राष्ट्रीय
नई दिल्ली, 26 अप्रैल । लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के तहत देश के 13 राज्यों एवं संघ शासित प्रदेशों की 88 लोकसभा सीटों पर मतदान जारी है।
दोपहर 1 बजे तक के राज्यवार मतदान के आंकड़ों की बात करें तो सबसे ज्यादा त्रिपुरा में 54.47 प्रतिशत और सबसे कम महाराष्ट्र में 31.77 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया है।
अन्य राज्यों के मतदान प्रतिशत की बात करें तो, दोपहर 1 बजे तक मणिपुर में 54.26 प्रतिशत, छत्तीसगढ़ में 53.09 प्रतिशत और पश्चिम बंगाल में 47.29 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट किया है।
दोपहर 1 बजे तक असम में 46.31, जम्मू और कश्मीर में 42.88, राजस्थान में 40.39, केरल में 39.26, मध्य प्रदेश में 38.96, कर्नाटक में 38.23, उत्तर प्रदेश में 35.73 और बिहार में 33.8 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट किया है।
(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 26 अप्रैल । लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण का मतदान जारी है, इस चुनाव में युवा मतदाता एक बड़ी भूमिका निभाएंगे। दूसरे चरण के चुनाव में 3.62 करोड़ से अधिक नए और युवा मतदाता हैं। हालांकि, बुजुर्ग मतदाताओं में भी जबरदस्त जोश देखने को मिला है। कई स्थानों पर 100 वर्ष से अधिक आयु के मतदाता वोट डालने मतदान केंद्र तक पहुंचे।
यह चुनाव 13 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों के 88 संसदीय क्षेत्रों में हो रहा है। इसमें उत्तर प्रदेश की 8 और केरल की सभी 20 सीटें शामिल हैं।
बड़ी संख्या में युवा मतदाता होने के बावजूद बुजुर्गों में भी चुनाव को लेकर पूरा उत्साह देखा जा रहा है। चुनाव आयोग द्वारा बुजुर्ग मतदाताओं को अपने घरों से आराम से मतदान करने का विकल्प प्रदान किया गया है। हालांकि, विभिन्न लोकसभा क्षेत्र में बुजुर्ग मतदाता मतदान केंद्र पर पहुंच कर अपना वोट डालते नजर आए। अलीगढ़ में 110 वर्षीय महिला ने मतदान केंद्र पहुंचकर वोट डाला तो वहीं कोटा में 108 वर्षीय भूरी बाई वोट डालने मतदान केंद्र पर पहुंचीं।
दूसरे चरण में 85 वर्ष या उससे अधिक आयु के 14.78 लाख से अधिक पंजीकृत मतदाता हैं। 100 वर्ष से अधिक के 42,226 मतदाता हैं और 14.7 लाख दिव्यांग मतदाता हैं।
अलग-अलग क्षेत्र में पहुंचने वाले बुजुर्ग मतदाताओं के लिए विशेष चुनाव कर्मी भी तैनात किए गए हैं। यहां दिव्यांगों का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। उन्हें जरूरत के हिसाब से व्हील चेयर उपलब्ध कराई जा रही है और उनका मतदान करवाया जा रहा है। इसके साथ-साथ सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने के लिए पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी अपने दस्ते के साथ जगह-जगह पर निरीक्षण करते दिखाई दे रहे हैं।
शुक्रवार को हो रहे चुनाव 88 संसदीय सीटों के लिए हैं। इन सीटों पर कुल 15.88 करोड़ से अधिक मतदाता हैं, इनमें 8.08 करोड़ पुरुष, 7.8 करोड़ महिला और 5,929 तृतीय लिंग के मतदाता शामिल हैं।
चुनाव आयोग के मुताबिक इस चुनाव में 34.8 लाख पहली बार मतदाता अपना वोट डालने के लिए पंजीकृत हैं। इसके अतिरिक्त, 20-29 वर्ष आयु वर्ग के 3.28 करोड़ युवा मतदाता हैं। लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के तहत शुक्रवार को केरल की सभी 20 लोकसभा सीटों पर चुनाव हो रहा है। वहीं, कर्नाटक की 14, राजस्थान की 13, उत्तर प्रदेश की 8, महाराष्ट्र की 8, मध्य प्रदेश की 6, असम की 5, बिहार की 5, छत्तीसगढ़ की 3, पश्चिम बंगाल की 3 और त्रिपुरा, मणिपुर एवं जम्मू कश्मीर की 1-1 सीट पर मतदान हो रहा है।
इस चरण में चुनाव लड़ने वालों में केरल के वायनाड से राहुल गांधी, तिरुवनंतपुरम से कांग्रेस के शशि थरूर मैदान में हैं। शशि थरूर का मुकाबला केंद्रीय मंत्री और भाजपा के उम्मीदवार राजीव चंद्रशेखर से है। मथुरा से हेमा मालिनी, राजनांदगांव से भूपेश बघेल, बेंगलुरु ग्रामीण से डीके सुरेश और बेंगलुरु दक्षिण से तेजस्वी सूर्या चुनाव लड़ रहे हैं। राजस्थान के कोटा सीट से लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं।
(आईएएनएस)
बेंगलुरु, 26 अप्रैल । कर्नाटक के उडुपी और चिक्कमगलुरु जिलों के माओवाद प्रभावित क्षेत्रों के 52 मतदान केंद्रों पर जोरदार वोटिंग हो रही है।
कड़ी सुरक्षा के बीच सुबह से ही मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की भारी भीड़ देखी गई। सभी ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
मतदान केंद्र पहाड़ी और वन क्षेत्रों में स्थित हैं जहां अतिरिक्त अर्धसैनिक और पुलिस बल तैनात किए गए हैं।
राज्य चुनाव आयोग ने कहा कि राज्य में इन 14 लोकसभा सीटों पर सुबह 7 बजे से 9 बजे के बीच 9.21 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। दक्षिण कन्नड़ संसदीय सीट पर सबसे ज्यादा 14.33 फीसदी वोटिंग हुई है। हाई प्रोफाइल मांड्या लोकसभा क्षेत्र में 7.70 प्रतिशत और बेंगलुरु ग्रामीण में 8.39 प्रतिशत मतदान हुआ।
लेखिका और उद्योगपति सुधा मूर्ति ने मतदाताओं से अपील करते हुए कहा कि वह घरों में न बैठें और मतदान करके अपना नेता चुनें।
उन्होंने कहा, “मुझे हमेशा लगता है कि ग्रामीण लोगों की तुलना में शहरी लोग कम वोट करते हैं। मैं युवाओं और लोगों से अनुरोध करती हूं कि वे बाहर आएं और मतदान करें।''
91 वर्षीय सेवानिवृत्त एयर मार्शल पी.वी. अय्यर ने बेंगलुरु में लोगों से वोट करने की अपील की और गर्व से दावा किया कि उन्होंने अपनी जिम्मेदारियां पूरी की हैं।
राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी मनोज कुमार मीणा ने अपने परिवार के सदस्यों के साथ जक्कुर के मॉडल उच्च प्राथमिक विद्यालय में बूथ संख्या 141 पर वोट डाला।
(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 26 अप्रैल । लोकसभा चुनाव-2024 के दूसरे चरण का मतदान जारी है। इस चरण में 12 राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश की 88 लोकसभा सीटों पर 1,200 से ज्यादा प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।
इस चरण में 89 लोकसभा सीटों के लिए मतदान होना था। लेकिन, मध्य प्रदेश के बैतूल में बहुजन समाज पार्टी के उम्मीदवार के निधन के चलते यहां मतदान टल गया। अब, यहां मतदान तीसरे चरण में होगा।
दूसरे चरण के चुनाव में मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए पोलिंग बूथों के बाहर लाइन में खड़े हैं। इस चरण के मतदान में भी कई सियासी दिग्गजों की किस्मत ईवीएम में कैद हो जाएगी।
आंकड़ों की मानें तो दूसरे चरण के चुनाव में सुबह 11 बजे तक मतदान का आंकड़ा इस प्रकार रहा है। असम में 27.43%, बिहार में 21.68%, छत्तीसगढ़ में 35.47%, जम्मू और कश्मीर में 26.61%, कर्नाटक में 22.34%, केरल में 25.61%, मध्य प्रदेश में 28.15%, महाराष्ट्र में 18.83%, मणिपुर में 33.22%, राजस्थान में 26.84%, त्रिपुरा में 36.42%, उत्तर प्रदेश में 24.31%, पश्चिम बंगाल में 31.25% मतदान दर्ज किया गया है। इस चरण में सभी 13 राज्यों के मतदान प्रतिशत को देखें तो 11 बजे तक कुल 25.6 प्रतिशत मतदान के आंकड़े सामने आ रहे हैं।
इस चरण के मतदान के साथ राहुल गांधी, गजेंद्र सिंह शेखावत, कैलाश चौधरी, वीरेंद्र खटीक, शोभा करंदलाजे, वी. मुरलीधरन, अरुण गोविल, वीडी शर्मा, डीके सुरेश, एचडी कुमारस्वामी, राजीव चंद्रशेखर, हेमा मालिनी, ओम बिड़ला, शशि थरूर, भूपेश बघेल, डॉ. महेश शर्मा, नवनीत कौर राणा, दानिश अली, कंवर सिंह तंवर, सुकांत मजूमदार, तेजस्वी सूर्या, राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव, रविंद्र सिंह भाटी, वैभव गहलोत समेत कई दिग्गजों का सियासी भविष्य ईवीएम में कैद हो जाएगा।
दूसरे चरण में कुल 1.67 लाख पोलिंग स्टेशन पर 15.88 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर रहे हैं। इनमें 8.08 करोड़ पुरुष, 7.8 करोड़ महिलाएं और 5,929 ट्रांस जेंडर वोटर हैं।
इस चरण में केरल की सभी 20 सीटों पर मतदान हो रहा है। मोदी सरकार के 6 केंद्रीय मंत्रियों के साथ दो पूर्व मुख्यमंत्रियों की किस्मत भी दांव पर है। दूसरे फेज में 4,100 पोलिंग स्टेशन ऐसे हैं जिन पर पूरी तरह से महिला कर्मचारियों की तैनाती की गई है। यहां तमाम चुनाव अधिकारियों के साथ सुरक्षा निगरानी में तैनात सारे सुरक्षाकर्मी भी महिला हैं। वहीं, 640 पोलिंग स्टेशन ऐसे हैं, जिनकी बागडोर दिव्यांग पोलिंग स्टाफ के हाथों में है।
2019 के लोकसभा चुनाव में इन 88 सीटों में से करीब 60 फीसदी सीटें भाजपा की, वहीं, 20 फीसदी सीटें कांग्रेस के हिस्से में आई थी।
2024 के लोकसभा चुनाव के लिए जिन 88 सीटों पर मतदान हो रहा है, उसमें से 2019 के लोकसभा चुनाव में 52 सीटों पर भाजपा ने जीत हासिल की थी। जबकि, कांग्रेस को 18 सीटें मिली थी। वहीं, बाकी की 18 सीटों में से 7 सीटें भाजपा के सहयोगी दलों के हिस्से आई थी। कांग्रेस के सहयोगी और अन्य विपक्षी दलों को 11 सीटें मिली थी।
इस बार के चुनाव में इन 88 सीटों में से भाजपा 69 सीटों पर किस्मत आजमा रही है। जबकि, कांग्रेस 68 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। एनडीए के सहयोगी दलों की बात करें तो एकनाथ शिंदे गुट वाली शिवसेना इस बार 3 सीट पर चुनाव लड़ रही है, जेडीयू ने इस चरण के तहत बिहार की 5 सीटों में हो रहे चुनाव में 4 सीट पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं। इसके अलावा आरएसपीएस 1 और जेडीएस तीन सीटों पर चुनाव लड़ रही है। इंडी गठबंधन की तरफ से कांग्रेस के अलावा आरजेडी 2, सपा 4, इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग 2 सीट, आरसीपी 1, केसीएम एक, एनसीपी 1, उद्धव ठाकरे की शिवसेना चार सीटों पर चुनाव मैदान में है।
इस चरण की 88 सीटों पर नजर डालें तो इसमें से 34 ऐसी सीटें हैं, जिन पर पिछले तीन लोकसभा चुनाव में एक ही पार्टी का कब्जा रहा है, जबकि 54 सीटों पर लगातार मतदाता अपनी पसंद को बदलते रहे हैं या दो बार से एक ही पार्टी का कब्जा है। जिन 34 सीटों पर पिछले तीन चुनाव से एक ही पार्टी का कब्जा रहा है, उसमें से 19 सीटें भाजपा के पास, 8 सीटें कांग्रेस के पास और अन्य दलों के पास सात सीटें हैं।
इस चरण के चुनाव में जिन उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में बंद होनी है, उनमें एडीआर की रिपोर्ट की मानें तो कर्नाटक से कांग्रेस नेता वेंकटरमन सबसे अमीर उम्मीदवार हैं। उनके पास कुल संपत्ति 622 करोड़ रुपये है। दूसरे सबसे अमीर उम्मीदवार कांग्रेस के ही डीके सुरेश हैं, जिनकी संपत्ति 593 करोड़ रुपये है। इसके बाद तीसरे नंबर पर बीजेपी की मथुरा से उम्मीदवार हेमा मालिनी हैं, जिनके पास 278 करोड़ रुपये की संपत्ति है।
वहीं, महाराष्ट्र की नानदेड़ लोकसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार लक्ष्मण नागराव पाटिल इस चरण के सबसे गरीब उम्मीदवार हैं, उनके पास सिर्फ 500 रुपये हैं। दूसरी सबसे गरीब उम्मीदवार कासरगोद से निर्दलीय राजेश्वरी केआर हैं, जिनके पास सिर्फ 1,000 रुपये हैं। अमरावती से निर्दलीय उम्मीदवार प्रुथविस्मरत के पास 1,400 रुपये हैं।
(आईएएनएस)
जयपुर, 26 अप्रैल । राजस्थान की 13 लोकसभा सीटों पर सुबह 11 बजे तक 26.84 फीसद मतदान हुआ है।
सुबह 11 बजे तक बांसवाड़ा में सबसे ज्यादा मतदान हुआ। इसके बाद बाड़मेर (29.58 प्रतिशत), झालावाड़ करण (28.88 प्रतिशत), जालौर (28.50 प्रतिशत), कोटा (28.30 प्रतिशत), उदयपुर (27.46 प्रतिशत), चित्तौड़गढ़ (26.48 प्रतिशत), जोधपुर (25.75 प्रतिशत) हैं। ), राजसमंद (25.58 प्रतिशत), भीलवाड़ा (25.15 प्रतिशत), पाली (24.62 प्रतिशत), अजमेर (24.43 प्रतिशत), और टोंक-सवाई माधोपुर (24 प्रतिशत) शामिल है।
कोटा बूंदी में बूथ नंबर 179 पर 108 साल की भूरी बाई नाम की महिला ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
बारिश और तेज हवाओं के कारण कुछ मतदान केंद्रों पर पार्टी एजेंटों के तंबू उड़ गए।
एक अन्य घटना में भीलवाड़ा के पुर कस्बे में छगनलाल (80) नाम के एक बुजुर्ग व्यक्ति की वोट डालने से पहले ही मौत हो गई। छगनलाल अपने पोते के साथ सामुदायिक केंद्र पर वोट देने आए थे, जहां कतार में खड़े-खड़े चक्कर आने से वह गिर पड़े। मौके पर डॉक्टर को बुलाया गया, जिन्होंने उसे मृत घोषित कर दिया।
राज्य में कुछ जगहों पर मतदान का बहिष्कार भी किया गया। बांसवाड़ा में परमाणु ऊर्जा संयंत्र के पुराने विवाद के कारण बांसवाड़ा विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गांव आड़ीभीत में मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करने नहीं पहुंचे।
पाली जिले के धुरासानी ग्राम पंचायत के अंतर्गत बूथ संख्या 116 पर मतदाताओं ने अपने गांव में जल संकट और सड़कों की खराब स्थिति का हवाला देते हुए मतदान का बहिष्कार किया। नाराज ग्रामीणों से वार्ता करने के लिए तहसीलदार दिलीप सिंह मौके पर पहुंचे।
(आईएएनएस)
रांची, 26 अप्रैल । झारखंड में तीन लोकसभा सीटों हजारीबाग, कोडरमा और चतरा में शुक्रवार को नोटिफिकेशन जारी होने के साथ चुनावी प्रक्रिया का आगाज हो गया। यहां 3 मई तक नामांकन पत्र दाखिल किए जा सकेंगे। 4 मई को नामांकन पत्रों की जांच होगी और 6 मई तक नाम वापस लिए जा सकेंगे। इन सीटों पर 20 मई को वोट डाले जाएंगे।
गिरिडीह जिले की गांडेय विधानसभा सीट पर उपचुनाव भी इसी कार्यक्रम के अनुसार संपन्न कराया जाएगा।
देश में लोकसभा के पांचवें और झारखंड में दूसरे चरण की इन तीन सीटों पर कुल 58 लाख 22 हजार 839 मतदाता मताधिकार का इस्तेमाल कर पाएंगे। फिलहाल ये तीनों सीटें भाजपा के कब्जे में हैं, लेकिन इनमें से दो सांसद हजारीबाग के जयंत सिन्हा और चतरा के सुनील सिंह की जगह पार्टी ने नए चेहरों को उतारा है।
इस फेज में कोडरमा सीट पर भाजपा की प्रत्याशी केंद्रीय राज्य मंत्री अन्नपूर्णा देवी और इंडिया गठबंधन की ओर से सीपीआई (एमएल) के प्रत्याशी और बगोदर इलाके के विधायक विनोद सिंह के बीच मुकाबला संभावित है।
हालांकि यहां पूर्व विधायक झामुमो नेता प्रो. जयप्रकाश वर्मा के निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर मैदान में आने से त्रिकोणीय मुकाबले की स्थिति बन सकती है।
हजारीबाग सीट पर दो विधायक भाजपा के मनीष जायसवाल और जयप्रकाश भाई पटेल के आमने-सामने की टक्कर मानी जा रही है।
चतरा सीट पर भाजपा के कालीचरण सिंह, इंडिया गठबंधन की ओर से झारखंड सरकार के पूर्व मंत्री कांग्रेस के केएन त्रिपाठी और निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर उतरने जा रहे राजद के वरिष्ठ नेता पूर्व मंत्री गिरिनाथ सिंह की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है।
(आईएएनएस)
धनबाद, 26 अप्रैल । कार्यस्थलों पर मानसिक प्रताड़ना आम बात है, लेकिन कई बार यह प्रताड़ना इतनी तकलीफदेह हो जाती है कि किसी के लिए भी इसे सहन कर पाना मुश्किल हो जाता है। धनबाद जिले में कार्यरत सीएचओ (कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर) अपने डॉक्टर द्वारा किए गए मानसिक प्रताड़ना से इस कदर तंग आ गई कि उन्हें सोशल मीडिया के जरिए अपनी व्यथा बयां करनी पड़ी।
उन्होंने वीडियो बनाकर स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी राहुल कुमार पर मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि उन्हें डॉक्टर बेवजह परेशान करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहे हैं, जिससे वो इस कदर तंग आ चुकी है कि वो अब उन्हें सोशल मीडिया पर वीडियो बनाकर मदद की गुहार लगानी पड़ रही है।
उन्होंने कहा कि वो कई दफा इस मामले की शिकायत अधिकारियों से कर चुकी है, लेकिन उनकी फरियाद को कोई नहीं सुन रहा, इसलिए अब वो इस कदर मजबूर हो गई कि उन्हें वीडियो बनाकर अपना दर्द बयां करना पड़ रहा है।
वहीं, स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी ने अपने ऊपर लगाए गए इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है।
उन्होंने बयान जारी कर कहा कि उनकी छवि खराब करने के मकसद से उन पर इस तरह के झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं, जिनमें बिल्कुल भी सच्चाई नहीं है।
उन्होंने कहा कि उन्हें सुनियोजित साजिश के तहत फंसाने की कोशिश की जा रही है। वहीं, वीडियो में सीएचओ (कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर) अपना ट्रांसफर किए जाने की बात कह रही है। वो कह रही है कि अब वो यहां काम करने की स्थिति में नहीं है।
(आईएएनएस)
बेंगलुरु, 28 मार्च । कर्नाटक की 28 लोकसभा सीटों में से 14 पर शुक्रवार को वोटिंग चल रही है। बेंगलुरु के लगभग सभी मतदान केंदों पर लोगों की भीड़ देखी जा सकती है। वहीं 78 वर्षीय कलावती में भी यह जज़्बा साफ दिखाई दिया। निमोनिया से पीड़ित होने के बाद भी महिला ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
कलावती को खांसी, सांस फूलने और थकावट के लक्षणों के बाद 23 अप्रैल की शाम को मणिपाल अस्पताल जयनगर ले जाया गया। जहां परीक्षण के बाद उनमें निमोनिया का पता चला।
उनकी गंभीर हालत देखते हुए मणिपाल अस्पताल जयनगर के जीएम, कंसल्टेंट, इंटरनल मेडिसिन डॉ. अरविंद ने तुरंत उनका उपचार शुरू किया।
रिकवरी रूम में होने के बावजूद कलावती ने अपने मतदान अधिकार का प्रयोग करने की इच्छा व्यक्त की।
हालांकि उनके स्वास्थ्य के चलते वोट देना है या नहीं, यह प्रश्न बना रहा। मगर महिला के जज्बे को देखते हुए मेडिकल टीम ने मतदान करने में महिला का पूरा साथ दिया।
नर्सिंग टीम की सहायता से कलावती को स्ट्रेचर पर वोट डालने के लिए जयनगर निर्वाचन क्षेत्र में ले जाया गया, जहां उन्होंने वोटिंग की।
(आईएएनएस)
नोएडा, 26 अप्रैल । गौतमबुद्ध नगर में अलग-अलग विधानसभा में लगे पुलिसकर्मी बूथों पर पहुंचने वाले बुजुर्गों और दिव्यांगों का विशेष ध्यान रख रहे हैं। उन्हें जरूरत के हिसाब से व्हील चेयर उपलब्ध कराई जा रही है और उनका मतदान करवाया जा रहा है।
इसके साथ-साथ सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने के लिए पुलिस कमिश्नर अपने दस्ते के साथ जगह-जगह पर निरीक्षण करती हुई दिखाई दे रही हैं।
पुलिस कमिश्नर गौतमबुद्ध नगर लक्ष्मी सिंह के निर्देशानुसार, लोकसभा चुनाव के दौरान मतदान स्थलों पर तैनात पुलिसकर्मियों द्वारा वरिष्ठ/बुर्जुग/दिव्यांग मतदाताओं को मतदान करने में व्हील चेयर आदि उपलब्ध कराकर सहायता प्रदान करते हुए मतदान कराया जा रहा है।
गौतमबुद्धनगर की तीन विधानसभा नोएडा, दादरी एवं जेवर में शांतिपूर्ण मतदान जारी है।
कमिश्नरेट गौतमबुद्ध नगर पुलिस द्वारा सभी मतदान केंद्रों पर पारदर्शिता एवं निष्पक्षता के साथ आदर्श आचार संहिता का अनुपालन करते हुए शांतिपूर्ण मतदान कराया जा रहा है। साथ ही साथ ड्यूटी पर तैनात पुलिस बल द्वारा वरिष्ठ/बुर्जुग/दिव्यांग मतदाताओं को व्हील चेयर आदि पर मतदान कराने में सहायता प्रदान की जा रही है।
पुलिस अधिकारी तीनों जोन में लगातार घूम रहे हैं और कड़ी नजर रखे हुए हैं। बूथों पर तैनात सुरक्षाकर्मियों को भी चुनाव आयोग द्वारा जारी दिशा-निर्देश का कड़ाई से अनुपालन कराने के संबंध में निर्देशित किया गया है।
(आईएएनएस)
गाजियाबाद, 26 अप्रैल । लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में गाजियाबाद लोकसभा सीट पर सुबह सात बजे से वोटिंग जारी है। इस सीट पर सुबह 11 बजे तक 23.14 फीसदी मतदान हो चुका है। इस बीच रिटायर्ड जनरल वीके सिंह ने मतदान केंद्र पर पहुंचकर वोट डाला।
इसके बाद उन्होंने पत्रकारों से बातचीत करते हुए गाजियाबाद की जनता से वोट करने की अपील की। कम वोट प्रतिशत के बयान पर उन्होंने कहा कि गर्मी अधिक है, वोट प्रतिशत धीरे-धीरे बढ़ जाएगा।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों की नाराजगी के बारे में मैं कुछ नहीं कह सकता, वो क्या सोचते हैं, यह उनसे जाकर पूछिए क्या नाराजगी है?
आप दस साल सांसद रहे, ऐसी क्या वजह रही पार्टी को आपका टिकट बदलना पड़ा। इसके जवाब में उन्होंने कहा कि मुझे इस बारे में नहीं पता, ये आप पार्टी से पूछिए। उन्होंने अपनी आगे की राजनीतिक भूमिका के बारे में बस इतना ही कहा कि देखेंगे।
आप पूरे देश में घुम रहे हैं, किस तरह का माहौल देख रहे हैं। इसके जवाब में उन्होंने कहा कि माहौल अच्छा है, खासकर दक्षिण भारत के अंदर पहले से ज्यादा सफलता मिलेगी।
इसके अलावा पत्रकारों ने उनसे पूछा कि क्या आप राजनीतिक पारी खेलेंगे या किसी संवैधानिक पद पर दिखाई देंगे। इसके जवाब में उन्होंने बस इतना ही कहा कि 4 जून के बाद बताएंगे।
(आईएएनएस)
बदायूं, 26 अप्रैल । समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के चूरन वाले बयान को लेकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कपड़े तो संतों के पहनते हैं, लेकिन संतों का ज्ञान नहीं है।
शिवपाल ने कहा कि सत्यनारायण की कथा के बाद प्रसाद बांटा जाता है, लेकिन वो इसे चूरन बता रहे हैं। चूरन चटनी खाने वाले व्यक्ति ने बहुत से लोगों का हाजमा दुरुस्त कर दिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर उन्होंने कहा कि वो बौखला रहे हैं, इन्होंने जनता को भ्रमित किया है, उनकी हार पक्की है।
शिवपाल यादव ने कहा यह समझ चुके हैं कि पहले चरण में हार चुके हैं, पश्चिम से हवा चल पड़ी है और पूर्व तक चलते-चलते आंधी बन जाएगी।
(आईएएनएस)
इम्फाल, 26 अप्रैल । असम राइफल्स और मणिपुर पुलिस ने गुरुवार को कद्दू के अंदर छिपाकर रखी गई 3.5 करोड़ रुपये मूल्य की हेरोइन जब्त की, जिसके पड़ोसी देश म्यांमार से तस्करी कर लाए जाने का संदेह है।
पुलिस ने कहा कि एक गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए, सुरक्षा बलों ने जिरीबाम में फ़िरज़ावल जिले के टिपाईमुख से दक्षिणी असम के कछार की ओर जा रहे एक पिकअप ट्रक को रोका और दो ड्रग तस्करों - अब्दुल मन्नान मजूमदार और खलील उल्ला बारभुइया को गिरफ्तार किया।
निरीक्षण करने पर, सुरक्षाकर्मियों को 30 साबुन के डिब्बों में 363.45 ग्राम हेरोइन मिली, जो अन्य सब्जियों के साथ पिकअप ट्रक में लदे कद्दू में छिपाई गई थी।
आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए हिरासत में लिए गए लोगों और जब्त किए गए नशीले पदार्थों को जिरीबाम थाने के हवाले कर दिया गया है।
(आईएएनएस)
भोपाल, 26 अप्रैल । मध्य प्रदेश में लोकसभा के दूसरे चरण में छह संसदीय क्षेत्र में मतदान हो रहा है। वोटिंग को लेकर लोगों में उत्साह नजर आ रहा है। होशंगाबाद संसदीय क्षेत्र में एक रोचक तस्वीर सामने आई हैं, जहां दुल्हन विदाई से पहले मतदान करने मतदान केंद्र पहुंची।
राज्य के दूसरे चरण में छह संसदीय क्षेत्रों में मतदान हो रहा है, इनमें होशंगाबाद सीट भी शामिल है। वोटिंग को लेकर लोगों में उत्साह है। यहां के नरसिंहपुर में एक मतदान केंद्र में साक्षी साहू ने विदाई से पहले अपना वोट डाला।
साक्षी साहू मतदान केंद्र पर अपने परिवार के सदस्यों के साथ पहुंची और अपने मत का प्रयोग किया। इस दौरान उनके पति भी उनके साथ थे।
(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 26 अप्रैल । भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने विरोधी दलों पर बड़ा हमला बोलते हुए आरोप लगाया है कि कांग्रेस और इंडी गठबंधन देश के अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़े वर्ग के लोगों का अधिकार छीन कर मुस्लिमों को देना चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि यही इनका छिपा हुआ एजेंडा है और कांग्रेस के घोषणापत्र में भी तुष्टीकरण स्पष्ट दिखाई दे रहा है।
उन्होंने कहा कि भाजपा यह नहीं चाहती कि मुसलमानों की उपेक्षा हो, लेकिन मुसलमानों को अन्य समुदायों की कीमत पर अनुचित लाभ नहीं मिलना चाहिए।
नड्डा ने आगे कहा कि कांग्रेस यह कहती है कि देश के संसाधनों पर पहला हक मुसलमानों का है, जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते हैं कि देश के संसाधनों पर पहला हक गरीबों का है।
भाजपा अध्यक्ष ने यूपीए सरकार के कार्यकाल की याद दिलाते हुए कहा कि दिसंबर 2006 में राष्ट्रीय विकास परिषद की बैठक को संबोधित करते हुए तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने संसाधनों पर मुसलमानों के पहले हक का बयान गलती से नहीं दिया था, बल्कि जानबूझकर दिया था। अप्रैल 2009 में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान मुंबई में एक सवाल का जवाब देते हुए मनमोहन सिंह ने फिर से अपने उस बयान को सही ठहराया और कहा कि अल्पसंख्यकों खासकर मुस्लिमों को प्राथमिकता मिलनी चाहिए। देश के संसाधनों पर मुसलमानों का पहला हक होना चाहिए।
सच्चर कमेटी की रिपोर्ट को गलत बयानबाजी करार देते हुए नड्डा ने कहा कि इसमें मुसलमानों की हालत दलितों से भी बदतर बताई गई थी। इसका मतलब साफ है कि कांग्रेस काफी पहले से ही यह आधार बना रही थी कि किसी भी तरह मुसलमानों को अनुसूचित जाति घोषित कर उन्हें एससी आरक्षण के तहत मिलने वाले लाभ दिए जाएं।
भाजपा अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में कहा है कि देश में बहुसंख्यकवाद की कोई जगह नहीं है, इसका मतलब यह है कि इन्हें एससी, एसटी और ओबीसी से सख्त नफरत है। देश में बहुसंख्यक आबादी इन्ही गरीब लोगों की है, इन्हीं वर्गों की है।
उन्होंने कहा कि इनके अधिकारों पर डाका डालने की कांग्रेस की यह आदत बहुत पुरानी है। जवाहरलाल नेहरू हमेशा मुसलमानों के पक्ष में रहते थे। नड्डा ने कांग्रेस सरकार द्वारा केंद्र और विभिन्न राज्यों में तुष्टीकरण के लिए उठाए गए कई कदमों का जिक्र करते हुए कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा।
(आईएएनएस)
भोपाल, 26 अप्रैल । मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में छह संसदीय क्षेत्र में शुक्रवार सुबह सात बजे से वोटिंग शुरू हो गई है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने लोगों से वोट के अधिकार का उपयोग कर देश के उज्ज्वल भविष्य के निर्माण में अपने दायित्वों का निर्वहन करने की अपील की है।
सीएम ने एक्स अकाउंट पर पोस्ट किया, "लोकतंत्र के पर्व चुनाव में सबसे महत्वपूर्ण मतदाता हैं। लोकसभा चुनाव 2024 के दूसरे चरण के तहत आज प्रदेश के लोकसभा क्षेत्र सतना, रीवा, खजुराहो, टीकमगढ़, दमोह एवं होशंगाबाद में मतदान हो रहा है। आप सभी सम्मानित मतदाताओं से विनम्र निवेदन है कि मतदान के अधिकार का उपयोग कर देश के उज्ज्वल भविष्य के निर्माण में अपने दायित्वों का निर्वहन अवश्य करें।"
ज्ञात हो कि राज्य में लोकसभा की 29 सीटें है, जहां चार चरणों में मतदान होना है। पहले चरण का मतदान छह संसदीय क्षेत्र में 19 अप्रैल को हो चुका है, वहीं दूसरे चरण में शुक्रवार को छह संसदीय क्षेत्रों में मतदान हो रहा है। वहीं शेष सीटों पर अन्य दो चरणों में मतदान होना है।
(आईएएनएस)
दरभंगा, 26 अप्रैल । बिहार के दरभंगा जिले के एक गांव में गुरुवार देर रात एक घर में आग लग गई। इस घटना में एक ही परिवार के छह लोगों की मौत हो गई। मृतकों में तीन बच्चे शामिल हैं।
पुलिस के मुताबिक, अंटोर गांव में देर रात शादी समारोह में आतिशबाजी की जा रही थी। बताया जाता है कि इसी आतिशबाजी की चिंगारी से घर में आग लग गई।
इस बीच घर में रखे रसोई गैस सिलेंडर में ब्लास्ट हुआ और देखते ही देखते आग पूरे घर में फैल गई। घर में बड़ी मात्रा में डीजल भी रखा हुआ था, जिससे आग और भड़क गई।
इस घटना में एक ही परिवार के 6 लोगों की मौत हो गई। बहेड़ा के थाना प्रभारी चंद्रकांत ने शुक्रवार को बताया कि मृतकों में सुनील कुमार, लाली देवी और कंचन देवी सहित तीन नाबालिग बच्चे हैं।
शवों को पोस्टमार्टम के लिए डीएमसीएच भेज दिया गया है। घटना के बाद गांव में मातम पसरा है।
(आईएएनएस)
पटना, 26 अप्रैल । बिहार में लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में पांच संसदीय क्षेत्र किशनगंज, कटिहार, पूर्णिया, भागलपुर और बांका में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शुक्रवार सुबह सात बजे से वोटिंग जारी है। दूसरे चरण में 93.96 लाख से ज्यादा मतदाताओं के मतदान के लिए 9322 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। चुनाव को लेकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
राज्य निर्वाचन विभाग के मुताबिक, शुक्रवार को राज्य के पांच संसदीय क्षेत्र में मतदान का कार्य शांतिपूर्वक चल रहा है। पहले दो घंटे यानी सुबह नौ बजे तक 9.84 प्रतिशत मतदान हुआ है। सबसे ज्यादा कटिहार में 12.01 प्रतिशत, जबकि बांका में 10.65 प्रतिशत, भागलपुर में 8.92 प्रतिशत, पूर्णिया में 9.36 प्रतिशत और सबसे कम किशनगंज में 8.32 प्रतिशत मतदान हुआ है।
उन्होंने कहा कि मतदान को लेकर लोगों में उत्साह देखा जा रहा है। कई मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की लंबी कतारें लगी हैं। मतदान स्थल पर गर्मी को देखते हुए मतदाताओं की सुविधा का पूरा ख्याल रखा गया है। इस चरण में कुल 50 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होगा। सबसे ज्यादा 12-12 प्रत्याशी भागलपुर और किशनगंज लोकसभा क्षेत्र में हैं जबकि बांका में 10, कटिहार में नौ और पूर्णिया में सात प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं।
स्वतंत्र और निष्पक्ष मतदान सुनिश्चित कराने के लिए नेपाल से लगी सीमाओं को सील कर दिया गया है।
(आईएएनएस)
श्रीनगर, 26 अप्रैल । जम्मू-कश्मीर के बारामूला जिले के सोपोर में शुक्रवार को सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच चल रही गोलीबारी में दो आतंकवादी मारे गए, जबकि एक नागरिक और दो सैनिक घायल हो गए।
आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद स्थानीय पुलिस, सेना और सीआरपीएफ सहित सुरक्षाबलों ने गुरुवार को सोपोर शहर के नौपोरा इलाके में घेराबंदी और तलाशी अभियान शुरू किया।
अधिकारियों ने कहा कि जैसे ही सुरक्षा बल छिपे हुए आतंकवादियों के करीब पहुंचे, उन्होंने आसपास के सुरक्षा बलों पर गोलीबारी शुरू कर दी, जिससे मुठभेड़ शुरू हो गई।
आतंकवादियों की गोलीबारी में दो सैनिक घायल हो गए। एक नागरिक को भी कंधे पर गोली लगी है।
घायलों को तुरंत अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने कहा कि उनकी हालत स्थिर है।
इस चल रही गोलीबारी में दो आतंकवादी मारे गए हैं। उनकी पहचान अभी तक नहीं हो पाई है। अधिकारियों ने बताया, ''इलाके में आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन जारी है।''
(आईएएनएस)
भारत में यह आम धारणा है कि मुसलमान ज्यादा बच्चे पैदा करते हैं. प्रधानमंत्री ने भी राजस्थान की एक चुनाव रैली में इसी बात पर जोर दिया. मगर आंकड़े कुछ और कहते हैं.
डॉयचे वैले पर साहिबा खान की रिपोर्ट-
21 अप्रैल को हुई राजस्थान की एक चुनावी रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी उन लोगों को देश के संसाधन बांटना चाहती है जो "घुसपैठिए" हैं और जिनके "ज्यादा बच्चे है." माना जा रहा है कि ये शब्द देश के मुसलमान समुदाय को संबोधित करने के लिए थे.
हालांकि यह धारणा आम है कि मुसलमान ज्यादा बच्चे पैदा करते हैं. आए दिन कोई ना कोई मंत्री या नेता इस धारणा को शब्द देकर उस पर मुहर लगा ही देता है.
जनसंख्या नियंत्रण बिल का समर्थन करने वाले बीजेपी नेता रवि किशन से लेकर मनोज तिवारी तक सभी ने किसी ना किसी रूप में ये बात कही है.
2011 की जनगणना के बाद कोई जनगणना नहीं
आखिरी जनगणना 2011 में हुई थी. इतने पुराने आकड़ों से आज की स्थिति का आकलन करना मुश्किल होगा. हालांकि, उसमें भी जानकारों ने नए तरीके निकाल लिए हैं. 'द पॉपुलेशन मिथ: इस्लाम, फैमिली प्लानिंग एंड पॉलिटिक्स इन इंडिया' नाम की किताब के लेखक और पूर्व इलेक्शन कमिश्नर एस वाई कुरैशी ने डीडब्ल्यू से बातचीत में बताया कि उन्होंने कैसे अपनी किताब के लिए रिसर्च की. उन्होंने कहा, "यह बात किसी को नहीं मालूम कि 2011 की जनगणना के बाद अब तक नई जनगणना क्यों नहीं हुई है.” उन्होंने अपने तरीके पर चर्चा करते हुए कहा, "भले ही जनगणना ना हुई हो लेकिन हर पांच सालों में सरकार का नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे तो आता ही है. उसमें भी प्रजनन, महिलाओं और बच्चों पर आंकड़े आते हैं जो सरकारी होते हैं.”
2011 की जनगणना में मुसलमानों की जनसंख्या 17.22 करोड़ थी, जो उस समय भारत की जनसंख्या 121.08 करोड़ का 14.2 फीसदी थी.
पिछली जनगणना जो 2001 में हुई थी, उसमें मुसलमानों की जनसंख्या 13.81 करोड़ थी, जो उस समय भारत की कुल जनसंख्या 102.8 करोड़ का 13.43 फीसदी थी.
2001 से 2011 के बीच मुसलमानों की जनसंख्या में 24.69 प्रतिशत की वृद्धि हुई. यह भारत के इतिहास में मुसलमानों की जनसंख्या में सबसे धीमी वृद्धि थी. 1991 से 2001 के बीच भारत की मुस्लिम आबादी में 29.49 प्रतिशत की वृद्धि हुई है.
धार्मिक समुदायों का औसत घरेलू ढांचा
नेशनल सैंपल सर्वे के 68वें राउंड (जुलाई 2011-जून 2012) के आंकड़ों के अनुसार, प्रमुख धार्मिक समूहों का औसत घरेलू ढांचा कुछ ऐसा था:
हिन्दू : 4.3
मुस्लिम : 5
ईसाई : 3.9
सिख : 4.7
अन्य : 4.1
2021 में आई प्यू रिसर्च सेंटर की एक रिपोर्ट के आंकड़ों के हिसाब से ये बात सही है कि मुस्लिम समुदाय में प्रजनन दर बाकी धार्मिक समुदायों से बेहतर है. लेकिन दूसरे नंबर पर हिन्दू समुदाय आता है. जैन इस मामले में सबसे नीचे आते हैं. सामान्य पैटर्न काफी हद तक वही है जो 1992 में था, जब मुसलमानों की प्रजनन दर सबसे अधिक 4.4 थी, उसके बाद हिंदुओं की 3.3 थी. लेकिन भारत के धार्मिक समूहों के बीच बच्चे पैदा करने में अंतर आम तौर पर पहले की तुलना में बहुत कम है. उदाहरण के लिए, 1992 में मुस्लिम महिलाओं को हिंदू महिलाओं की तुलना में औसतन 1.1 अधिक बच्चे पैदा करने का आकलन था, उसी आंकड़े में 2015 तक यह अंतर घट कर 0.5 हो गया था.
लेकिन कुरैशी ने इस बात पर आपत्ति जताई है कि प्रजनन दर धार्मिक नहीं हो सकता है, या किसी धर्म के हिसाब से वो बढ़-घट नहीं सकता है. उन्होंने कहा, "प्रजनन दर परिभाषित करने के लिए कई चीजें ध्यान में रखनी होती हैं, जैसे कि लोगों की आय कितनी है, फिर उस पर परचेज पावर कितना है, तालीम कितनी है, किस पृष्ठभूमि से आ रहे हैं.”
उन्होंने आगे बताया, "बिहार में हिन्दू और मुस्लिम समुदाय दोनों के प्रजनन दर में ज्यादा अंतर नहीं है. मगर बिहार और तमिलनाडु के हिंदू और मुस्लिम समुदाय के प्रजनन दर में बहुत अंतर है, करीब 2-4 पॉइंट्स का.”
इन आंकड़ों के भारत की धार्मिक संरचना के लिए क्या मायने हैं?
भारत में कई नेताओं ने इस बात को बार-बार कहा है कि मुस्लिम समुदाय में ज्यादा बच्चे पैदा होते हैं, जिसके कारण वो एक दिन हिन्दू समुदाय की आबादी को भी पीछे छोड़ देंगे. भारतीय डेमोग्राफी के बारे में बात करते हुए कुरैशी कहते हैं, "अगर आप पिछले और अभी के सभी सरकारी सर्वे और आंकड़ों को निकाल लें और गुना-भाग करें, तब आपको पता चलेगा कि भारत में मुस्लिम समुदाय अगले 600 वर्षों तक भी हिन्दू समुदाय को पीछे नहीं छोड़ सकता हैं.”
यह बात सही है कि प्रजनन क्षमता में अंतर के कारण भारत की मुस्लिम आबादी अन्य धार्मिक समूहों की तुलना में कुछ तेजी से बढ़ी है. लेकिन प्रजनन पैटर्न में गिरावट और परिवर्तित होने के कारण, 1951 के बाद से जब भारत ने एक स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में अपनी पहली जनगणना की थी, जनसंख्या के औसत धार्मिक ढांचे में केवल मामूली बदलाव हुए हैं.
फैमिली प्लानिंग के लिए जरूरी शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच
रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक पिछले 15 सालों में छोटे मुस्लिम परिवारों में बढ़त दिखाई देने लगी है, राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण में मुस्लिम प्रजनन दर में गिरावट देखी गई है - एक महिला के बच्चों की औसत संख्या - 2015 में 2.6 से 2019-21 में 2.4 हो गई है. हालांकि 2.4 पर यह अभी भी अन्य सभी समुदायों की तुलना में ज्यादा ही है, लेकिन 1992-93 में 4.4 से लगभग आधी हो गई है. इसके मायने हैं कि गिरावट भी सबसे तेज मुस्लिम समुदाय में ही है.
कुरैशी का कहना है, "आंकड़ों को देखा जाए और प्रजनन दर में गिरावट पर नजर रखी जाए तो मुस्लिम समुदाय भारत की फैमिली प्लानिंग स्कीम को सबसे ज्यादा अच्छे ढंग से समझ रहा है. सबसे ज्यादा गिरावट मुस्लिम समुदाय में ही आई है.”
कुरैशी का मानना है कि इसके प्रमुख कारण हैं मुस्लिम समुदाय में शिक्षित लोगों का बढ़ना. कुरैशी कहते हैं, "आप कहते हैं कि मुस्लिम ज्यादा बच्चे पैदा करते हैं. आप उन्हें शिक्षित बनाएं, सहूलियत मुहैया करें, और स्वास्थ्य पर काम करें तब समुदाय में इस मुद्दे को लेकर और भी ज्यादा जागरूकता आ पाएगी.” (dw.com)
केरल में लोकसभा की सभी 20 सीटों पर 26 अप्रैल को मतदान होंगे. लेफ्ट पार्टियों और कांग्रेस के बीच यहां सीधा मुकाबला है.
डॉयचे वैले पर आयुष यादव की रिपोर्ट-
भारत की 18वीं लोकसभा के चुनाव के लिए सात चरणों में मतदान कराए जाने हैं. इसके दूसरे चरण में कुल 13 राज्यों में मतदान होंगे. इनमें असम की 5, बिहार की 5, छत्तीसगढ़ की 3, कर्नाटक की 14, मध्य प्रदेश की 7, महाराष्ट्र की 8, उत्तर प्रदेश की 8, राजस्थान की 13, पश्चिम बंगाल की 3 और केरल की 20 सीटों पर वोटिंग होगी.
केरल में लोकसभा की सभी 20 सीटों पर 26 अप्रैल को मतदान होंगे. लेफ्ट पार्टियों और कांग्रेस के बीच यहां सीधा मुकाबला है. यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) में कांग्रेस, इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग, रेवेल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी और केरल कांग्रेस एक साथ चुनाव लड़ रहे हैं. इस गठबंधन में कांग्रेस सबसे ज्यादा 16 सीटों पर चुनाव लड़ रही है.
वहीं वाम मोर्चा लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (एलडीएफ) गठबंधन में सीपीआई (एम), सीपीआई और केरल कांग्रेस (एम) एक साथ मैदान में हैं. सीपीआई (एम) सबसे ज्यादा 15 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. बीजेपी एनडीए गठबंधन में भारत धर्म जन सेना पार्टी के साथ चुनाव लड़ रही है.
वायनाड की चुनौती
केरल की बहुचर्चित सीट वायनाड से कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी चुनाव लड़ रहे हैं. 2019 के लोकसभा चुनावों में राहुल को सात लाख से ज्यादा वोट मिले थे. लेकिन इंडिया ब्लॉक के घटक दल सीपीआई ने वायनाड से एनी राजा को राहुल गांधी के खिलाफ उतारा है.
डीडब्ल्यू से बात करते हुए सीपीआई के राज्यसभा सांसद संदोश कुमार ने कहा, "केरल में एलडीएफ और यूडीएफ के बीच ही मुकाबला है और बाकी प्रत्याशियों की तरह राहुल गांधी भी हमारे लिए एक प्रत्याशी हैं. हम अगर ऐसे ही सभी के लिए सीटें छोड़ देंगे तो हम कैसे चुनाव लड़ेंगे."
कौन हैं एनी राजा
एनी राजा सीपीआई महासचिव डी. राजा की पत्नी हैं और नेशनल फेडरेशन ऑफ इंडियन वुमेन (एनएफआईडब्ल्यू) की महासचिव हैं. कन्नूर में पैदा हुईं 60 साल की एनी चार भाई बहनों में सबसे छोटी और इकलौती लड़की हैं. कॉलेज के दिनों में वो सीपीआई के स्टूडेंट विंग 'ऑल इंडिया स्टूडेंट फेडरेशन' (एआईएसएफ) की सदस्य रही हैं.
पिछले चुनावों में कांग्रेस समर्थित यूडीएफ गठबंधन को 20 में से 19 सीटें मिली थीं और लेफ्ट के हाथ सिर्फ एक ही सीट आयी थी. एनी राजा को लेकर पार्टी के सदस्य इस बार जरूर उत्साहित नजर आ रहे हैं.
तिरुवनंतपुरम में एक पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम ने कहा, "केरल के लोगों को उस पार्टी को वोट देना चाहिए जो दिल्ली में नई सरकार बना सके और केरल में वह पार्टी कांग्रेस और यूडीएफ हैं." (dw.com)
भागलपुर, 26 अप्रैल । बिहार में दूसरे चरण के चुनाव के तहत शुक्रवार को भागलपुर संसदीय क्षेत्र में सुबह सात बजे से वोटिंग जारी है। इस बीच लोगों को मतदान के लिए आकर्षित करने और पर्यावरण संतुलन बनाये रखने का संदेश देने के लिए जिला प्रशासन ने अनोखी पहल की।
भागलपुर के तीन मतदान केंद्रों पर पहले 100 वोटर्स को आम के पौधे भेंट किये गए। इन केंद्रों को 'हरित मतदान केंद्र' का नाम दिया गया है।
भागलपुर जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिला पदाधिकारी डॉ नवल किशोर चौधरी ने आईएएनएस को बताया, "भागलपुर के तीन मतदान केंद्र संख्या 41, 48 और 85 को हरित केंद्र बनाया गया है। वहीं जिलाधिकारी ने सभी हरित बूथों पर लोगों को पौधा देकर प्रोत्साहित किया।"
यह पहल पर्यावरण संतुलन बनाए रखने के लिए की गई है। पर्यावरण संतुलन के लिए हरित क्षेत्र में वृद्धि जरूरी है। लगातार बढ़ते ग्लोबल वार्मिंग को रोकने के लिए हम सभी को ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाने की जरूरत है।
जिलाधिकारी डॉ. चौधरी ने आईएएनएस से कहा, " लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए जिस तरह मतदान जरूरी है उसी तरह पर्यावरण संतुलन के लिए वृक्ष जरूरी हैं।"
(आईएएनएस)
दक्षिण चीन सागर विवाद के बीच भारत ने फिलीपींस को ब्रह्मोस मिसाइल की सप्लाई कर शक्ति संतुलन बदल दिया है. अब चीन ने भारत द्वारा मिसाइल दिए जाने को लेकर अपनी प्रतक्रिया जाहिर की है.
डॉयचे वैले पर आमिर अंसारी की रिपोर्ट-
दक्षिण पूर्व एशियाई देश के साथ हथियार प्रणालियों की आपूर्ति के लिए 37.5 करोड़ डॉलर के समझौते पर हस्ताक्षर करने के दो साल बाद, भारत ने 19 अप्रैल को फिलीपींस को ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइलों की पहली खेप सौंप दी. अब इस मामले पर चीन की सेना का बयान आया है.
चीन और फिलीपींस दोनों ही दक्षिण चीन सागर के विवादित समुद्री जल क्षेत्र में अपने दावों को लेकर आमने-सामने हैं. भारत ने फिलीपींस को ऐसे समय में ब्रह्मोस मिसाइलों की पहली खेप दी है जब दक्षिण चीन सागर के विवादित स्प्रैटली द्वीप समूह को लेकर फिलीपींस और चीन के बीच तनाव चरम पर है.
ब्रह्मोस मिसाइल की डिलीवरी के बाद 25 अप्रैल को चीन ने इस पर प्रतिक्रिया दी है. चीनी सेना ने भारत द्वारा फिलीपींस को ब्रह्मोस मिसाइलों की डिलीवरी पर सधी हुई प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि दो देशों के रक्षा सहयोग से किसी तीसरे पक्ष के हितों और क्षेत्रीय स्थिरता को नुकसान नहीं पहुंचना चाहिए.
पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए चीनी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता वू कियान ने कहा, "चीन हमेशा मानता है कि दो देशों के बीच रक्षा और सुरक्षा सहयोग से किसी तीसरे पक्ष के हितों को नुकसान नहीं पहुंचना चाहिए. इससे किसी तीसरे देश की क्षेत्रीय शांति और स्थिरता बाधित नहीं होनी चाहिए."
बदला शक्ति संतुलन
चीन ने क्षेत्रीय तनाव के बीच इस महीने फिलीपींस में मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलें तैनात करने के लिए अमेरिका की भी आलोचना की.
चीनी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि चीन मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलों की तैनाती का विरोध करता है. उन्होंने कहा, "हमारी स्थिति स्पष्ट और तर्कसंगत है. अमेरिका के इस कदम से क्षेत्रीय देशों की सुरक्षा को गंभीर खतरा है और क्षेत्रीय शांति और स्थिरता कमजोर होती है."
भारत क्यों निर्यात कर रहा है?
दक्षिण चीन सागर में चीन की बढ़ती सैन्य आक्रामकता पर बढ़ती वैश्विक चिंताओं के बीच भारत फिलीपींस के साथ रक्षा संबंधों को और विस्तारित करने पर विचार कर रहा है. भारतीय और अमेरिकी मिसाइल डिलीवरी फिलीपींस में तब पहुंची जब मनीला दक्षिण चीन सागर में चीनी नौसेना के साथ एक कठिन नौसैनिक गतिरोध में फंसा है.
फिलीपींस का मानना है कि ब्रह्मोस मिसाइल चीन के साथ बढ़ते तनाव के बीच उसकी तटीय सुरक्षा को मजबूत करेगी.
फिलीपींस को इस मिसाइल की डिलीवरी के साथ भारत ने पहली बार ब्रह्मोस सुपरसोनिक मिसाइलों का निर्यात किया है. यह सौदा भारत में बनी ब्रह्मोस की आगामी बिक्री के लिए भी दरवाजे खोल सकता है.
जनवरी 2022 में ब्रह्मोस एयरोस्पेस प्राइवेट लिमिटेड (बीएपीएल) ने फिलीपींस के राष्ट्रीय रक्षा विभाग के साथ 37.5 करोड़ डॉलर के समझौते पर हस्ताक्षर किए थे. इसमें फिलीपींस की नौसेना के लिए तट-आधारित एंटी-शिप मिसाइल सिस्टम की सप्लाई शामिल थी.
फिलीपींस के रक्षा मंत्रालय ने माना है कि ब्रह्मोस उनके देश की संप्रभुता और संप्रभु अधिकारों को कमजोर करने के किसी भी प्रयास के खिलाफ प्रतिरोध प्रदान करेगा, खासकर पश्चिमी फिलीपीन सागर में.
मिसाइल हथियार प्रणाली फिलीपींस को उस क्षेत्र में रणनीतिक जल क्षेत्र की रक्षा करने में मदद करेगी, जिसमें दुनिया के कुछ सबसे व्यस्त समुद्री मार्ग शामिल हैं. दूसरी ओर मनीला द्वारा इसकी खरीद नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा शुरू की गई पहल "मेक इन इंडिया, मेक फॉर द वर्ल्ड" को बड़े पैमाने पर बढ़ावा देगी. (dw.com)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बिलासपुर, 26 अप्रैल। कांग्रेस के राष्ट्रीय नेता राहुल गांधी की 29 अप्रैल को होने वाली चुनावी जनसभा की तैयारी का जायजा लेने के लिए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज बिलासपुर पहुंचे। उन्होंने सकरी स्थित मैदान का कांग्रेस नेताओं के साथ निरीक्षण किया और आवश्यक निर्देश दिए।
उनके साथ दौरे में जिला प्रभारी सुबोध हरितवाल और सेवादल के प्रदेश प्रभारी अरुण ताम्रकार भी थे। कांग्रेस के जिला ग्रामीण अध्यक्ष विजय केशरवानी, शहर अध्यक्ष विजय पांडेय, पूर्व विधायक शैलेष पांडेय, रश्मि सिंह, महापौर रामशरण यादव, लोकसभा क्षेत्र के लिए संयोजक विवेक बाजपेयी सहित अनेक कार्कर्ता इस मौके पर मौजूद थे।
नई दिल्ली, 26 अप्रैल । सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म स्नैपचैट इस साल पहली तिमाही में 422 मिलियन डेली एक्टिव यूजर्स तक पहुंच गया, जो 39 मिलियन या 10 प्रतिशत (वर्ष-दर-वर्ष) की वृद्धि है।
पहली तिमाही में, इसकी मूल कंपनी स्नैप का राजस्व 21 प्रतिशत (सालाना) बढ़कर 1.195 बिलियन डॉलर हो गया, जो इसके विज्ञापन प्लेटफॉर्म में किए गए सुधारों और इसके डायरेक्ट-रिस्पांस (डीआर) विज्ञापन समाधानों की मांग में वृद्धि से प्रेरित है।
कंपनी ने एक बयान में कहा, "हम अपने राजस्व स्रोतों में प्रगति जारी रख रहे हैं, पहली तिमाही में स्नैपचैट प्लस के सब्सक्राइबर्स की संख्या 9 मिलियन से ज्यादा हो गई।"
तिमाही में, ग्लोबल स्तर पर कंटेंट देखने में बिताए गए कुल समय में साल-दर-साल वृद्धि हुई, जो मुख्य रूप से स्पॉटलाइट और क्रिएटर स्टोरीज देखने में बिताए गए कुल समय में मजबूत वृद्धि के चलते हुई।
कंपनी ने बताया, "स्पॉटलाइट कंटेंट देखने में बिताया गया कुल समय साल-दर-साल 125 प्रतिशत से ज्यादा बढ़ गया है।"
स्नैप ने कहा कि कंटेंट जुड़ाव को और गहरा करने के लिए वह तीन प्रमुख क्षेत्रों पर फोकस कर रहा है।
कंपनी ने कहा, "सबसे पहले, हम अपनी सभी कंटेंट सरफेस पर कंटेंट रैंकिंग और पर्सनलाइजिंग में सुधार के लिए अपने मशीन-लर्निंग (एमएल) मॉडल में निवेश करना जारी रखेंगे।"
"दूसरा, हम क्रिएटर्स को समर्थन और पुरस्कृत कर क्रिएटर कम्युनिटी और कंटेंट की विविधता को बढ़ा रहे हैं।"
इसके आगे कहा गया, "तीसरा, हम अपनी सर्विस में संबंधों को बेहतर बनाने के लिए कंटेंट एक्सपीरियंस और फीचर्स को बढ़ा रहे हैं।"
(आईएएनएस)
कोलकाता, 26 अप्रैल । कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) शुक्रवार को आईपीएल 2024 के 42वें मैच में पंजाब किंग्स (पीबीकेएस) की मेजबानी करेगी।
मैच ईडन गार्डन्स स्टेडियम में शाम 7:30 बजे से खेला जाएगा। टॉस शाम 7:00 बजे होगा। यहां की पिच बैटिंग फ्रेंडली है, उम्मीद यही है कि मुकाबला हाई स्कोरिंग होगा। इस सीजन में दोनों टीमें पहली बार आमने-सामने होंगी।
केकेआर पांच जीत के साथ अंक तालिका में दूसरे स्थान पर है। जबकि पंजाब 8 मैचों से केवल 2 मैच जीती और अंक तालिका में 9वें नंबर पर है।
हेड टू हेड में भी कोलकाता का पलड़ा पंजाब पर हावी है। दोनों टीमों के बीच अब तक कुल 32 मैच खेले गए हैं। 21 में कोलकाता और 11 में पंजाब को जीत मिली।
दोनों टीमों की संभावित प्लेइंग 11
पंजाब किंग्स : सैम करन (कप्तान), प्रभसिमरन सिंह, राइली रूसो, जितेश शर्मा (विकेटकीपर), लियम लिविंगस्टन, शशांक सिंह, आशुतोष शर्मा, हरप्रीत बरार, हर्षल पटेल, कगिसो रबाडा और अर्शदीप सिंह।
केकेआर: श्रेयस अय्यर (कप्तान), फिल सॉल्ट (विकेटकीपर), सुनील नारायण, वेंकटेश अय्यर, अंगकृष रघुवंशी, रिंकू सिंह, आंद्रे रसेल, रमनदीप सिंह, मिचेल स्टार्क, वरुण चक्रवर्ती और हर्षित राणा।
(आईएएनएस)