राष्ट्रीय
श्रीनगर, 8 अप्रैल नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने सोमवार को कहा कि लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के घोषणापत्र का लक्ष्य देश को मजबूत बनाना और उसकी धर्मनिरपेक्ष साख को बरकरार रखना है।
कांग्रेस के घोषणापत्र पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर अब्दुल्ला ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मुझे नहीं लगता कि घोषणापत्र देश को तोड़ने के लिए है। मुझे लगता है कि घोषणापत्र देश को मजबूत बनाने और इसे धर्मनिरपेक्ष बनाए रखने के लिए है।’’
अब्दुल्ला ने कहा, ‘‘जो कोई भी अन्यथा सोचते हैं, वे पहले से ही देश को अपने तरीके से विभाजित कर रहे हैं।’’
मोदी ने हाल में आरोप लगाया था कि कांग्रेस के चुनाव घोषणापत्र में ‘मुस्लिम लीग’ की छाप है और उसके नेताओं के बयानों में राष्ट्रीय अखंडता और सनातन धर्म के प्रति ‘‘शत्रुता’’ दिखाई देती है।
नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के सदस्य हैं, जिसका गठन लोकसभा चुनाव में भाजपा से मुकाबला करने के लिए किया गया है। (भाषा)
नई दिल्ली, 8 अप्रैल। विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा है कि ममता बनर्जी रामनवमी पर दंगे की बात कर हिंदू समाज को धमकाने की कोशिश ना करें।
ममता बनर्जी ने यह आरोप लगाया था कि भाजपा रामनवमी के अवसर पर 17 अप्रैल को सांप्रदायिक भावनाएं भड़काने की कोशिश करेगी। ममता बनर्जी के बयान पर पलटवार करते हुए विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने कहा कि रामनवमी पर दंगे की बात कर ममता बनर्जी हिंदू समाज को धमकाने की कोशिश ना करें और देश को पता है कि पिछली रामनवमी पर किसने हमले किए थे।
विहिप नेता ने पिछले वर्ष उच्च न्यायालय द्वारा किए गए हस्तक्षेप की याद दिलाते हुए कहा कि जब पश्चिम बंगाल में राज्य का तंत्र हमलावारों के साथ गया तो उच्च न्यायालय ने हिंदुओं पर हुए प्राणघातक हमलों की जांच एनआईए को सौंपी थी। उन्होंने उस मामले में फरवरी में एनआईए द्वारा पकड़े गए 16 हमलावरों के नामों का जिक्र करते हुए दावा किया कि इन सबका संबंध तृणमूल कांग्रेस से है और सीसीटीवी फुटेज से इनकी पहचान हुई है।
विहिप नेता ने यह भी याद दिलाया कि उस समय कलकत्ता उच्च न्यायालय ने कहा था कि 'आरोप है कि छतों से पत्थर फेंके गए थे। जाहिर है कि पत्थर 10-15 मिनट में छत पर नहीं ले जाया जा सकता। राज्य पुलिस इस मामले की निष्पक्ष जांच नहीं कर सकती।'
उन्होंने यह भी कहा कि अयोध्या में भव्य राम मंदिर बन जाने के बाद इस बार का रामनवमी का महोत्सव और ज्यादा बड़ा और व्यापक रहने वाला है और इसे कोई भी नहीं रोक सकता है। विहिप नेता ने टीएमसी अध्यक्ष को 'मुस्लिम इलाकों' का डर दिखाकर या 'दंगों की धमकी देकर' हिंदू समाज को घरों में कैद रखने की मानसिकता से बाज आने की भी नसीहत दी।
(आईएएनएस)
गडग (कर्नाटक), 8 अप्रैल । कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और गडग लोकसभा क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार बसवराज बोम्मई ने सोमवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ग्रामीणों के लिए आवास, पेयजल, शौचालय, उज्वला और चावल जैसी स्थायी गारंटी दी है।
शिरहट्टी विधानसभा क्षेत्र में एक रोड शो में उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी एक सक्षम प्रशासक हैं और उन्होंने सभी को स्थायी गारंटी दी है।
बोम्मई ने कहा,“पीएम आवास योजना के तहत 8 लाख घर दिए गए हैं और 12 लाख शौचालय बनाए गए हैं। साथ ही हर घर में नल का जल भी सुनिश्चित किया गया है। हावेरी जिले में 1,300 करोड़ रुपये की लागत से जल जीवन मिशन योजना लागू की जा रही है, जिसे शिरहट्टी क्षेत्र में भी लागू किया जाएगा।”
बोम्मई ने कहा कि उनकी सरकार ने किसानों के बच्चों के लिए रायता निधि योजना लागू की थी, लेकिन कांग्रेस सरकार ने इसे बंद कर दिया। किसान सम्मान योजना के तहत प्रत्येक किसान को 4,000 रुपये देने की योजना भी बंद कर दी गई है। दुग्ध उत्पादकों को प्रोत्साहन योजना भी बंद कर दी गई।
पिछली भाजपा सरकार ने वरिष्ठ नागरिकों और विधवाओं के लिए पेंशन में 200 रुपये और विकलांगों के लिए 400 रुपये की बढ़ोतरी की थी।
बोम्मई ने कहा, पीएम मोदी ने लोगों को सब कुछ दिया है और लोगों को भाजपा को वोट देकर आभार जताना चाहिए।
(आईएएनएस)
बेंगलुरु, 8 अप्रैल कर्नाटक में बेंगलुरु पुलिस की केंद्रीय अपराध शाखा (सीसीबी) ने 30.92 करोड़ रुपये मूल्य के नकली नोट जब्त कर इस सिलसिले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया है।
बेंगलुरु के पुलिस आयुक्त बी दयानंद ने सोमवार को बताया कि नकली नोट का कारोबार चलाने वाला गिरोह विभिन्न ट्रस्ट को निशाना बनाता था और उन्हें विभिन्न कंपनियों के कॉर्पोरेट सामाजिक दायित्व (सीएसआर) कोष के तहत 40 लाख रुपये देने पर एक करोड़ रुपये दिलाने का वादा करता था।
उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह ठगी करने का एक नया तरीका है जो पहले नहीं देखा गया, हालांकि हमें इस बारे में अस्पष्ट जानकारी थी। जालसाजों के इस नेटवर्क ने कई ट्रस्ट से संपर्क किया। वे ट्रस्ट के लोगों को बताते थे कि अगर वे उन्हें नकदी मुहैया कराएंगे तो उन्हें कॉर्पोरेट सामाजिक दायित्व (सीएसआर) कोष के जरिए और पैसा मिलेगा।’’
दयानंद ने कहा, ‘‘उन्होंने विभिन्न ट्रस्ट को 100 करोड़ रुपये तक की नकदी भी दिखाई। एक बार जब ट्रस्ट के सदस्य आश्वस्त हो जाते और उन्हें रकम का भुगतान कर देते, तो गिरोह के सदस्य फरार हो जाते थे। यह सामने आया है कि इन्होंने इस तरह से कई लोगों के साथ ठगी की है।’’
अधिकारी ने बताया कि सीसीबी की महिला संरक्षण शाखा ने जाल बिछाया और इस गिरोह के सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया।
उन्होंने कहा कि गिरोह के पास से अब तक 30.92 करोड़ रुपये मूल्य के नकली नोट जब्त किए गए हैं।
दयानंद ने कहा, ‘‘हमने इस सिलसिले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें से एक को शहर के विल्सन गार्डन में जुए के मामले में पूर्व में गिरफ्तार किया गया था। इसी तरह के मामले में एक अन्य आरोपी को पहले मुंबई में गिरफ्तार किया गया था। ये आरोपी धनशोधन संबंधी गतिविधियों में शामिल थे।’’ (भाषा)
नयी दिल्ली, 8 अप्रैल कांग्रेस ने सोमवार को केंद्र सरकार पर आंध्र प्रदेश के लोगों को धोखा देने का आरोप लगाया और कहा कि वह विशेष राज्य का दर्जा देकर प्रदेश के आर्थिक भविष्य को सुरक्षित करने में सहयोग के लिए प्रतिबद्ध है।
कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव संबंधी अपने घोषणापत्र में आंध्र प्रदेश के लिए विशेष राज्य के दर्जे का वादा किया है।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘कांग्रेस के न्यायपत्र ने एक बार फिर आंध्र प्रदेश राज्य के लिए विशेष दर्जे का वादा दोहराया है। यह वादा किसी और ने नहीं बल्कि स्वयं मनमोहन सिंह (पूर्व प्रधानमंत्री) ने आंध्र प्रदेश पुनर्गठन अधिनियम, 2014 के पारित होने के दौरान किया था। उन्होंने फरवरी 2014 में राज्यसभा के पटल पर इसके लिए प्रतिबद्धता जताई थी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘विशेष श्रेणी का दर्जा प्राप्त राज्य के रूप में, आंध्र प्रदेश को निवेश आकर्षित करने में मदद के लिए विशेष केंद्रीय सहायता अनुदान, बाहरी सहायता प्राप्त परियोजनाओं के लिए बेहतर वित्तपोषण शर्तें, उत्पाद शुल्क रियायतें और कर छूट जैसे लाभ प्राप्त होंगे। ये प्रावधान राज्य की निरंतर समृद्धि की नींव रखने में मदद कर सकते थे, लेकिन मोदी सरकार ने राज्य के लोगों को 10 साल तक धोखा दिया।’’
रमेश का कहना था कि कांग्रेस पार्टी इस गलती को सुधारने और आंध्र प्रदेश के आर्थिक भविष्य को सुरक्षित करने में मदद करने के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने भाजपा, वाईएसआर कांग्रेस पार्टी और तेलुगू देशम पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि सिर्फ कांग्रेस आंध्र प्रदेश के लिए न्याय सुरक्षित कर सकती है। (भाषा)
रांची, 8 अप्रैल । रांची में प्रेमिका की हत्या कर शव को रेलवे ट्रैक पर फेंक देने वाले संजीव कुमार को अपर न्यायायुक्त एस बिरुआ की अदालत ने उम्रकैद की सजा सुनाई है। इसके साथ ही उस पर 20 हजार रुपए का जुर्माना लगाया गया है।
वारदात 2019 की है। संजीव कुमार का एक महिला के साथ प्रेम प्रसंग था। वह उस पर शादी के लिए दबाव बना रही थी, लेकिन संजीव किसी और से शादी करने की तैयारी कर रहा था। इस वजह से उसने महिला की हत्या कर दी और इसे दुर्घटना का रूप देने के लिए लाश को रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया था।
बाद में पुलिस ने मामले का खुलासा किया। अदालत ने गवाहों और साक्ष्यों के आधार पर उसे दोषी करार दिया था। सोमवार को सजा के बिंदु पर सुनवाई के बाद अदालत ने आजीवन कारावास का फैसला सुनाया।
(आईएएनएस)
नामक्कल (तमिलनाडु), 8 अप्रैल रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को कहा कि नागरिकता (संशोधन) अधिनियम के लागू होने से किसी भी भारतीय की नागरिकता नहीं जाएगी, भले ही वह किसी भी धर्म से संबंध रखता हो।
उन्होंने विपक्षी दल कांग्रेस और द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) पर इस मुद्दे को लेकर ‘‘भ्रम पैदा करने’’ का आरोप लगाया।
राजनाथ सिंह ने लोकसभा चुनाव में नामक्कल से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार के पी रामलिंगम के समर्थन में यहां एक रोड शो करने के बाद कहा कि भाजपा ने जो वादा किया, उसे हमेशा पूरा किया और अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण करना, धारा 370 को निरस्त करना एवं सीएए ऐसे ही वादे थे।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने नागरिकता अधिनियम का वादा किया था और हमने इसे पूरा किया। मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि भारत के किसी भी नागरिक की नागरिकता नहीं जाएगी - चाहे वह हिंदू हो, मुसलमान हो, ईसाई हो, पारसी हो या यहूदी हो।’’
उन्होंने कहा, ‘‘द्रमुक और कांग्रेस इस मामले पर भ्रम पैदा कर रहे हैं।’’
तीन तलाक को समाप्त किए जाने पर उन्होंने कहा कि किसी भी धर्म की ‘‘माताएं और बहनें हमारी माताएं और बहनें’’ हैं।
राजनाथ सिंह ने कहा, ‘‘किसी भी धर्म की हमारी माताओं और बहनों पर कोई भी अत्याचार होने पर हम उनके साथ खड़े हैं और हमने तीन तलाक को खत्म करके यह साबित कर दिया है।’’
उन्होंने कहा कि भाजपा की कथनी और करनी में कोई अंतर नहीं है और राम मंदिर समेत अन्य वादों को पूरा किए जाने से यह साबित हो गया है।
सिंह ने जनवरी में राम मंदिर में हुए प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बारे में कहा, ‘‘रामलला अपनी कुटिया छोड़कर अपने महल में आ गए हैं।’’
उन्होंने कहा कि मोदी के नेतृत्व में देश ने अर्थव्यवस्था और रक्षा समेत कई क्षेत्रों में तेजी से प्रगति की है।
सिंह ने कहा, ‘‘भारत अब एक कमजोर देश नहीं है। रक्षा मंत्री के रूप में मैं कहना चाहता हूं-- हमें देश की थल सेना, वायु सेना और नौसेना पर पूरा भरोसा है। यदि कोई आंख भी उठाता है तो हमारी सेना उसे करारा जवाब देने के लिए तैयार है।’’
उन्होंने कहा कि वे दिन गए, जब भारत अपनी रक्षा संबंधी जरूरतों को पूरा करने के लिए आयात पर निर्भर था और आज लड़ाकू विमानों सहित हर चीज देश में ही बनती है।
सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की सरकार में लोक कल्याण को भी अत्यधिक महत्व दिया जा रहा है और किसानों को सहायता एवं शौचालयों का निर्माण जैसे विभिन्न कदम इसके उदाहरण हैं।
उन्होंने प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस और द्रमुक पर निशाना साधते हुए कहा कि वे ‘‘अपने परिवार के लिए काम करते हैं, लेकिन प्रधानमंत्री देश के लिए काम करते हैं।’’
सिंह ने कहा, ‘‘कांग्रेस और द्रमुक के लिए पहले परिवार है; भाजपा और राजग के लिए पहले देश है।’’ (भाषा)
नागपुर, 8 अप्रैल महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सोमवार को कहा कि विदर्भ में स्थिति महायुति के लिए अनुकूल है तथा दिन में बाद में होने वाली प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जनसभा इस समर्थन को गठबंधन के वास्ते बड़ी जीत में तब्दील कर देगी।
फडणवीस ने यहां संवाददाताओं से कहा कि कुछ सीट के बंटवारे के सिलसिले में अभी बातचीत पूरी नहीं हुई है तथा इन संसदीय क्षेत्रों में महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण में मतदान होगा।
उन्होंने कहा कि चंद्रपुर में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जनसभा से पहले विदर्भ क्षेत्र में लोगों में भारी उत्साह है।
वरिष्ठ भाजपा नेता फडणवीस ने कहा, ‘‘ विदर्भ में स्थिति महायुति और भाजपा के लिए अनुकूल है। लेकिन मोदीजी की सभा से यह अनुकूलता बढ़ेगी तथा बड़ी जीत में तब्दील होगी।’’
महायुति में सत्तारूढ़ भाजपा, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना तथा अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी हैं।
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के नेता राज ठाकरे ने पिछले महीने नयी दिल्ली में केंद्रीय गृहमंत्री और पूर्व भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से भेंट की थी। यह इस बात का संकेत है कि भाजपा महाराष्ट्र में अपने गठबंधन की संभावना को बेहतर बनाने के लिए उनके साथ हाथ मिलाने को उत्सुक है।
फडणवीस ने कहा, ‘‘हाल ही में भाजपा की मनसे के साथ कुछ चर्चा हुई है। मनसे द्वारा हिंदुत्व एजेंडा को आगे बढ़ाने से वह और भाजपा एकदूसरे के करीब आ रही हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ मेरा विश्वास है कि राज ठाकरे और मनसे महायुति एवं मोदीजी का समर्थन करेंगे। यह तो उनकी पार्टी और उन्हें निर्णय लेना है।’’
जब फडणवीस से खडसे की भाजपा में वापसी के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘‘ भाजपा में शामिल होने तथा मोदीजी के प्रति विश्वास व्यक्त करने वाले किसी भी व्यक्ति का विरोध करने का कोई कारण नहीं है। लेकिन पार्टी ने हमें इसके बारे में आधिकारिक तौर पर नहीं बताया है। जब पार्टी हमें इसकी सूचना देगी तब उनका स्वागत किया जाएगा।’’ (भाषा)
पोरबंदर, 8 अप्रैल गुजरात में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ने केंद्रीय मंत्री एवं पोरबंदर लोकसभा सीट से भाजपा के उम्मीदवार मनसुख मांडविया पर एक व्यक्ति द्वारा जूता फेंके जाने का पुराना वीडियो प्रसारित करने में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए निर्वाचन अधिकारी के पास शिकायत दर्ज कराई है।
रविवार को जिला कलेक्टर एवं निर्वाचन अधिकारी के डी लखानी को की गई शिकायत में, भाजपा की पोरबंदर जिला इकाई ने कहा कि 2017 में हुई घटना का एक वीडियो जानबूझकर भाजपा और मांडविया की छवि खराब करने और लोकसभा चुनाव से पहले राजनीतिक फायदा लेने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रसारित किया गया है ।
वीडियो में, भावनगर के वल्लभीपुर शहर में एक छोटी सभा को संबोधित कर रहे मांडविया पर एक व्यक्ति जूता फेंकता नजर आ रहा है।
शिकायत में कहा गया है, ‘‘यह वीडियो छह साल पुराना है, लेकिन इसे अब कुछ तत्वों द्वारा प्रसारित किया जा रहा है, जिसमें दावा किया गया है कि छह अप्रैल को एक चुनाव अभियान के दौरान मंडाविया पर जूता फेंका गया था।’’
इसमें कहा गया है, ‘‘इस पुराने वीडियो को चुनाव से पहले भाजपा और उसके पोरबंदर के उम्मीदवार मांडविया की छवि खराब कर राजनीतिक लाभ लेने के लिए अब प्रसारित किया जा रहा है।’’
यह घटना 28 मई, 2017 को हुई थी, जब मांडविया ने भावनगर जिले के वल्लभीपुर शहर में एक सभा को संबोधित किया था। तब मांडविया केंद्रीय परिवहन राज्य मंत्री थे। इस दौरान 20 वर्षीय छात्र भावेश सोनानी ने मंडाविया पर अपना जूता फेंका, लेकिन वह कुछ मीटर दूर जाकर गिरा।
सोनानी उस समय पाटीदार अनामत आंदोलन समिति का सदस्य था। उस समय हार्दिक पटेल के नेतृत्व में पाटीदार आरक्षण आंदोलन अपने चरम पर था। स्थानीय पुलिस ने सोनानी को गिरफ्तार कर लिया था। (भाषा)
रांची, 8 अप्रैल । झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी प्रमुख हेमंत सोरेन जेल में हैं और उनकी जगह अब उनकी पत्नी कल्पना मुर्मू सोरेन चुनावी संग्राम में पार्टी का मोर्चा संभालने खुलकर सामने आ चुकी हैं। वह राज्य की गांडेय विधानसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव में झामुमो की प्रत्याशी होंगी।
कल्पना सोरेन की सियासत में लॉन्चिंग के लिए झामुमो नेतृत्व गांडेय को सेफ सीट मान रहा है, लेकिन हकीकत यह है कि यहां उन्हें भाजपा की तरफ की कड़ी चुनौती मिलेगी। कल्पना सोरेन के लिए यह लड़ाई कितनी चुनौतीपूर्ण है, यह पिछले चुनाव के वोटों के हिसाब-किताब और यहां के अब तक के इतिहास पर निगाह डालने से साफ हो जाता है।
इस सीट पर 1977 से लेकर अब तक का चुनावी इतिहास यह है कि यहां पांच बार झामुमो, दो बार कांग्रेस, दो बार भाजपा और एक बार जनता पार्टी ने जीत दर्ज की है। यह किसी एक पार्टी का अभेद्य किला नहीं है। झामुमो की चुनावी सफलता की दर सबसे ज्यादा जरूर है, लेकिन भाजपा ने भी हाल के वर्षों में यहां खासा दम दिखाया है और दो बार जीत का परचम भी लहराया है।
2019 के चुनाव में यहां झामुमो के प्रत्याशी डॉ. सरफराज अहमद ने 65 हजार 23 वोट प्राप्त कर जीत हासिल की थी। दूसरे स्थान पर रहे भाजपा के जयप्रकाश वर्मा को 56 हजार 168 वोट मिले थे। इस प्रकार वह 8,855 वोटों से पिछड़ गए थे। तीसरे स्थान पर रहे आजसू पार्टी के प्रत्याशी अर्जुन बैठा को 15,361 वोट मिले थे। अब भाजपा और आजसू पार्टी एक ही अलायंस का हिस्सा हैं। अगर इन दोनों के वोट जोड़ दें तो वह झामुमो प्रत्याशी को मिले वोट से करीब छह हजार ज्यादा है।
इस बार भाजपा ने दिलीप कुमार वर्मा को प्रत्याशी बनाया है। वह पिछली बार बाबूलाल मरांडी की पार्टी जेवीएम के प्रत्याशी थे और उन्हें 8,952 वोट मिले थे। अब बाबूलाल मरांडी भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष हैं और जेवीएम का भाजपा में विलय हो चुका है। जाहिर है, पिछले चुनाव में अलग-अलग उम्मीदवार उतारने वाली भाजपा, आजसू और जेवीएम, तीनों के वोट एक साथ इकट्ठा हो जाएं तो झामुमो की कल्पना सोरेन के लिए राह आसान नहीं होगी।
हालांकि, भाजपा की ओर से प्रत्याशी घोषित किए जाने पर आजसू ने नाराजगी जाहिर की है। आजसू नेताओं का कहना है कि प्रत्याशी घोषित करने के पहले उनसे मशविरा नहीं किया गया। पिछले चुनाव में आजसू प्रत्याशी रहे अर्जुन बैठा भी चुनाव मैदान में उतरने पर अड़े हैं, लेकिन माना जा रहा है कि अंततः भाजपा का नेतृत्व आजसू को मना लेगा।
दूसरी तरफ झामुमो के रणनीतिकारों को इस सीट पर मुस्लिम और आदिवासी की बड़ी आबादी के आधार पर बनने वाले मजबूत समीकरण पर भरोसा है। इस सीट से इस्तीफा देने वाले डॉ. सरफराज अहमद को झामुमो ने राज्यसभा भेज दिया है। इससे यह माना जा रहा है कि झामुमो प्रत्याशी कल्पना सोरेन को मुस्लिमों का भरपूर समर्थन मिलेगा। आदिवासियों को झामुमो पहले से अपना परंपरागत वोटर मानता है। कुल मिलाकर, लड़ाई न तो एकतरफा है और न ही आसान। इस सीट पर जीत-हार से तय होगा कि राजनीति के मैदान में कल्पना सोरेन का पांव कितनी मजबूती से टिक पाएंगे।
(आईएएनएस)
मंडला/भोपाल, 8 अप्रैल । कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की मंडला संसदीय क्षेत्र के धनोरा में होने वाली जनसभा के मंच पर लगे पोस्टर ने हर किसी को चौंका दिया। इस पोस्टर में भाजपा के उम्मीदवार फग्गन सिंह कुलस्ते की तस्वीर थी।
लोकसभा चुनाव के मद्देनजर राहुल गांधी का सोमवार को मध्य प्रदेश का पहला दौरा है और वह जनजातीय वर्ग के लिए आरक्षित मंडला संसदीय क्षेत्र में कांग्रेस के उम्मीदवार ओमकार सिंह मरकाम के समर्थन में सभा करने आ रहे हैं।
यह जनसभा धनोरा में है और जो मंच बनाया गया है, उसमें पीछे एक बहुत बड़ा पोस्टर लगाया गया है। पोस्टर में कांग्रेस के तमाम बड़े नेताओं के साथ भाजपा के उम्मीदवार फग्गन सिंह कुलस्ते की भी तस्वीर नजर आई। बाद में इस तस्वीर को ढक दिया गया और कांग्रेस के नेता की तस्वीर लगाई गई।
इस पूरे घटनाक्रम पर मुख्यमंत्री मोहन यादव ने चुटकी ली और कहा कि जिस मंच पर कांग्रेस के प्रत्याशी का फोटो लगना चाहिए वहां भाजपा के प्रत्याशी का फोटो लगा। इसका मतलब साफ है कि चुनाव से पहले ही उन्होंने हार मान ली है।
(आईएएनएस)
कोलकाता, 8 अप्रैल । पश्चिम बंगाल के पश्चिम बर्दवान जिले के दुर्गापुर में सोमवार को तृणमूल कांग्रेस और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई।
बर्धमान-दुर्गापुर निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार दिलीप घोष जब वहां आयोजित 'चाय पे चर्चा' कार्यक्रम को संबोधित करने पहुंचे, तो सत्तारूढ़ पार्टी के कार्यकर्ताओं ने "वापस जाओ" के नारे लगाए।
घोष ने कहा कि जैसे ही वह मौके पर पहुंचे, तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं के एक समूह ने "वापस जाओ" के नारे लगाने शुरू कर दिए, इससे भाजपा समर्थक उत्तेजित हो गए।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि घोष के साथ आए भाजपा कार्यकर्ताओं ने तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को चोर बताते हुए जवाबी नारे लगाने शुरू कर दिए।
इससे तनाव और बढ़ गया और भाजपा कार्यकर्ताओं और सत्तारूढ़ दल के समर्थकों के बीच हाथापाई शुरू हो गई। इनमें कुछ महिलाएं भी थीं।
मौके पर पहुंची पुलिस ने मशक्कत के बाद दोनों समूहों को अलग किया।
बाद में, भाजपा समर्थकों ने दुर्गापुर न्यू टाउनशिप पुलिस स्टेशन के सामने विरोध प्रदर्शन किया।
तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कहा कि वे केंद्र प्रायोजित योजनाओं के तहत पश्चिम बंगाल सरकार को लंबित केंद्रीय धन पर घोष के साथ बातचीत करने के लिए मौके पर पहुंचे थे।
उन्होंने आरोप लगाया कि घोष ने उनसे बात करने से इनकार कर दिया और उनके साथ आए कुछ लोगों के साथ दुर्व्यवहार किया।
लेकिन घोष ने आरोपों से इनकार किया और आरोप लगाया," वे लोग क्षेत्र में अनावश्यक तनाव पैदा करने के लिए महिलाओं के एक समूह के साथ आए थे।"
(आईएएनएस)
डोईवाला, 8 अप्रैल । हरिद्वार लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार त्रिवेंद्र सिंह रावत लगातार अपने चुनाव-प्रचार में लगे हुए हैं। सोमवार को छिद्दरवाला पहुंचे त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पूर्व सैनिक अर्ध सैनिक संगठन के सैनिक सम्मान समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की।
इस अवसर पर वीर नारियों को सम्मानित किया गया। संगठन के धीरज थापा और गीता भंडारी के नेतृत्व में बड़ी संख्या में लोगों का मोदी के परिवार में स्वागत किया गया और भाजपा की सदस्यता ग्रहण करवाई गई।
भाजपा प्रत्याशी त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काम करने की शैली और भाजपा की विचारधारा के अनूठे संगम की वजह से आज भारत में चहुंओर विकास की बयार बह रही है। यही कारण है कि देश भाजपा के साथ जुड़ना चाहता है। भाजपा परिवार में आने वाले सभी देशप्रेमी जनों का आभार व्यक्त करता हूं। मुझे विश्वास है कि आपके साथ आने से भाजपा को लोकसभा हरिद्वार में और ताकत मिलेगी।
(आईएएनएस)
बेंगलुरू, 8 अप्रैल । केंद्रीय संसदीय कार्य, कोयला और खान मंत्री प्रल्हाद जोशी ने सोमवार को कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दारमैया द्वारा राज्य के किसानों को 2 हजार रुपए मुआवजे के रूप में दिए जाने पर सवाल उठाया।
हुबली में संवाददाताओं से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा, "कर्नाटक सरकार ने भारी कर्ज लिया हुआ है, जिसकी वजह से यह राज्य दरिद्र हो चुका है। सिद्दारमैया जी, क्या आपको शर्म नहीं आ रही है कि आप किसानों को महज 2 हजार रुपए मुआवजे के रूप में दे रहे हैं?"
प्रल्हाद जोशी ने सीएम सिद्दारमैया से पूछा, "इससे पहले, पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के समय में 27 हजार, 20 हजार और 14 हजार रुपए किसानों को मुआवजे के तौर पर मुहैया कराए जाते थे, लेकिन आज आप आखिर क्यों नहीं किसानों को राहत के रूप में उचित रकम मुहैया करा रहे हैं?"
जोशी ने आगे सवाल किया, "आपने (मुख्यमंत्री सिद्दारमैया) केंद्र सरकार द्वारा फंड का विसंगति रूप से आवंटन किए जाने के विरोध में कोर्ट का रुख किया। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का फायदा देश के हर किसान को मिल रहा है। तब आप आखिर क्यों किसानों को महज 2 हजार रुपए आवंटित कर रहे हैं।"
उन्होंने कहा, "राज्य सरकार आय सृजित करने में पूरी तरह से विफल साबित हो रही है। स्टांप ड्यूटी और संपत्ति पर लगाए गए करों को बढ़ाया जा चुका है, ताकि राज्य सरकार के राजस्व में इजाफा दर्ज हो। राज्य में भ्रष्टाचार भी काफी बढ़ा है, जो गारंटियां पूरी तरह लागू नहीं होतीं, उन पर भी खर्च दिखाया जाता है।"
उन्होंने आगे कहा, "अब राज्य सरकार के पास पैसे नहीं रह गए हैं, तो वो प्रधानमंत्री पर उंगली उठा रहे हैं।"
कांग्रेस सरकार ने 628 करोड़ रुपए जारी किए थे। इसके तहत अंतरिम राहत के तौर पर 33 लाख किसानों को 2 हजार रुपए दिए जाने का प्रावधान हुआ। राज्य सरकार ने सूखे की वजह से 35,162.05 करोड़ के फसल के नुकसान का अनुमान जताया था और केंद्र सरकार के राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया कोष (एनडीआरएफ) के तहत 18,171 करोड़ की रकम राहत के रूप में मांगी थी।
(आईएएनएस)
गुवाहाटी, 8 अप्रैल । असम के करीमगंज जिले में एक महिला ने अपने तीन बच्चों को मार डाला और अपनी बहन को गंभीर रूप से घायल कर दिया। पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी।
पुलिस के अनुसार, जिले के रामकृष्णनगर इलाके के डोलुगांग गांव की मूल निवासी शाहिना अफरोज अपने पति शफीक उद्दीन, तीन बच्चों और अपनी सात वर्षीय बहन शर्मिन बेगम के साथ रहती थी।
रविवार को शफीक उद्दीन अपनी पत्नी, तीन बच्चों और साली को घर पर छोड़कर पास के बाजार गया था। सुबह करीब 9 बजे गांव के कुछ किशोर, जो गाय चराने खेत में जा रहे थे, उन्होंने देखा कि शाहिना अफरोज बच्चों पर छुरी से हमला कर रही है।
किशोरों ने भागकर गांव के दूसरे लोगों को जानकारी दी। स्थानीय लोग घर पहुंचे और देखा कि बच्चे खून से लथपथ पड़े थे और शर्मिन बेगम गंभीर रूप से घायल थीं। घटना में आरोपी भी घायल हो गई।
स्थानीय लोगों ने घायल बच्चों को नजदीकी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया। हालात गंभीर होने के कारण उन्हें हैलाकांडी जिले के एक सिविल अस्पताल में रेफर कर दिया गया। लेकिन तीनों बच्चे नहीं बच सके।
सूचना मिलने पर पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और जांच शुरू की।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ''हम घटना के विभिन्न पहलुओं पर गौर कर रहे हैं। हालांकि, अब तक हम यह नहीं जान सके हैं कि मां ने अपने बच्चों को मारने जैसा कदम क्यों उठाया।
(आईएएनएस)
बेंगलुरु, 8 अप्रैल । कर्नाटक पुलिस ने सोमवार को बेल्लारी जिले के कोलागल गांव में एक मूर्ति की स्थापना को लेकर दो समूहों के बीच हुई हिंसा के बाद 30 लोगों को गिरफ्तार कर लिया और कर्फ्यू लगा दिया।
रविवार रात से सोमवार तड़के तक जारी रही हिंसा में एक इंस्पेक्टर और सब-इंस्पेक्टर समेत तीन पुलिस अधिकारी भी घायल हो गए।
पुलिस के अनुसार, मठ के परिसर में येर्रिताता स्वामी की मूर्ति की स्थापना को लेकर दलितों और अन्य जाति के लोगों के बीच संघर्ष हुआ।
15 दिन पहले एक गुट द्वारा वहां मूर्ति व टावर स्थापित कर दिया गया था, इस पर दूसरे गुट ने आपत्ति जतायी थी। मूर्ति स्थापना का विरोध करने वाले समूह ने अदालत का दरवाजा खटखटाया। कोर्ट ने मूर्ति को हटाने का आदेश दिया। लेकिन मूर्ति स्थापित करने वाले समूह ने इसे हटाने से इनकार कर दिया।
रविवार रात को दोनों गुटों के बीच तीखी बहस हुई और देखते ही देखते हिंसा भड़क उठी। दोनों ने एक-दूसरे पर पथराव किया।
मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थिति पर काबू पाया और इलाके में धारा 144 लागू कर दी।
(आईएएनएस)
पटना, 8 अप्रैल । बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सोमवार को लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर जदयू कार्यालय पहुंचे और राजद पर जमकर निशाना साधा।
उन्होंने पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के नौकरी देने के दावे पर भड़कते हुए कहा कि वे लोग झूठ बोलते रहते हैं। काम तो हम लोग ही करवाए हैं।
उन्होंने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि सबकुछ की तैयारी है। हमलोग सभी जगह जीतेंगे। लोकसभा चुनाव को लेकर तैयारी अच्छी है और विपक्ष के लोग कुछ भी कहते रहें, उसका कोई असर नहीं होगा।
उन्होंने कहा कि वह लगातार काम कर रहे हैं और 2005 में जब वह बिहार की सत्ता में आए थे, उससे पहले की स्थिति सबको पता है। नीतीश कुमार ने तेजस्वी यादव के नौकरी दिए जाने पर कहा कि कुछ दिन के लिए आए तो अब बोल रहा है। सभी काम पहले से तय किया हुआ था। सब काम हम लोग करवाए हैं। एक-एक चीज किया हुआ है।
उन्होंने कहा कि वे लोग अपना प्रचार-प्रसार करते रहता है। हमलोग तो अपना काम करते रहते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि 15 साल उनके पिताजी और माताजी को भी काम करने का मौका मिला था, कुछ हुआ था क्या? उन्होंने कहा कि पहले हिंदू-मुसलमान में भी कितना झंझट होता था, जब हमलोग आए तो सब ठीक हुआ।
(आईएएनएस)
ऋषिकेश, 8 अप्रैल । 11 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तराखंड के एक दिवसीय चुनावी दौरे पर ऋषिकेश आ रहे हैं। लोकसभा चुनाव को लेकर प्रधानमंत्री मोदी की यह उत्तराखंड में दूसरी चुनावी रैली है। इस रैली को सफल बनाने के लिए भाजपा ने अपनी तैयारियां भी शुरू कर दी है।
सोमवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ऋषिकेश में आईडीपीएल मैदान में भूमि पूजन किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सभी जानते हैं कि प्रधानमंत्री मोदी का उत्तराखंड के प्रति विशेष लगाव है। उन्होंने अपने पिछले 10 वर्षों के कार्यकाल में उत्तराखंड के विकास को अभूतपूर्व गति देने का कार्य किया है। मुझे पूर्ण विश्वास है कि देवभूमि की देवतुल्य जनता भी उत्तराखंड की पांचों सीटों पर कमल खिलाकर 'अबकी बार 400 पार' के लक्ष्य को साकार करने में अपना योगदान अवश्य देगी।
11 अप्रैल को ऋषिकेश के आईडीपीएल मैदान में होने वाली चुनावी रैली को सफल बनाने के लिए बीजेपी ने संयोजक और प्रभारी नियुक्त कर दिए हैं। भाजपा के प्रदेश महामंत्री आदित्य कोठारी को संयोजक और प्रदेश उपाध्यक्ष कुलदीप कुमार को प्रभारी बनाया गया है।
(आईएएनएस)
कोलकाता, 8 अप्रैल । दिसंबर 2022 में पश्चिम बंगाल के पूर्वी मिदनापुर जिले के भूपतिनगर में हुए विस्फोट के सिलसिले में गिरफ्तार दो लोगों सहित तृणमूल कांग्रेस के आठ नेता लंबे समय से राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की जांच के दायरे में हैं। विस्फोट में तीन लोग मारे गए थे।
इन आठ में से, एनआईए ने तृणमूल कांग्रेस के क्षेत्र अध्यक्ष बलाई चरण मैती और बूथ अध्यक्ष मोनोब्रत जना को गिरफ्तार कर लिया है।
इसके अलावा पूर्वी मिदनापुर जिले के सार्वजनिक निर्माण के कार्यकारी अधिकारी मनब कुमार परुआ और उनके दो सहयोगियों सुबीर मैती और नोबो कुमार पांडा को भी एनआईए ने नोटिस जारी किया है। उन्हें सोमवार को केंद्रीय एजेंसी के कार्यालय में उपस्थित होने के लिए कहा गया है।
सूत्रों ने बताया कि तृणमूल कांग्रेस के तीन अन्य स्थानीय नेता उत्तम मैती, मिलन बर्मन और शिबोप्रसाद गायेन भी एजेंसी के निशाने पर हैं।
सूत्रों ने कहा कि कलकत्ता उच्च न्यायालय के एक आदेश के बाद जून 2023 सेे मामले की जांच कर रही एजेंसी ने पूछताछ के लिए इन आठ नेताओं को समन जारी किया, लेकिन सभी ने समन को नजरअंदाज कर दिया।
शनिवार को एनआईए ने भूपतिनगर इलाके के नरूआबिला गांव में छापेमारी कर बलाई चरण मैती और मोनोब्रता जाना को गिरफ्तार किया।
उन्हें गिरफ्तार कर वापस लौटते समय ग्रामीणों के एक समूह ने एनआईए के अधिकारियों पर हमला कर दिया। हमले में एक अधिकारी को मामूली चोटें आईं।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि एनआईए जानबूझकर क्षेत्र में हमारे मुख्य बूथ एजेंटों को निशाना बना रही है। उन्होंने कहा कि अगर हमारे बूथ एजेंटों को गिरफ्तार किया जाता है, तो हम उनके परिवार के सदस्यों को बूथ एजेंट बनाएंगे।
(आईएएनएस)
पटना, 8 अप्रैल । बिहार के मौसम में तापमान की वृद्धि के साथ ही लोकसभा के चुनाव को लेकर भी सियासी तापमान बढ़ गया है। इसी बीच एक बार फिर राम मंदिर मुद्दा बनता जा रहा है।
रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नवादा में राम मंदिर निर्माण की चर्चा की तो सोमवार को राजद के अध्यक्ष लालू यादव की पुत्री मीसा भारती ने कहा कि हम भी हिंदू हैं और अयोध्या राम मंदिर में पूजा करने जाएंगे।
पटना में सोमवार को पत्रकारों से चर्चा के दौरान मीसा भारती ने कहा कि अयोध्या में जो राम मंदिर बना है, वह भाजपा या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का नहीं है, हम भी हिन्दू हैं, हम भी सनातनी हैं, हम भी पूजा करते हैं।
अपनी व्यस्तता का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि अभी हम लोग व्यस्त हैं, समय निकालकर राम मंदिर के दर्शन करने जाएंगे, हमें कोई रोक देगा क्या?
मीसा भारती पाटलिपुत्र संसदीय क्षेत्र से राजद की प्रत्याशी हैं और लगातार जनसंपर्क में जुटी हैं। उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि आज प्रधानमंत्री मोदी बिहार आते हैं और परिवारवाद, भ्रष्टाचार पर बोलकर चले जाते हैं, इनके पास बोलने के लिए कुछ नहीं है। हम लोगों के पास मुद्दों की कोई कमी नहीं है। हम लोगों को बिहार में काम करने का मौका मिला तो हम लोगों ने करके दिखाया है।
-- (आईएएनएस)
लखनऊ, 8 अप्रैल । उत्तर प्रदेश की राजनीति में फिल्मी सितारों की धमक से लोकतंत्र को नई ऊंचाई मिलने लगी है। चाहे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) हो या समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस, हर पार्टी में सिने अभिनेता और अभिनेत्री अपने अपने भाग्य आजमाते रहे हैं और कुछ तो अभी आजमा भी रहे हैं।
राजनीति में इनके पदार्पण ने लोकतंत्र को मजबूती प्रदान की है। अभिनेता से नेता बने कलाकारों में हिंदी और भोजपुरी दोनों क्षेत्र के कलाकार हैं।
भोजपुरी के दिग्गज कलाकार रवि किशन शुक्ला हों या आजमगढ़ से सांसद दिनेश लाल निरहुआ, या फिर हिंदी फिल्मों की अभिनेत्रियां हेमा मालनी और काजल निषाद तथा अभिनेता से नेता बने कांग्रेस के दिग्गज (अब नेता) राजबब्बर, सबने खूब भीड़ जुटाई है।
इस लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा ने यूपी से दो दिग्गज भोजपुरी स्टार रवि किशन को गोरखपुर से और आजमगढ़ से दिनेश लाल निरहुआ को उम्मीदवार बनाया है। बॉलीवुड में बड़ा नाम हेमा मालिनी का मथुरा लोकसभा सीट से लगातार कई चुनावों से उम्मीदावार होना भी इसका जीता जागता उदाहरण है।
इतना ही नहीं, रामानंद सागर के रामायण' में श्रीराम का किरदार अदा करने वाले अरुण गोविल भी चुनावी समर में उतर चुके हैं और मेरठ लोकसभा क्षेत्र से चुनावी योद्धा बनकर न सिर्फ राजनीति में पदार्पण कर चुके हैं बल्कि लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा और स्वस्थ राजनीति के गवाह बनने की ओर कदम बढ़ा चुके हैं।
भोजपुरी अभिनेता रवि किशन गोरखपुर से पहले ही अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत कर चुके हैं। वर्ष 2014 में अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत करने वाले रवि किशन शुक्ला ने वर्ष 2014 में पहली बार कांग्रेस के टिकट पर अपने गृह जनपद जौनपुर की लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा था। हालांकि तब उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। लेकिन उनकी राजनीतिक इच्छा और बलवती हुई तथा वर्ष 2017 में भाजपा का दामन थामा और वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में संसद तक का सफर तय किया।
भोजपुरी फिल्मी दुनिया के अमिताभ बच्चन कहे जाने वाले रवि किशन शुक्ला पर भाजपा ने एक बार फिर दांव लगाया है।
इधर, इंडिया गठबंधन ने शुक्ला के खिलाफ टीवी कलाकार काजल निषाद को चुनाव मैदान में उतारा है।
भोजपुरी स्टार दिनेश लाल यादव ने 2019 में भाजपा के साथ अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की। भाजपा के टिकट पर उन्होंने सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के खिलाफ चुनाव लड़ा। तब वह हार गए थे। 2022 के चुनाव में अखिलेश यादव ने विधानसभा चुनाव लड़ा और लोकसभा सीट छोड़ दी। उनके इस्तीफे के बाद खाली हुई सीट पर उपचुनाव हुआ और निरहुआ ने अखिलेश के भाई और सपा प्रत्याशी धर्मेंद्र यादव को हरा दिया। 2024 में उनका सामना एक बार फिर सपा मुखिया अखिलेश यादव के भाई धर्मेंद्र यादव से ही है।
वरिष्ठ अभिनेत्री हेमा मालिनी उत्तर प्रदेश की मथुरा लोकसभा चुनाव से तीसरी बार मैदान में हैं। वह लगातार दो बार यहां से सांसद रह चुकी हैं। हेमा मालिनी भले ही फिल्मी दुनिया में अब न दिख रही हों, लेकिन वह राजनीति में काफी सक्रिय हैं। अभिनेत्री के रूप में हेमा मालिनी को दर्शकों ने पसंद किया है।
रामानंद सागर के दूरदर्शन पर प्रसारित हुए शो 'रामायण' में श्रीराम का किरदार अदा कर अरुण गोविल ने घर-घर में अपनी पहचान बनाई। सालों तक इसी किरदार के साथ जीने वाले अरुण गोविल ने अपना राजनीतिक करियर भाजपा से शुरू किया है। भाजपा ने उन्हें मेरठ से राजेंद्र अग्रवाल का टिकट काट कर अपना उम्मीदवार बनाया है। शुरुआती दौर में उन्होंने कई फिल्मों में साइड हीरो का किरदार निभाया और फिर राजश्री प्रोडक्शन ने अरुण गोविल को फिल्म 'सावन को आने दो' में ब्रेक दिया। धारावाहिक 'रामायण' में राम की भूमिका में लोगों ने अभिनेता को काफी पसंद किया। आलम ये था कि लोग उन्हें असल में भगवान राम मानने लगे।
भाजपा की वरिष्ठ नेता और मंत्री स्मृति जुबिन ईरानी ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ धारावाहिक में ‘तुलसी’ का किरदार निभाकर हर घर में लोकप्रिय हो गईं। वे उन चंद कलाकारों में शामिल हैं जिन्होंने अपनी स्क्रीन लोकप्रियता को राजनैतिक सफलता में बदल दिया। हालांकि अब वो टीवी की दुनिया से अलग एक बड़ी राजनेता के रूप में जानी जाती हैं। उन्होंने 2019 के चुनाव में अमेठी से कांग्रेस के नेता राहुल गांधी को हरा कर सबको चौंका दिया था। वह अपने क्षेत्र अमेठी में लगातर सक्रिय हैं। भाजपा ने उन्हें एक बार फिर अमेठी से ही अपना प्रत्याशी बनाया है।
वरिष्ठ राजनीतिक विश्लेषक रतनमणि लाल कहते हैं कि पिछले कुछ सालों से देखने को मिला है कि फिल्मी कलाकार अपनी राजनीतिक राय खुलेआम देने से हिचकते नहीं है। इसके पहले उनकी लोकप्रियता के आधार पर टिकट दिया जाता था। चाहे विनोद खन्ना हों, धर्मेंद्र और शत्रुघ्न सिन्हा हों, लेकिन उसके बाद देखने को मिला कि जिस प्रकार से पॉलिटिकल फिल्में बनने का चलन शुरू हुआ, जो लोग उन फिल्मों में रहते हैं वो लोग राजनीति से प्रेरित बयान ऑफ द स्क्रीन भी देते हैं। चाहे वो विवेक अग्निहोत्री हों, कंगना रनौत हों या फिर अनुपम खेर। उनकी फिल्मी अपील और राजनीतिक झुकाव उनको एक आईडियल उम्मीदवार बनाता है।
(आईएएनएस)
मुंबई, 8 अप्रैल । लोकसभा चुनाव से पहले पूर्व मंत्री और राकांपा विधायक एकनाथ खडसे के लिए रेड कार्पेट बिछाने का भाजपा का कदम ओबीसी कार्ड खेलने और राजनीतिक रूप से प्रभावशाली मराठा समुदाय की नाराजगी से बचने के लिए एक सोचा-समझा कदम है। गौरतलब है कि मनोज जारांगे-पाटिल मराठा समुदाय को आरक्षण देने के लिए आंदोलन कर रहे हैं।
खडसे की "घर वापसी" को केंद्रीय नेतृत्व की हरी झंडी का उद्देश्य खडसे को सम्मान देना है, जो ओबीसी के बड़े नेता हैं। इससे एनडीए गठबंधन का लोकसभा में मिशन 45 प्लस व महाराष्ट्र विधानसभा में 200 प्लस के लक्ष्य को हासिल करने में मदद मिलेगी।
केंद्रीय नेतृत्व ने खडसे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस और राज्य मंत्री गिरीश महाजन के बीच के मतभेदों के बजाय पार्टी की जीत को प्रमुखता और प्राथमिकता दी है।
खडसे के जल्द ही पूरे महाराष्ट्र में पार्टी के प्रचार अभियान में शामिल होने की उम्मीद है।
प्रमुख ओबीसी नेताओं में से एक खडसे ने गोपीनाथ मुंडे के साथ महाराष्ट्र में भाजपा के उत्थान के लिए चार दशकों से अधिक समय तक संघर्ष किया था। वह 2020 में पार्टी के राज्य नेतृत्व की आलोचना करते हुए राकांपा में शामिल हो गए थे। पार्टी के अंदरूनी सूत्रों का मानना है कि खडसे के भाजपा में आने से मराठा वोटों के संभावित नुकसान की भरपाई करने में मदद मिलेगी।
पार्टी ने अपना पुराना गौरव हासिल करने के लिए खडसे के अलावा बीड से वंजानी समुदाय से एक अन्य ओबीसी नेता पंकजा मुंडे और परभणी से पार्टी सहयोगी राष्ट्रीय समाज पक्ष के संस्थापक महादेव जानकर को भी संतुष्ट रखने व टिकट देने का समझदारी भरा निर्णय लिया।
धनगर समुदाय से आने वाले जानकर को परभणी सीट से अजीत पवार के नेतृत्व वाली राकांपा के कोटे से महायुति की सीट-बंटवारे की व्यवस्था में समायोजित किया गया है।
पार्टी के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा, ''खडसे की एंट्री से पार्टी का मानना है कि महाराष्ट्र में मराठा वोटों के नुकसान की भरपाई की जा सकती है। पार्टी में खडसे की मौजूदगी से न केवल उत्तर महाराष्ट्र, बल्कि मराठवाड़ा और अन्य हिस्सों में भी पार्टी की संभावनाओं को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी। इसके अलावा, खडसे मुक्ताईनगर, भुसावल, जलगांव और रावेर विधानसभा क्षेत्रों में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
खडसे के आने का समय महत्वपूर्ण है। पुणे जिले में उनके परिवार के सदस्यों से जुड़े एक भूमि सौदे से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में उन्हें जमानत मिल चुकी है।
मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़नवीस के नेतृत्व वाले मंत्रिमंडल में राजस्व मंत्री रहे खडसे को भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद 2016 में इस्तीफा देना पड़ा था। उन्होंने खुले तौर पर सीएम पद पर दावा किया था।
इसके अलावा, खडसे को महाराष्ट्र सरकार द्वारा पिछले साल उनके और उनके परिवार के सदस्यों को बिना अनुमति के लघु खनिजों का उत्खनन करने के लिए जुर्माने के रूप में 137 करोड़ रुपये से अधिक का भुगतान के निर्देश से भी राहत मिला है।
(आईएएनएस)
नोएडा, 8 अप्रैल। यूट्यूबर एल्विश यादव समेत अन्य 8 सहयोगियों के खिलाफ नोएडा पुलिस ने कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी है। इस चार्जशीट में तमाम आरोपों को सिद्ध करने के लिए पुलिस ने साक्ष्य होने की बात की है। इन साक्ष्यों में चाहे तो इलेक्ट्रॉनिक एविडेंस हों, एफएसएल रिपोर्ट हो या फिर 24 गवाहों के दर्ज बयान हों, सबका जिक्र 1,200 पन्ने की चार्जशीट में है।
कोर्ट सोमवार को एल्विश यादव सहित 8 अन्य सहयोगियों के खिलाफ चार्जशीट का संज्ञान लेगा। चार्जशीट पर संज्ञान लेने के बाद कोर्ट सभी आरोपियों पर चार्ज फ्रेम करेगा और उसके बाद मामले की सुनवाई शुरू होगी। चार्ज फ्रेम होने के साथ-साथ सभी आरोपियों को नोटिस भेजा जाएगा। जिसके जारी होने के बाद हर तारीख पर एल्विश यादव और अन्य सहयोगियों को कोर्ट पहुंचना होगा।
पुलिस पहले ही एल्विश समेत दो अन्य लोगों के फोन को फॉरेंसिक जांच के लिए भेज चुकी है। शक है कि तीनों फोन से कई जरूरी चैट और वीडियो डिलीट किए गए हैं। इनको रिकवर करने के लिए उन्हें गाजियाबाद की निवाणी स्थित फॉरेंसिक लैब भेजा गया है।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक डिलीट वीडियो और चैट में रेव पार्टी और सांपों के जहर से जुड़े कई वीडियो और बातें शामिल थी, जिनके रिकवर हो जाने से पुलिस की चार्जशीट को और भी बल मिलेगा। साथ ही आरोपियों पर दर्ज किए गए वन्य जीव संरक्षण मामले को भी पुलिस पुख्ता कर सकेगी।
गौरतलब है कि बीते साल पीपुल्स फॉर एनिमल संस्था के पदाधिकारी ने एल्विश यादव और उसके साथियों पर सांपों के जहर का इस्तेमाल का आरोप लगाते हुए सेक्टर-49 थाने में केस दर्ज कराया था। पुलिस ने जब पार्टी वाली जगह पर रेड की थी तो पांच सेपेरों के पास से कोबरा समेत नौ सांप और 20 एमएल जहर मिला था। सभी को जेल भेज दिया गया था।
इसके बाद संस्था के पदाधिकारी का एक ऑडियो वायरल हुआ, जिसमें मुख्य आरोपी राहुल संस्था के पदाधिकारी से बात कर रहा है। इसमें राहुल कह रहा है कि वह एल्विश की ओर से आयोजित होने वाली पार्टियों में शामिल हो चुका है। राहुल पार्टियों में अपने अन्य सपेरे दोस्तों के साथ गया था। हालांकि, बाद में सभी को जमानत मिल गई थी।
पुलिस टीम ने एल्विश यादव के कॉल डिटेल और सोशल मीडिया अकाउंट को खंगाला, जब उसके खिलाफ नोएडा पुलिस को पर्याप्त सबूत मिल गए तो पुलिस ने उसे नोटिस देकर पूछताछ के लिए दोबारा बुलाया। पूछताछ के बाद उसे नोएडा से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। वह पांच दिन तक जेल में रहा। होली के पहले उसे मामले में जमानत मिल गई थी।
(आईएएनएस)
पटना, 8 अप्रैल । भाजपा ने राजद को भ्रष्टाचार के मुद्दे पर घेरा है। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. अजय आलोक ने सोमवार को कहा कि लोकसभा चुनाव भी राजद के लिए पैसा अर्जित करने का जरिया रह गया है।
पटना के मीडिया सेंटर में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए अजय आलोक ने राजद को 'राष्ट्रीय जंगल राज' बताते हुए कहा कि उनके सर्वेसर्वा बुजुर्ग हो गए हैं, इस कारण पार्टी में परेशानियां उत्पन्न हो गई है।
उन्होंने एक चीनी मिल के एमडी के राजद में शामिल होने और टिकट दिए जाने पर कहा कि इस चुनाव में 'चीनी का चक्कर' ज्यादा हो रहा है। उन्होंने तेजस्वी यादव को नसीहत देते हुए कहा कि ज्यादा चीनी खाने से मधुमेह हो जायेगा। तेजस्वी कहते हैं कि जब उनका मूंछ नहीं आया था तब उन्हें मुकदमा में फंसाया गया। वे तो क्रिकेट खेलते थे, लेकिन, हकीकत है कि वह क्रिकेट खेलते नहीं थे, खिलाड़ियों के लिए पानी ढोते थे।
उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि तेजस्वी को बताना चाहिए कि 29 साल की उम्र में वे 52 संपत्ति के मालिक कैसे बन गए। जब वे बिना मूंछ के थे, तब उनके पास इतनी संपत्ति कहां से आ गई। ईडी ने उनकी कई संपत्ति जब्त कर ली है, जिसका रिकॉर्ड सार्वजनिक है।
उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में जरूरी नहीं कि पढ़ा-लिखा आदमी ही आए, कोई भी भारत का नागरिक आ सकता है और कार्य कर सकता है। लेकिन, आम जनता चाहती है कि पदधारक पढ़ा-लिखा हो, उसका विजन हो, जिससे लोकतंत्र की महिमा बढ़ती है। आज दुर्भाग्य है कि जब तेजस्वी जी को पढ़ने का मौका मिला, तब भी वे नहीं पढ़ पाए।
उन्होंने कहा कि वही तेजस्वी आज कहते हैं कि वे नौकरी और रोजगार बांट रहे हैं। आप तो नौकरी के लिए जमीन लिखवाते हैं। उन्हें ना प्रदेश समझ आ रहा है, ना देश समझ आ रहा है। लालू परिवार ने बिहार को मजाक बनाकर रख दिया है।
(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 8 अप्रैल । आम आदमी पार्टी (आप) ने सोमवार को अपना चुनावी कैंपेन लॉन्च किया। पार्टी ने अपने मुखिया और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को चुनावी कैंपेन के केंद्र में रखा है। आम आदमी पार्टी के चुनावी कैंपेन का स्लोगन ‘जेल का जवाब वोट से’ रखा गया है।
गौरतलब है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल कथित शराब घोटाले के आरोप में जेल में हैं। चुनावी कैंपेन लॉन्च करते हुए आम आदमी पार्टी ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जेल भेजने से दिल्ली की जनता नाराज है। इसका जवाब वोट के जरिए दिया जाएगा।
आम आदमी पार्टी के सांसद संदीप पाठक ने कहा कि हम दिल्ली की जनता से निवेदन करते हैं कि मतदान वाले दिन जेल का जवाब वोट से दें।
आम आदमी पार्टी ने अपने चुनावी कैंपेन वाले पोस्टर में भी सीएम अरविंद केजरीवाल को ही सामने रखा है। इस पोस्टर में दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल को जेल की सलाखों के पीछे दिखाया गया है।
सोमवार को केजरीवाल की गैरमौजूदगी में कैंपेन लॉन्च किया गया। इस दौरान आम आदमी पार्टी दिल्ली के संयोजक व दिल्ली सरकार में मंत्री गोपाल राय, राज्यसभा सांसद संदीप पाठक और संजय सिंह समेत कई नेता मौजूद रहे।
संजय सिंह ने दिल्ली के मतदाताओं से अपील की है कि वोट डालने से पहले वे केजरीवाल द्वारा मुफ्त किए गए बिजली के बिल जरूर देखें। दिल्ली में बनाए गए अच्छे स्कूलों को देखें। दिल्ली में लोगों की स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े मोहल्ला क्लीनिक को वोट डालने से पहले एक बार देखें।
पार्टी महासचिव संदीप पाठक ने कहा कि सभी दिल्ली वालों ने देखा है कि कैसे अरविंद केजरीवाल ने संघर्ष किया। उन्होंने दिल्ली वासियों को अपना परिवार माना और हर परिवार के हर एक बच्चे की शिक्षा के लिए अच्छी व्यवस्था की, बीमार लोगों के लिए दवाई की व्यवस्था की, स्वास्थ्य व्यवस्था में बदलाव किया। दिल्ली में पहले पानी के लिए त्राहि-त्राहि थी। लेकिन, केजरीवाल ने पेयजल उपलब्ध कराने के लिए बेहतर इंतजाम किए।
इसके साथ आम आदमी पार्टी का कहना है कि दिल्ली सरकार ने महिलाओं के लिए बसों में फ्री यात्रा का इंतजाम किया। अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के लोगों की सेवा की है।
(आईएएनएस)