राष्ट्रीय
पटना, 1 अप्रैल। राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख लालू प्रसाद सोमवार को अपने परिवार के साथ प्रसिद्ध धार्मिक स्थल हरिहरनाथ मंदिर पहुंचे और भगवान विष्णु और महादेव की पूजा अर्चना की। लालू के साथ उनकी पत्नी राबड़ी देवी, बेटी मीसा भारती और रोहिणी आचार्य भी साथ थी।
रोहिणी के सारण से चुनाव लड़ने की चर्चा है। ऐसे में माना जा रहा है कि चुनाव रण में उतरने से पहले लालू परिवार ने बाबा हरिहरनाथ का आशीर्वाद लिया।
चर्चा है कि इस चुनाव में मीसा भारती एक बार फिर पाटलिपुत्र से चुनाव मैदान में लड़ेंगी जबकि लालू प्रसाद की बेटी रोहिणी आचार्य सारण से चुनावी रण में उतर सकती हैं।
इस दौरान लालू परिवार ने मीडिया से दूरी बनाए रखी। हालांकि बड़ी संख्या में कार्यकर्ता यहां पहुंचे थे।
भाजपा ने सारण सीट पर अपने मौजूदा सांसद और पार्टी के वरिष्ठ नेता राजीव प्रताप रूडी को फिर से उम्मीदवार बनाया है। सारण सीट पर लालू परिवार का बेहद प्रभाव माना जाता है।
(आईएएनएस)
कटिहार, 1 अप्रैल । कटिहार सीट पर जारी ऊहापोह की स्थिति पर विराम लगाते हुए कांग्रेस ने तारिक अनवर को फिर से अपना प्रत्याशी बनाया है। बेशक, इस बार कांग्रेस ने इस सीट से प्रत्याशी उतारने में विलंब किया, लेकिन आखिरी में दांव तारिक अनवर पर ही लगाना मुनासिब समझा।
वहीं, प्रत्याशी बनाए जाने के बाद तारिक अनवर कटिहार पहुंचे जहां रेलवे स्टेशन पर कांग्रेस और महागठबंधन के लोगों ने जोरदार स्वागत किया। बताया जा रहा है कि राजद का एक बड़ा तबका उनसे खफा है, लेकिन तारिक ने मीडिया से बातचीत के दौरान दो टूक कह दिया कि वो जल्द ही इस नाराजगी को खत्म कर देंगे।
वहीं, कांग्रेस की ओर से कटिहार से प्रत्याशी बनाए जाने के बाद तारिक अनवर से जब सवाल किया गया कि इस बार अगर वो चुनाव जीतने में सफल रहते हैं, तो उनकी क्या प्राथमिकता रहेगी?
इस पर उन्होंने कहा, ‘कटिहार पिछड़ा इलाका है। ऐसे में अगर मुझे इस बार यहां से जनता का आशीर्वाद मिलता है, तो मैं यहां के विकास के लिए काम करूंगा। इससे पहले जब-जब मैं इस सीट से सांसद बना, तो मैं यहां के लिए कुछ ना कुछ किया। कई ऐसी योजनाएं लेकर आया, जिससे यहां के लोगों को फायदा पहुंच सके।”
उन्होंने कहा, “हमारी कोशिश रहेगी कि यहां कल कारखाने स्थापित हों, ताकि लोगों को रोजगार मिले और उनका पलायन रूक सके।”
वहीं, जब उनसे यह पूछा गया कि राजद आपसे नाराज है, तो इस पर उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर मैं राजद की नाराजगी को दूर करने का काम करूंगा।
इसके अलावा उनसे जब पूछा गया कि इस बार यहां से आपको टिकट देने में विलंब किया गया, इसे आप कैसे देखते हैं। उन्होंने कहा कि मैं हमेशा ही कटिहार की जनता की सेवा में तत्पर रहा हूं। हारने के बावजूद भी मैं कटिहार की जनता की खिदमत में रहा हूं और रहूंगा।
(आईएएनएस)
देहरादून, 1 अप्रैल। उत्तराखंड में 19 अप्रैल को 5 लोकसभा सीटों के लिए मतदान होना है। सभी पार्टियां अपनी जीत के लिए अब मैदान में आ गई हैं। हरिद्वार सीट से कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के बेटे को टिकट दिया है, जिसके प्रचार की कमान खुद पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने संभाली हुई है। वो अपने बेटे के समर्थन में ताबड़तोड़ जनसंपर्क कर रहे हैं।
वो दिन में कई जनसभाओं को संबोधित कर रहे हैं और हरिद्वार सीट से कांग्रेस को जिताने की जनता से अपील कर रहे हैं। लेकिन अब कांग्रेस ने उन्हें यूपी में स्टार प्रचारक की लिस्ट में शामिल कर दिया है।
कांग्रेस ने अभी तक उत्तराखंड के चुनाव के लिए अपने स्टार प्रचारकों की लिस्ट जारी नहीं की है। उत्तराखंड में पांचों लोकसभा सीटों पर प्रत्याशी खुद ही अपने स्तर पर जनसभाएं कर जनता से अपने पक्ष में समर्थन मांग रहे हैं।
यूपी के लिए स्टार प्रचारकों की लिस्ट में उत्तराखंड कांग्रेस से सिर्फ एक ही नेता का नाम शामिल है।
कांग्रेस राष्ट्रीय महासचिव के.सी. वेणुगोपाल ने यूपी के लिए 40 स्टार प्रचारकों की लिस्ट जारी की है जिसमें उत्तराखंड से एकमात्र हरीश रावत का नाम शामिल है।
(आईएएनएस)
लखनऊ, 1 अप्रैल । लोकसभा चुनाव से पहले राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) को एक बड़ा झटका लगा है। पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शाहिद सिद्दीकी ने लोकसभा चुनाव से पहले सोमवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया।
शाहिद सिद्दीकी ने सोमवार को अपने इस्तीफे का ऐलान सोशल मीडिया मंच एक्स पर लिखा, ''मैंने अपना त्यागपत्र राष्ट्रीय लोक दल के अध्यक्ष जयंत चौधरी को भेज दिया है। मैं ख़ामोशी से देश के लोकतांत्रिक ढांचे को समाप्त होते नहीं देख सकता। मैं जयंत सिंह जी और आरएलडी मैं अपने साथियों का आभारी हूं।"
सिद्दीकी ने कहा, "कल मैंने रालोद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पद और उसकी सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। मैं जयंत जी का आभारी हूं, पर भारी मन से आरएलडी से दूरी बनाने के लिए मजबूर हूं। भारत की एकता, अखंडता, विकास और भाईचारा सर्वप्रिय है। इसे बचाना हर नागरिक की जिम्मेवारी और धर्म है।"
सिद्दीकी ने कहा कि आज जब भारत के संविधान और लोकतांत्रिक ढांचा खतरे मैं है, खामोश रहना पाप है। "मैं तो भाजपा के नेताओं से अपील करता हूं, वो अटल जी के रास्ते पर चलें और राजधर्म निभाने का काम करें। जिस तरह मुख्यमंत्रियों की गिरफ्तारी हो रही है। 15-15 साल पुराने मामले में छापे मारे जा रहे हैं। चुनाव के समय यह करना राजधर्म नहीं है। सारी पार्टियों के लोगों से अपील है देश के हित एकसाथ खड़े हों। पूरी दुनिया में हमारी पहचान लोकतंत्र के कारण है।"
(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 1 अप्रैल । लोकसभा चुनाव को लेकर भाजपा का घोषणा पत्र तैयार करने के लिए पार्टी मुख्यालय में चुनाव घोषणा पत्र समिति की बैठक चल रही है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में भाजपा मुख्यालय में चल रही बैठक में पार्टी के चुनाव घोषणा पत्र में शामिल करने वाले मुद्दों और वायदों की लिस्ट तैयार की जाएगी, जिसे भाजपा अपने घोषणा पत्र में शामिल कर देश के मतदाताओं से तीसरी बार मोदी सरकार को विजयी बनाने के लिए जनादेश मांगने जाएगी।
पार्टी मुख्यालय में चल रही चुनाव घोषणा पत्र समिति की बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के अलावा केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, स्मृति ईरानी, अश्विनी वैष्णव, धर्मेंद्र प्रधान एवं अर्जुन मुंडा, पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े एवं राधामोहन दास अग्रवाल, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, ओपी धनखड़, रविशंकर प्रसाद, मनजिंदर सिंह सिरसा और जुएल ओराम सहित समिति के अन्य सदस्य मौजूद हैं।
दरअसल,लोकसभा चुनाव को लेकर पार्टी का चुनाव घोषणा पत्र तैयार करने के लिए भाजपा ने देश भर में बड़े पैमाने पर कई स्तरों पर अभियान चलाकर लोगों से सुझाव मांगे हैं और इन सुझावों को भी पार्टी अपने चुनाव घोषणा पत्र में शामिल करेगी।
आपको बता दें कि भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने लोकसभा चुनाव को लेकर पार्टी का घोषणा पत्र तैयार करने के लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में 30 मार्च को चुनाव घोषणा पत्र समिति का गठन किया था। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण इस समिति की संयोजक और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल इस समिति के सह संयोजक हैं।
पार्टी का घोषणा पत्र तैयार करने वाली 27 नेताओं की इस समिति में केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, भूपेंद्र यादव, अर्जुन राम मेघवाल, किरेन रिजिजू, अश्विनी वैष्णव, धर्मेंद्र प्रधान, स्मृति ईरानी एवं राजीव चंद्रशेखर के साथ-साथ गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव, उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया, जुएल ओराम, रविशंकर प्रसाद, सुशील मोदी, विनोद तावड़े, राधामोहन दास अग्रवाल, मनजिंदर सिंह सिरसा, ओपी धनखड़, अनिल एंटनी और तारिक मंसूर सदस्य के तौर पर शामिल हैं। (आईएएनएस)
कोलकाता, 1 अप्रैल । पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले के कुछ हिस्सों में रविवार शाम को आई तूफान की चपेट में आने से कम से कम चार लोगों की मौत हो गई, जबकि कई अन्य घायल हो गए।
मृतकों की पहचान डी.एन. सरकार (52), अनिमा रैट (49), योगेन रे (70) और समर रॉय (64) के रूप में की गई है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस घटना पर संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने आदर्श आचार संहिता (एमसीसी) के तहत कानूनी प्रावधानों के अनुसार पीड़ितों, मृतकों के परिवार के सदस्यों और घायलों के लिए मुआवजे की घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने बयान में कहा, "जिला और ब्लॉक प्रशासन, पुलिस, डीएमजी और क्यूआरटी टीमें आपदा प्रबंधन कार्यों में जुट गई हैं और राहत प्रदान कर रही हैं। प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। जिला प्रशासन मौतों के मामले में परिजनों को मुआवजा प्रदान करेगा और घायलों को नियमों के अनुसार और एमसीसी का पालन करते हुए सहायता राशि दी जाएगी।“
तूफान से धुपगुड़ी और मैनागुड़ी जिले के सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं।
जिला प्रशासन के सूत्रों ने बताया कि हताहतों की संख्या और बढ़ने की आशंका है, क्योंकि कुछ घायलों की हालत काफी गंभीर है।
(आईएएनएस)
नोएडा, 1 अप्रैल । रविवार देर रात शहर के थाना सेक्टर-39 पुलिस और 25 हजार के इनामी बदमाश के बीच मुठभेड़ हो गई। पुलिस ने आराेेेपी को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक रविवार रात थाना सेक्टर-39 पुलिस सेक्टर-46 रेड लाइट के चौराहे पर चेकिंग कर रही थी। इसी दौरान एक मोटरसाइकिल सवार व्यक्ति आता दिखाई दिया। पुलिस ने उसे रोकने का प्रयास किया, लेकिन वह नहीं रुका। तब पुलिस ने उसका पीछा किया, तो उसने पुलिस टीम पर फायर कर दिया। इस पर पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए फायरिंग की। इसमें मोटरसाइकिल सवार व्यक्ति घायल होकर गिर गया। उसका नाम राजेश कश्यप उर्फ भेडा़ है।
आरोपी थाना सेक्टर-39 में दर्ज एक मुकदमे में गैंगस्टर एक्ट में वांछित चल रहा था। उस 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था। उसके कब्जे से एक तमंचा .315 बोर, 1 खोखा व 1 जिंदा कारतूस, चोरी की एक मोटरसाइकिल बरामद हुई है। उस पर गौतमबुद्धनगर के विभिन्न थानों में लूट/चोरी आदि के 26 मुकदमे दर्ज है।
(आईएएनएस)
पटना, 1 अप्रैल । लोकसभा चुनाव की घोषणा के बाद बिहार कांग्रेस को लगातार झटका लग रहा है। रविवार को पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अनिल शर्मा ने पार्टी छोडी, तो सोमवार को पार्टी के प्रवक्ता असित नाथ तिवारी ने पार्टी से त्यागपत्र दे दिया।
तिवारी ने प्रदेश अध्यक्ष को लिखे एक पत्र में कहा है कि वे सिर्फ पार्टी के प्रवक्ता पद से नहीं, बल्कि पार्टी क़ी प्राथमिक सदस्यता से भी इस्तीफा दे रहे हैँ। उन्होंने कहा क़ि उनका इस्तीफा व्यक्तिगत कारणों से है। पार्टी के किसी नेता या कार्यकर्ता से उनको कोई शिकायत नहीं है।
उल्लेखनीय है क़ि इससे पहले बिहार कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अनिल शर्मा ने रविवार को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने इस बाबत पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को पत्र लिखा है।
गौरतलब है कि बिहार में कांग्रेस महागठबंधन में शामिल है और लोकसभा चुनाव मे उसके कोटे मे नौ सीटें आईं हैं।
(आईएएनएस )
भोपाल 1 अप्रैल । मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को बड़े झटके लग रहे हैं। छिंदवाड़ा संसदीय क्षेत्र में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के प्रभाव को लगातार कम करने की कोशिश में भाजपा को लगातार सफलता मिल रही है। अब छिंदवाड़ा के महापौर विक्रम अहाके कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हो गए हैं।
मुख्यमंत्री आवास पर महापौर विक्रम ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा की मौजूदगी में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। कमलनाथ के लिए यह दूसरा बड़ा झटका है। इससे पहले अमरवाड़ा के कांग्रेस विधायक कमलेश शाह भी भाजपा में शामिल हो गए थे।
गौरतलब है कि राज्य में लोकसभा की 29 सीटें हैं और वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा सिर्फ छिंदवाड़ा सीट ही हारी थी, शेष 28 सीटों पर उसे जीत मिली थी। भाजपा इस बार छिंदवाड़ा फतह करने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। पार्टी के तमाम बड़े नेता यहां सक्रिय है। इसी क्रम में कांग्रेस के कई नेता भाजपा का दामन थाम रहे हैं।
(आईएएनएस)
गाजियाबाद, 1 अप्रैल । गाजियाबाद में लोनी के ट्रॉनिका सिटी इंडस्ट्रियल एरिया में सोमवार सुबह चश्मे का फ्रेम बनाने वाली एक फैक्ट्री में भीषण आग लग गई। तीन फ्लोर की इस बिल्डिंग में आग ग्राउंड फ्लोर पर लगी, जो तीनों फ्लोर पर पहुंच गई। इस आग के चलते कई मशीनें जलकर राख हो गई। फायर ब्रिगेड ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।
इस घटना में कोई जनहानि नहीं हुई है। फायर विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक, सोमवार सुबह समय 6:52 बजे पुलिस कन्ट्रोल रूम, कमिश्नरेट गाजियाबाद के लोनी फायर स्टेशन पर ट्रॉनिका सिटी इंडस्ट्रियल एरिया के सेक्टर बी-2 में स्थित प्लॉट नंबर बी-27 पर "जीनियस इंडस्ट्रीज़" औद्योगिक ईकाई में आग लगने की सूचना प्राप्त हुई।
सूचना मिलते ही तत्काल दो फायर टेंडर, फायर सर्विस यूनिट लोनी फायर स्टेशन से घटनास्थल के लिए रवाना हुए।
फायर सर्विस यूनिट ने मौके पर पहुंचकर देखा कि आग 450 वर्गमीटर के भूखंड पर बने तीन मंजिला भवन के भूतल पर लगकर पूरी बिल्डिंग में फैल चुकी है, जिसमें से लपटें उठ रही थीं।
मुख्य अग्निशमन अधिकारी के निर्देश पर दो फायर टेंडर फायर सर्विस यूनिट साहिबाबाद और वैशाली और कोतवाली फायर स्टेशनों से घटनास्थल के लिए रवाना की गई।
इस दुघर्टना में कोई जनहानि नहीं हुई है, लेकिन भूतल पर रखा अधिकांश सामान एवं मशीनें आग में जलकर/पिघलकर नष्ट हो गईं।
इस फैक्ट्री में चश्मों का फ्रेम बनाने का काम होता था। फैक्ट्री में मानकों के अनुसार आग से निपटने के इंतजाम नहीं थे।
(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 1 अप्रैल । दिल्ली के एक गांव में सोमवार को एक घर में तेंदुआ घुस गया। तेंदुए के हमले में 3 लोग घायल हो गए। इसकी जानकारी अग्निशमन विभाग के एक अधिकारी ने दी।
दिल्ली फायर सर्विस (डीएफएस) के निदेशक अतुल गर्ग के मुताबिक, सुबह 6.18 बजे जगतपुरा गांव की गली नंबर-3 में एक घर में तेंदुए के घुसने की सूचना मिली।
कॉल पर कार्रवाई करते हुए दमकल की दो गाड़ियां मौके पर भेजी गईं।
गर्ग ने कहा, ''सुबह 8 बजकर 25 मिनट पर, निवासियों की मदद से तेंदुए को घेर लिया गया। वह एक कमरे में था। इस दौरान तेंदुए के हमले में 3 लोग घायल हो गए। सभी को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया।''
घायलों की पहचान जगतपुर गांव निवासी महेंद्र, आकाश और रामपाल के रूप में हुई है।
इस बीच, पुलिस ने इलाके की घेराबंदी कर दी है और वन विभाग की एक टीम भी मौके पर है।
(आईएएनएस)
चेन्नई, 31 मार्च । पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा 1974 में कच्चातिवु द्वीप को श्रीलंका को सौंपने का निर्णय लोकसभा चुनाव के दौरान तमिलनाडु में प्रमुख मुद्दा बनता जा रहा है। भाजपा इसे जोर-शोर से उठा रही है।
यह द्वीप श्रीलंका में नेदुनथीवु और भारत में रामेश्वरम के बीच स्थित है और पारंपरिक रूप से दोनों पक्षों के मछुआरों द्वारा इसका उपयोग किया जाता रहा है।
तमिलनाडु के सैकड़ों मछुआरे परिवार पहले से ही श्रीलंकाई नौसेना द्वारा तमिल मछुआरों को गिरफ्तार करने और उनकी महंगी मछली पकड़ने वाली नौकाओं को जब्त करने के खिलाफ सड़कों पर हैं।
कच्चातिवु द्वीप तमिलनाडु के मछुआरों के लिए सांस्कृतिक रूप से महत्वपूर्ण है और इसे श्रीलंका को सौंपने के खिलाफ तमिलनाडु में कई आंदोलन हुए हैं। भारत-श्रीलंका समझौता भारतीय मछुआरों को कच्चातिवु के आसपास मछली पकड़ने और द्वीप पर अपने जाल सुखाने की अनुमति देता है।
एक आरटीआई आवेदन से तमिलनाडु भाजपा प्रमुख के अन्नामलाई द्वारा प्राप्त कच्चातिवु द्वीप के हैंडओवर पर आधिकारिक दस्तावेज और रिकॉर्ड बताते हैं कि श्रीलंका ने इस द्वीप का अधिग्रहण कैसे किया।
आजादी के बाद श्रीलंका ने भारतीय नौसेना को उसकी अनुमति के बिना यहां अभ्यास करने से मना कर दिया था।
दिलचस्प बात यह है कि भारत ने 1974 में इस द्वीप पर अपना दावा छोड़ दिया। विदेश मंत्रालय के उस समय के एक नोट में लिखा है, ''कानूनी पहलू अत्यधिक जटिल हैं। इस प्रश्न पर इस मंत्रालय में विस्तार से विचार किया गया है। संप्रभुता पर भारत या सीलोन के दावे के बारे में कोई स्पष्ट निष्कर्ष नहीं निकाला जा सकता।"
नोट में कहा गया है, “यह भारत के तत्कालीन अटॉर्नी जनरल और देश के सर्वश्रेष्ठ कानूनी दिमाग एमसी सीतलवाड द्वारा दी गई राय के खिलाफ था। सीतलवाड ने कहा कि भले ही मामला जटिल था, लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि ईस्ट इंडिया कंपनी ने रामानाद या रामनाथपुरम के राजा को जमींदारी अधिकार दे दिए थे। यह स्पष्ट है कि भारत के पास द्वीप के संप्रभु अधिकार का मजबूत दावा है। ”
कानूनी विशेषज्ञ ने यह भी कहा है कि तत्कालीन नोट के अनुसार मद्रास राज्य 1875 से 1948 तक इस द्वीप का निरन्तर एवं निर्बाध रूप से उपयोग कर रहा था।
दस्तावेज़ के अनुसार, भारत सरकार के विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव कृष्णा राव ने 1960 में लिखा था कि भारत के पास एक अच्छा कानूनी मामला है और मछली पकड़ने के अधिकार हासिल करने के लिए इसका लाभ उठाया जा सकता है।
दस्तावेज़ में कहा गया है कि विदेश मंत्रालय की सलाहकार समिति ने कहा है कि निर्जन द्वीप होने के बावजूद द्वीप को छोड़ने में जोखिम है।
मंत्रालय के नोट में कहा गया है, “विपक्ष ने तब आरोप लगाया था कि इंदिरा गांधी ने श्रीलंकाई नेताओं की भारत यात्रा के दौरान अपने श्रीलंकाई समकक्ष डडली सेनानायके के साथ गुप्त रूप से बातचीत की थी। श्रीलंकाई संसद में सीलोन के पीएम सेनानायके के बयानों का जवाब नहीं देने के लिए विपक्ष भी सरकार के खिलाफ सामने आया था।”
नोट के अनुसार, कच्चातिवु को श्रीलंकाई मानचित्रों में भी उनकी ज़मीन के रूप में दिखाया गया था। हालांकि, तत्कालीन भारत सरकार ने इस बात से इनकार किया कि द्वीप दे दिया गया है, लेकिन कहा कि यह एक विवादित स्थल था।
1974 में, तत्कालीन विदेश सचिव केवल सिंह ने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री करुणानिधि को कच्चातिवु पर अपना दावा छोड़ने के भारत के फैसले से अवगत कराया। विदेश सचिव ने करुणानिधि को यह भी बताया था कि श्रीलंका ने बहुत दृढ़ रुख अपनाया है और वार्ताकारों को सूचित किया कि यह द्वीप डच और ब्रिटिश मानचित्रों में जाफनापट्टनम का हिस्सा था।
मंत्रालय के नोट में कहा गया है, "इससे पता चलता है कि कैसे शक्तिशाली भारत ने अपना अधिकार छोड़ने का फैसला किया या आत्मसमर्पण कर दिया, जिससे तमिल मछुआरों के लिए लगातार समस्या पैदा हो गई, जिन्हें श्रीलंकाई नौसेना ने परेशान किया और गिरफ्तार किया।"
(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 31 मार्च । लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर देशभर में चुनाव आयोग की तरफ से आदर्श आचार संहिता (एमसीसी) लागू कर दी गई है। जिसकी वजह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'मन की बात' कार्यक्रम का रविवार को प्रसारण नहीं हुआ।
दरअसल, पिछले 'मन की बात' कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने इस बात का जिक्र भी किया था।
बता दें कि 'मन की बात' प्रधानमंत्री मोदी द्वारा देश की उपलब्धियों को समर्पित एक मासिक रेडियो कार्यक्रम है। यह कार्यक्रम हर महीने के अंतिम रविवार को सुबह 11 बजे प्रसारित किया जाता है।
ऐसे में आदर्श आचार संहिता (एमसीसी) जो चुनाव के समय राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों के लिए दिशा-निर्देश है, जिसका पालन सभी को करना होता है।
अब जबकि देश में आम चुनाव का पहला चरण 19 अप्रैल से शुरू होगा। यह लोकसभा चुनाव 19 अप्रैल से शुरू होकर 1 जून तक सात चरणों में आयोजित किया जाएगा। ऐसे में आदर्श आचार संहिता के लागू होने की वजह से इस कार्यक्रम के प्रसारण पर विराम लगाया गया है।
इसको लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले ही कहा था कि 'मन की बात' चुनाव के बाद फिर से शुरू होगी।
पीएम मोदी ने कहा था, ''यह लोगों का, लोगों के लिए और लोगों द्वारा कार्यक्रम है।''
आखिरी प्रसारण में पीएम मोदी ने कहा था, ''यह कार्यक्रम की बड़ी सफलता है कि इसके 110 एपिसोड के दौरान इसे सरकार की छाया से भी दूर रखा गया है।''
उन्होंने कहा, "जब हम अगली बार मिलेंगे तो यह मन की बात का 111 वां एपिसोड होगा।"
आदर्श आचार संहिता के लागू होते ही, प्रधानमंत्री मोदी का यह 'मन की बात' कार्यक्रम 2019 के आम चुनावों से पहले भी स्थगित कर दिया गया था।
(आईएएनएस)
लखनऊ, 31 मार्च । अपना दल (कमेरावादी) और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) उत्तर प्रदेश में आगामी लोकसभा चुनाव के लिए एक नया गठबंधन बनायेंगे।
गठबंधन की घोषणा से तीन दिल पहले अपना दल (के) की नेता पल्लवी पटेल ने हैदराबाद में एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी से मुलाकात की थी।
पल्लवी पटेल और असदुद्दीन ओवैसी की रविवार को यहां संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में गठबंधन की आधिकारिक घोषणा की गई।
गठबंधन एक नया नारा - 'पीडीएम' (पिछड़ा, दलित और मुसलमान) लेकर आया है, जिसे समाजवादी पार्टी के पीडीए (पिछड़ा दलित अल्पसंख्यक) की तर्ज पर गढ़ा गया है।
अपना दल (के) ने 23 मार्च को उत्तर प्रदेश की तीन लोकसभा सीटों - फूलपुर, मिर्ज़ापुर और कौशांबी - से अपने उम्मीदवार वापस ले लिए थे।
कृष्णा पटेल के नेतृत्व वाली पार्टी ने एक बयान में कहा कि उसने अगली सूचना तक लोकसभा चुनाव के लिए घोषित उम्मीदवारों की सूची रद्द कर दी है।
इससे पहले, पार्टी ने कहा था कि वह उत्तर प्रदेश में 'इंडिया' ब्लॉक के हिस्से के रूप में तीन सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है।
अपना दल (के) ने 2022 का उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव समाजवादी पार्टी (एसपी) के साथ गठबंधन में लड़ा था, जिसमें पटेल एसपी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे थे।
अपना दल (के) और एआईएमआईएम के बीच गठबंधन हाल के राज्यसभा चुनाव के दौरान अपना दल (के) और सपा के बीच मतभेद के बाद हुआ। पटेल ने जोर देकर कहा था कि वह केवल पीडीए उम्मीदवार (सपा) रामजी लाल सुमन को वोट देंगी।
इस बीच, हाल ही में समाजवादी पार्टी से अलग हुए यूपी के पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने रविवार को कहा कि वह अपनी राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी (आरएसएसपी) के उम्मीदवार के रूप में कुशीनगर से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे।
यह दावा करते हुए कि उन्होंने सीट-बंटवारे पर उत्तर प्रदेश के इंडिया ब्लॉक के घटकों के साथ बातचीत की, लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली, मौर्य ने यह भी घोषणा की कि एस.एन. चौहान देवरिया लोकसभा सीट से अपनी पार्टी के उम्मीदवार होंगे।
उन्होंने कहा कि पार्टी के अन्य उम्मीदवारों के नामों की घोषणा जल्द ही की जाएगी।
उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने 'इंडिया' गुट के तहत सीटों के बंटवारे पर फैसला किया है। समझौते के तहत कांग्रेस राज्य की 80 लोकसभा सीटों में से 17 पर चुनाव लड़ेगी और सपा 63 पर अपने उम्मीदवार उतारेगी।
उत्तर प्रदेश में 19 अप्रैल से 1 जून तक सात चरणों में मतदान होगा। वोटों की गिनती 4 जून को होगी।
(आईएएनएस)
हैदराबाद, 31 मार्च । भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के वरिष्ठ नेता और विधायक कादियाम श्रीहरि अपनी बेटी कादियाम काव्या के साथ रविवार को कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए।
मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी और एआईसीसी प्रभारी दीपा दासमुंशी ने उनका पार्टी में स्वागत किया।
कांग्रेस नेताओं ने दो दिन पूर्व पिता-पुत्री की जोड़ी को सत्तारूढ़ पार्टी में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया था।
तेलंगाना के पूर्व उपमुख्यमंत्री श्रीहरि ने अपने समार्थकों के साथ बैठक के बाद यह निर्णय लिया।
श्रीहरि हाल के चुनावों में स्टेशन घनपुर निर्वाचन क्षेत्र से विधानसभा के लिए चुने गए थे। उनकी बेटी को वारंगल लोकसभा सीट के लिए बीआरएस उम्मीदवार घोषित किया गया था, लेकिन 28 मार्च को उन्होंने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया।
अभी यह स्पष्ट नहीं कि कांग्रेस वारंगल लोकसभा सीट से श्रीहरि या उनकी बेटी को मैदान में उतारेगी या नहीं।
वारंगल लोकसभा सीट से बीआरएस से चुनाव लड़ने से पीछे हटते हुए काव्या ने बीआरएस प्रमुख केसीआर को लिखा कि पार्टी नेताओं के खिलाफ भ्रष्टाचार, अतिक्रमण, फोन टैपिंग और शराब घोटाले के आरोपों ने पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचाया है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि जिले में बीआरएस नेताओं के बीच समन्वय और सहयोग की कमी के कारण पार्टी कमजोर हुई है।
बीआरएस ने मौजूदा सांसद पसुनुरी दयाकर का टिकट काटने के बाद काव्या को मैदान में उतारने का फैसला किया था। इससे नाराज होकर दयाकर कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गये।
दयाकर 2015 के उपचुनाव में और 2019 में अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सीट वारंगल से चुने गए थे।
एक प्रमुख एससी नेता श्रीहरि ने 1980 के दशक में तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) के साथ अपनी राजनीतिक यात्रा शुरू की थी। उन्होंने संयुक्त आंध्रप्रदेश में एन. टी. रामाराव और चंद्रबाबू नायडू के मंत्रिमंडलों में मंत्री के रूप में भी काम किया। वह टीडीपी महासचिव और पोलित ब्यूरो के सदस्य भी रहे।
वारंगल जिले के स्टेशन घनपुर से चार बार विधायक रहे। वह 2013 में टीआरएस (अब बीआरएस) में शामिल हो गए।
वह 2014 में टीआरएस के टिकट पर वारंगल से लोकसभा के लिए चुने गए, लेकिन अगले साल बीआरएस अध्यक्ष और तत्कालीन मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव ने उन्हें उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री के रूप में कैबिनेट में शामिल किया।
श्रीहरि ने दो दिन पहले दीपा दासमुंशी और अन्य नेताओं से मुलाकात के बाद कहा था,“विभिन्न कारणों से, लोग बीआरएस से दूर जा रहे हैं। लोगों की सेवा करने और निर्वाचन क्षेत्र के लिए कुछ करने के लिए हमें एक निर्णय लेना होगा।”
बीआरएस की हैदराबाद मेयर विजयलक्ष्मी गडवाल के सत्तारूढ़ दल में शामिल होने के एक दिन बाद श्रीहरि और उनकी बेटी कांग्रेस में शामिल हुए।
विजयलक्ष्मी बीआरएस महासचिव और सांसद के. केशव राव की बेटी हैं, जिन्होंने भी कांग्रेस पार्टी में शामिल होने का फैसला किया है।
(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 31 मार्च । रामलीला मैदान में इंडिया गठबंधन की रैली पर भारतीय जनता पार्टी के सांसद मनोज तिवारी ने निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचारियों का एक बड़ा गैंग रामलीला मैदान में खड़ा होकर अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी पर रो रहा है और यह दृश्य उसी जगह हो रहा है, जहां एक बार अरविंद केजरीवाल चिल्ला-चिल्ला कर इन सभी लोगों को भ्रष्टाचारी बता रहे थे और उनकी गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे।
सोनिया गांधी को गिरफ्तार करो के नारे लगा रहे थे। आज जब वो खुद शराब घोटाले का एक बड़ा भ्रष्टाचारी बनकर जेल के अंदर हैं, तो उनकी पार्टी कांग्रेस के साथ मिलकर मंच साझा कर रही है।
मनोज तिवारी ने कहा कि इस दिल्ली में मंदिर, मस्जिद, गिरजाघर और धर्मालयों के सामने शराब के ठेके खोले गए। अरविंद केजरीवाल को दिल्ली की माताओं-बहनों की हाय लगी है।
मनोज तिवारी ने आगे कहा कि कांग्रेस और अन्य पार्टियों के वरिष्ठ नेता आज मन ही मन खूब मुस्कुरा रहे होंगे। अरविंद केजरीवाल हमें भ्रष्टाचारी कहने चला था। उन्होंने कहा, याद रखिए सोनिया गांधी, राहुल गांधी को जब भ्रष्टाचार की जांच के लिए ईडी का समन भेजा गया, तो उन्होंने उसका जवाब दिया और लड़ भी रहे हैं। लेकिन अरविंद केजरीवाल ने ईडी का समन 9-9 बार ठुकरा दिया। आज इन सभी भ्रष्टाचारी लोगों का गैंग वहां इकठ्ठा हुआ है, वह सभी मन ही मन मुस्कुरा रहे होंगे कि अरविंद केजरीवाल से ठीक बदला लिया। केजरीवाल ने गरीबों, झुग्गीवालों और बुजुर्गों के साथ धोखा किया है, आज उनको इसका परिणाम मिल रहा है।
उन्होंने कहा, ''मुझे पूरा विश्वास है कि जिस रामलीला मैदान से आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल ने अपनी राजनीति की शुरुआत की थी। उसी रामलीला मैदान में उनका पतन भी होगा और दिल्ली की जनता भी यही चाहती है।''
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ रविवार को दिल्ली के रामलीला मैदान में इंडिया गठबंधन 'लोकतंत्र बचाओ रैली' कर रहा है। इसमें कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, लालू यादव, फारूख अब्दुल्ला, शरद पवार, तेजस्वी यादव समेत आप के भी कई नेता शामिल हैं।
(आईएएनएस)
नयी दिल्ली, 31 मार्च शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने रविवार को दावा किया कि देश तानाशाही की तरफ बढ़ रहा है तथा ‘एक व्यक्ति और एक पार्टी की सरकार’ भारत के लिए खतरनाक है।
उन्होंने यहां रामलीला मैदान में ‘इंडिया’ गठबंधन की ‘लोकतंत्र बचाओ महारैली’ में लोगों का आह्वान किया कि वे लोकसभा चुनाव में भाजपा को पराजित करें और ‘अबकी बार, भाजपा तड़ीपार’ का नारा दें।
इस रैली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एससीपी) के प्रमुख शरद पवार, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव सीताराम येचुरी, राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव, नेशनल कांफ्रेंस के फारूक अब्दुल्ला शामिल थे।
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘कुछ दिन पहले आशंका जताई जा रही थी कि देश तानाशाही की तरफ बढ़ रहा है। अब यह सच्चाई बन गयी है।’’
उन्होंने कहा कि ‘‘एक व्यक्ति और एक पार्टी की सरकार’’ देश के लिए खतरनाक है।
ठाकरे ने लोगों का आह्वान किया, ‘‘अब हमें मिलीजुली सरकार लानी होगी।’’
उनका कहना था, ‘‘सभी प्रांतों का सम्मान करने वाली सरकार बनाने से ही देश बच सकता है।
ठाकरे ने कहा, ‘‘हम चुनाव के लिए एकत्र नहीं है, हम लोकतंत्र बचाने के लिए आए हैं।’’
शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख ने कहा, ‘‘जो सरकार किसानों को आतंकवादी मानती है उसे सत्ता में आने से रोकना होगा। जैसे किसानों को दिल्ली आने से रोका गया उसी तरह भाजपा को भी दिल्ली (सत्ता में) आने से रोकना होगा।’’
ठाकरे ने कहा, ‘‘मैं आपका आह्वान करता हूं कि तानाशाही के खिलाफ यह नारा देना होगा कि ‘अबकी बार, भाजपा तड़ीपार’।
उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन के प्रति समर्थन जताया और कहा कि पूरा देश उनके साथ है।
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने आरोप लगाया कि चुनावी बॉण्ड का मामला सबसे बड़ा घोटाला है और केंद्र की मौजूदा सरकार सबसे भ्रष्ट सरकार है।
उन्होंने दावा किया कि इस सरकार ने लोकतंत्र को दबाने के लिए जम्मू-कश्मीर को प्रयोगशाला बना दिया है और वहां प्रयोग करने के बाद उसे पूरे देश में लागू करती है।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माले) के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने दावा किया कि सभी लोकतांत्रिक संस्थाओं को खत्म करने का प्रयास किया जा रहा है तथा चुनावी बॉण्ड से मिले धन का उपयोग विपक्ष को तोड़ने के लिए हो रहा है। (भाषा)
लखनऊ, 31 मार्च उत्तर प्रदेश में अपनी पहली चुनावी रैली से पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को कहा कि उनकी सरकार ने देशभर में उनके ‘‘परिवारजन की आकांक्षाओं को नयी उड़ान’’ दी है।
मोदी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘बीते 10 वर्ष में हमारी सरकार ने अपने कामकाज से देशभर के मेरे परिवारजन की आकांक्षाओं को नई उड़ान दी है। इसे और गति प्रदान करने के लिए देशवासियों ने लोकसभा चुनाव में एक बार फिर से भाजपा-राजग (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) के साथ जाने का मन बना लिया है।’’ मोदी ने कहा, ‘‘उत्तर प्रदेश के मेरठ में आज दोपहर बाद करीब साढ़े तीन बजे जनता-जनार्दन से आशीर्वाद प्राप्त करने का सौभाग्य मिलेगा।’’
मोदी देश के लोगों को अकसर अपने परिवार के सदस्यों के रूप में संदर्भित करते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी लोकसभा चुनाव का कार्यक्रम घोषित होने के बाद मेरठ में रविवार को एक चुनावी रैली संबोधित कर राज्य में चुनाव प्रचार अभियान की शुरुआत करेंगे। प्रधानमंत्री की मेरठ रैली में मेरठ के अलावा बागपत, बिजनौर, मुजफ्फरनगर और कैराना लोकसभा क्षेत्रों के लोग भी शामिल होंगे।
प्रदेश की 80 सीट पर सभी सात चरणों में चुनाव होने हैं जिसकी शुरुआत पश्चिमी उत्तर प्रदेश से होगी। मोदी की रैली में जिन क्षेत्रों के लोग शामिल होंगे उनमें से बिजनौर, मुजफ्फरनगर और कैराना लोकसभा क्षेत्रों में पहले चरण में 19 अप्रैल को मतदान होगा जबकि मेरठ और बागपत में दूसरे चरण में 26 अप्रैल को मतदान होगा।
भाजपा ने इस बार मेरठ से रामानंद सागर द्वारा निर्देशित धारावाहिक 'रामायण' में राम की भूमिका निभाने के बाद विख्यात हुए अभिनेता अरुण गोविल को अपना उम्मीदवार बनाया है। (भाषा)
नयी दिल्ली, 31 मार्च शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने चुनावी बॉण्ड मुद्दे को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधते हुए उसे ‘‘भ्रष्ट जनता पार्टी’ बताया और कहा कि उसका असली चेहरा लोगों के सामने आ गया है।
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री ने भाजपा के ‘मोदी का परिवार’ अभियान को लेकर भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि वह ‘‘परिवार’’ का मतलब नहीं समझते क्योंकि उसके लिए ‘‘परिवार की जिम्मेदारी लेनी पड़ती है।’’
ठाकरे ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘जब कोविड-19 महामारी के दौरान मैं मुख्यमंत्री था तो मैंने संकल्प लिया था कि ‘मेरा परिवार, मेरी जिम्मेदारी’ है। आपके परिवार में केवल आप और आपकी कुर्सी है।’
शिवसेना (यूबीटी) नेता ने दावा किया कि भाजपा के पास अब कोई असली मुद्दा नहीं है क्योंकि चुनावी बॉण्ड की जानकारियां सामने आने से उसका ‘‘नकाब उतर गया है।’’
वह विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडिया’ (इंडियन नेशनल डेवलेपमेंटल इन्क्लूसिव एलायंस) की ‘लोकतंत्र बचाओ’ रैली में भाग लेने दिल्ली आए हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘यह सामने आ चुका है कि भाजपा सबसे भ्रष्ट पार्टी है। वह ‘भ्रष्ट जनता पार्टी’ है। उनका असली चेहरा जनता के सामने आ गया है।’’
ठाकरे ने उन लोगों का अपनी पार्टी में स्वागत करने के लिए भी भाजपा पर प्रहार किया जिनके खिलाफ उसने पहले गंभीर आरोप लगाए थे।
उन्होंने पूछा, ‘‘प्रफुल पटेल के खिलाफ किसने आरोप लगाए थे? आदर्श (घोटाले) के बारे में किसने आरोप लगाए थे? जनार्द्धन रेड्डी और नवीन जिंदल के खिलाफ किसने आरोप लगाए थे?’’
ठाकरे ने यह भी कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की भाजपा अलग थी और वह सिद्धांतों पर चलती थी। उन्होंने आरोप लगाया कि अब भाजपा भ्रष्ट लोगों के साथ है।
लोकसभा चुनाव से पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार करने की पृष्ठभूमि में ‘इंडिया’ गठबंधन की रविवार को रामलीला मैदान में होने वाली ‘लोकतंत्र बचाओ’ रैली को ताकत और विपक्षी एकता का प्रदर्शन करने के तौर पर देखा जा रहा है। बहरहाल, कांग्रेस ने कहा कि इस रैली का उद्देश्य किसी व्यक्ति की रक्षा करना नहीं, बल्कि संविधान और लोकतंत्र को बचाना है। (भाषा)
नयी दिल्ली, 31 मार्च लोकसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस को आयकर विभाग से एक बार फिर नया नोटिस मिला, जिसके जरिये आकलन वर्ष 2014-15 से 2016-17 तक के लिए 1,745 करोड़ रुपये के कर की मांग की गई है।
सूत्रों ने रविवार को यह जानकारी दी।
आयकर विभाग द्वारा कांग्रेस से अब तक कुल कुल 3,567 करोड़ रुपये के कर की मांग की जा चुकी है।
सूत्रों के मुताबिक, ताजा नोटिस 2014-15 (663 करोड़ रुपये), 2015-16 (करीब 664 करोड़ रुपये) और 2016-17 (करीब 417 करोड़ रुपये) से संबंधित हैं।
उन्होंने कहा कि अधिकारियों ने राजनीतिक दलों को मिलने वाली कर छूट समाप्त कर दी है और पार्टी पर कर लगा दिया है।
सूत्रों ने कहा कि जांच एजेंसियों द्वारा छापे के दौरान कांग्रेस के कुछ नेताओं से जब्त की गई डायरियों में की गई ‘‘तीसरे पक्ष की प्रविष्टियों’’ के लिए भी कांग्रेस पर कर लगाया गया है।
मुख्य विपक्षी दल ने शुक्रवार को कहा था कि उसे आयकर विभाग से नोटिस मिला है, जिसमें करीब 1,823 करोड़ रुपये का भुगतान करने को कहा गया है। कर अधिकारियों ने पिछले वर्षों से संबंधित कर मांग के लिए पार्टी के खातों से 135 करोड़ रुपये पहले ही निकाल लिये हैं।
कांग्रेस ने 135 करोड़ रुपये की कर मांग के खिलाफ अदालत का रुख किया है और इस मामले में सोमवार को उच्चतम न्यायालय में सुनवाई होने की संभावना है।
पार्टी इस संबंध में आयकर अपीलीय अधिकरण और उच्च न्यायालय से कोई राहत पाने में विफल रही है। (भाषा)
कोलकाता, 31 मार्च । पश्चिम बंगाल में 1 मार्च से अब तक राज्य और केंद्रीय एजेंसियों ने बेहिसाब नकदी, तस्करी का सोना, अवैध शराब की खेप और प्रतिबंधित नशीले पदार्थों की चुनाव पूर्व जब्ती की है, जो लगभग 150 करोड़ रुपये मूल्य की है। राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय से उपलब्ध डेटा से यह पता चला।
सीईओ कार्यालय के सूत्रों ने कहा कि अब तक जब्त की गई कुल बेहिसाब नकदी लगभग 8 करोड़ रुपये है, जबकि वितरण के समय या उसके बाद अतिरिक्त 24 करोड़ रुपये जब्त किए गए हैं।
एक सूत्र ने कहा, "तस्करी की गई कीमती धातुओं, मुख्य रूप से सोना की रिकॉर्ड मात्रा भी बरामद की गई है, जिसका अनुमानित बाजार मूल्य लगभग 28 करोड़ रुपये है।"
इसी अवधि में केंद्रीय एजेंसियों ने 12,70 लाख लीटर अवैध शराब भी बरामद की, जिसकी अनुमानित बाजार कीमत 34 करोड़ रुपये है।
सूत्रों ने कहा, "समीक्षा अवधि के दौरान विभिन्न राज्य और केंद्रीय एजेंसियों द्वारा मादक पदार्थों और बिना प्रमाणित दस्तावेजों के महंगे उपहारों सहित 44 करोड़ रुपये से अधिक की अन्य वस्तुएं भी जब्त की गई हैं।"
सूत्रों ने कहा कि ऐसी वस्तुओं की अधिकतम बरामदगी चुनाव आयोग द्वारा "वित्तीय रूप से संवेदनशील" घोषित छह लोकसभा क्षेत्रों से की गई।
(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 31 मार्च । दिल्ली में आज रविवार को अहिंसा दौड़ का आयोजन हुआ। प्रसिद्ध अभिनेता मिलिंद सोमन और अभिनेत्री मंदिरा बेदी ने इस दौड़ को हरी झंडी दिखाई। इस दौरान हजारों की संख्या में लोगों ने दौड़ लगाई।
इस दौरान मिलिंद सोमन और मंदिरा बेदी ने लोगों को फिट रहने का संदेश देते हुए मोदी सरकार के फिट इंडिया मुहिम की तारीफ की।
मिलिंद सोमन और मंदिरा बेदी ने झंडी दिखाकर अहिंसा दौड़ को रवाना किया। खुद मिलिंद सोमन ने दौड़ में हिस्सा लिया।
अहिंसा रन दौड़ में चार श्रेणी है -- 5 किलोमीटर, 3 किलोमीटर, 10 किलोमीटर और 21 किलोमीटर। बच्चों, वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांग लोगों के लिए एक विशेष दौड़ श्रेणी है।
इस मौके पर मिलिंद सोमन ने कहा कि कुछ समय खुद के लिए निकलना बहुत जरूरी है। आप योग कर सकते हैं, कुछ भी कर सकते हैं, लोग करते नहीं हैं। ज़िन्दगी का मजा लेने के लिए फिट होना जरूरी है।
मंदिर बेदी ने कहा कि इस दौड़ में हिस्सा लेकर आप एक बड़े कॉज को सपोर्ट कर रहे हैं। संडे के दिन जब ऐसा जमावड़ा दिखाई देता है तो बहुत अच्छा लगता है। उन्होंने कहा कि अगर हम अपनी सेहत का ख्याल खुद नहीं रखेंगे तो कौन रखेगा।
इस अहिंसा दौड़ का मक़सद मूल रूप से एक बेहतर दुनिया के लिए जागरूकता पैदा करना है, युद्ध, नफरत को रोकना और हमारे परिवेश में शांति और अहिंसा लाने का प्रयास करना है।
(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 31 मार्च । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को 1970 के दशक में कच्च्यतिवु द्वीप श्रीलंका को देने के तब की इंदिरा गांधी सरकार की आलोचना की है।
एक न्यूज़ आर्टिकल का हवाला देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स पर लिखा, "आंखें खोलने वाली और चौंका देने वाली रिपोर्ट! नए तथ्यों से पता चलता है कि कैसे कांग्रेस ने बेरहमी से कच्च्यतिवु श्रीलंका को दे दिया। इससे हर भारतीय नाराज है और लोगों के मन में फिर से पुष्टि हुई है कि हम कांग्रेस पर कभी भरोसा नहीं कर सकते।"
उन्होंने कांग्रेस पर भारत की एकता और अखंडता को कमजोर करने का भी आरोप लगाया।
उन्होंने कहा, "भारत की एकता, अखंडता और हितों को कमजोर करना कांग्रेस का 75 वर्षों से काम करने का तरीका रहा है।"
रिपोर्ट में कहा गया है कि तमिल नाडु भाजपा के अध्यक्ष अन्नामलाई ने आरटीआई से दस्तावेज हासिल किए जिससे पता चला कि भारत के तट से बीस किलोमीटर दूर 1.9 वर्ग किलोमीटर जमीन भारत ने श्रीलंका को दे दिए।
रामेश्वरम (भारत) और श्रीलंका के बीच स्थित इस द्वीप का उपयोग पारंपरिक रूप से श्रीलंकाई और भारतीय दोनों मछुआरों द्वारा किया जाता था। 1974 में, तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने कच्चातिवु को श्रीलंकाई क्षेत्र के रूप में स्वीकार कर लिया।
बीजेपी सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने इसी रविवार को कहा, ''कच्च्यतिवु के मुद्दे पर मैं पूरे देश को याद दिलाना चाहूंगा कि यह 1975 तक भारत का था और यह तमिलनाडु में भारतीय तट से सिर्फ 25 किमी दूर है। पहले भारतीय मछुआरे वहां जाते थे लेकिन इंदिरा गांधी के शासनकाल में तत्कालीन सरकार ने इसे श्रीलंका को सौंप दिया। उस समझौते में यह भी कहा गया था कि कोई भी भारतीय मछुआरा वहां नहीं जा सकता। इस वजह से कई मछुआरों को पकड़कर जेल में बंद किया गया और अत्याचार का सामना करना पड़ा। न तो द्रमुक इस मुद्दे को उठाती है और न ही कांग्रेस इस मुद्दे को उठाती है।"
(आईएएनएस)
कोलकाता, 30 मार्च । ईडी ने शनिवार को अदालत की मंजूरी मिलने के बाद निलंबित तृणमूल कांग्रेस नेता शेख शाहजहां से जेल में पूछताछ शुरू की।
उत्तर 24 परगना जिले के बशीरहाट उप-विभागीय न्यायालय ने शनिवार दोपहर पीडीएस मामले में ईडी को शेख शाहजहां से पूछताछ करने की इजाजत दे दी। हालांकि, ईडी को केवल जेल परिसर के भीतर ही शाहजहां से पूछताछ करने की इजाजत दी गई है।
शेख शाहजहां 5 जनवरी को संदेशखाली में ईडी और सीएपीएफ कर्मियों पर हमले का मास्टरमाइंड हैं। वर्तमान में वह बशीरहाट सब-जेल में न्यायिक हिरासत में है।
इस मामले में पश्चिम बंगाल पुलिस ने शेख शाहजहां गिरफ्तार किया था और बाद में सीबीआई को सौंप दिया गया था।
सूत्रों ने बताया कि अदालत से अनुमति लेकर ईडी अधिकारियों की एक टीम बशीरहाट सब-जेल पहुंची और शाहजहां से पूछताछ शुरू की।
जानकारी के अनुसार, अगले हफ्ते, ईडी गहन पूछताछ के लिए शाहजहां की हिरासत के लिए कोलकाता में एक विशेष पीएमएलए अदालत का रुख करेगी।
(आईएएनएस)
बेंगलुरु, 30 मार्च । कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने शनिवार को कहा कि लोकसभा चुनाव संपन्न होने के बाद कांग्रेस में फूट होगी। पार्टी अभी सही उम्मीदवार तलाश पाने में पूरी तरह से असमर्थ है। पार्टी ने महज परिवार के सदस्यों को ही टिकट देना मुनासिब समझा है।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा तीसरी बार शपथ लेने के बाद कर्नाटक कांग्रेस में विभाजन देखने को मिलेगा।"
बोम्मई ने कहा कि परिवारवाद की राजनीति कांग्रेस का हॉलमार्क बन चुकी है, लेकिन इस बार पार्टी ने जिस तरह से मंत्री के परिजनों और रिश्तेदारों को टिकट दिया है, उसके पीछे की वजह कुछ और है।
बोम्मई ने कहा, "शीर्ष नेतृत्व ने 10 मंत्रियों से चुनाव लड़ने का आह्वान किया था, लेकिन वो सभी अपनी जीत को लेकर आश्वास्त नहीं थे। वहीं, जब केंद्रीय नेताओं ने उन्हें टिकट देने के लिए उपयुक्त उम्मीदवारों का नाम सुझाने के लिए कहा, तो उन्होंने अपने बेटे, बेटियों, दामाद और भाई को आगे कर दिया, लेकिन इससे पार्टी को कोई फायदा होने वाला नहीं है, क्योंकि इस बार देश की जनता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को वोट देने का फैसला कर लिया है।"
उन्होंने कहा कि वो 31 मार्च को फैसला करेंगे कि लोकसभा उम्मीदवार के रूप में नामांकन कब दाखिल करना है, क्योंकि वह पार्टी के स्टार प्रचारक भी हैं। ऐसे में वह कुछ संसदीय क्षेत्रों में पार्टी के पक्ष में चुनाव प्रचार भी करेंगे। इसके अलावा वह दूसरे चरण के चुनाव से पहले भी पार्टी के लिए प्रचार कर सकते हैं।
श्रीरंगपटना के कांग्रेस विधायक रमेश बांदीसिद्देगौड़ा द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री एच.डी. कुमारस्वामी के अस्पताल में भर्ती होने को लेकर मजाक उड़ाने पर बोम्मई ने कहा कि रमेश कोई डॉक्टर नहीं हैं और स्वास्थ्य के मुद्दे को राजनीति में घसीटना सही नहीं है।
बोम्मई ने कहा, "इस बात के बाकायदा प्रमाण हैं कि कुमारस्वामी वर्तमान में चेन्नई में उपचाराधीन हैं। राजनीति में लड़ाई सियासी मसलों पर होनी चाहिए ना कि व्यक्तिगत मसलों पर। हालांकि, विधायक का कुमारस्वामी के साथ अच्छे ताल्लुक हैं। ऐसे में व्यक्तिगत मुद्दों को अगर सियासी अखाड़े में ना ही लाया जाए, तो बेहतर रहेगा।"
(आईएएनएस)