राष्ट्रीय
अयोध्या, 6 अगस्त। अयोध्या में राम जन्मभूमि मंदिर के भव्य 'भूमिपूजन' समारोह का प्रसाद सबसे पहले एक दलित परिवार को दिया गया। परिवार महाबीर का है और उन्हें राम चरित मानस की एक प्रति और 'तुलसी माला' के साथ प्रसाद दिया गया। इसके बाद ही अयोध्या में अन्य लोगों के लिए प्रसाद का वितरण शुरू हुआ।
महाबीर वही शख्स हैं, जिनके घर प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आए थे, जहां उन्होंने लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान भोजन भी किया था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बुधवार को भूमिपूजन किया गया। प्रधानमंत्री के अलावा, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत भी मौजूद थे।
पूरे राम जन्मभूमि परिसर की गुरुवार को सफाई की गई। मंदिर का निर्माण शनिवार से शुरू होगा।(ians)
नई दिल्ली, 6 अगस्त। देश की राजधानी दिल्ली में पांच साल की बच्ची 'गुड़िया' के साथ हुई निर्मम सामूहिक दुष्कर्म की घटना के सात साल बाद, एक 12 साल की लड़की के साथ इसी तरह की घटना घटी है, जो एम्स अस्पताल में जिंदगी की जंग लड़ रही है। बाहरी दिल्ली के पश्चिम विहार में मंगलवार शाम एक अज्ञात व्यक्ति ने 12 साल की लड़की के साथ दुष्कर्म करने के बाद कथित रूप से धारदार हथियार से बेरहमी से हमला कर दिया। आरोपी फरार है।
डीसीडब्ल्यू प्रमुख स्वाति मालीवाल ने गुरुवार को एम्स में पीड़िता के परिवार से मुलाकात करने के बाद कहा, "लड़की की स्थिति बहुत गंभीर है। उसके पेट पर गंभीर चोटों के अलावा पूरे शरीर पर चोट के निशान हैं।"
नाबालिग को पहले संजय गांधी मेमोरियल अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां डॉक्टरों की एक टीम ने उसकी चोटों को देखने के बाद एम्स रेफर कर दिया। पुलिस ने अज्ञात हमलावर के खिलाफ यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण अधिनियम (पास्को) और आईपीसी की धारा 307 (हत्या का प्रयास) के तहत मामला दर्ज किया है।
दिल्ली पुलिस ने आरोपियों की पहचान करने और उन्हें गिरफ्तार करने के लिए कई टीमों का गठन किया है। पश्चिम विहार के जिस इलाके में हमला हुआ, वहां के सीसीटीवी की जांच की जा रही है।
जब पीड़िता के साथ दुष्कर्म हुआ उस वक्त वह घर में अकेले थी, क्योंकि उसके माता पिता दिहाड़ी मजदूर हैं।
मालीवाल ने डीसीपी आउटर दिल्ली को भी तलब किया है और वह चाहती हैं कि इस मामले के घटनाक्रम के बारे में आयोग को सूचित करते रहें।
इस जघन्य अपराध ने 15 अप्रैल, 2013 की दुखद यादों को फिर से ताजा कर दिया है, जब दो लोगों ने पांच साल की लड़की के साथ दुष्कर्म कर उसके प्राइवेट पार्ट को क्षत विक्षत कर दिया था और मृत समझ कर उसे कमरे में ही छोड़ कर फरार हो गए थे।
बच्ची को घटना के 40 घंटे बाद बचाया गया था।
इस साल जनवरी में दिल्ली की एक अदालत ने दोनों आरोपियों को 20 साल की जेल की सजा सुनाई, साथ ही पीड़िता को मुआवजे के रूप में 11 लाख रुपये देने का आदेश दिया, जिसे घटना के बाद 'गुड़िया' नाम दिया गया था।(ians)
नई दिल्ली, 6 अगस्त। आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कोविड-19 से लड़खड़ाती इकॉनमी को सहारा देने के लिए कई उपायों की घोषणा की। आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति की बैठक समाप्त होने का बाद उन्होंने कहा कि रीपो रेट 4 फीसदी पर बरकरार रखने का फैसला किया गया है। एमपीसी की बैठक में लिए गए अहम फैसले इस प्रकार हैं..
कारोबारियों और कर्जदारों को राहत
-7 जून के स्ट्रेस्ड एसेट रिजॉल्यूशन फ्रेमवर्क के तहत एक विंडो मुहैया कराई जाएगी जिससे लेंडर्स को ऑनरशिप में बदलाव किए बिना एक समाधान योजना लागू करने का मौका मिलेगा।
-आरबीआई के वी कामथ की अध्यक्षता में एक समिति का गठन करेगा जो समाधान योजना के लिए जरूरी वित्तीय मानकों का निर्धारण करेगा।
छोटी और मझोली कंपनियों को सहारा
-दबावग्रस्त एमएसएमई कर्जदार मौजूदा व्यवस्था के तहत अपने कर्ज का पुनर्गठन कर सकेंगे, लेकिन इसके लिए यह शर्त रखी गई है कि 1 मार्च, 2020 तक उनका अकाउंट स्टैंडर्ड होना चाहिए।
-इस पुनर्गठन को 31 मार्च, 2021 तक लागू किया जाएगा।
इससे एमएसएमई को काफी राहत मिलेगी क्योंकि कोविड-19 के कारण उनका कामकाज और कैश फ्लो बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
गोल्ड ज्वेलरी पर ज्यादा लोन
-वर्तमान में गिरवी रखे जाने वाले सोने के जेवर और आभूषण के मूल्य के 75 प्रतिशत तक कर्ज देने की व्यवस्था है, जिसे बढ़ाकर 90 प्रतिशत करने का फैसला किया गया है। -यह राहत 31 मार्च 2021 तक उपलब्ध होगी।
इससे लोगों को गोल्ड पर पहले से ज्यादा लोन मिलेगा और उन्हें ज्यादा नकदी लेने के लिए सोने को बेचना नहीं पड़ेगा।
रियल एस्टेट के लिए ज्यादा पैसा
-नेशनल हाउसिंग बैंक को हाउसिंग सेक्टर को नकदी संकट से बचने के लिए 5000 करोड़ रुपये मिलेंगे।
-छोटी एनबीएफसी और एमएफआई को राहत देने के लिए नाबार्ड को 5000 करोड़ रुपये मिलेंगे।
बैंकों को राहत
-बैंकों को डे-एंड कैश रिजर्व रेश्यो बैलेंस के प्रबंधन में ज्यादा अधिकार देने के लिए रिजर्व बैंक एक ऑप्शनल फसिलिटी शुरू करेगा।
-बैंक अब यह तय कर सकेंगे कि दिन के अंत में वे आरबीआई के पास अपने चालू खाते में कितना बैलेंस रखें।
अन्य घोषणाएं
-भारत में एक इनोवेशन हब बनाया जाएगा।
-50000 रुपये और उससे अधिक राशि के चेकों के लिए पॉजिटिव पे की एक व्यवस्था बनाई जाएगी।(nbt)
पटना, 6 अगस्त। सुशांत सिंह राजपूत के कथित आत्महत्या मामले को लेकर जांच करने गई चार सदस्यीय पटना पुलिस टीम गुरुवार को वापस पटना लौट गई। हालांकि टीम को मदद करने के लिए मुंबई गए पटना के नगर पुलिस अधीक्षक आईपीएस अधिकारी विनय तिवारी फिलहाल मुंबई में अभी भी क्वारंटीन हैं। टीम गुरुवार को दोपहर पटना हवाईअड्डे पर पहुंची। यहां टीम के सदस्यों ने पत्रकारों से खुलकर तो बात नहीं की, लेकिन इतना जरूर कहा कि प्रतिकूल परिस्थितियों में सुशांत मामले में जो भी साक्ष्य मिला है, वह इकट्ठा किया गया है।
टीम के सदस्यों ने कहा, "जितना समय मिला, उतना अनुसंधान किया गया। हालांकि अनुसंधान की सभी बातें नहीं बताई जा सकती।"
टीम के सदस्यों ने कहा कि पटना से सभी वरिष्ठ अधिकारियों का सहयोग मिलता रहा।
इधर, पुलिस सूत्रों के मुताबिक मुंबई गई टीम अपनी रिपोर्ट पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक उपेंद्र शर्मा को सौंपेगी । टीम के सदस्य पटना रेंज के पुलिस महानिरीक्षक संजय कुमार से भी मिलेंगे और जांच संबंधी जानकारी देंगे।
सूत्रों का कहना है कि बिहार सरकार द्वारा इस मामले की जांच सीबीआई कराने की अनुशंसा करने और केंद्र सरकार द्वारा स्वीकार किए जाने के बाद पुलिस मुख्यालय ने अपनी जांच टीम को वापस लौटने का निर्देश दिया था।
बिहार के पटना के राजीवनगर थाना में सुशांत के पिता के. के .सिंह द्वारा 25 जुलाई को मामला दर्ज कराने के बाद हरकत में आई पटना पुलिस की चार सदस्यीय टीम 27 जुलाई को मामले की जांच करने मुंबई गई थी। इसके बाद पटना के सिटी एसपी विनय तिवारी को भी मुंबई भेजा गया था, जिसे मुंबई पहुंचते ही क्वारंटीन कर दिया गया था।
उल्लेखनीय है कि 14 जून को पटना के रहने वाले और बॉलीवुड के अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत का शव मुंबई के बांद्रा स्थित उनके फ्लैट से बरामद किया गया था। इसके बाद इस मामले की जांच मुंबई पुलिस ने प्रारंभ की थी।(ians)
कोडागु (कर्नाटक), 6 अगस्त (आईएएनएस)| कर्नाटक के कोडागु जिले के तालाकावेरी के पास ब्रम्हगिरी पहाड़ियों में भारी बारिश और तेज हवाओं के बाद हुए भूस्खलन के कारण कुछ घर ढह गए। इस हादसे में पांच लोगों के लापता होने की खबर है। जिला अधिकारी ने आईएएनएस को बताया, "पिछले 2-3 दिनों में हुई भारी बारिश के कारण ब्रह्मगिरी की पहाड़ियों में भूस्खलन हो गया, जिससे कुछ घर ढह गए। भूस्खलन से मंदिर के पुजारियों के कम से कम 2 घर क्षतिग्रस्त हुए हैं। इसमें एक पुजारी के परिवार के सदस्यों सहित 5 लोग लापता हैं। उनका पता लगाने और उन्हें बचाने के लिए प्रयास जारी हैं।"
ताला कावेरी बेंगलुरू से लगभग 300 किमी दूर दक्षिण पश्चिम में है।
अधिकारी ने कहा, "लापता लोगों को बचाने के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की टीम घटनास्थल पर पहुंच गई है।"
तलहटी पर बना ताला कावेरी मंदिर भी बारिश के पानी से भरा हुआ था। इस भूस्खलन ने घाट रोड को भी अवरुद्ध कर दिया है, जिससे क्षेत्र में बचाव अभियान और वाहनों के आवागमन में रुकावट आ रही है।
इस बीच, राज्य आपदा प्रबंधन केंद्र ने दक्षिणी राज्य के तटीय, मध्य और दक्षिणी अंदरूनी क्षेत्रों में भारी बारिश और बाढ़ के कारण रेड अलर्ट जारी किया है।
जिले में पिछले 24 घंटों के दौरान 117 मिमी वर्षा हुई है, जिसके चलते कई नदियों में बाढ़ आ गई है।
दक्षिण-पश्चिम मानसून की सक्रियता के चलते दक्षिण कन्नड़, उडुपी, उत्तर कन्नड़, चिक्कमगलुरु, शिवमोगा, हासन और हावेरी में भारी बारिश हुई है।
चेन्नई, 6 अगस्त (आईएएनएस)| तमिलनाडु में दो सांसद और दो विधायक कोरोनावायरस से संक्रमित पाए गए हैं। कोरोना पॉजिटिव निकले दोनों सांसद भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के एम. सेल्वराज और द्रमुक के एस. रामलिंगम हैं। सेल्वाराज नागपट्टिनम का प्रतिनिधित्व करते हैं और रामलिंगम माइलादुतुरै का प्रतिनिधित्व करते हैं।
इसी तरह अभिनेता से नेता बने और सत्तारूढ़ अन्नाद्रमुक के टिकट पर तरुवदनई निर्वाचन क्षेत्र से विधायक चुने गए करुणास और अन्नाद्रमुक के ही पूम्पुहर से विधायक एस. पावुनराज भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं।
सत्तारूढ़ अन्नाद्रमुक और विपक्षी द्रमुक के मंत्रियों और राजनेताओं नेताओं सहित कई विधायक हाल के दिनों में कोरोना से संक्रमित निकले हैं।
कोरोना के कारण द्रमुक के विधायक जे. अनबझगन के दुर्भाग्यूपर्ण निधन को छोड़कर अन्य सभी संक्रमित या तो ठीक हो गए हैं या ठीक होने की राह पर हैं।
प्रशांत भूषण अवमानना मामले में दुष्यंत दवे ने सुप्रीम कोर्ट के खिलाफ आलोचना के बिंदु उठाए
नई दिल्ली, 6 अगस्त। सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश एसए बोबडे और न्यायपालिका पर ट्वीट करने के कारण अधिवक्ता प्रशांत भूषण के खिलाफ शुरू हुए अवमानना के मामले में बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में 3 घंटे की लंबी सुनवाई के दौरान दिलचस्प तर्क दिए गए। जस्टिस अरुण मिश्रा, जस्टिस बीआर गवई और जस्टिस कृष्ण मुरारी की खंडपीठ के समक्ष भूषण की तरफ से वरिष्ठ वकील दुष्यंत दवे पेश हुए। दवे की दलीलों का केंद्रबिंदु यह था कि श्री भूषण के ट्वीट अवमाननापूर्ण थे या नहीं।
इस दौरान दवे ने न्यायालय से आग्रह किया कि भूषण की टिप्पणियों को न्यायपालिका की बेहतरी के लिए की गई निष्पक्ष आलोचना के रूप में देखा जाना चाहिए, जिनमें कोई ऐसी दुर्भावना नहीं है। न ही यह टिप्पणियां न्यायिक प्रणाली की स्वतंत्रता का अपमान करने के इरादे से की गई थी। उनकी दलीलों का मूलबिंदु यह था कि कई दुर्भाग्यपूर्ण परिस्थितियों के चलते वास्तव में न्यायपालिका की प्रभावशीलता कम हो रही थी। इसलिए भूषण के ट्वीट को उस संदर्भ में समझा जाना चाहिए।
दवे-भूषण जैसे लोग कई बार ऐसे मुद्दों को उठाते हैं जिनको कार्यकारी या राज्य के कर्मचारी भी उठाने को तैयार नहीं होते हैं। निश्चित रूप से उनकी कई याचिकाएं खारिज कर दी जाती हैं, यह ठीक है क्योंकि आपको फैसला करना है, लेकिन मैं आपसे प्रार्थना करता हूं कि इस पर ध्यान दिया जाए। यदि श्री भूषण कोई ‘प्रो-इस्टैब्लिश्मंट या संस्थान’ होते तो आप उनको उनके काम के लिए पद्म विभूषण दे देते।
12 जनवरी, 2018 को सुप्रीम कोर्ट के चार सिटिंग जजों द्वारा आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में जस्टिस मदन बी लोकुर और जस्टिस कुरियन जोसेफ द्वारा दिए गए बयानों का उल्लेख करते हुए दवे ने जोर दिया कि न्यायिक दृष्टिकोण के बारे में की गई आलोचना पूरी तरह से अनुचित नहीं थी।
अपने बयानों में इन न्यायाधीशों ने कहा था कि अन्य बातों के अलावा शीर्ष कोर्ट का प्रशासन भी ‘‘सुव्यवस्था में नहीं था’’ और कई ऐसी चीजें हो रही हैं जो ‘वांछनीय नहीं थी’।
दवे- जब आपको लगता है कि सुप्रीम कोर्ट में सब कुछ ठीक-ठाक नहीं है तो अपने विचारों को रोक न पाने में कुछ भी गलत नहीं है। लेकिन क्या इसे अवमानना माना जा सकता है?
इसके बाद उन्होंने हाल के मुद्दों के बारे में बात की और कहा कि उन्होंने न्यायपालिका की प्रभावशीलता को प्रभावित किया है जैसे कि अनुच्छेद 370 के मामलों पर कोर्ट का उदासीनभरा रवैया, बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका पर कोई कार्यवाही न करना आदि।
उन्होंने कहा कि न्यायपालिका की ऐसी प्रतिक्रियाओं पर किसी को भी पीड़ा होगी। दवे ने यह भी कहा कि पूर्व सीजेआई रंजन गोगोई के खिलाफ लगाए गए यौन उत्पीडऩ के मामले में जिस तरीके से व्यवहार किया गया है,उससे भी संस्था पर बुरा असर पड़ा है।
दवे-उनके मामले को देखें। उसे (शिकायतकर्ता) बहाल कर दिया गया था और सभी आरोपों को हटा दिया गया था। जो यह दर्शाता है कि वह सच बोल रही थी। क्या उसके खिलाफ कोई अवमानना की कार्यवाही की गई थी? इससे क्या धारणा बनी हैै? हमें इन गंभीर मुद्दों पर अवश्य ध्यान देना चाहिए। एक न्यायाधीश शनिवार को अपने स्वयं के मामले में सुनवाई करता है,जो यौन उत्पीडऩ के संबंध में था।
उन्होंने यह भी कहा कि जस्टिस गोगोई को उनकी सेवानिवृत्ति के तुरंत बाद राज्यसभा सीट और जेड प्लस सुरक्षा भी दी गई। जिसने राफेल, अयोध्या, सीबीआई निदेशक आदि जैसे मामलों में दिए गए फैसलों पर सवालिया निशान उठाया है।
इसके बाद दवे ने ये भी कहा कि न्यायाधीशों को मामलों के आवंटन का तरीका भी आलोचना के लिए पर्याप्त आधार तैयार करता हैं। उन्होंने कहा कि केवल कुछ न्यायाधीशों को ही राजनीतिक रूप से संवेदनशील मामले सुनवाई के लिए दिए जाते हैं।
दवे- उदाहरण के लिए, केवल कुछ न्यायाधीशों को ही क्यों राजनीतिक रूप से संवेदनशील मामले मिलते हैं? उदाहरण के लिए जैसे जस्टिस नरीमन है- उन्हें कभी ऐसे मामले नहीं सौंपे जाते हैं!
मामले की सुनवाई के बाद पीठ ने इस मामले में अपना आदेश सुरक्षित रख लिया है।
भूषण ने अवमानना नोटिस के मामले में एक विस्तृत जवाबी हलफनामा दायर किया है। जिसमें कहा गया है कि न्यायालय के बारे में वास्तविक या यथार्थ विचारों की अभिव्यक्ति अवमानना के समान नहीं है। (hindi.livelaw)
बेंगलुरू, 6 अगस्त (आईएएनएस)| इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस (आईआईएससी) ने चार मोबाइल (गतिमान) संक्रमण परीक्षण और रिपोटिर्ंग प्रयोगशालाओं की शुरूआत की है जिसे यहां की फैकल्टी ने अपने स्टार्ट-अप शनमुख इनोवेशंस के साथ मिलकर विकसित किया है। एक अधिकारी ने गुरुवार को इसकी जानकारी दी।
जैव-सुरक्षा स्तर 2 के अनुपालन के साथ निर्मित यह देश की पहली और एकमात्र मोबाइल डायग्नोस्टिक लैब है जो केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के राज्य संचालित भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) द्वारा अनुमोदित है।
एक बयान में कहा गया, वैन पर सुसज्जित इस मोबाइल लैब की मदद से स्वास्थ्य कर्मियों के पास जाकर उसी जगह आरटी-पीसीआर का उपयोग करके उनके नमूनों का परीक्षण किया जाएगा और जांच के नतीजों को आईसीएमआर के पोर्टल पर अपलोड कर दिया जाएगा।
एक अधिकारी ने कहा, तमाम उपकरणों और कर्मियों के साथ इन प्रयोगशालाओं में हर महीने 6,000-9,000 नमूनों को संसाधित करने की क्षमता है।
आईआईएससी के निदेशक गोविंदन रंगराजन ने कहा, "परम्परागत प्रयोगशालाओं में जांच के नतीजों के लिए 2-10 दिन लिए जाते हैं, लेकिन मोबाइल लैब में 4-12 घंटे के भीतर जांच रिपोर्ट दे दिए जांएगे। इससे समय की बचत होगी और संक्रमित व्यक्ति पर खतरा भी कम बना रहेगा।"
नई दिल्ली, 6 अगस्त (आईएएनएस)। बीते 24 घंटों में देश में कोरोनावायरस के 56,282 नए मामले और 904 मौतें सामने आईं हैं। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के गुरुवार को आए आंकड़ों के मुताबिक अब तक देश में कुल 19,64,537 मामले और 40,699 मौतें दर्ज हो चुकी हैं। देश में वर्तमान में, 5,95,501 सक्रिय मामले हैं और 13,28,336 लोग इस बीमारी से उबर चुके हैं। रिकवरी दर 67.19 प्रतिशत पर पहुंच गई है।
भारत में छह राज्य ऐसे हैं जहां पिछले 6 महीनों में एक-एक लाख से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं।
महाराष्ट्र में सबसे अधिक 4,68,265 मामले और 16,476 मौतें दर्ज हुईं। इसके बाद तमिलनाडु में 2,73,460 मामलों और 4,461 मौतें सामने आईं। आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में भी एक लाख से अधिक मामले सामने आए हैं।
दूसरी ओर देश में आठ राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों चंडीगढ़, दादरा और नगर हवेली, लद्दाख, मिजोरम, अरुणांचल प्रदेश, मेघालय, सिक्किम और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह ऐसे हैं जहां सक्रिय मामलों की संख्या 1,000 से कम है।
इस हफ्ते की शुरूआत में एक प्रेस वार्ता में, स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने कहा था कि कुल मामलों में से 82 प्रतिशत मामले दस राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों तक सीमित हैं। उस पर भी इन राज्यों के केवल पचास जिलों में कुल मामलों के 66 प्रतिशत मामले दर्ज हुए हैं।
श्रीनगर, 6 अगस्त (आईएएनएस)| दक्षिण कश्मीर के काजीगुंड के वेसू में गुरुवार को आतंकवादियों ने एक भाजपा सरपंच की गोली मारकर हत्या कर दी। सरपंच की पहचान सज्जाद अहमद खांडे के रूप में की गई है। आतंकवादियों के हमले के बाद वह गंभीर रूप से घायल थे। उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया।
कश्मीर में राजनीतिक कार्यकतार्ओं और पंचायत के सदस्यों को आतंकवादी अपना निशाना बनाते चले आ रहे हैं।
पिछले महीने उत्तरी कश्मीर के बांदीपोर जिले के लिए भाजपा नेता और पार्टी के एक पूर्व जिलाध्यक्ष वसीम बारी को आतंकवादियों ने मार दिया था।
नई दिल्ली, 6 अगस्त (आईएएनएस)| माइक्रोसॉफ्ट ने एक नए योर फोन ऐप को पेश किया है जिससे यूजर्स अपने विंडोज 10 वाले डेस्कटॉप से सीधे तौर पर अपने एंड्रॉयड फोन के ऐप्स का इस्तेमाल कर सकेंगे। इससे यूजर्स फेसबुक, व्हाट्सएप या ट्विटर जैसे कई एंड्रॉयड ऐप साथ-साथ आसानी से चला सकेंगे।
इस नए योर फोन ऐप को सबसे पहले हालिया लॉन्च किए गए सैमसंग गैलेक्सी नोट 10 के डिवाइस में लॉन्च किया जाएगा और बाद में अन्य डिवाइसों में इसे लाया जाएगा।
माइक्रोसॉफ्ट ने बुधवार को एक बयान में कहा, "आपके फोन में मौजूद ऐप्स के अनुभव को धीरे-धीरे पहले केवल पीसी पर विंडोज इंसाइडर्स के लिए उपलब्ध कराया जा रहा है जिसे देव, बीटा या रिलीज प्रीव्यू चैनल्स में होने के लिए कॉन्फिगर किया गया है।"
यह कुछ इस प्रकार से काम करता है।
सबसे पहले चुनिंदा सैमसंग डिवाइसों पर विंडोज इंटीग्रेशन के लिंक के साथ योर फोन ऐप पर क्लिक करना होगा जिससे तुरंत ही मोबाइल ऐप्स को विंडोज 10 वाले पीसी से सीधे एक्सेस किया जा सकेगा।
इसके लिए पीसी पर किसी इंस्टॉल, साइन-इन या ऐप्स को सेट अप करने की जरूरत नहीं है।
यूजर्स अपने पसंदीदा मोबाइल ऐप्स को टास्कबार या स्टार्ट मेन्यू में ऐड कर सकते हैं ताकि इनके इस्तेमाल में आसानी हो।
कानपुर (उप्र), 6 अगस्त (आईएएनएस)| कानपुर में एक 22 वर्षीय व्यक्ति ने चलती ट्रेन के सामने कूदकर कथित रूप से आत्महत्या कर ली। ऐसा कहा जा रहा है कि वह व्यक्ति रक्षाबंधन पर अपनी बहन को साइकिल देने के अपने वादे को पूरा करने में असफल रहा था। यह घटना बुधवार को हुई जब खोडनपुरवा गांव के पुत्ती लाल, शिवराजपुर क्षेत्र के बर्राजपुर रेलवे स्टेशन के पास चलती ट्रेन के सामने कूद गए।
पुत्ती के बड़े भाई सूरज ने कहा, "पुत्ती ने हमारी बहन को रक्षाबंधन के रूप में एक साइकिल उपहार में देने का वादा किया था। लेकिन उसे पैसों की तंगी थी और अंत में वह साइकिल नहीं खरीद सका। वह परेशान था और शायद इसलिए उसने यह कदम उठाया।"
परिवार के सदस्यों के अनुसार, पुत्ती मंगलवार रात को खाना खाने के बाद सोने चला गया, लेकिन बुधवार सुबह घर से गायब था।
जब परिवार ने उसकी तलाश शुरू की तो स्थानीय लोगों ने उन्हें बरराजपुर रेलवे स्टेशन के पास रेल पटरियों पर एक क्षत विक्षत शव के बारे में बताया। वे मौके पर पहुंचे और पुत्ती की पहचान की।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि शव को पोस्ट मार्टम के लिए भेज दिया गया है।
शामली (उप्र), 6 अगस्त (आईएएनएस)| लॉकडाउन के दौरान रात में दुकान के अंदर जन्मदिन की पार्टी कर रहे 13 लोगों पर मामला दर्ज किया गया है, इनमें आठ महिलाएं भी शामिल हैं। मंगलवार की रात कनिका प्लेस की दूसरी मंजिल पर एक दुकान से म्यूजिक की तेज आवाज आने पर पुलिस ने यहां छापा मारा तो पता चला कि दुकान में जन्मदिन की पार्टी चल रही थी।
एक पुलिस सूत्र के अनुसार, आयोजकों ने ना ता पार्टी आयोजित करने की अनुमति ली थी और ना ही वहां आए मेहमान मास्क पहने हुए थे। पार्टी में आए लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी नहीं कर रहे थे।
सूत्रों ने कहा कि आसपास के लोगों के आग्रह के बाद भी जब पार्टी कर रहे लोगों ने म्यूजिक की आवाज कम नहीं की तो उन्होंने पुलिस को सूचना दी। सूत्रों ने बताया कि इन लोगों में एक 42 वर्षीय महिला और उसके दो बेटे भी शामिल थे।
पुलिस के अनुसार, इन सभी लोगों पर सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का उल्लंघन करने और महामारी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया था।
शामली के पुलिस अधीक्षक जितेंद्र कुमार ने कहा, "सूचना मिलने के बाद कोतवाली पुलिस स्टेशन की एक टीम मौके पर पहुंची। इसमें महिला कांस्टेबल भी शामिल थी। 13 लोगों पर विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया। आगे की जांच जारी है और उसके मुताबिक कार्रवाई की जाएगी।"
मुंबई, 6 अगस्त (आईएएनएस)| महाराष्ट्र में बुधवार को कोरोना से 334 मौतें हो गईं। एक दिन में मौतों का यह अब तक का सबसे ज्यादा आंकड़ा है। राज्य में संक्रमित मरीजों का आंकड़ा अब 10 हजार को पार कर गया है। स्वास्थ्य अधिकारियों ने यह जानकारी दी। राज्य में इससे पहले, 1 अगस्त को 322 मौतें हुई थीं। अब एक दिन में संक्रमण के 10,309 नए मामले सामने आने का भी एक रिकार्ड कायम हो गया है। हालांकि 30 जुलाई को इससे ज्यादा 11,147 नए मामले आए थे।
बुधवार को और 334 मौतें होने के साथ राज्य में कोरोना से मौतों की संख्या बढ़कर 16,476 हो गई। यह देश में सबसे ज्यादा आंकड़ा है।
राज्य में संक्रमितों के ठीक होने की दर 65.37 फीसदी थी, जो घटकर 65.25 हो गई है।
अयोध्या, 5 अगस्त। रामजन्मभूमि पर मंदिर निर्माण के लिए भूमिपूजन करने आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूरी तरह राम के रंग में रंगे नजर आए। कार्यक्रम में पधारे संतों में भी काफी जोश देखने को मिला। भूमिपूजन में आये संतों ने एक स्वर में कहा कि अब राममंदिर का निर्माण शुरू हो गया है। इसके बाद काशी और मथुरा की बारी है।
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेन्द्र गिरी ने कहा कि यह दिन अद्भुत और ऐतिहासिक है। यह उत्सव का दिन है। मोदी और योगी ने इतिहास रच दिया। वह दोबारा कोई रचने वाला नहीं है। हम लोग खुश है।
उन्होंने कहा कि रामराज्य की स्थापना भारत में हो गई। मोदी ने दंडवत प्रणाम संतों को किया है। उनको दिल से आशीर्वाद है। उन्ही के नेतृत्व में ही कृष्ण भगवान मुक्त होंगे। काशी विश्वनाथ भी होंगे। प्रतीक्षा करें। हम लोग अयोध्या की तरह काशी मथुरा ले कर रहेंगे। वह भी न्यायोचित ढंग से। 3 साल में भव्य मंदिर बनेगा उसका भी उद्घाटन मोदी और योगी करेंगे। आज तक किसी प्रधानमंत्री ने संतों को इतना सम्मान नहीं दिया है। चाहे वो नेहरू हो या इंद्रकुमार गुजराल। हां नरसिम्हा राव ने जरूर दिया है। इसीलिए संतों का आशीर्वाद मोदी जी के साथ है।
चतुर विरक्त वैष्णव परिषद के महंत फूल डोल बिहारी दास वृन्दावन मथुरा के संत ने कहा कि राममंदिर निर्माण से पूरा विश्व खुश है। जो खुश नहीं है वो चमगादड़ है। वो राम की शरण में आएं उन्हें मुक्ति मिलेगी। विरोधियों को शुभकामनाएं हैं। राममंदिर का काम शुरू हो गया है। राम मंदिर के बाद अगला पड़ाव काशी होगा। सबका समय धीरे-धीरे आएगा।
वाराणसी के जितेंद्रनन्द सरस्वती ने कहा, "मैं 1986 से रामजन्मभूमि से जुड़ा हूं। मैं कोरोनाकाल में भी कामकाज देखने आता था। आज भूमिपूजन के बाद 1 हजार वर्ष की गुलामी का कलंक मिट गया। प्रधानमंत्री ने दिव्य मंदिर का भूमि पूजन किया है। यह मंदिर का पूजन नहीं है बल्कि एक सकारात्मक ऊर्जा का संचार है। इस कार्य के बाद अगला लक्ष्य मथुरा काशी ही है।"
अयोध्या संत समिति के अध्यक्ष कन्हैया दास ने कहा कि आज रामजन्मभूमि में भूमिपूजन के बाद मन प्रसन्न है। जीवन की तपस्या सफल हुई। संघर्ष सफल हुआ। जैसे राम वन से लौटे थे। उनका राज्याभिषेक हुआ था वैसा ही महसूस हो रहा है। धीरे-धीरे आगे बढ़ेंगे।(ians)
रांची, 5 अगस्त। चारा घोटाले में सजायाफ्ता बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री व राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव को कोरोनावायरस संक्रमण से बचाने के लिए 'राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस' (रिम्स) के पेइंग वार्ड से हटाकर इसके निदेशक के घर में शिफ्ट कर दिया गया है। रिम्स के सुरक्षा गार्डो और कुछ मेडिकल कर्मचारियों के कोरोना पॉजिटिव होने के बाद जेल प्रशासन के निर्देश पर लालू को शिफ्ट किया गया।
इस बीच, हत्या के मामलों के सिलसिले में बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल में बंद दो पूर्व मंत्रियों एनोस एक्का और राजा पीटर भी कोरोना पॉजिटिव निकले हैं, लेकिन उन्हें 52 अन्य कोरोनोवायरस पॉजिटिव कैदियों के साथ ही रखा जा रहा है।
कई कैदियों के कोरोना संक्रमित होने के बाद, जेल में आम गतिविधियों और समूह कार्यों को रोक दिया गया है।
इस बीच, पिछले 24 घंटों में कोरोना के 450 नए मामले सामने आने से राज्य में इस बीमारी के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 14,400 हो गई है। वर्तमान में, सक्रिय मामलों की संख्या 8,742 है। कोरोनावायरस से झारखंड में अब तक 129 लोगों की मौत हुई है।(ians)
नई दिल्ली, 5 अगस्त। कांग्रेस ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अयोध्या में राम मंदिर के लिए किए गए भूमिपूजन का सावधानीपूर्वक स्वागत किया। कांग्रेस नेताओं राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी भगवान राम की प्रशंसा की, जबकि कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने ट्वीट किया, "भगवान श्री राम सभी के लिए न्याय का, सभी व्यवहारों में सही आचरण, निष्पक्षता और दृढ़ता, नैतिक सरलता और साहस का प्रतीक हैं।"
उन्होंने कहा, "इन मूल्यों की ऐसे अंधेरे समय में बहुत आवश्यकता है। यदि वे पूरे देश में फैलते हैं, तो रामराज्य कट्टरता के विजयोल्लास के लिए एक अवसर नहीं होगा। जयश्रीराम।"
पार्टी के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने परोक्ष रूप से भूमिपूजन का उल्लेख करते हुए ट्वीट कर कहा कि आस्था का मामला। कुछ घटनाएं होनी तय होती हैं।
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने ट्वीट किया, "राम मंदिर भूमिपूजन की शुभकामनाएं। आशा है कि त्याग, कर्तव्य, करुणा, उदारता, एकता, बंधुत्व, सद्भाव, सदाचार के रामबाण मूल्य जीवन पथ का रास्ता बनेंगे। जय सियाराम।"
पार्टी नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने उम्मीद जताई कि अयोध्या समारोह राष्ट्रीय एकता, बंधुत्व और सांस्कृतिक समागम के लिए एक अवसर होगा।
अयोध्या में बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुभ मुहूर्त में संतों की उपस्थिति में भूमिपूजन किया गया। समारोह में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत भी मौजूद रहे।(ians)
नई दिल्ली, 5 अगस्त। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को अयोध्या के मंच से पाकिस्तान और चीन को सांकेतिक रूप से कड़ा संदेश दिया। राम चरित मानस के सुंदरकांड के एक दोहे के अंश 'भय बिन होय न प्रीत' को दोहराते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत जितना ताकतवर होगा, उतनी ही शांति बनी रहेगी।
प्रधानमंत्री मोदी ने भूमि पूजन के बाद अपने संबोधन में भगवान राम के संदेशों को एक-एक करके बताया। उन्होंने कहा, श्रीराम जी की नीति है- भय बिन होय न प्रीत। इसलिए हमारा देश जितना ताकतवर होगा, उतनी ही प्रीति और शांति बनी रहेगी। राम की यही रीति सदियों से चली आ रही है।
हालिया समय में चीन सीमा पर चल रहे तनाव के बीच प्रधानमंत्री मोदी का यह बयान काफी अहम माना जा रहा है। जिस तरह से उन्होंने भारत के ताकतवर होने पर ही शांति होने की बात कही, उससे माना जा रहा है कि चीन और पाकिस्तान दोनों के लिए इसमें कड़े संदेश छिपे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिस दोहे के अंश का उच्चारण किया, वह पूरा दोहा यूं है, विनय न मानत जलधि जड़ गए तीनि दिन बीत। बोले राम सकोप तब भय बिन होय न प्रीत। राम चरित मानस के सुंदरकांड में यह दोहा उस प्रसंग से जुड़ा है, जब भगवान राम लंका जाने के लिए समुद्र से रास्ता देने की विनती कर रहे थे।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि श्रीराम की शिक्षा है- कोई भी दुखी और गरीब न हो। उनका सामाजिक संदेश है- नर और नारी सभी समान रूप से सुखी हों। श्रीराम का निर्देश है कि किसान, पशुपालक, सभी हमेशा खुश रहें। श्रीराम का आदेश है -बुजुर्गों, बच्चों, चिकित्सकों की सदैव रक्षा होनी चाहिए। श्रीराम का आह्वान है कि जो शरण में आए उसकी रक्षा करना सभी का कर्तव्य है।(ians)
नई दिल्ली, 5 अगस्त (आईएएनएस)| दिल्ली उच्च न्यायालय ने बुधवार को भारतीय सेना के अधिकारियों को सोशल नेटवर्किं ग साइट्स से अपने खातों को हटाने के आदेश को वापस लेने की मांग करने वाली याचिका को खारिज कर दिया है। सोशल मीडिया अकाउंट्स को हटाने का आदेश सैन्य खुफिया महानिदेशक (डीजीएमआई) द्वारा दिया गया था। न्यायमूर्ति राजीव सहाय एंडलॉ और आशा मेनन की अध्यक्षता वाली उच्च न्यायालय की एक खंडपीठ ने लेफ्टिनेंट कर्नल पी.के. चौधरी द्वारा दायर याचिका खारिज कर दी।
इससे पहले सुनवाई में कोर्ट ने कहा था कि वह देश की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए आर्मी ऑफिसर्स से फेसबुक अकाउंट को डिलीट करने के लिए कहेगा।
याचिका में चौधरी ने दावा किया था कि एक बार जब वह अपना अकाउंट हटा देंगे तो वह सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपने सभी संपर्कों को खो देंगे। खाते हटाने का प्रतिबंध और निर्देश भारतीय सेना की सभी रैंकों पर लागू है।
याचिका में कहा गया है, "सुदूर स्थानों पर तैनात सैनिक अपने परिवारों में होने वाले कई मुद्दों और वर्चुअल कनेक्शन के लिए फेसबुक जैसे प्लेटफॉर्म पर भरोसा करते हैं।"
दलील में आगे कहा गया है कि भारतीय सेना के जवान हर समय दुश्मन के हमले के खतरे के साथ दूरदराज के दुर्गम इलाकों में सेवाएं देते हैं। ये स्थितियां उनके मानसिक स्वास्थ्य पर भी प्रतिकूल प्रभाव डालती हैं। ऐसे में अपने परिवार, दोस्तों और प्रियजनों से जुड़े रहकर उन्हें तनाव कम करने में काफी मदद मिलती है।
भोपाल, 5 अगस्त (आईएएनएस)| देश-दुनिया के अन्य हिस्सों की तरह मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में कोरोना का संक्रमण बना हुआ है। इसके साथ ही बारिश का मौसम होने के कारण डेंगू और चिकनगुनिया का भी खतरा मंडरा रहा है। इससे निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने व्यापक अभियान भी शुरू कर दिया है। स्वस्थ्य विभाग की ओर से कहा गया है कि वर्षा ऋतु के साथ डेंगू और चिकनगुनिया के फैलने की संभावना अधिक रहती है। इसलिए शहर के विभिन्न इलाकों में डेंगू लार्वा की सघन जांच की जा रही है। विभिन्न क्षेत्रों में व्यापक अभियान चलाया जा रहा है।
स्वास्थ्य विभाग ने शहर के सभी लोगों से डेंगू और चिकनगुनिया की बीमारी से बचाव के लिए आवश्यक सावधानी बरतने को कहा है। किसी तरह की दिक्कत होने पर या डेंगू और चिकनगुनिया के लक्षण दिखने पर नजदीकी अस्पताल में जांच कराने के लिए कहा गया है।
डेंगू के लक्षणों को लेकर बताया गया है कि तेज बुखार, आंखों के पीछे दर्द, मांसपेशियों और सिर में तेज दर्द, मसूड़े व नाक से खून बहना और शरीर पर लाल चकत्ते होते है तो डेंगू हो सकता है। वहीं चिकनगुनिया के लक्षण तेज बुखार, सिर दर्द, जोड़ों में सामान्य दर्द और शरीर पर लाल चकत्ते आना है। ये लक्षण हों तो डेंगू, चिकनगुनिया हो सकता है, इसलिए नजदीकी उपचार केंद्र पर अपनी जांच कराएं।
स्वास्थ्य विभाग ने आमजनों से अपील की है कि डेंगू एवं चिकनगुनिया का वाहक एडीज मच्छर रुके हुए साफ पानी में होता है और दिन के समय काटता है। इसलिए जरूरी है कि दिन में पूरी बाह के कपड़े पहने तथा पानी को जमा न होने दें। इससे बचने के लिए घरों के आसपास सफाई रखें, सभी कंटेनर जिनमें पानी भरा हो एवं कूलर के पानी सप्ताह में एक बार खाली कर सुखाकर उनमें नया पानी भरें, और दिन में भी सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें।
राजधानी में कोरोना का संक्रमण भी तेजी से फैल रहा है। यहां कोरोना मरीजों की संख्या सात हजार के करीब पहुंच रही है। 10 दिन की पूर्णबंदी रही, मगर मरीजों की संख्या में ज्यादा कमी नहीं आई है। राज्य के गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा का कहना है कि अब कोरोना से बचने के लिए आम नागरिक से लेकर व्यापारी और अन्य लोगों को ही ख्याल रखना होगा।
लखनऊ, 5 अगस्त (आईएएनएस)| उत्तर प्रदेश के कानून मंत्री बृजेश पाठक कोरोना वायरस जांच रिपोर्ट में पॉजिटिव पाए गए हैं। इन्हें मिलाकर उत्तर प्रदेश में इस वायरस से अब तक नौ मंत्री संक्रमित हो चुके हैं। दो दिन पहले प्रदेश के जल शक्ति मंत्री डॉ महेंद्र सिंह भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे।
उत्तर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और विधायक योगेंद्र उपाध्याय (आगरा) और विधान पार्षद देवेंद्र प्रताप सिंह (गोरखपुर) को रविवार को जांच में पॉजिटिव पाया गया था।
डॉ महेंद्र सिंह के अलावा, यूपी के आठ अन्य मंत्रियों को कोरोनावायरस जांच रिपोर्ट में पॉजिटिव पाया गया। उनका इलाज चल रहा है।
कोरोना पॉजिटिव मामलों में मंत्री राजेंद्र प्रताप सिंह, धर्म सिंह सैनी, चेतन चौहान, उपेंद्र तिवारी, रघुराज सिंह और जय प्रताप सिंह शामिल हैं।
उत्तर प्रदेश की मंत्री कमल रानी वरुण की रविवार को लखनऊ के पीजीआई अस्पताल में कोरोनावायरस मौत हो गई।
जयपुर, 5 अगस्त (आईएएनएस)| राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को कहा कि भगवान राम हमारी संस्कृति और सभ्यता में एक विशिष्ट स्थान रखते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को राम मंदिर के लिए भूमि पूजन अनुष्ठान किया।
मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा, "भगवान राम हमारी संस्कृति और सभ्यता में एक अद्वितीय स्थान रखते हैं। उनका जीवन हमें सच्चाई, न्याय, समानता, करुणा और भाईचारा सिखाता है। हमें प्रभु राम द्वारा दिए गए मूल्यों के आधार पर एक समतावादी समाज की स्थापना पर ध्यान देने की आवश्यकता है।"
उन्होंने कहा, "भगवान राम का मंदिर हमारे देश में एकता और भाईचारे का प्रतीक बन सकता है।"
रजनीश सिंह
श्रीनगर, 5 अगस्त (आईएएनएस)| जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को समाप्त हुए एक साल पूरा हो चुका है। इस बड़े बदलाव के बाद सरकार तेजी से विकास के मोर्चे पर फोकस करके लोगों का दिल जीतने में जुटी है। अधिकारियों का कहना है कि 'बैक टू विलेज' (बी टू वी) पहल, जिसमें लोगों के लिए 36 प्रमुख कार्यक्रम शामिल हैं, यह पर्याप्त तौर पर सफल होता दिख रहा है।
इस कार्यक्रम के तहत 20,000 विकास कार्यो को पहचाना गया है, जिससे लोग प्रत्यक्ष रूप से जुड़े हुए हैं। इस कार्यक्रम ने ऐसा उत्साह पैदा किया कि शोपियां जिले के एक निवासी ने इसके बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखा, जिसके बाद उनके मासिक रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' में इसका उल्लेख भी किया गया।
अनुच्छेद 370 को खत्म करने के बाद जम्मू-कश्मीर सरकार ने लोगों तक पहुंचने के लिए पिछले साल जून में 'बैक टू विलेज' कार्यक्रम शुरू किया था। इसका उद्देश्य आम आदमी के सामने आने वाले मुद्दों का समाधान करना और गांवों में विकास की रफ्तार को तेज करना है। शासन को लोगों के घर-घर तक पहुंचाने और पंचायतों को सशक्त बनाने के उद्देश्य से यह कार्यक्रम शुरू किया गया है। इसके तहत अफसर जम्मू-कश्मीर की विभिन्न पंचायतों में जाकर लोगों की शिकायत सुनते हैं।
सरकार का कहना है कि 'बी टू वी' ने न केवल ग्रामीणों की समस्याओं के निवारण के लिए प्रशासन और अधिकारियों को घर-घर पहुंचाने की उपलब्धि हासिल की, बल्कि सरकार के प्रति जनता के विश्वास को फिर से स्थापित किया है। इस प्रक्रिया के जरिए लोगों के बीच व्याप्त कई मिथक भी टूटे हैं।
बडगाम जिले में ब्लॉक बी. के. पोरा के निवासी अब्दुल हमीद डार ने टिप्पणी की कि उनके गांव में उनके जल निकायों को डी-सिल्ट करने (गाद निकालना) का मुद्दा था, जो कि रेत, गाद और पॉलिथीन की अत्यधिक मात्रा के कारण जाम (चोक) हो गया था।
उन्होंने कहा, "हमने इस संबंध में निचले स्तर से लेकर ऊपर तक कोशिश की, लेकिन किसी ने भी हमारी वास्तविक शिकायत दर्ज नहीं की थी। लेकिन इस अभियान के दौरान उन अधिकारियों द्वारा इस मुद्दे का संज्ञान लिया गया, जो दो दिनों के लिए हमारे गांव आए थे।"
जम्मू-कश्मीर सरकार ने इस कार्यक्रम को अद्वितीय बताया है, जिसमें सभी स्तरों के लगभग 5,000 राजपत्रित अधिकारी शामिल हैं, जिन्हें प्रत्येक पंचायत की जिम्मेदारी दी गई है। यह अधिकारी अपने संबंधित गांव में दो दिन और रात गुजारते हैं और वहां पर व्याप्त तमाम समस्याओं की जानकारी प्राप्त करके उनका समाधान खोजते हैं।
जम्मू-कश्मीर सरकार ने कहा, "बैक टू विलेज ने पंचायतों को सक्रिय करने, सरकारी कार्यक्रमों के क्रियान्वयन पर प्रतिक्रिया जुटाने, विशिष्ट आर्थिक क्षमता पर गौर करने और गांवों की जरूरतों का आकलन करने जैसे चार सर्वोत्कृष्ट विषयों पर ध्यान केंद्रित किया है।"
सरकार ने कहा, "जैसे ही यह पहल शुरू हुई, इसे एक पूर्ण सफलता मिली। वास्तव में लोगों की इतनी अधिक प्रतिक्रिया रही कि व्यावहारिक रूप से हर आने वाले अधिकारी का बेहद गर्मजोशी से स्वागत किया गया। यह वास्तव में इस कार्यक्रम द्वारा उत्पन्न उत्साह ही है कि शोपियां जिले के एक निवासी ने इस कार्यक्रम के बारे में प्रधानमंत्री को लिखा, जिसके बाद प्रधानमंत्री ने अपने मन की बात कार्यक्रम में इसे 'विकास, जन भागीदारी और जन जागरूकता' का त्योहार कहा।"
कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए मुख्य सचिव बी. वी. आर सुब्रह्मण्यम ने भी बैक टू विलेज प्रोग्राम की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम परिणाम-उन्मुख हैं।
इस कार्यक्रम के तहत सरकार ने सभी 4,483 पंचायत हलकों में राजपत्रित अधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की। प्रत्येक अधिकारी को एक ग्राम पंचायत सौंपी गई, जहां पहले से चली आ रही प्रथाओं के विपरीत वे गांव में एक रात के ठहराव सहित कम से कम दो दिनों तक रहे। अधिकारी को पंचायत प्रतिनिधियों, बुजुर्गो और अन्य स्थानीय लोगों से उनकी चिंताओं, विकासात्मक जरूरतों और क्षेत्र की आर्थिक क्षमता के बारे में व्यापक प्रतिक्रिया प्राप्त करके पहले आकलन करना था।
इस पूरे अभियान के दौरान अधिकारी ग्रामीणों के साथ रहकर उनके दर्द और पीड़ा को पूरी तरह से समझते थे।
इस दौरान ग्राम सभाओं में सभी सामाजिक मुद्दों जैसे लिंगानुपात, साक्षरता दर, बालिका शिक्षा, जल संरक्षण और स्वच्छता के मुद्दों पर चर्चा की गई।
नई दिल्ली, 5 अगस्त (आईएएनएस)| बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की कथित आत्महत्या मामले में केंद्र सरकार ने बिहार सरकार की सीबीआई जांच की सिफारिश मंजूर कर ली है।