मनोरंजन
मुंबई, 24 दिसंबर। दक्षिण भारतीय फिल्मों के जाने-माने अभिनेता प्रभास अभिनीत फिल्म ‘सलार: पार्ट 1-सीजफायर’ ने रिलीज होने के दो दिनों के भीतर दुनियाभर के सिनेमा घरों की टिकट खिड़की पर 295.7 करोड़ रुपये की कमाई की। फिल्म के निर्माताओं ने रविवार को यह जानकारी दी।
इस फिल्म का निर्माण ‘होम्बले फिल्म्स’ ने किया है और इसके निर्देशक प्रशांत नील हैं। इस फिल्म में पृथ्वीराज सुकुमारन ने भी भूमिका निभाई है।
निर्माताओं ने 'सलार' के आधिकारिक 'एक्स' पेज पर कमाई के आंकड़े साझा किए।
'एक्स' पर एक पोस्ट में बताया गया,' दुनियाभर में टिकट खिड़की पर दबदबा कायम करते हुए 'सलार' ने दो दिनों में 295.7 करोड़ रुपये की कमाई की।'
होम्बले फिल्म्स के अनुसार, 'सलार' ने पहले दिन दुनिया भर में 178.7 करोड़ रुपये की कमाई की जो वर्ष 2023 में किसी भी भारतीय फिल्म के लिए सबसे बड़ी शुरुआत है।
‘सलार’ की कहानी दो दोस्तों देवा और वर्धा के इर्द-गिर्द घूमती है जिनकी भूमिका क्रमश: प्रभास और पृथ्वीराज सुकुमारन ने निभाई है, जो अंत में कट्टर प्रतिद्वंद्वी बन जाते हैं। यह फिल्म शुक्रवार को तेलुगु, कन्नड़, तमिल, मलयालम और हिंदी में सिनेमाघरों में रिलीज हुई।
प्रभास की इस फिल्म के शुरुआती दिन का आंकड़ा शाहरुख खान की 2023 की दो ब्लॉकबस्टर फिल्मों 'पठान' और 'जवान' से को पार कर गया। ‘पठान’ और ‘जवान’ ने पहले दिन में दुनियाभर में क्रमशः 106 करोड़ रुपये और 129.6 करोड़ रुपये की कमाई की थी। रणबीर कपूर अभिनीत फिल्म 'एनिमल' ने पहले दिन 116 करोड़ रुपये की कमाई की थी।
‘सलार: पार्ट 1- सीजफायर’ में श्रुति हसन, ईश्वरी राव, जगपति बाबू और श्रिया रेड्डी भी हैं। फिल्म के सीक्वल का नाम 'सलार: पार्ट 2 - शौर्यांग पर्वम' है। (भाषा)
मुंबई, 24 दिसंबर । फिल्म 'डर' ने अपने 30 साल पूरे कर लिए हैं। इसको लेकर अभिनेत्री जूही चावला ने कहा कि फिल्म में सुपरस्टार शाहरुख खान का होना कितना खास था और क्यों यह उनके करियर की अब तक की सबसे महत्वपूर्ण फिल्म थी।
जूही ने कहा, ''फिल्म 'डर' मेरे करियर की सबसे महत्वपूर्ण फिल्मों में से एक है। 'डर' से पहले मैंने यश चोपड़ा जी के साथ 'चांदनी' में काम किया था और यह बस एक छोटा सा हिस्सा था। उस समय मैं बिल्कुल नई थी लेकिन फिर भी उन्होंने मुझे विनोद खन्ना जी के अपोजिट कास्ट किया और मेरी वह छोटी सी गेस्ट भूमिका थी।
उन्होंंने कहा, "वह पहली बार था जब मैंने कैमरे का सामना किया और यश जी मुझे निर्देशित कर रहे थे, जो सिर्फ ढाई दिन का काम था।"
उन्होंने आगे कहा, ''उसके बाद मैंने फिल्म 'आइना' में काम किया। आइना में पहली बार मुझे हनी जी के घर बुलाया गया था, जिन्होंने मुझे बैठाया और मेरे साथ पूरी स्क्रिप्ट पढ़ी।''
अभिनेत्री ने कहा, “मैं बस आश्चर्यचकित थी क्योंकि मैं एक उभरती हुई कलाकार थी, जो अभी भी अपने पैर जमा रही थी और यहां एक महान निर्देशक थे जिनकी फिल्में मैंने एक बच्चे के रूप में देखी थीं, और फिर जब मैं एक अभिनेत्री बन गई, तो मैं उनके सामने बैठी थी।''
उन्होंने कहा, ''यश जी के साथ मैंने जो दोनों फिल्में कीं, चाहे वह आईना हो या डर, उन्होंने मुझे पूरी स्क्रिप्ट सुनाई, यह अद्भुत था। मेरे पास यश जी के साथ काम करने की अद्भुत यादें हैं। मैं उस समय कम उम्र की थी और यश जी से बहुत प्रभावित थी। यश चोपड़ा जी की नायिका बनना और उनके द्वारा निर्देशित होना मेरे लिए बहुत बड़ा क्षण था।''
जूही ने कहा कि वह यह सुनकर रोमांचित थीं कि शाहरुख खान 'डर' में एंटी-हीरो की भूमिका निभाएंगे।
उन्होंने कहा, "जब मैंने सुना कि यश जी आमिर को उस भूमिका के लिए कास्ट करने जा रहे हैं जो शाहरुख ने की थी, तो मैं बहुत खुश हुई, क्योंकि आप जानते हैं कि मैंने अपनी शुरुआती फिल्मों में आमिर के साथ काम किया है और उनके साथ मैं बहुत सहज हूं। फिर मैंने सुना कि आमिर ये रोल नहीं कर रहे हैं, फिर मुझे लगा कि यह रोल अजय देवगन और कुछ अन्य युवा नायकों के पास जाएगा, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया, फिर आखिरकार यह रोल शाहरुख ने किया। लेकिन मैं आपको बता नहीं सकती कि यह मेरे लिए कितना खास था।'' (आईएएनएस)।
मुंबई। बॉलीवुड एक्ट्रेस व मॉडल पूनम पांडे अपने बोल्ड अंदाज के लिए जानी जाती हैं। वे सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय रहती हैं, और अपनी फोटो और वीडियो की वजह से हमेशा सुर्खियों में रहती है।
हाल ही में पूनम पांडे ने अपने ऑफिशियल इंस्टाग्राम अकाउंट में फोटोस शेयर की हैं, जिसमें पूनम ने ब्लैक क्रॉप टॉप और डेनिम शॉर्ट पहना है, और खुले बालों के साथ थाइलैंड के बीच के किनारे मस्ती के मूड में नजर आ रही हैं। पूनम पांडे की ये फोटेस सोशल मीडिया में तेजी से फैल रही हैं और उनके फैंस पूनम पांडे की हॉटनेस की तारीफ कर रहे हैं।
मुंबई। कृति ने इस फोटोशूट के लिए टॉपलेस होकर ब्लेजर और ट्राउजर पहना है, जिस पर सिल्वर सीक्वेंस वर्क किया गया है. कृति ने अपने इस लुक को बहुत स्वैग में फ्लॉन्ट करते हुए किलर पोज दिए हैं.
कृति सेनन ने अपनी एक्टिंग का जादू पहले ही देशभर के लोगों पर खूब चला दिया है. आज फैंस उनकी एक झलक पर फिदा रहते हैं. फैंस बेसब्री से एक्ट्रेस की फिल्मों का इंतजार करते हैं. वहीं, कृति अपने लुक्स की वजह से भी अक्सर चर्चा में रहती हैं. हर दिन एक्ट्रेस का एक नया अवतार सोशल मीडिया पर वायरल हो जाता है. उनके हर नए लुक को देखकर ऐसा लग रहा है कि वह वक्त के साथ और ज्यादा बेबाक होती जा रही हैं.
उन्होंने अपनी एक्टिंग से ज्यादा अपनी खूबसूरती और पर्सनैलिटी का जादू दुनियाभर के लोगों पर चलाया है. आज कृति लगभग हर दिन किसी न किसी वजह से चर्चा में आ ही जाती हैं. फैंस उनके बारे में हर बात जानने के लिए काफी बेताब रहते हैं. एक्ट्रेस भी ऐसे में फिल्मों के अलावा सोशल मीडिया के जरिए भी चाहने वालों के साथ जुड़ी रहती हैं. ऐसे में उनकी पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ की झलक भी दिख जाती है.
कृति सेनन ने बरपाया कहर
अब एक बार फिर कृति ने अपनी हॉट अदाओं से इंटरनेट का पारा हाई कर दिया है. इन दिनों वह लगातार अपने नए लुक्स शेयर कर रही हैं. अब लेटेस्ट फोटोज में कृति लेडी बॉस के अंदाज में दिखाई दे रही हैं. हालांकि, उन्होंने अपने इस लुक में हॉटनेस का तड़का लगा दिया है. कृति ने इस फोटोशूट के लिए टॉपलेस होकर ब्लेजर और ट्राउजर पहना है, जिस पर सिल्वर सीक्वेंस वर्क किया गया है. कृति ने अपने इस लुक को बहुत स्वैग में फ्लॉन्ट करते हुए किलर पोज दिए हैं.
कृति का लेडी बॉस लुक
कृति ने इस लेडी बॉस लुक को मिनिमल मेकअप से कंप्लीट किया है. उन्होंने सटल बेस, न्यूड लिप्स और स्मोकी आईज रखी हैं. वहीं, एक्ट्रेस ने हेयरस्टाइल के लिए बालों को वेवी टच देकर ओपन रखा है. एक्सेसरीज के तौर पर सिर्फ ब्रेसलेट पहने हैं. उन्होंने एक हाथ में ऑक्सीडाइज्ड ब्रेसलेट पहने हैं, जबकि दूसरे हाथ में उन्होंने डायमंड के ब्रेसलेट पेयरअप किए हैं. अब फैंस के बीच कृति का ये नया लुक तेजी से वायरल होने लगा है.
कृति सेनन के वर्क फ्रंट की बात करें तो एक्ट्रेस लगातार कई बेहतरीन प्रोजेक्ट्स के लिए साइन कर रही हैं. जल्द ही उन्हें 'द क्रू' और 'दो पत्ती' टाइटल से बन रही फिल्मों में नजर आने वाली हैं. इसके अलावा एक अनटाइटल्ड रोमांटिक कॉमेडी फिल्म में भी देखा जाएगा. फिल्म इस फिल्म को लेकर कोई डिटेल सामने नहीं आ पाई है.
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मुंबई, 19 दिसंबर। ऐश्वर्या राय अभी सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय है ... ऐश्वर्या राय को अमिताभ बच्चन ने इंस्टाग्राम पर अनफॉलो कर दिया है और वे बच्चन परिवार का घर छोड़कर अपनी मां के साथ वक्त बिता रही हैं, इसे लेकर अफवाहों को दौर शुरू हो गया है। पति अभिषेक बच्चन के साथ उनके तलाक की अफवाहों ने जोर पकड़ लिया है।
ऐश्वर्या के फैंस इस बात को लेकर निराश जरूर हैं, लेकिन वह जानना चाहते हैं कि अगर वाकई में उनके बीच तलाक की नौबत आती है, तो ऐश्वर्या को गुजारा-भत्ता के तौर पर अभिषेक बच्चन से कितनी रकम मिलेगी। अभिषेक बच्चन और ऐश्वर्या राय की शादी 20 अप्रैल 2007 को हुई थी। दोनों की शादी को 16 साल हो गए हैं। साल 2011 में ऐश ने आराध्या को जन्म दिया था।
नई दिल्ली, 19 दिसंबर । बॉलीवुड अभिनेत्री जैकलीन फर्नांडीज ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा उनके खिलाफ दर्ज किए गए मनी लॉन्ड्रिंग मामले को रद्द करने की मांग करते हुए दिल्ली उच्च न्यायालय में एक याचिका दायर की है।
उन्होंने धन शोधन निवारण अधिनियम, 2002 की धारा 3 और 4 के तहत ईडी की शिकायत और 17 अगस्त, 2022 के दूसरे पूरक आरोपपत्र को चुनौती दी है।
याचिकाकर्ता ने दावा किया कि ईडी द्वारा पेश सबूत उसकी बेगुनाही साबित कर देंगे, उसे कथित ठग सुकेश चंद्रशेखर की चालबाजी की शिकार पीड़िता के रूप में चित्रित करेंगे।
याचिका में कथित तौर पर गलत तरीके से कमाई गई संपत्ति को सफेद करने में चंद्रशेखर की मदद करने में उनकी किसी भी संलिप्तता से इनकार किया गया है।
जैकलीन ने तर्क दिया कि उन पर धन शोधन निवारण अधिनियम की धारा 3 और 4 के तहत मुकदमा नहीं चलाया जाना चाहिए।
ईडी ने उन्हें आरोपी के रूप में नामित करते हुए अपना दूसरा पूरक आरोपपत्र दाखिल किया था। जैकलीन और एक अन्य बॉलीवुड हस्ती नोरा फतेही ने मामले में गवाह के रूप में अपने बयान दर्ज कराए हैं।
इससे पहले, जैकलीन की 7.2 करोड़ रुपये की संपत्ति और सावधि जमा को ईडी ने जब्त कर लिया था, जिसने इन उपहारों और संपत्तियों को अभिनेता द्वारा प्राप्त अपराध की "आय" करार दिया था।
फरवरी में ईडी ने चंद्रशेखर की कथित सहयोगी पिंकी ईरानी के खिलाफ अपना पहला पूरक आरोपपत्र दाखिल किया था।
आरोपपत्र में आरोप लगाया गया था कि पिंकी जैकलीन के लिए महंगे उपहार चुनती थी और चंद्रशेखर उसका भुगतान करता था। उपहार देकर वह जैकलीन को उनके आवास तक पहुंचा देती थी।
दिसंबर 2021 में जांच एजेंसी ने इस मामले में पहली चार्जशीट दाखिल की थी।
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, चंद्रशेखर ने विभिन्न मॉडलों और बॉलीवुड हस्तियों पर लगभग 20 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। हालांकि, कुछ लोगों ने उनसे उपहार लेने से इनकार कर दिया था।
--आईएएनएस
तिरूपति, 15 दिसंबर । एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण ने आंध्र प्रदेश के तिरुमाला वेंकटेश्वर मंदिर के दर्शन किए और भगवान वेंकटेश्वर का आशीर्वाद लिया।
'चेन्नई एक्सप्रेस' फेम एक्ट्रेस रात में नंगे पैर मंदिर की सीढ़ियां चढ़ीं। इस दौरान उनके साथ उनके माता-पिता और बहन अनीशा पादुकोण भी थीं।
दीपिका को ब्लैक कलर की हुडी और मैचिंग लेगिंग पहने हुए देखा जा सकता है और अपने बालों का मैसी बन बनाया हुआ था। वह मंदिर परिसर में नंगे पैर चल रही हैं। उनके साथ उनकी टीम भी थी।
वायरल हो रहे एक अन्य वीडियो में 'ओम शांति ओम' की एक्ट्रेस को परिवार के साथ मंदिर में आशीर्वाद मांगते दिखाया गया है। उन्होंने ट्रेडिशनल आउटफिट पहनी हुई है।
वर्कफ्रंट की बात करें, दीपिका को आखिरी बार एक्शन थ्रिलर 'जवान' में स्पेशल अपीयरेंस में देखा गया था, जिसमें शाहरुख खान मुख्य भूमिका में थे। एटली द्वारा निर्देशित इस फिल्म में नयनतारा, विजय सेतुपति, प्रियामणि और सान्या मल्होत्रा प्रमुख भूमिका में हैं।
अब वह ऋतिक रोशन और अनिल कपूर अभिनीत अपकमिंग एरियल एक्शन ड्रामा 'फाइटर' की रिलीज के लिए तैयारी कर रही हैं। सिद्धार्थ आनंद द्वारा निर्देशित और वायाकॉम18 स्टूडियोज और मार्फ्लिक्स पिक्चर्स द्वारा निर्मित, यह फिल्म 25 जनवरी, 2024 को रिलीज होगी।
दीपिका के पास 'कल्कि 2898 एडी' और 'सिंघम अगेन' भी पाइपलाइन में हैं। (आईएएनएस)।
कोलकाता, 14 दिसंबर। जाने-माने अभिनेता मनोज वाजपेयी ने कहा कि फिल्म निर्माता को किसी विशेष शैली की फिल्में बनाने के लिए कोई मजबूर नहीं कर सकता।
हाल ही में यहां 29वें कोलकाता अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (केआईएफएफ) के दौरान मनोज बाजपेयी (54) ने पत्रकारों से कहा कि यह लोगों पर निर्भर करता है कि वे किस तरह की फिल्में देखना चाहते हैं।
अभिनेता ने कहा, ‘‘यह दर्शकों पर निर्भर करता है कि वे कौन सी फिल्में देखना चाहते हैं। हर किसी और हर शैली के लिए जगह होनी चाहिए। कृपया, किसी फिल्म निर्माता से अपनी पसंद की फिल्म बनाने के लिए न कहें। एक निर्देशक अपनी पसंद की फिल्म बनाने के लिए स्वतंत्र है।’’
वाजपेयी ने कहा कि ज्यादातर भारतीय फिल्में अच्छे पारिवारिक मूल्यों को बढ़ावा देती हैं और महिलाओं का गुणगान करती हैं।
‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ के अभिनेता ने कहा, ‘‘मुझे विकल्प देने के लिए मैं निर्देशकों का आभारी हूं। मुझे (मंच) छोड़ने से पहले इसका ज्यादा से ज्यादा लाभ उठाना होगा। मैं खुद से बहुत उम्मीद करता हूं और मैं अपना किरदार बहुत सावधानी से चुनता हूं।’’
मनोज ने कहा कि वह ‘नकारात्मक और सकारात्मक भूमिकाएं’ नहीं देखते हैं क्योंकि मौजूदा समय में बहुत सारी संभावनाए हैं।
‘ओवर द टॉप’ (ओटीटी) प्लेटफॉर्म की बढ़ती लोकप्रियता पर अभिनेता ने कहा, ‘ओटीटी ने निश्चित रूप से प्रणाली को लोकतांत्रिक बनाया है और पूरे फिल्म जगत की मदद की है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ओटीटी प्लेटफॉर्म ने कई अभिनेताओं की मदद की है। महामारी के दौरान कई सितारे सामने आए।’’
ओटीटी पर विषयवस्तु के विनियमन पर उन्होंने कहा, ‘‘डिजिटल मीडिया में सेंसरशिप तभी लागू की जानी चाहिए, जब इसकी आवश्यकता हो। मुझे लगता है कि लोग बुद्धिमान और समझदार हैं।’’ (भाषा)
मुंबई, 13 दिसंबर । एक्ट्रेस रवीना टंडन, जो एनिमल लवर हैं, ने एक प्यारा सा वीडियो शेयर किया है, जिसमें वह सुनसान सड़क के किनारे से पिल्ले को बचाते हुए दिखाई दे रही हैं।
एक्ट्रेस ने इंस्टाग्राम पर पिल्ले के साथ एक वीडियो शेयर किया और बताया कि उन्होंने पिल्ले का नाम 'पुचकी' रखा है।
वीडियो को कैप्शन देते हुए, एक्ट्रेस ने अपने फैंस और फॉलोअर्स से सड़क पर रहने वाले कुत्तों को अपनाने और बाजार से जानवरों की खरीदारी न करने का आग्रह किया।
रवीना ने कैप्शन में लिखा: ''रेस्क्यू और सर्वाइवल की कुछ कहानियां संतुष्टिदायक हैं। मैंने पुचकी को मनाली में एक सीवर में पाया। वह उस वक्त मृत जैसी हालत में था। बेहद कमजोर, ब्लाइंड, डिहाइड्रेटेड और स्किन इंफेक्शन से पीड़ित था, तब हमें इसके जीवित रहने की संभावना बेहद कम लग रही थीं, लेकिन इसने हम सभी को गलत साबित कर दिया, इसका ट्रांसफॉर्मेशन जादू है।
एक्ट्रेस ने कहा कि पिल्ले के पास अब एक प्यारा घर है।
''अब दिल्ली में एक प्यारे परिवार के साथ है। पुचकी को एक प्यारा सा घर देने के लिए करिश्मा शर्मा को धन्यवाद।''
एक्टिंग की बात करें तो, रवीना अगली बार एक रोमांटिक कॉमेडी "घुड़चड़ी" में दिखाई देंगी, जिसमें संजय दत्त भी हैं। (आईएएनएस)।
मुंबई, 12 दिसंबर । एक्ट्रेस अनुष्का शर्मा, उनके पति और क्रिकेटर विराट कोहली ने परिवार और दोस्तों के साथ अपनी शादी की छठी सालगिरह मनाई, जिसकी तस्वीर उन्होंने सोशल मीडिया पर शेयर की।
लवबर्ड्स अनुष्का और विराट को उनके फैंस 'विरुष्का' के नाम से भी जानते हैं। उन्होंने 11 दिसंबर, 2017 को इटली में शादी की थी।
अनुष्का ने इंस्टाग्राम पर अपनी एनिवर्सरी सेलिब्रेशन की तस्वीरें पोस्ट की।
इन तस्वीरों में विरुष्का चॉकलेट केक काटते हुए दिख रहे हैं, वहीं परिवार उनके लिए चीयर कर रहे हैं।
अनुष्का ने सिल्वर वर्क वाली ऑफ शोल्डर ब्लैक ड्रेस पहनी है, जबकि विराट फॉर्मल नेवी ब्लू शर्ट और डेनिम जींस में बेहद आकर्षक लग रहे हैं। उन्होंने अपने लुक को व्हाइट स्नीकर्स से पूरा किया।
पोस्ट को कैप्शन दिया गया था: '''प्यार, दोस्तों और परिवारवालों से भरा दिन। इंस्टाग्राम के लिए पोस्ट करने में बहुत देर हो गई? मेरे न्यूमेरो यूनो के साथ मेरा प्यार 6 साल से इनफिनीटी तक।''
विराट ने भी तस्वीरें शेयर की और रेड हार्ट इमोजी के साथ कैप्शन दिया।
तस्वीर में अनुष्का ने विराट को पीछे से गले लगाया हुआ है, जबकि दोनों कैमरे के लिए पोज दे रहे हैं।
पोस्ट को करीना कपूर खान, वरुण धवन, पूजा हेगड़े, मीरा राजपूत और कई अन्य लोगों ने लाइक किया। (आईएएनएस)।
नई दिल्ली, 12 दिसंबर । एक्ट्रेस कैटरीना कैफ ने शेयर किया कि काम के प्रति उनका दृष्टिकोण यह है कि वह हमेशा मानती हैं कि उन्हें और ज्यादा मेहनत करनी है। वह लगातार खुद को क्रॉस-चेक करती रहती हैं कि वह जो भी कर रही हैं वह सही है या नहीं।
कैटरीना ने 2005 में अमिताभ बच्चन अभिनीत फिल्म 'सरकार' से अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत की थी।
हिंदी सिनेमा में 18 साल लंबे सफर के दौरान क्या ऐसे क्षण आए, जब एक्ट्रेस को लगा कि वह कुछ और दे सकती हैं?
कैटरीना ने आईएएनएस से कहा, "मुझे लगता है कि अपने काम के प्रति मेरा दृष्टिकोण यह है कि मैं हमेशा मानती हूं कि मुझे और अधिक देना होगा। मैं हर पल में पर्याप्त नहीं दे रही हूं। मैं हमेशा खुद तो क्रॉस-चेक करती रहती हूं कि क्या मैं एक्सीलेंट बनने के लिए, बेस्ट बनने के लिए जो कुछ भी कर सकती हूं वह कर रही हूं। आप जानते हैं, मेरे लिए, मेरा बिलीफ सिस्टम यह है कि क्या मैं कल से बेहतर हूं?''
एक्ट्रेस, जिनकी लेटेस्ट रिलीज 'टाइगर 3' है, ने कहा कि कंपटीशन हाई है, लेकिन मेरा फोकस खुद को बेहतर बनाने पर है।
'एक था टाइगर' की एक्ट्रेस ने कहा, "यह मेरे लिए यह देखने के बारे में नहीं है कि मेरे आसपास कौन क्या कर रहा है। निःसंदेह, यह महत्वपूर्ण है, कि क्या मैं खुद को बेहतर बना रही हूं? अगर मैं खुद को बेहतर बना रही हूं और एक कलाकार और अभिनेता के रूप में आगे बढ़ रही हूं, तो मैं सही रास्ते पर हूं।''
एक्ट्रेस अपनी हर फिल्म को दिल से पसंद करती हैं।
कैटरीना ने कहा, "मैं हमेशा कहती हूं कि अगर आपके पास देने के लिए कुछ नहीं है, तभी आपको एक अभिनेता के रूप में रुक जाना चाहिए।"
एक्ट्रेस ने कहा, "एक अभिनेता के रूप में, आपके पास उस फिल्म को देने के लिए कुछ है। यह चीज एनरजेटिक है। यह एनरजेटिक कनेक्शन और इमोशन है। यह या तो पूरी तरह से है या बिल्कुल नहीं है। मुझे लगता है कि काम में बिजी रहना चाहिए, ताकि आप डीप लेवल पर जुड़े रहने में सक्षम हो सकें।'' (आईएएनएस)।
मुंबई, 11 दिसंबर । 'बिग बॉस 17' के अपकमिंग एपिसोड में विक्की जैन और अंकिता लोखंडे खाना पकाने को लेकर झगड़ते नजर आएंगे, जिससे एक्ट्रेस रोने लगती हैं।
यह सब किचन एरिया में होता है जहां घरवाले नाश्ता बना रहे होते हैं। खाना बनाते समय अंकिता खानजादी के इंस्ट्रक्शन लेती है।
जिस पर विक्की खानजादी से कहते हुए रिएक्ट करते हैं: "तुम ही बना लो।"
जिस पर अंकिता जवाब देते हुए कहती हैं कि वह भी डिश अच्छी बना सकती हैं।
विक्की फिर कहते है, "खानजादी आपसे बेहतर खाना बनाती है।"
यह सुनकर अंकिता को बुरा लगता है और वह रोने लगती हैं।
लेटेस्ट 'वीकेंड का वार' एपिसोड में सना खान रईस को दर्शकों द्वारा सबसे कम वोट मिलने के बाद घर से बाहर जाना पड़ा था।
उनके बाहर निकलने के बाद शो में एक नया वाइल्डकार्ड कंटेस्टेंट के तौर पर के-पॉप सिंगर औरा ने एंट्री ली।
--आईएएनएस
मुंबई, 11 दिसंबर । मेगास्टार अमिताभ बच्चन, जो पिछले 40 सालों से हर रविवार को अपने आवास के बाहर अपने प्रशंसकों का अभिवादन करने आते हैं, इस बार उनके नाती अगस्त्य नंदा भी शामिल हुए।
अगस्त्य श्वेता बच्चन के बेटे हैं। उन्होंने हाल ही में जोया अख्तर के निर्देशन में बनी टीन म्यूजिकल ड्रामा 'द आर्चीज' से एक्टिंग की शुरुआत की।
जलसा में अपने 'संडे दर्शन' के लिए जाने जाने वाले बिग बी के साथ अगस्त्य भी थे। उन्होंने ब्लैक टी शर्ट और ब्लू डेनिम पहनी हुई थी। जबकि 'शोले' अभिनेता ने ग्राफिक प्रिंटेड ब्लू जैकेट पहनी थी।
एक्स पर अमिताभ ने तस्वीरें साझा कीं और लिखा: ''ट्वीट 4856- सुनों'', इसके बाद एक गुलाब का इमोजी भी लगाया।
फिल्म 'द आर्चीज' का निर्देशन जोया अख्तर ने किया है और इसमें अगस्त्य नंदा, खुशी कपूर, सुहाना खान, वेदांग रैना, मिहिर आहूजा, अदिति सहगल और युवराज मेंडा ने एक्टिंग की है। स्क्रीनप्ले रीमा कागती का है।
फिल्म नेटफ्लिक्स इंडिया, टाइगर बेबी, आर्ची कॉमिक्स और ग्राफिक इंडिया के बीच एक सहयोगात्मक प्रयास है।
यह नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीमिंग हो रही है।
इस बीच, वर्कफ्रंट की बात करें तो, अमिताभ क्विज़-आधारित रियलिटी शो 'कौन बनेगा करोड़पति 15' की मेजबानी कर रहे हैं। उनके पास 'द उमेश क्रॉनिकल्स', कल्कि 2898 ईस्वी', 'बटरफ्लाई' और 'थलाइवर 170' हैं।(आईएएनएस)।
नासिरुद्दीन
इन दिनों प्रदर्शित फ़िल्म एनिमल का शोर चारों तरफ़ है. इस फ़िल्म के निर्देशक संदीप वेंगा रेड्डी हैं जबकि मुख्य कलाकार रणबीर कपूर, रश्मिका मंदाना, अनिल कपूर और बॉबी देओल हैं.
यह दावा भी किया जा रहा है कि फ़िल्म हिट है, ख़ूब क़माई कर रही है. व्यापार के पैमाने पर कामयाबी का पैमाना तो क़माई ही होता है.
लेकिन यह जानना दिलचस्प है कि यह क़माई किस तरह की फ़िल्म बनाकर की जा रही है? फ़िल्म में ख़ामोशी से क्या बताने की कोशिश की जा रही है?
यह फ़िल्म विचार के स्तर पर ख़तरनाक दिखती है. यह कहीं से महज़ मनोरंजन नहीं है. यह सामाजिक स्तर पर ख़तरनाक है. यह पूर्वग्रहों को मज़बूत करती है.
यह आधुनिक स्त्रियों की कहानी है लेकिन उनकी ज़िंदगी पर नियंत्रण उनका नहीं है. मुसलमानों की ख़ास बनी-बनाई छवि पेश करती है. सबसे बढ़कर वह हिंसक, दबंग, धौंसवाली मर्दानगी को बढ़ावा देती है.
हिंसा और ख़ून का ख़तरनाक मायाजाल
इस फ़िल्म के केन्द्र में बदला और हिंसा है. छोटी-मोटी हिंसा नहीं. यही इसका प्रभावी स्वर है. बड़े पर्दे पर गोलियाँ ही गोलियाँ और चारों तरफ़ ख़ून ही ख़ून हिंसा का मायाजाल रचती है.
हिंसा का वीभत्स से वीभत्स रूप देखने को मिलता है. क्रूरतम व्यवहार दिखता है. हत्याओं के भयानक तरीक़े देखने को मिलते हैं. यह सब कोई विलेन ही नहीं कर रहा होता है. यह हीरो करता है.
जो काम हीरो करता है, वह उसकी ख़ूबी या ख़ासियत होती है. कई बार वह बाहरी दुनिया में इंसान के व्यवहार का पैमाना भी बनाता है.
तब सहज सवाल उठता है कि हिंसा दिखाई क्यों जा रही है? फ़िल्म में हिंसा का महिमा मंडन है या उससे सबक लेने की कोई कोशिश दिखती है?
इस फ़िल्म में ऐसा कुछ नहीं दिखता है. बल्कि वह तो हिंसा को ही समाधान बनाकर पेश करती है. इस लिहाज़ से यह हिंसा, किसी भी सूरत में नाक़ाबिले बर्दाश्त होनी चाहिए.
मगर दर्शक उस हिंसा और ख़ून में शामिल हो जाता है. वह उस हिंसा और चेहरे पर बिखरे ख़ून का मज़ा लेता है.
अल्फ़ा मर्द की रचना
फ़िल्म की बुनियाद एक शब्द है- अल्फ़ा मर्द! यह अल्फ़ा मर्द क्या होता है?
फ़िल्म में रणबीर कपूर रश्मिका को बताते हैं कि सदियों पहले अल्फ़ा मर्द कैसे होते थे- स्ट्राँग बंदे! मर्द बंदे! जंगलों में घुसकर शिकार कर लाते थे. वह शिकार बाक़ी सब में बँटता था.
हीरो हीरोइन को बताता है, महिलाएँ खाना बनाती थीं. बच्चों और बाक़ी सबको खिलाती थीं.
वे सिर्फ खाना ही नहीं पकाती थीं बल्कि वे यह भी तय करती थीं कि शिकारियों में से कौन मर्द उसके साथ बच्चे पैदा करेगा. कौन उसके साथ रहेगा और कौन उसे प्रोटेक्ट करेगा यानी उसकी हिफ़ाज़त करेगा? समुदाय ऐसे ही चलता था.
हीरो जानकारी देता है कि इसके उलट होते थे कमज़ोर मर्द. ये क्या करते? इनके पास स्त्रियाँ कैसे आतीं?
तो इन्होंने कविता करनी शुरू कर दी. ये स्त्रियों को रिझाने के लिए कविताओं में चाँद-तारे तोड़ कर लाते थे. समाज के लिए जो करते हैं, वे अल्फ़ा मर्द ही करते हैं. कमज़ोर मर्द कविताई करते हैं.
यही नहीं, उसके मुताबिक शारीरिक रूप से कम ताक़तवर लोग समाज के लिए बेकार है. उनका कोई उपयोग नहीं है.
इसलिए समाज में ऐसे ही लोग पैदा होने चाहिए जो ताक़तवर हैं. यह विचार अपने आप में ख़तरनाक है.
एक जगह हीरोइन को देख कर हीरो अंग्रेज़ी में बोलता है, ''तुम्हारा पिछला हिस्सा बड़ा है. तुम अपने शरीर में स्वस्थ शिशुओं को पाल सकती हो.''
हीरोइन की मंगनी एक युवक से तय हो चुकी है. उसका इशारा है कि उसका मंगेतर एक कमज़ोर कविताई करने वाला मर्द है. दूसरी ओर, वह वह अल्फ़ा मर्द है.
उसे उसकी तरफ़ आना चाहिए. वह बाद में उसकी तरफ़ आती भी है और शादी भी करती है.
यह अल्फ़ा मर्द स्त्रियों को क्या बता रहा है?
सदियों पुरानी बातें आज की स्त्री को क्यों बताई जा रही है? मर्द उसे क्यों बता रहा है कि उसे कैसे पुरुष के साथ रहना चाहिए? कौन सा पुरुष मर्द है और कौन नहीं, ये बातें वह आज की लड़कियों को क्यों बता रहा है?
फ़िल्म में यह बात साफ़ होती है. रणबीर कपूर की एक बड़ी बहन है. विदेश से एमबीए की है. वह शादीशुदा है और घर में रहती है. रणबीर उसके पति को नापसंद करता है.
वह कहता है, 'मैं छोटा था. वरना यह शादी होने नहीं देता.' उसका बहनोई उसके पिता को मारने की साजिश में शामिल रहता है.
इस तरह फ़िल्म बहन के फ़ैसले को ग़लत भी साबित करती है. उसकी बात को सही साबित करती है.
इसीलिए एक जगह वह अपनी छोटी बहन से कहता है, 'जो हाथ तेरी माँग में सिंदूर भरेगा, उसकी हर लकीर पहले मैं चेक करूँगा. मैं तुम्हारे लिए स्वयंवर करवाऊँगा.'
यही नहीं, वह अपनी बहन को यह भी बताता है कि बतौर लड़की उसे कौन सी शराब पीनी चाहिए. यह पितृसत्ता का दुलारा रूप है. जहाँ वह प्रेम दिखाकर लोगों की ज़िंदगी पर क़ाबू करती है.
अल्फ़ा यानी दबंग, धौंस वाली ज़हरीली मर्दानगी
ऐसे मर्द दबंग होते हैं. धौंस जमाने वाले होते हैं. वे लोगों पर नियंत्रण रखते हैं. वे स्त्रियों पर नियंत्रण रखते हैं. इनसे लोग डरते हैं. डर कर सम्मान करते हैं.
दरअसल इस फ़िल्म का हीरो सबका रखवाला बनने की कोशिश करता है. उसके पास हर समस्या का समाधान हिंसा है.
ऐसा ही समाधान वह तब करता है जब वह स्कूल में ही पढ़ता है. उसकी बहन को कॉलेज में कुछ लड़के काफ़ी परेशान करते हैं.
जब रणबीर को यह पता चलता है तो वह भरी क्लास में बड़ी बहन को लेकर पहुँच जाता है. क्लास में गोलियाँ चलाता है. बड़े गर्व से कहता है, 'तेरी सेफ़्टी के लिए मैं कुछ भी कर सकता हूँ.'
बड़ी बहन की हिफ़ाज़त छोटे भाई के हाथ में है. यह सब पता चलने पर उसके पिता अनिल कपूर बहुत नाराज़ होते हैं.
तब वह पिता से कहता है कि 'ऐसी सम्पत्ति से क्या फ़ायदा जब मैं अपनी बहन की ही सुरक्षा नहीं कर सकता. उनके बाद वही है, जिसे परिवार की हिफ़ाज़त करनी है.
क्यों? क्योंकि वह मर्द है. भले ही उम्र में छोटा है.'
पितृसत्ता की किताब है फ़िल्म
पितृसत्ता की जड़ें गहरी कैसे जमी हैं, यह समझना है तो यह फ़िल्म बताती है.
पितृसत्ता कैसे काम करती है, यह उसका उदाहरण है. पिता, पिता और पिता …फ़िल्म की बुनावट में यह शामिल है.
फ़िल्म की शुरुआत से ही पुत्र का पिता के लिए लगाव दिखता है. मगर यह लगाव सामान्य बाप बेटे का प्रेम नहीं है. उसे पिता जैसा बनना है. माँ उसके जीवन में गौण है. वह पिता के लिए किसी हद तक जा सकता है. वह पिता की सालगिरह पर गिफ़्ट के तौर पर अपने लम्बे बाल कटवा लेता है.
वह घर से बग़ावत कर निकल जाता है लेकिन जब उसके पिता पर हमला होता है तो वह बदला लेने के लिए विदेश से आ जाता है. फ़िल्म में पिता के पिता, उनके भाई, भाइयों के बेटे…यानी मर्दों की सक्रिय दुनिया है. उस दुनिया में कठपुतली की तरह यहाँ-वहाँ स्त्रियाँ हैं.
इस समानता से स्त्रियों का कुछ नहीं होने वाला
फ़िल्म में हीरोइन को कई जगह हीरो से बराबरी से बहस करते और एक-दो जगह थप्पड़ मारते भी दिखाया गया है. यह किस तरह की समानता है?
इस समानता में कोई समानता नहीं है. क्योंकि इन सबके बावजूद अंतत: वह उसके नियंत्रण में ही रहती है.
एक जगह हीरो कहता है, शादी में डर होना चाहिए. पकड़ कर रखो. डर गया, सब गया.
एक बार हीरोइन अपने मन से गाउन जैसा एक कपड़ा पहनती है तो वह एतराज़ करता है. हीरोइन पूरी फ़िल्म में या तो सलवार सूट में है या साड़ी में. वह संस्कारी है. धार्मिक रीति-रिवाजों का पालन करती है.
अल्फ़ा मर्दानगी और सेक्स
दबंग मर्दानगी का सेक्स से गहरा रिश्ता है. वह यौन संबंधों को लेकर बेहद चिंतित रहता है. चिंतित के साथ-साथ वह यह भी दिखाना चाहता है कि यौन सम्बंधों में वह कितना दमदार है.
उसकी काम इच्छाएँ कितनी मज़बूत हैं और इस कर्म में वह कितना मज़बूत है. इस फ़िल्म में यह बात कई स्तरों पर बार-बार दिखती है. यौन संबंधों में प्रदर्शन की बात बार-बार आती है.
हीरो ही नहीं बल्कि विलेन भी जब मन करता है और जहाँ मन करता है, यौन संबंध बना लेता है. यही नहीं, वो शादी से इतर भी संबंध बनाता है. वह उनके शरीर पर दिए गए निशानों को गर्व से दिखाता है.
यह उसके लिए अल्फ़ा मर्द होने की निशानी है. इसके बरअक्स स्त्रियाँ निष्क्रिय दिखती हैं. वे बस हैं. जो करना है, वह मर्द को करना है. फ़िल्म का एक प्रभावी स्वर यही दबंग मर्दाना सेक्स भी है.
दुश्मन धर्म बदल लेता है
रणबीर कपूर जिस परिवार में पैदा हुआ है. वह काफ़ी अमीर है. पिता अनिल कपूर का स्टील का व्यवसाय है. कम्पनी का नाम स्वास्तिक है. शक्ति, प्रगति, विजय उसका सूत्र है.
यह एक बड़ा संयुक्त परिवार है. सालों पहले सम्पत्ति के विवाद में परिवार का एक भाई अलग हो जाता है. वह सिर्फ़ अलग होता तो यह कहानी सामान्य होती.
वह विदेश जाकर मुसलमान बन जाता है. दुश्मन धर्म बदल लेता है या दूसरे धर्म वाले दुश्मन होते हैं!
अब जब वह मुसलमान बन गया है तो फ़िल्म बताती है कि उसकी कई बीवियाँ हैं और कई बच्चे हैं.
यही नहीं, उसके बेटे की भी तीन बीवियाँ हैं. कुछ ध्यान आया? कुछ नफ़रती नारे ध्यान आए?
जैसे- हम पाँच, हमारे पच्चीस! यह जो परिवार मुसलमान बन गया है, वही स्वास्तिक पर कब्जा करना चाहता है. वह बाक़ियों के लिए ख़तरा है. वह क्रूर है.
इसका ख़ात्मा करने के लिए संयुक्त परिवार के बाक़ी सदस्य एक साथ आते हैं. वे परिवार के ही एक बड़े मुसलमान दुश्मन को ख़त्म करते हैं.
लेकिन इस दुश्मन का ख़तरा बना हुआ है. फ़िलहाल इस तरह स्वास्तिक को बचाया गया है. आगे भी इसी तरह बचाया जा सकता है.
क्या यह हमारे समाज के बारे में भी कुछ बता रहा है
मगर सबसे बड़ा सवाल है कि आज के वक़्त में यह फ़िल्म इतनी लोकप्रिय कैसे हो रही है? फ़िल्म के दर्शकों में एक बड़ा वर्ग लड़कियों और स्त्रियों का भी है, वे ऐसी मर्दानगी को कैसे देख रही हैं?
फ़िल्म एक मज़बूत माध्यम है. यह लोगों के दिलो-दिमाग़ पर असर डालता है. यह समाज का आईना भी है और कैसा समाज बनाना चाहते हैं, उसे बताने का ज़रिया भी.
हमारा देश और समाज इस वक़्त दबंग मर्दानगी के दौर से गुज़र रहा है. राष्ट्र, धर्म, समाज, संस्कृति सबमें इस दबंग और धौंसपूर्ण मर्दानगी का असर देखा जा सकता है.
इससे स्त्रियाँ और स्त्रियों की ज़िंदगी अछूती नहीं रह सकती.
इस फ़िल्म पर चर्चा क्यों ज़रूरी है
असल में इस हिट फ़िल्म पर चर्चा इसलिए ज़रूरी हो जाती है कि ऐसी फ़िल्में आमतौर पर एक बहस छेड़ देती हैं. वह बहस है, स्त्रियों को कितनी आज़ादी चाहिए और मर्द कैसा होना चाहिए.
इसी से जुड़ी बात है कि ऐसी फ़िल्में किस तरह के समाज की कल्पना करती हैं. एनिमल नाम की यह फ़िल्म जिस तरह के अल्फ़ा मर्द की वक़ालत करती है, वह मर्दों को एक ख़ास दबंग ढाँचे में क़ैद करता है.
यही नहीं, अल्फ़ा मर्द स्त्रियों को भी एक ख़ास भूमिका में क़ैद करके रखता है. वह आज़ादी देता है, लेकिन स्त्री की आज़ादी की डोर उसके हाथ में है.
लड़कियों के पास आधुनिक तालीम है तो है, लेकिन उनकी प्राथमिक ज़िम्मेदारी क्या है, यह अल्फ़ा मर्द तय कर रहे हैं. चाहे माँ हो या बहनें या फिर पत्नी, वे लालन-पालन और घर के लोगों की देखभाल का काम करेंगी.
वे क्या पहनेंगी, क्या पियेंगी, यह वह नहीं तय करेंगी. उनकी हिफ़ाज़त की ज़िम्मेदारी सदियों पहले भी मर्दों के हाथ में थी आज भी है. लेकिन ध्यान रहे, वे मर्द आम मर्द नहीं हैं. वे अल्फ़ा हैं. दबंग. शारीरिक रूप से ताक़तवर. बदला लेने वाले. ख़ून से खेलने वाले.
जो मर्द ऐसे नहीं हैं, फ़िल्म के मुताबिक वे कमज़ोर हैं और वे कविताई करने वाले लोग हैं. यही ख़तरनाक विचार है. समाज में ज़्यादातर मर्द ऐसे ही हैं.
अल्फ़ा पैदा नहीं होते, अल्फ़ा बनाए जाते हैं. अल्फ़ा का बनना स्त्रियों और समाज के लिए नुक़सानदेह और ख़तरनाक है.
एक फ़िल्म कई स्तरों पर बात कह रही होती है. इसलिए इस फ़िल्म में अनेकों ऐसी बातें हैं, जिनपर विस्तार से चर्चा मुमकिन है.
और अंत में, किसी इंसान को ‘एनिमल’ यानी जानवर क्यों कहा जाए? वैसे, किस तरह के इंसानों को एनिमल कहा जाएगा? अगर ऐसे इंसानों के गुणों की फ़ेहरिस्त बनाई जाए तो वह सूची किस तरह की बनेगी?
उस फ़ेहरिस्त को देख कर एनिमल समूह का एक तबका कहीं एतराज़ कर दे तब क्या होगा? क्या यह तुलना वाक़ई पशु अधिकार के दायरे में सही होगी?
यही नहीं, जिसे एनिमल कहा जा रहा है, यह फ़िल्म उस एनिमल के प्रति आकर्षण पैदा करने के लिए है. एनिमल ही हीरो है.
यानी अगर ऐसे दबंग और ज़हरीली मर्दानगी वाले व्यवहार को कोई एनिमल कहे तो यह बात तारीफ़ की मानी जाए न कि आलोचना की. (bbc.com)
-सुप्रिया सोगले
फेमस क्राइम शो 'सीआईडी' में फ्रेड्रिक्स का किरदार निभाने वाले एक्टर दिनेश फडणीस का कल रात यानी चार दिसंबर को निधन हो गया.
उनके सहयोगी कलाकार दयानंद शेट्टी ने बीबीसी से बात करते हुए दिनेश फडणीस की मौत की जानकारी दी है.
दिनेश फडणीस का निधन बीती रात 12 बजकर आठ मिनट पर हुआ.
वे 30 नवंबर से मुंबई के कांदिवली अस्पताल में भर्ती थे और बीती रात मल्टीपल ऑर्गन फेल होने के कारण उनकी मौत हो गयी. (bbc.com/hindi)
नई दिल्ली, 5 दिसंबर । बॉलीवुड मेगास्टार अमिताभ बच्चन ने शेयर किया कि महिलाओं के साथ शॉपिंग करना उन्हें सबसे उबाऊ काम लगता है। उन्होंने अपना मनोरंजक आहार प्लान भी साझा किया।
बिग बी फिलहाल क्विज बेस्ड रियलिटी शो 'कौन बनेगा करोड़पति' के 15वें सीजन को होस्ट कर रहे हैं।
अमिताभ ने असम के गुवाहाटी से सोनल महनोत का हॉट सीट पर स्वागत किया।
गेमप्ले के दौरान, कंटेस्टेंट ने अभिनेता से कहा, ''सर, मैं आपसे कुछ पूछना चाहती हूं। जैसा कि हम सभी जानते हैं, आप फिटनेस फ्रीक हैं। आपने इस उम्र में भी अपनी बॉडी को मेंटेन करके रखा है और जैसा कि आप देख सकते हैं, मेरे पति, वह परिवार के साथ घूमते हैं! वह हर समय जंक फूड चाहते हैं... कचौड़ी, समोसा और कभी-कभी 'भुजिया'। प्लीज उनकी मदद के लिए आप अपना डाइट प्लान या कुछ टिप्स शेयर करें।''
यह सुनकर, अमिताभ ने उनके पति की ओर रुख किया और कहा: ''सर, अगली बार जब आपको कचौड़ी और समोसा मिले तो प्लीज मेरे साथ शेयर करना। मैं खाने का बहुत शौकीन हूं... उन्हें जो कहना है कहने दो। जो आपको पसंद हो वो खाओ। आपको बता दें कि बनारस में मिलने वाली कचौड़ियां बहुत ही स्वादिष्ट होती हैं। हम कभी-कभी एक साथ वहां जाएंगे और कचौड़ी और समोसा खाएंगे।''
बिग बी ने पूछा, "क्या कुछ और है? क्या आप चाहते हैं कि वह फिट रहे और आपके साथ दौड़े?''
सोनल ने कहा, ''सर, मेरा मतलब है कि वह कचौड़ी और स्नैक्स खाने के बाद सोना चाहते है जबकि मैं शॉपिंग करने जाना चाहती हूं। वह अपने लिए कुछ भी खरीदना नहीं चाहते, इसलिए, वह मुझे शॉपिंग के लिए भेजते हैं और अच्छा समय बिताने के लिए कहते हैं।''
'शोले' फेम अभिनेता ने कहा, ''वह सही काम कर रहे हैं। खाने के बाद नींद आने लगती है। खरीदारी के लिए महिलाओं के साथ जाने से ज्यादा उबाऊ काम कोई नहीं है! मुझ पर विश्वास करो। क्या मैं सही हूं?"
81 वर्षीय अभिनेता ने आगे कहा, ''पुरुष किसी दुकान पर जाएंगे, उपलब्ध विकल्पों की जांच करेंगे। 'यह कितने का है? ठीक है, मैं इसे ले लूंगा।' उन्होंने मिनटों में काम पूरा कर लिया। जबकि महिलाएं, 'मुझे वह दिखाओ।' दुकानदार वह दिखाता है, तो दूसरी की मांग हो जाती है... फिर दुकानदार उन्हें एक लंबी साड़ी दिखाता है। 'वह क्या है? प्लीज मुझे वह दिखाओ।' उनके पास जितनी भी चादरें हैं, वह फैला देगा। 'यह अच्छा नहीं है।' फिर वे बिना कुछ खरीदे चली जाती हैं। ''
''महिला ग्राहक पूरी दुकान को उलट-पुलट कर देती हैं और फिर चली जाती हैं। अगली बार जब आप (सोनल के पति) उनके साथ खरीदारी करने जाएं, तो कृपया दुकान के अंदर कुर्सी पर बैठें और झपकी ले लें,''
'कौन बनेगा करोड़पति 15' सोनी पर प्रसारित होता है। (आईएएनएस)
मुंबई, 5 दिसंबर लोकप्रिय टीवी कार्यक्रम ‘सीआईडी’ से मशहूर हुए अभिनेता दिनेश फडनिस का यहां एक अस्पताल में सोमवार आधी रात को निधन हो गया। वह 57 वर्ष के थे।
‘सीआईडी’ में फ्रेडरिक्स के किरदार से पहचाने जाने वाले फडनिस को स्वास्थ्य संबंधी कुछ जटिलताओं के कारण कुछ दिन पहले उपनगर मुंबई के तुंगा हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था।
फडनिस के मित्र एवं अभिनेता आदित्य श्रीवास्तव ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘दिनेश देर रात करीब 12 बजकर आठ मिनट पर हमें छोड़कर चले गए। उन्हें यकृत से जुड़ी समस्याएं थीं और इसका शरीर के अन्य अंगों पर भी असर पड़ा था। पिछले दो-तीन दिन से उनकी हालत बहुत खराब थी। उन्हें बचाया नहीं जा सका।’’
फिल्म और टीवी उद्योग में जाना-पहचाना चेहरा रहे फडनिस ‘सरफरोश’ और ‘मेला’ जैसी फिल्मों में भी दिखायी दिए थे।
उनका अंतिम संस्कार आज सुबह बोरीवली पूर्व में किया गया। उनके परिवार में पत्नी है। (भाषा)
रणबीर कपूर की फिल्म एनिमल ने तीन दिनों में 300 करोड़ रुपये का आंकड़ा पार कर लिया है.
फिल्म का निर्देशन संदीप रेड्डी वंगा ने किया है.
शुक्रवार को फिल्म हिंदी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़ और मलयालम भाषा में रिलीज हुई थी.
फिल्म का प्रोडक्शन टी-सीरीज के बैनर तले हुए हैं. कंपनी ने एक्स पर जानकारी देते हुए कहा कि दुनियाभर में फिल्म ने 356 करोड़ की कमाई की है.
एनमिलमें रणबीर कपूर के अलावा अनिल कपूर, बॉबी देओल, रश्मिका मंधाना, तृप्ति डिमरी, सुरेश ओबरॉय और प्रेम चोपड़ा अहम भूमिका में हैं. (bbc.com/hindi)
मुंबई, 3 दिसंबर । सुपरस्टार शाहरुख खान अपनी अपकमिंग कॉमेडी ड्रामा 'डंकी' की रिलीज के लिए पूरी तरह तैयार हैं। उन्होंने राजकुमार हिरानी की फिल्म का हिस्सा बनने पर अपना उत्साह साझा किया।
'डंकी' 'डंकी फ्लाइट' नामक अवैध आव्रजन तकनीक पर आधारित है, जिसमें शाहरुख, तापसी पन्नू, विक्की कौशल और बोमन ईरानी ने अभिनय किया है।
एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर हाल ही में 'आस्क एसआरके' सेशन के दौरान, एक यूजर ने लिखा, "सॉरी सर, लेकिन मैं डंकी के लिए ज्यादा एक्साइटिड हूं। आपकी वजह से नहीं बल्कि राजकुमार हिरानी की वजह से।''
उसी का जवाब देते हुए शाहरुख ने कहा, ''और, यह सही कारण है। मैं राजू की फिल्म में काम करने को लेकर भी उत्साहित हूं। फ़िल्में निर्देशकों का माध्यम हैं... हीरो तो आते-जाते रहते हैं।''
एक अन्य फैन ने पूछा: ''सर चूंकि फिल्म पंजाब में सेट है। आपका पसंदीदा पंजाबी फूड कौन सा है?''
'कुछ कुछ होता है' फेम अभिनेता ने कहा: "मैं परांठे खाता हूं... और, छोले भटूरा भी मेरे पसंदीदा हैं।''
एक यूजर ने पूछा, सर आपको दिल्ली की याद आती है क्या? अपने बचपन के बारे में बताइये?
शाहरुख ने जवाब दिया, 'मैं तो अभी भी बच्चा हूं। मेरा बचपन बहुत प्यारा था और मुझे अपने माता-पिता की बहुत याद आती है।''
सुपरस्टार निर्देशक राजकुमार हिरानी द्वारा निर्देशित 'डंकी' जियो स्टूडियोज, रेड चिलीज एंटरटेनमेंट और राजकुमार हिरानी फिल्म्स की प्रस्तुति है, जो राजकुमार हिरानी और गौरी खान द्वारा निर्मित है, फिल्म अभिजात जोशी, राजकुमार हिरानी और कनिका ढिल्लों द्वारा लिखी गई है।
यह 21 दिसंबर को सिनेमाघरों में आने वाली है। (आईएएनएस)।
रणबीर कपूर और बॉबी देओल के अभिनय वाली फ़िल्म एनिमल ने रिलीज़ के पहले दिन शाम सात बजे तक 22.60 करोड़ रुपये की कमाई की है.
ये जानकारी फ़िल्मों के बिज़नेस पर नज़र रखने वाले फ़िल्म विश्लेषक तरन आदर्श ने साझा की है.
उन्होंने बताया है कि इस फ़िल्म ने पीवीआर आइनॉक्स में 17.8 करोड़ और सिनेपोलिस में 4.8 करोड़ रुपये की कमाई की. (bbc.com/hindi)
बॉलीवुड अभिनेता रणदीप हुडा ने बुधवार को मणिपुर में अपनी पार्टनर लिन लैशराम के साथ स्थानीय रीति रिवाज़ों के मुताबिक़ शादी की.
हुडा और लिन लैशराम ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर लिखा है – "आज से...हम एक हैं."
उन्होंने इंस्टाग्राम पर अपनी शादी की तस्वीरें भी साझा की हैं.
'हाइवे' से लेकर 'सरबजीत' और 'जन्नत 2' जैसी फ़िल्मों में एक्टिंग करने वाले रणदीप हुडा ने शादी मणिपुर के मैतेई समुदाय के रीति रिवाज़ों को ध्यान में रखते हुए की है.
इस मौके पर रणदीप हुडा एक सफेद धोती (फेइजोम), कुर्ता और पगड़ी (कोकयत) में नज़र आए. वहीं, लायश्रम भी अपनी पारंपरिक मणिपुरी पोशाक पोटलोई में नज़र आईं जिसे पोटलोई कहते हैं.
मैतेई रीति-रिवाज़ों को ध्यान में रखकर की गई इस शादी में दुल्हन यानी लायश्रम ने दूल्हे यानी रणदीप हुडा के सात बार चक्कर लगाए. इसके साथ ही जैस्मीन (कुंदो) के फूलों की जयमाल पहनाई गई. (bbc.com/hindi)
वंदना
जब आप मशहूर बॉलीवुड एक्स्ट्रेस हों तो जहाँ भी जाते हैं, आप लोगों के आकर्षण के केंद्र में होते हैं.
दीया मिर्ज़ा कभी-कभी इस आकर्षण का इस्तेमाल करती हैं. जैसे कि जलवायु परिवर्तन के बारे में अभियान को लेकर, जो कि उनके दिल के क़रीब है. लेकिन कभी-कभी यह बहुत जटिल हो सकता है.
बीबीसी 100 वीमेन के लिए हमारा उनके साथ इंटरव्यू हो रहा था और वो जलवायु परिवर्तन के असर के बारे में बात कर रही थीं, इसी बीच उनके होटल रूम की डोर बेल बजी.
स्टाफ, जिन्हें ये पता था कि इंटरव्यू के लिए ये कमरा किसके लिए लिया गया था, दीया मिर्ज़ा की तस्वीरों का कोलाज लेकर पहुँच गया. वे उन्हें यह गिफ़्ट देने आए थे.
उन्होंने बड़ी विनम्रता ले उनका दिया उपहार स्वीकार किया और जैसे ही वो गए, उन्होंने जलवायु परिवर्तन के बारे में बातें जारी कीं.
मिर्ज़ा ने बताया कि उनके हिसाब से पर्यावरण के लिए सबसे बड़ा ख़तरा कौन है.
वो कहती हैं, “जलवायु परिवर्तन के रास्ते में सबसे बड़ा रोड़ा उन मर्दों का इगो है, जो बदलना नहीं चाहते. दरअसल, ज़्यादातर बड़ी कंपनियों को चलाने वाले आज भी मर्द ही हैं. इन प्रदूषण फैलाने वालों को पता है कि उनके फ़ैसलों की वजह से धरती पर लोग मर रहे हैं. इसलिए अपने फ़ैसले न बदलने की उनके पास कोई वजह नहीं है.”
बीबीसी 100 वीमेन में दीया मिर्ज़ा
मिर्ज़ा इस साल की बीबीसी 100 वीमेन सूची में शुमार हैं, जिसमें हर साल दुनिया भर की 100 प्रेरणास्पद और प्रभावी महिलाओं का नाम शामिल किया जाता है.
2023 में इस सूची में इस बात पर केंद्रित है कि महिलाएं कैसे जलवायु परिवर्तन से निपट रही हैं.
हम लोगों की बातचीत का अधिकांश हिस्सा जलवायु परिवर्तन और फ़िल्म स्टार होने के अनुभव के संदर्भ में लैंगिक समानता पर केंद्रित था.
मिर्ज़ा जब 19 साल की थीं, उन्होंने 2000 में मिस एशिया पैसिफ़िक सौंदर्य प्रतियोगिता जीती थी.
इसके तुरंत बाद उन्होंने मॉडलिंग में करियर आज़माना शुरू कर दिया लेकिन उन्हें बताया गया कि वो संभवतः बहुत सुंदर और बहुत गोरी थीं और मॉडल होने के लिए निश्चित तौर पर अपर्याप्त है.
मिर्ज़ा कहती हैं, “मुझे नहीं लगता कि जो कुछ भी उन्होंने कहा उससे मैं उतना प्रभावित हुई जितना इस बात से कि कोई व्यक्ति जो मेरे बारे में कुछ नहीं जानता, वह मुझे एक खांचे में डाल रहा था और मेरे लिए फ़ैसले ले रहा था कि मुझे क्या करना चाहिए और क्या नहीं.”
वो कहती हैं कि उन्हें अपने पूरे करियर में सेक्सिज़्म का सामना करना पड़ा.
वो कहती हैं, “जब मैंने काम करना शुरू किया उस वक़्त फ़िल्म सेट पर पदानुक्रम पूरी तरह पितृसत्तात्मक था और वहाँ सेट पर बहुत कम महिलाएं होती थीं. लेट होने और ग़ैर पेशेवर होने पर भी मेरे पुरुष सहकर्मियों को भत्ते दिए जाते थे.''
''अगर एक अभिनेत्री लेट हो जाती थी तो उस पर तुरंत ग़ैर पेशेवर होने का तोहमत जड़ दिया जाता था. वैनिटी वैन छोटी हुआ करती थी. पहले तो लोकेशन के बाहर अभिनेत्रियों के लिए टॉयलेट तक नहीं होते थे. निजता का अधिकार तो ग़ायब था.”
लैंगिक भेदभाव
मैंने उनसे पूछा कि ऐसा क्यों है कि भारतीय सिनेमा के 100 सालों के इतिहास में, वहीदा रहमान जैसी चंद महिलाओं को ही दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड मिला?
दीया मिर्ज़ा कहती हैं, “वहीदा जी एक आइकन हैं और उन्हें यह बहुत देर से मिला. हमें इस सच्चाई को समझना चाहिए कि आज भी फ़िल्मों में महिलाओँ का प्रतिनिधित्व बहुत कम है, चाहे वो निर्देशन हो, प्रोडक्शन हो या लेखन हो. जब तक महिलाओं की संख्या और प्रतिनिधित्व नहीं बदलता, चीज़ें नहीं बदलेंगी.”
अपने शुरुआती अनुभवों के बावजूद मिर्ज़ा भविष्य के बारे में सकारात्मक हैं और कहती हैं कि इस बात के संकेत हैं कि चीज़ें बदल रही हैं.
वो कहती हैं, "भारतीय सिनेमा में ऐसा भी समय था, जब महिलाओं को एक निश्चित उम्र के बाद लीड रोल नहीं दिया जाता जबकि पुरुषों को दिया जाता था."
"हमने अभी फ़िल्म धक-धक रिलीज़ किया है. यह चार महिलाओं की कहानी है जो चार अलग-अलग उम्र की हैं और जो मोटरसाइकिल यात्रा करती हैं."
"भारतीय फ़िल्म उद्योग में 110 साल लगे इस तरह की कहानी को दिखाने में. मैंने इसी तरह के किसी किरदार को निभाने के लिए 23 साल तक इंतज़ार किया. "
एक पूर्व सौंदर्य प्रतियोगिता विजेता होने के नाते भी, दीया मिर्ज़ा का युवा लड़कियों से कहना है, “किसी को हावी मत होने देना. मिस एशिया पैसिफ़िक प्रतियोगिता में टू पीस स्विम सूट पहनने से इनकार कर दिया था क्योंकि मैं सहज नहीं थी.”
मुखर आवाज़
फ़िल्म उद्योग से बाहर मिर्ज़ा अन्य क्षेत्रों में भी लैंगिक समानता की मुखर आवाज़ बनना चाहती हैं.
साल 2021 में उन्होंने परंपरागत भारतीय शैली में लेकिन थोड़ा अलग तरीक़े से शादी की. अधिकांश विवाहों से अलग, उनकी शादी महिला पुजारी ने कराई.
मिर्ज़ा कहती हैं, “मेरे दोस्त की शादी में जिस तरह महिला पुजारी ने रीति रिवाज़ निभाए उससे मैं बहुत प्रभावित थी. मैं भी ऐसा ही चाहती थी. महिला पुजारी के फ़ैसले ने भारत में ऑनलाइन बहस छेड़ दी कि पुजारी समेत कुछ विशेष कामों को करने की महिलाओं को आज भी अनुमति क्यों नहीं दी जाती?”
ये केवल यही एक परंपरा नहीं थी जिसे उन्होंने तोड़ी. उन्होंने अपनी शादी में कन्यादान की रिवाज को भी मानने से इनकार कर दिया. यह ऐसा रिवाज है, जब पिता दुल्हन को दान करता है.
दीया मिर्ज़ा कहती हैं, “मेरे नाना कहा करते थे कि मेरी बेटियां कोई सामान नहीं है कि शादी में उन्हें दान किया जाए. ये बहुत सशक्त विचार है. इसलिए मेरी माँ ने भी कहा कि मेरी शादी में कन्यादान का रिवाज नहीं किया जाएगा.”
एक बॉलीवुड रिपोर्टर के तौर पर मैंने मिर्ज़ा के करियर पर क़रीबी से नज़र रखी है. लोग ग्लैमर और चकाचौंध पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं और पर्यावरण के लिए अभियान चलाने वाले के तौर पर उनकी प्रतिबद्धता पर हमेशा ध्यान नहीं रखते.
रूढ़ियाँ तोड़ने वालीं दीया
प्रकृति से घिरे दक्षिण भारत में जन्मे और पले बढ़े होने के नाते यह आश्चर्यजनक नहीं था कि मिर्ज़ा ने पर्यावरण कार्यकर्ता होने को अपनाया, जबकि उन्होंने मॉडलिंग और फ़िल्मों में 20 साल पहले अपना करियर शुरू किया.
वो 2017 में संयुक्त राष्ट्र की गुडविल एम्बैस्डर बनीं.
इंटरव्यू के दौरान वो लगातार अपने बचपन के दिनों को याद करती हैं, जब कपड़ों को एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी को सौंपे जाते थे और सालों साल चीज़ों को इस्तेमाल करने में कोई शर्म नहीं होती थी.
वो कहती हैं कि अपने घर में इस परंपरा को फिर से ज़िंदा किया है. उदाहरण के लिए अपने बेटे के दूसरे बर्थडे पार्टी को उन्होंने ज़ीरो प्लास्टिक, ज़ीरो वेस्ट पार्टी के रूप में मनाया. यहां सभी सजावट की चीज़ों को भविष्य के आयोजनों में फिर से इस्तेमाल के लिए रख लिया गया.
उन्होंने कई बार कहा, “ज़रूरी है कि काम करके उदाहरण बनाए जाएं.”
मिर्ज़ा ने होटल की ओर से प्लास्टिक बोतल में दिए गए पानी को लेने से इनकार कर दिया, इसकी जगह उन्होंने अपनी मेटल की बोतल का इस्तेमाल किया.
वो पूछती हैं, “अगर मैं ख़ुद नहीं ऐसा करूंगी तो टिकाऊ जीवन के बारे में कैसे बात कर सकती हूं?”
“मेरे पास युवा लोगों को ये बताने का क्या अधिकार होगा कि आदतें बदलने की ज़रूरत है?”
“जब भी मैं पर्यावरण को होने वाले नुक़सान को लेकर बात करती हूं तो एक किस्म की हताशा का भाव दिखता है.”
वो कहती हैं, “अभी दुनिया में हर जगह जो कुछ हो रहा है, उससे मैं थोड़ी निराश महसूस करती हूँ.”
"लेकिन युवा लोगों, उनके नवाचारों, समाधानों, उनके समर्थन, लेकिन सबसे बढ़कर उनकी सहानुभूति और उनके प्यार से मैं उम्मीद और प्रेरणा ग्रहण करती हूँ."
जब दीया मिर्ज़ा इंटरव्यू समाप्त होने का इंतज़ार कर रही थीं, ताकि नीचे इंतज़ार कर रहे अपने बेटे से मिल सकें, मैंने उनसे एक आख़िरी सवाल किया.
एक अभिनेत्री, पर्यावरण एक्टिविस्ट और संयुक्त राष्ट्र एम्बैस्डर के रूप में उनकी कई भूमिकाओं में से, उनके दिल के क़रीब कौन सी भूमिका है?
उनका स्पष्ट जवाब था, "एक माँ होने के नाते, मेरे पास दुनिया की भविष्य की पीढ़ी को आकार देने का मौक़ा है. " (bbc.com)
मुंबई, 29 नवंबर फिल्म निर्माता पुरी जगन्नाध की आगामी फिल्म ‘डबल आईस्मार्ट’ अगले साल आठ मार्च को सिनेमाघरों में प्रदर्शित होगी। फिल्म निर्माताओं ने बुधवार को इसकी घोषणा की।
जगन्नाध और चार्मे कौर की फिल्म निर्माण कंपनी ‘पुरी कनेक्ट्स’ के बैनर तले बन रही इस फिल्म में तेलुगु अभिनेता राम पोथिनेनी मुख्य किरदार में नजर आएंगे।
बैनर ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा कि यह फिल्म तेलुगु, हिंदी, तमिल, कन्नड़ और मलयालम भाषाओं में प्रदर्शित होगी।
प्रोडक्शन बैनर ने कहा, “अभिनेता राम पोथिनेनी और निर्देशक पुरी जगन्नाध की आगामी फिल्म आठ मार्च 2024 को दुनिया भर में थिएटर में प्रदर्शित होगी। फिल्म डबल स्मार्ट के लिए 100 दिन बचे हैं।”
‘डबल आईस्मार्ट’ पोथिनेनी और जगन्नाध की 2019 की फिल्म ‘आईस्मार्ट शंकर’ का सीक्वल है।
इस फिल्म में अभिनेता संजय दत्त भी नजर आएंगे। फिल्म के लिए संगीत मणि शर्मा ने दिया है। (भाषा)
मुंबई, 28 नवंबर । लोकप्रिय स्ट्रीमिंग शो 'कॉफी विद करण' को होस्ट करने वाले निर्देशक-निर्माता करण जौहर ने याद किया कि कैसे वह '2 स्टेट्स' की रिलीजिंग इवेंट को छोड़कर एक्ट्रेस रानी मुखर्जी और फिल्म निर्माता आदित्य चोपड़ा की डेस्टिनेशन वेडिंग में शामिल होने में कामयाब रहे थे।
करण ने यह भी बताया कि आदि और रानी की शादी मैनचेस्टर में हुई थी।
शो के अपकमिंग एपिसोड में बॉलीवुड स्टार रानी मुखर्जी और काजोल शो की शोभा बढ़ाती नजर आएंगी।
दोनों एक्ट्रेस ने करण जौहर के निर्देशन में बनी पहली फिल्म 'कुछ कुछ होता है' में स्क्रीन शेयर किया था और एपिसोड के दौरान शो होस्ट के साथ चर्चा करने के लिए उनके पास बहुत कुछ था।
एक्ट्रेसेस से बात करते हुए, करण को बताया कि कैसे वह रानी और आदित्य की शादी में शामिल हुए थे, जब उनकी खुद की प्रोडक्शन फिल्म '2 स्टेट्स' रिलीज होने वाली थी, जिसमें आलिया भट्ट और अर्जुन कपूर मुख्य भूमिका में थे।
डेस्टिनेशन वेडिंग अब ट्रेंड में है, लेकिन करण ने उस ओजी कपल का खुलासा किया, जो बी-टाउन में ऐसा करने वाले पहले व्यक्ति थे।
इस बारे में बात करते हुए करण ने कहा, ''काजोल, आप आदित्य को रानी से भी पहले से जानती थीं। वह पूरी दुनिया में मेरा सबसे अच्छा दोस्त है। हमें इस फैक्ट के बारे में बात करनी है कि रानी और आदित्य की शादी कब हुई थी।
यह एक डेस्टिनेशन वेडिंग थी, जब कोई उन्हें नहीं जानता था, तब उन्होंने फिल्मी स्टार्स की डेस्टिनेशन वेडिंग शुरू की। मैं इस पर कुछ नहीं कहना चाहता, नहीं तो वह दशकों पहले की तरह मुझ पर गुस्सा होंगे।''
उन्होंने आगे कहा, ''जैसे, उन्होंने मुझसे कहा, 'मेरी शादी हो रही है, इसमें 18 लोग शामिल हो रहे हैं। अगर इस शादी के बारे में बात फैली तो उसके पीछे आप ही होंगे। एकमात्र व्यक्ति जो अपना मुंह खोलेगा, वह आप ही हैं, अगर मैं देखूं कि किसी भी प्रकाशन में इस शादी का उल्लेख है, उस समय अखबारों का बोलबाला था। मैं बहुत हाइपर और हिस्टेरिकल था।''
करण ने कहा, "मुझे अपनी मां से झूठ बोलना पड़ा, हमारी एक रिलीज थी, यह अप्रैल 2014 था, मैं इसे कभी नहीं भूलूंगा, '2 स्टेट्स' रिलीज हो रही थी। किसी कारण से मुझे अपनी फिल्म की रिलीज को छोड़ना पड़ा, सभी को बताना पड़ा कि मेरा मैनचेस्टर में एक इवेंट है। लेकिन हर कोई कह रहा था, 'रिलीज वीकेंड पर, आप मैनचेस्टर क्यों जा रहे हैं?' मैंने कहा, 'मुझे जाना है, मुझे जाना है।'''
'कॉफी विद करण' डिज़्नी प्लस हॉटस्टार पर स्ट्रीम होती है। (आईएएनएस)।
लॉस एंजेलिस, 28 नवंबर । हॉलीवुड स्टार जेनिफर लॉरेंस की शक्ल-सूरत में बदलाव प्लास्टिक सर्जरी के चलते नहीं, बल्कि उम्र बढ़ने के कारण आया है।
33 वर्षीय अभिनेत्री इस बात से सहमत हैं कि हाल के वर्षों में उनका चेहरा बदल गया है, लेकिन उनका कहना है कि उन पर कोई दबाव नहीं डाला गया है।
लॉरेंस ने साक्षात्कार पत्रिका को बताया, "मैंने 19 साल की उम्र में शुरुआत की थी, इसलिए मुझे 19 से 30 साल की उम्र के पहले और बाद की तस्वीरें मिलती हैं और मुझे लगता है, मैं बड़ी हो गई हूं। उम्र बढ़ने के कारण मेरा चेहरा बदल गया है। हर कोई सोचता है कि मैंने नाक की सर्जरी कराई है, और मुझे लगता है, मेरी नाक बिल्कुल वैसी ही है। मेरे गाल छोटे हो गए हैं।''
उन्होंने प्रशंसित मेकअप आर्टिस्ट हंग वानगो के प्रभाव पर भी प्रकाश डाला।
उन्होंने बताया, "मुझे भी कभी-कभी लगता है कि मेकअप आपके लिए क्या नहीं कर सकता है। मैं हंग के साथ काम करती हूं, जो होंठों को ओवरलाइन करता है, और मैं उसे प्लास्टिक सर्जन कहती हूं। पिछले कुछ महीनों में हर कोई कह रहा है कि मेरी आंखों की सर्जरी हुई है।"
इस बीच, लॉरेंस ने पहले खुलासा किया था कि वह मां के अपराध बोध से जूझ रही है।
पुरस्कार विजेता अभिनेत्री ने कबूल किया कि वह अभी भी मातृत्व की मांगों को पूरा करने की कोशिश कर रही है। (आईएएनएस)।