का उचित इलाज किया जा रहा है। स्थिति के अनुसार मरीजों को अस्पताल में भर्ती भी किया जा रहा है।
महासमुंद,3 मई। शिक्षा के अधिकार के तहत निजी स्कूलों में प्रवेश के लिए ऑनलाइन आवेदन के बाद दस्तावेजों का सत्यापन जारी है। आरटीई के तहत जिले में 1672 सीट के लिए 3165 आवेदन आए हैं।
पहले चरण की ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया 15 अप्रैल थी। उसके बाद 18 अप्रैल से दस्तावेजों का सत्यापन कार्य शुरू हुआ है, जो 17 मई तक चलेगी। शिक्षा सत्र 2024-25 में निजी स्कूलों में प्रवेश के लिए शिक्षा के अधिकार के तहत आवेदन की प्रक्रिया एक मार्च से शुरू हुई थी। इस बार भी निजी स्कूल में नि:शुल्क अपने बच्चों को पढ़ाने के लिए पालकों में उत्साह है। इस बार भी सीट से अधिक आवेदन आए हैं। वहीं प्रथम चरण में आवेदन नहीं कर पाने वाले छात्रों को दूसरे चरण के लिए इंतजार करना पड़ेगा। प्रथम चरण की आवेदन प्रक्रिया डेढ़ माह तक चली।
आवेदन की प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद 18 अप्रैल से 17 मई तक दस्तावेजों का सत्यापन होगा। आरटीई प्रभारी देवेश चंद्राकर ने बताया कि वर्तमान में 600 से अधिक आवेदनों का सत्यापन हो चुका है। सत्यापन के बाद लॉटरी व आबंटन 20 मई से 30 मई तक चलेगी। स्कूल में दाखिला एक जून से 30 जून तक चलेगी। दूसरे चरण के लिए निजी स्कूलों के आवेदन की प्रक्रिया और दस्तावेज सत्यापन की प्रक्रिया 15 जून से 30 जून तक चलेगी।
छात्रों का पंजीयन एक जुलाई से 8 जुलाई तक होगा। 25 प्रतिशत सीटें आरक्षित आरटीई के तहत निजी स्कूलों में इंट्री पाइंट पर 25 प्रतिशत सीट आरक्षित रहती है। इस अधिनियम के तहत तीन से साढ़े छह साल तक नि:शुल्क चयनित निजी स्कूल में अध्ययन कर सकते हैं। इस योजना के तहत प्रवेशित छात्र 12वीं तक नि:शुल्क शिक्षा प्राप्त कर सकता है। वहीं इस बार 212 निजी स्कूल ने पंजीयन कराया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 3 मई। बागबाहरा थाना क्षेत्र के ग्राम धूमहाढोंढा निवासी रमेश भगत को उसके घर के आंगन में रात को एक अज्ञात नवजात शिशु रोते हुए मिला। नवजात के रोने पर ग्रामीण अपनी पत्नी के साथ निकलकर आंगन में देखा और आसपास के ग्रामीणों को जानकारी दी। सब ने मिलकर तत्काल उसे इलाज के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया और पुलिस को इसकी जानकारी दी। पुलिस ने नवजात को एक ग्रामीण दंपत्ति को सौंप दिया है।
ग्रामीण रमेश भगत ने बताया कि बुधवार की रात लगभग एक बजे घर के आंगन में किसी बच्चे की रोने का आवाज आ रहा था जिसे सुनकर वह और उसकी पत्नी ने उस बच्चे के समीप जाकर देखा कि नवजात एक कपड़े में लिपटा हुआ था। गर्मी और भूख की वजह से नवजात रो रहा था जिसे लेकर वह तत्काल आसपास के लोगों को बुलाया और ग्रामीणों की मदद से उसे तत्काल बागबाहरा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र लेकर आया। जहां चिकित्सकों ने नवजात शिशु का प्राथमिक उपचार करते हुए बताया कि यह नवजात अभी कमजोर है और इसका वजन भी काफी कम है।
चिकित्सकों के अनुसार नवजात शिशु लडक़ी है और महज छह से सात दिनों की है। चिकित्सकों के अनुसार नवजात शिशु का प्राथमिक उपचार किया गया है तथा अभी स्वस्थ है।
मामले में बागबाहरा पुलिस अज्ञात माता पिता के खिलाफ मामला दर्ज कर विवेचना कर रही है। वहीं नवजात शिशु को पुलिस ने ग्रामीण दंपत्ति को सौंप दिया है।
महासमुंद, 3 मई। जिले की सीमावर्ती क्षेत्र में एक हाथी के विचरण करने की खबर है, जो रबी फसल को नुकसान पहुंचा रहा है। इस हाथी का लोकेशन वर्तमान में बलौदाबाजार क्षेत्र में है। संभावना है कि वह कभी भी जिले की सीमा में प्रवेश कर सकता है। इसलिए वन विभाग की टीम लगातार मॉनीटरिंग कर रही है। इसने सप्ताहभर पहले महासमुंद जिले की सीमा में प्रवेश किया था।
मालूम हो कि एक हाथी लगातार बलौदाबाजार,महासमुंद सीमा में विचरण कर रहा है। कुछ दिन बलौदाबाजार रेंज में विचरण करता रहता है तो कुछ दिन महासमुंद रेंज में आ जाता है। इसलिए सीमावर्ती गांव को अलर्ट किया गया है।
हाथी के विचरण से सबसे ज्यादा किसानों को परेशानी होती है। वर्तमान में रबी फसल तैयार हो रहा है। ऐसे में हाथी के विचरण से फसल को नुकसान होने की संभावना बनी रहती है। वर्तमान में बलौदाबाजार क्षेत्र में यह हाथी फसल को नुकसान पहुंचा रहा है।
संभावना है कि वह कभी भी जिले की सीमा में प्रवेश कर सकता है। इसलिए वन विभाग की टीम लगातार मॉनीटरिंग कर रही है। सीमावर्ती गांवों में अलर्ट किया गया है।
वन विभाग के अनुसार बुधवार को हाथी बलौदाबाजार वनमंडल के वन विकास निगम के कक्ष क्रमांक 137, 136, 118, 119 के जंगल में विचरण कर रहा था। इसके चलते जिले के सीमावर्ती गांव नांदबारू, सुकुलबाय, केशलडीह, खिरसाली, बंदोरा को अलर्ट किया गया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 2 मई। महासमुंद क्षेत्र से अवैध रेत खनन की खबरें आते रहती हैं। बुधवार रात को भी रेत माफिया अवैध रूप से हाइवा में रेत ले जा रहे थे। इस दौरान महासमुंद जनपद अध्यक्ष यतेन्द्र साहू ने हाइवा को देखा, तो रोककर पूछताछ की। जिसके बाद रेत माफियाओं ने जनपद अध्यक्ष और उनके बेटे के साथ मारपीट की। दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर एफआईआर दर्ज कराई है।
जानकारी के अनुसार, बुधवार की रात 8.50 बजे महानदी से अवैध रूप से रेत खुदाई कर हाइवा से लेकर जा रहे थे। इस दौरान जनपद अध्यक्ष और उनके बेटे विवेक साहू ने उन्हें रोककर ड्राइवर से रायल्टी पिटपास के संबंध में पूछताछ की।
ड्राइवर ने बताया कि उसके पास रायल्टी पिट पास नहीं है। जिसके बाद जनपद अध्यक्ष ने इस मामले की सूचना जिला खनिज अधिकारी को दी। उधर हाइवा चालक ने फोन कर रेत माफिया को खबर कर दी।
इसकी खबर लगते ही बरबसपुर निवासी झाला चंद्राकर, वैभव चंद्राकर और तरुण चंद्राकर सिरकोनी चौक पहुंचे। वहां पहुंच कर अवैध खनन की जानकारी देने के लिए मौके पर पहुंचे यतेन्द्र साहू और विवेक साहू के साथ भारी मारपीट की और उनकी कार में भी तोडफ़ोड़ कर दी।
दोनों पक्षों में जमकर हाथापाई हुई। जिसके बाद जनपद अध्यक्ष की शिकायत पर खनन माफिया के खिलाफ सिटी कोतवाली पुलिस ने एफआईआर दर्ज किया है।स मामले को लेकर एडिशनल एसपी प्रतिभा पांडे ने कहा कि मारपीट होने के बाद दोनों पक्ष थाने पहुंचे। हमने दोनों पक्षों की एफआईआर दर्ज की है। जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
महासमुंद, 2 मई। बागबाहरा थाना क्षेत्र के ग्राम कल्याणपुर में 20 वर्षीय युवक ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। पुलिस ने बताया कि यह घटना 29 अप्रैल की है। युवक ओमप्रकाश ठाकुर पिता बाबूलाल ठाकुर 20 वर्ष कल्याणपुर निवासी ने अज्ञात कारण से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इसकी सूचना त्रिभुवन ठाकुर पिता बाबूलाल ने बागबाहरा थाने में दी है। पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच में लिया है।
महासमुंद,2 मई। कोमाखान थाना क्षेत्र के ग्राम टोंगोपानी निवासी 18 वर्षीय युवक ने अज्ञात कारण से जहर सेवन कर लिया। उपचार हेतु महासमुंद आदित्य अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि उक्ट घटना 25 मार्च की है। 18 वर्षीय चंद्रहास ठाकुर पिता नरेश ठाकुर ने जहर सेवन कर लिया था। बहरहाल आरक्षक देवेंद्र साहू ने इसकी सूचना कोमाखान थाने में दी है। जिस पर मर्ग कायम कर कार्रवाई में लिया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 2 मई। गर्मी को देखते हुए पालिका द्वारा प्रतिदिन 3 टाइम जलापूर्ति की जा रही है। बावजूद इसके अवैध रूप से पानी खींचने पर लगाम नहीं लग पा रही है। इसके चलते अन्य उपभोक्ताओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जिसे ध्यान में रखते हुए पालिका की मांग पर पूरे गर्मी भर शहर के इमली भांठा, नयापारा और पिटियाझर क्षेत्र में प्रतिदिन सुबह-शाम जलापूर्ति के समय आधे घण्टे के लिए विद्युत आपूर्ति बाधित रहेगी।
नपाध्यक्ष राशि त्रिभुवन महिलांग और सीएमओ टॉमसन रात्रे ने बताया कि शहर में गर्मी बढऩे के साथ ही पानी खींचने की शिकायतें लगातार बढ़ती जा रही है। जिसके चलते अन्य उपभोक्ताओं को पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं मिल पा रहा है।
जलापूर्ति को लेकर लगातार पालिका को मिल रही शिकायतों को दूर करने पालिका ने इसे रोकने के लिए जलापूर्ति के समय विद्युत आपूर्ति बाधित करने का निर्णय लिया है। श्रीमती महिलांग और श्री रात्रे ने बताया कि पालिका की मांग पर विद्युत विभाग द्वारा प्रतिदिन सुबह साढ़े 6 बजे और शाम को 7 बजे जलापूर्ति के समय पर शहर के इमलीभांठा, नयापारा और पिटियाझर क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति प्रभावित रहेगी। पालिका ने इसके लिए नागरिकों से खेद व्यक्त करते हुए अवैध रूप से पानी न खींचकर पालिका द्वारा दी जा रही जलापूर्ति की व्यवस्था में पालिका का सहयोग करने की अपील की है। पालिका सीएमओ टॉमसन रात्रे और जलप्रभारी सीताराम तेलक ने बताया कि शहर में होने वाली पानी चोरी पर लगाम लगाने के लिए परिषद द्वारा टीम गठित की गई है।
टीम के साथ सीएमओ स्वयं प्रतिदिन सुबह चिन्हांकित क्षेत्रों में भ्रमण कर टुल्लू पंप से पानी खीचने वालों के खिलाफ कार्रवाई करंगे।
सांसद उम्मीदवार ताम्रध्वज समेत सैकड़ों ने तस्वीर साझा की
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद,2 मई। मजदूर दिवस पर जिले के सैकड़ों लोगों ने बासी खाकर मजदूरों का सम्मान किया। छत्तीसगढ़ में बासी खाने की परंपरा हालांकि सदियों पुरानी है। लेकिन प्रदेश के भूपेश बघेल सरकार के कार्यकाल में इसे राजनीतिक रूप मिला था। भले ही बासी को श्रमिकों के सम्मान के नाम खाया गया। बासी की परंपरा छत्तीसगढ़ में काफी समृद्ध परंपरा है। यहां केवल श्रमिकों के साथ ही नहीं बल्कि मालगुजारों तक के घरों में खाने की परंपरा रही है। हर साल गर्मी के दिनों में छत्तसीगढ़ के घर-घर में दोपहर को लोग बासी खाते हैं। छत्तीसगढिय़ों से अलग परिवेश में रहने वाले नहीं जानते कि बासी के भी तीन प्रकार के होते हैं। पहला बासी वह है जिसे चावल के भात बनने के थोड़ी देर बाद गर्म अवस्था में ही पानी अथवा पसिया (मांड़) में भिगाकर स्वाद अनुसार नमक डालकर खाते हैं। इसे कुछ लोग पखाल भी कहते हैं। रात में पके हुए भात को पसिया में भिगाकर रखकर दूसरे दिन भी बासी खाते हैं। जब ताजा भात को माड़ में भीगे तीसरे दिन हो जाता है तो उसे तियासी कहते हैं।
छत्तीसगढ़ के गांवों में बासी के प्रकार के साथ ही भाजी भी बनती है। चेंच भाजी, चौलाई भाजी के साथ ज्यादातर लोग बासी खाते हैं। पताल की चटनी, अचार, आम, इमली, करौंदा की चटनी के साथ बासी खाने की परंपरा है। वैसे गांवों में गरमी के दिनों में पेट को ठंडा रखने के लिए इसे रामबाण माना जाता है। इसमें प्याज और दही मिलाकर खाने से इससे पेट के कई रोगों से मुक्ति मिलती है। बासी को बटकी में खाने की परंपरा है। थाली आदि में इसे कोई नहीं खाता। इसे लेकर एक ददरिया भी छत्तीसगढ़ में काफी प्रचलित है..बटकी मं बासी अउ चुुटकी मं नून, मैं गावथंव ददरिया तैं कान देके सुन रे चना के दार। यह चलन अब भी है कि गांव का हर मजदूर खासकर गर्मी के दिनों में दोपहर को बासी ही खाता है। इसीलिए पूर्ववर्ती सरकार ने मजदूर दिवस को बासी खाने की परंपरा की शुरुआत की थी।
कल जिले के लोगों ने बासी के साथ तरह-तरह की सब्जियों के साथ चित्र खिंचवाकर हमारे अखबार को भेजा है उसमें कांग्रेस के सांसद उम्मीदवार ताम्रध्वज साहू, नगरपालिका अध्यक्ष राशि महिलांग से लेकर कांग्रेस के पदाधिकारी बासी खाते दिख रहे हैं। इसके अलावा बहुत से ऐसे लोग हैं जो किसी पार्टी विशेष से नहीं हैं लेकिन उन्होंने बासी खाते तस्वीर भेजा है। भाजपा के बहुत से लोगों ने भी इसे मजदूरों का सम्मान कहते हुए बासी वाली तस्वीर भेजा है। सैकड़ों तस्वीरें ऐसी हैं जो मजदूरों के सम्मान के नाम पहुंची हैं लेकिन उनकी बासी में बटकी के आसपास राजशाही सब्जियों का भंडार है। खैर जो भी हो लेकिन जिले भर में बासी खाने की परंपरा का बखूबी निर्वाह किया गया है। क्योंकि यह साल में एक दिन नहीं बल्कि बदस्तूर जारी रहने वाली परंपरा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 2 मई। शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बिस्कोनी में कल मंगलवार को कक्षा नवमींं और ग्यारहवीं का परीक्षा परिणाम प्रभारी प्राचार्य एवं समस्त स्टॉफ की उपस्थिति में घोषित किया गया। कक्षा नवमी का परीक्षा परिणाम 70.65 प्रतिशत रहा। 95 में से 65 छात्राएं उत्तीर्ण हुई। क.ु खिलेश्वरी ने 95 प्रतिशत अंकों के साथ प्रथम स्थान प्राप्त किया। तारिणी और सुजल क्रमश: द्वितीय और तृतीय स्थान पर रहे। कक्षा ग्यारहवीं में 69 में से 55 छात्राएं उत्तीर्ण हुईं।
कला संकाय में भुनेश्वरी, ममता, कमलेश्वरी क्रमश: प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान पर रहे। बाणिज्य संकाय में गंगा, गीतांजली और गरिमा क्रमश: प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान पर रहे। विज्ञान संकाय में इंद्राणी, ज्योति और नीतू क्रमश: प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान पर रहे। कार्यक्रम का संचालन व्याख्याता परस राम सिन्हा ने किया।
इस अवसर पर प्रभारी प्राचार्य टामेश्वरी साहू ने उत्तीर्ण छात्राओं को बधाई दी।
परीक्षा प्रभारी सन्तराम साहू ने अनुत्तीर्ण और पूरक प्राप्त छात्राओं को और अधिक मेहनत करने एवं सफलता प्राप्त करने हेतु प्रोत्साहित किया। कार्यक्रम में व्याख्याता रागिनी चन्द्राकर,अनुपमा मानिकपुरी,चित्रसेन साहू, मनहरण लाल भट्ट, मनीषा तिकों, निधि अग्रवाल, शिक्षक रेणुका चन्द्राकर, कार्यालयीन कर्मचारी मनीषा राजपूत, केशव कत्रौजे, दुलारी, सुरेखा मिश्रा आदि उपस्थित रहे।
रात में जिला अस्पताल पहुंचने वाले इमरजेंसी केस रायपुर भेजे जा रहे
एक सर्जन का स्थानांतरण और एक मातृत्व अवकाश पर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 2 मई। मेडिकल कॉलेज सह जिला अस्पताल में पखवाड़े भर से रात्रि में सिजेरियन ऑपरेशन की सुविधा बंद हो गई है। रात में इमरजेंसी में लाई गई गर्भवती माताओं को सीधे रायपुर रेफर कर दिया जा रहा है। फलस्वरूप प्रसूता के लिए जहां खतरा बढ़ जाता है। वहीं परिजनों पर आर्थिक भार भी बढ़ जाता है। यहां एक सप्ताह भर से एक्स रे मशीन भी खराब है। जिसकी वजह से मरीजों को प्राइवेट नर्सिंग होम में जाकर अधिक कीमत चुकाकर एक्सरे कराना पड़ रहा है।
अस्पताल में बीते सप्ताह भर में करीब 2 हजार से अधिक लोग एक्सरे कराने से वंचित रह गए। हालांकि लोगों की मांग पर एक और एक्सरे मशीन की सुविधा शुरू करने की बात की जा रही है।
मिली जानकारी के अनुसार मेडिकल कॉलेज की स्थापना के बाद लोग खुश थे कि उन्हें अब विभिन्न प्रकार के ऑपरेशन, सिजेरियन ऑपरेशन आदि के लिए राजधानी जाकर समय व पैसे की बर्बादी नहीं करनी पड़ेगी। लेकिन मेडिकल कॉलेज बनने के बाद भी यहां सिजेरियन ऑपरेशन को लेकर माकूल इंतजाम नहीं है। कोई पखवाड़े भर से यहां नाइट शिफ्ट में सिजेरियन ऑपरेशन बंद है। फलस्वरूप यहां से प्रसूति के इमरजेंसी के केस सीधे रायपुर रिफर किये जा रहे हैं। इससे प्रसूताओं के साथ-साथ उनके परिजनों की परेशानियां और भी बढ़ गई है।
जानकारी के मुताबिक प्रतिदिन सिजेरियन ऑपरेशन से मेडिकल कॉलेज में 25-30 बच्चे जन्म लेते हैं। मेडिकल कॉलेज में 5 सर्जन हैं। इनमें से एक का ट्रांसफर हो चुका है, जबकि 01 अब मातृत्व अवकाश पर है। ऐसी स्थिति में दिन का काम अधिक रहता है। शेष 3 चिकित्सकों में से 2 की ड्यूटी अक्सर नसबंदी ऑपरेशन में लगी रहती है। ऐसे में अब मात्र 1 ही सर्जन ड्यूटी के लिये हैं, जो पर्याप्त नहीं है। जबकि महासमुंद के अलावा आसपास के जिलों से भी मरीज यहां पहुंचते हैं।
इस अस्पताल में कोई सप्ताह भर से मेडिकल कॉलेज की एक्सरे मशीन खराब है। इसे अब तक सुधरवाने के लिए कोई पहल नहीं की गयी है। फलस्वरूप यहां आने वाले मरीजों को अधिक कीमत अदा कर प्राइवेट एक्सरे कराना पड़ रहा है। वहीं हड्डी से संबंधित जरूरी जानकारी के लिए एक्सरे जरूरी होता है।
जिसकी वजह से गर्भवती माताओं सहित अन्य मरीजों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 2मई। करणी कृपा प्राइवेट लिमिटेड के समीप सत्याग्रह स्थल हाइवे के किनारे पर किसान एवं मजदूरों ने संयुक्त रूप से श्रमिक दिवस मनाया।
दोपहर 3 से शाम 6 बजे तक सामूहिक रूप से बोरे बासी खाने के आयोजन के साथ गोष्ठी, सभा, रैली का भी आयोजन किया।
प्रदेश किसान नेता छन्नू साहू, जिला संगठन प्रभारी अशोक कश्यप, बृजबिहारी साहू, दशरथ सिन्हा, नाथूराम सिन्हा, हेमसागर पटेल, लीलाधर पटेल, बोधन यादव, कुमार बरिहा, बैसाखू सिन्हा, दिनेश यादव, अवध साहू, दौलत राम ध्रुव, प्यारेलाल धीवर, शत्रुघ्न बैरागी, बेणीराम पटेल, रामकुमर ढीढी, हीरालाल पटेल, सेवाराम कुर्रे, सुकालू राम, रोशन यादव, सुधुराम पटेल, पंचरा भास्कर, जीवन सिन्हा, कृष्णकुमार साहू, डेविड चंद्रा, राधाबाई सिन्हा, पंचवटी यादव, कुलेश्वरी यादव, पुसवइया धीवर, राम ध्रुव, रमशीला पटेल, पुनई पटेल, गनेशिया सिन्हा, ननकुनिया पारधी, ध्रुव, गणेशिया ध्रुव, सरस्वती वैष्णव, सुमित्रा परमार, पीलीबाई परमार, अक्ति मानिकपुरी, भुनेश्वर यादव, संतोष ध्रुव आदि कार्यक्रम में शामिल हुए।